10+छत्तीसगढ़ में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय

Chhattisgarh Me Ghumne ki Jagah : दोस्तों अगर आप छत्तीसगढ़ में घूमने की जगह ढूंढ रहे हैं, तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर है। आपको हम बता दे की छत्तीसगढ़ मध्य भारत का विशाल वनों वाला राज्य है, जो अपने मंदिरों और झरनों के लिए बेहद ही मशहूर है।

इसके अलावा छत्तीसगढ़ को मुख्य रूप से कोसल के रूप में भी जाना जाता है, जिसके बारे में रामायण और महाभारत में भी इसका उल्लेख किया गया है। जिसे देखने दूर दूर से लोग यहाँ आते है।

Chhattisgarh-Me-Ghumne-ki-Jagah
Image : Chhattisgarh Me Ghumne ki Jagah

यहाँ के स्मारकों, प्राचीन मंदिरों और संस्कृति आज भी राज्य के पुराने इतिहास और परंपराओं की याद दिलाती है। इसलिए आज के इस पोस्ट में हम आपको छत्तीसगढ़ की खूबसूरती के बारे में बताएंगे।

यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे वाट्सऐप पर जुड़ें Join Now
यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे टेलीग्राम पर जुड़ें Join Now

आज मैं आपको बताने वाला हूँ की छत्तीसगढ़ में ऐसा क्या है, जो आपको आकर्षित कर सकता है। इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़े ताकि आपको छत्तीसगढ़ से संबधित सभी जानकारी प्राप्त हो सके

छत्तीसगढ़ में घूमने की जगह | Chhattisgarh Me Ghumne ki Jagah

छत्तीसगढ़ के बारे में रोचक तथ्य

दोस्तों अगर आपने छत्तीसगढ़ घूमने का प्लान बना ही लिया है, तो सबसे पहले आपको छत्तीसगढ़ के बारे में कुछ महत्वपर्णू रोचक तथ्य के बारे में भी जान लेना चाहिए, ताकि आपकी छत्तीसगढ़ घूमने की जिज्ञासा और भी ज्यादा बढ़ जाएं।

  • छत्तीसगढ़ सभी संसाधनो से संपन्न राज्य है, जो सभी राष्ट्रों को बिजली, कोयला और इस्पात प्रदान करता है।
  • छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा शहर रायपुर है, जबकि भिलाई मुख्य इस्पात केंद्र है।
  • वर्ष 2000 से पहले यह राज्य मध्यप्रदेश का हिस्सा था, जिसे 1 नवंबर 2000 को भारत के 26 वें राज्य कर दर्जा प्राप्त हुआ था।
  • वर्तमान में छत्तीसगढ़ राज्य में 28 जिले शामिल है।
  • छत्तीसगढ़ का क्षेत्रफल 135,192 km2 वर्ग मील है।

छत्तीसगढ़ में लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Chhattisgarh Tourist Places in Hindi)

छत्तीसगढ़ में वैसे तों बहुत सी घूमने की जगह है, जो आपको आकर्षित कर सकती है। आज हम आपको कुछ पर्यटन स्थल के बारे में बताएंगे, जो आपको काफी आकर्षित कर सकते है। साथ ही यहाँ दूर दूर से लोग इस जगह पर घूमने के लिए आते है। तो चलिए दोस्तों बिना देरी किये हम आपको बताते है छत्तीसगढ़ में घूमने की जगह कौन कौन सी है, जो काफी फेमस हैं।

डोंगरगढ़

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दे की डोंगरगढ़ एक प्रसिद्ध तीर्थ शहर है जो छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव जिले से लगभग 35 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। डोंगरगढ़ एक धार्मिक शहर है, जो छत्तीसगढ़ राज्य की सबसे ऊंची चोटी पर स्थित देवी बम्लेश्वरी के प्राचीन मंदिर के लिए जाना जाता है।

जिसे देखने दूर दूर सें पर्यटक यहां आते है। साथ ही अगर आप यहाँ घूमने आओ तों हम आपको बता दे की डोंगरगढ़ घूमने का सबसे अच्छा समय जनवरी से मार्च के महीने का हैं।

चर्रे मर्रे झरना

दोस्तों चार्रे मर्रे झरना की खासियत यह है कि यहां का कलकल करता झरना पर्यटकों को साल भर आकर्षित करता है। चर्रे मर्रे का सुन्दर झरना कांकेर में अन्तागढ़ से 17 किमी की दूरी पर स्थित है। यह खूबसूरत झरना एक बड़े पैमाने पर भीड़ खींचने वाला है और पर्यटकों को सदियों से आकर्षित करता रहा है।

यह झरना 16 से 17 मीटर ऊंचा है और इतनी बड़ी ऊंचाई से गिरने वाला साफ पानी देखने में काफी दर्शनीय है। दोस्तों कभी आपको भी छत्तीसगढ़ जाने का मौका मिले तों आप इस चार्रे मर्रे झरना का आनंद जरूर लेना।

बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए हम बता दे की अभयारण्‍य, बलौदाबाजार जिले में स्थित है, जो 246 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इसे वन्‍यजीव अभयारण्‍य के रूप में 1972 में वन्‍यजीवन अधिनियम के तहत घोषित किया गया था।

अगर आप यहाँ घूमने आओ तों सुबह 6:30 बजे से 11 बजे तक और फिर गर्मी के मौसम में दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक संचालित होता है। अगर आप सर्दियों के मौसम के दौरान यहाँ आओ तो सुबह 6 बजे से 10:30 बजे तक और फिर दोपहर 3.00 बजे से शाम 6:30 बजे तक खुला रहता है।

पुरखौती मुक्तांगन

दोस्तों आपको हम बता दे कि छत्तीसगढ़ के पुरखौती मुक्तांगन छत्तीसगढ़ के जीवंत खजाने पर विभिन्न लोक अद्भुत, कलाए और परिप्रेक्ष्य प्रदान करते हुए आदिवासियों के जीवन-संबंधी प्रदर्शन करवाता है।

छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति को दर्शाते हुए एक रमणीय उद्यान पुरखौती मुक्तांगन में एक दिन हर पर्यटक को बिताना चाहिए। ये न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, बल्कि यह हमारी जैव-सांस्कृतिक विविधता के संरक्षण के बारे में सांस्कृतिक जागरूकता भी फैलाता हैं।

मडकू द्वीप

दोस्तों मडकू द्वीप छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में मूक नदी शिवनाथ के पास स्थित एक खूबसूरत द्वीप है। मडकू द्वीप का क्षेत्रफल लगभग 24 हेक्टेयर है और यह हरियाली से भरपूर है साथ ही मडकू द्वीप में भगवान शिव, गणेश, शिव-पार्वती, नंदी और कई अन्य देवताओं की कई प्राचीन और अनोखी मूर्तियां भी है।

यहाँ पर पुराने और नए दोनों तरह के मंदिर है साथ ही मडकु द्वीप को केदार तीर्थ और हरिहरक्षेत्र केदार दवेप के नाम से भी जाना जाता है, जिसे देखने दूर दूर सें लोग यहां आते हैं।

यह भी पढ़े : माँ शारदा देवी धाम की सम्पूर्ण यात्रा

खूबसूरत हिल स्टेशन चिरमिरी

दोस्तों छत्तीगढ़ का चिरमिरी अपनी नैचुरल खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यहां झरनों और पहाड़ो के अलावा नदी भी है साथ ही छत्तीसगढ़ राज्य से होकर बहने वाली महानदी की सहायक नदियों में से एक है। यह एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जिसे देखने दूर दूर से पर्यटक यहाँ आते है।

फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए भी यह स्थल काफी खास है, जहां शानदार प्राकृतिक दृश्यों को कैमरे में कैद किया जा सकता है। चिरमिरी समुद्र तल से 570 से लेकर 580 मीटर की ऊँचाई पर हसदेव नदी के किनारे पर स्थित हैं ।

भिलाई

भिलाई का मौसम थोड़ा सा गर्म जरुर है लेकिन इस शहर में स्थित कुछ बेहद ही खूबसूरत प्राकृतिक जगहे है जहां आप गर्मी की तपिश से बच सकते हैं। आज यह शहर आर्थिक रूप से बहुत अच्छा और सांस्कृतिक रूप से बहुत समृद्ध है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 30 किलोमीटर पश्चिम में भिलाई भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का दूसरा बड़ा शहर हैं।

दंतेवाड़ा

दंतेवाड़ा मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ के गठन के बाद, 1998 में अस्तित्व में आया। बस्तर जिले में स्थित, दंतेवाड़ा के विचित्र छोटे शहर में नदियाँ, शानदार पहाड़ी चोटियाँ और हरे-भरे घास के मैदानों के शानदार दृश्य दिखाई देते हैं। जिसे देखने दूर दूर सें सैलानी यहाँ आते है।

दंतेवाड़ा जिला आदिवासी जनजातियों का घर है और यहां पर बहुत सारे जनजातियां रहती हैं। यहां पर प्रसिद्ध दंतेश्वरी मंदिर विद्यमान है साथ ही दंतेवाड़ा में घूमने के लिए बहुत सारी जगह हैं।

छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध स्थानीय भोजन

छत्तीसगढ़ जितना सुंदर है उतना ही स्वादिष्ट यहां का खाना भी है। यहाँ पर मुथिया काफी फेमस है, जिसे चावल के बैटर और कई मसालों से तैयार किया जाता है। इसके अलावा  बरा काफी फेमस है, जिसे वड़े को उड़द की दाल से बनाया जाता है और टमाटर या इमली की चटनी के साथ परोसा जाता है।

अगर आप मीठे के शौकीन है, तो तिलगुर, खुरमा आदि छत्तीसगढ़ में काफी फेमस है। दोस्तों अगर आप कभी छत्तीसगढ़ घूमने आओ तो एक बार इनके यहाँ खाने का स्वाद जरूर लेना।

साबूदाना की खिचड़ी छत्तीसगढ़ के हेल्थी और सबसे स्वादिष्ट व्यंजनों में से एक है, जो न केवल छत्तीसगढ़ में बल्कि पूरे देश में खाया जाता है।

छत्तीसगढ़ में रुकने की जगह

अगर छत्तीसगढ़ शहर में रुकने की बात की जाएं तो यहाँ पर सस्ते दामों पर होटल, गेस्ट हाउस और रेंट में कमरे आसानी से मिल जाते है, जहाँ पर आप आसानी से ठहर सकते हैं। हमने कुछ होटल के नाम आपके लिए ढूंढ कर निकले है, जो छत्तीसगढ़ में काफी फेमस हैं। जैसे की होटल  निर्वाना, होटल प्रभात विहार, भिलाई होटल, कोरबा होटल, जशपुर होटल इत्यादि शामिल हैं।

छत्तीसगढ़ घूमने के लिए का सही समय

अगर आप छत्तीसगढ़ की सैर करना चाहते है तो हम बता दें कि ठंड के शुरू होते ही अक्सर लोग अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने जाने का प्लान बनाते है क्योंकि ठंड के वक्त सुहावनी घुप में घूमना लोगों को अच्छा लगता है।

लेकिन यहां घूमने के लिए अनुकूल समय उच्च तापमान के बावजूद गर्मियों में वन्यजीव और प्रकृति पर्यटन के लिए छत्तीसगढ़ की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय है। हालांकि सर्दी के दिनों में दर्शनीय स्थलों की यात्रा अच्छे से की जा सकती हैं।

यह भी पढ़े : 10+बैंगलोर में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय

छत्तीसगढ़ कैसे पहुंचे?

अगर आप छत्तीसगढ़ घूमने के लिए आ रहे है तो हम आपको इस लेख के माध्यम से बतायेगे की आप छत्तीसगढ़ कैसे पहुंचे

रेल द्वारा

अगर आप छत्तीसगढ़ घूमने का प्लान बना रहे है और आप रेल द्वारा रायपुर और बिलासपुर दो मुख्य जंक्शन है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से राज्य को भारत के अन्य हिस्सों को जोड़ता है।

सडक द्वारा

दोस्तों आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दे की छत्तीसगढ़ आने के लिए आप अपनी गाडी या फिर कोई गाडी बुक करके आसानी सें सडक द्वारा छत्तीसगढ़ आसानी सें पहुंच सकते हैं ।

हवाई मार्ग द्वारा

अगर आप हवाई जहाज से सफर करना चाहते है तो इसके लिए आप छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर, राज्य का एकमात्र स्थान है। जो नियमित उड़ानों द्वारा नई दिल्ली, कोलकाता मुंबई  और नागपुर (महाराष्ट्र) से जुड़ा हुआ हैं।

छत्तीसगढ़ कैसे घूमे?

छत्तीसगढ़ घूमने के लिए एक बेहतरीन स्थान प्रदान करता है। वैसे तों छत्तीसगढ़ भारत का मध्य राज्य है, जो मध्यप्रदेश से अलग होकर बना है, जो अपने मंदिरों और झरनों के लिए जाना जाता है। इसके अलावा धार्मिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक धरोहरों के साथ प्राकृतिक विविधताओं से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ का पर्यटन देश में अपनी पहचान स्थापित करता जा रहा है।

यहां की खूबसूरती को करीब से निहारने के लिए पर्यटकों भारी संख्या में लोग दूर दूर से आते है। अगर आप भी यहाँ घूमने के लिए सोच रहे है, तो आप जिस होटल या गेस्ट हाउस में ठहरे है। आप वहाँ से किराये पर कार को बुक करके घूमने जा सकते है और छत्तीसगढ़ की सुंदरता के दर्शन कर सकते है।

इसके अलावा अगर आप भारत देश के बाहर से यहाँ घूमने के लिए आते है, तो आप चाहो तो टूरिस्ट गाइड को भी बुक कर सकते है, जो आपको छत्तीसगढ़ की सुंदरता के दर्शन करवाने में आपकी मदद कर सकते हैं।

छत्तीसगढ़ में घूमने का खर्चा

छत्तीसगढ़ घूमने के खर्च की बात की जाएं तो यह आपके ऊपर निर्धारित करता है, की आप किस से जाना पसंद करोगे और वहाँ जाकर आप कहाँ – कहाँ घूमना पसंद करोगे। आप किस होटल, गेस्ट हाउस में रुकना पसंद करोगे साथ ही आप छत्तीसगढ़ में कितने दिन रुकोगे, यह सब आपके बजट पर निर्भर करता हैं।

छत्तीसगढ़ घूमते वक्त साथ में क्या रखें?

अगर आप छत्तीसगढ़ घूमने के लिए प्लान बना रहे है, तो आपको अपने साथ जिस से सफर कर रहे है, उसकी टिकट, अपनी आईडी प्रूफ, मोबाइल फोन, मौसम के अनुसार कपडे इत्यादि लेकर जाना चाहिए।

FAQ

छत्तीसगढ़ कौन से नबर पर कोयला उत्पादन वाला राज्य बना है?

छत्तीसगढ़ भारत में खनिजों और खनन गतिविधियों में एक बहुत ही समृद्ध राज्य है। यह राज्य पूरे विश्व का दूसरा नंबर का सबसे बड़ा कोयला उत्पादन वाला राज्य बन चुका हैं।

छत्तीसगढ़ कितने प्रतिशत तेंदु पत्तों के उत्पादन की पूर्ति करता है?

छत्तीसगढ़ भारत की 70 फीसदी सें अधिक तेंदु पत्तों के उत्पादन की पूर्ति करता है, जिसका उपयोग बीड़ी बनाने के लिए किया जाता हैं।

चित्रकूट जल प्रपात झरना कहाँ स्थित है?

छत्तीसगढ़ में भारतीय नियाग्रा के नाम से प्रशिद्ध चित्रकूट जल प्रपात झरना जगदलपुर जिले में इंद्रावती नदी पर स्थित हैं।

छत्तीसगढ़ में कितने फीसदी जनसँख्या शहर में रहती है और कितने गांव में निवास करती है?

दोस्तों आपकी जानकरी के लिए हम आपको बता दे की छत्तीसगढ़ की लगभग 80 फीसदी जनसँख्या गांवों में ही निवास करती है, जबकि मात्र 20 फीसदी जनसँख्या शहरों में रहती हैं।

किसका विवरण वाल्मीकि रामायण से मिलता है?

छत्तीसगढ़ के बीहड़ वनों तथा यहां की महानदी का स्पष्ट विवरण वाल्मीकि रामायण में भी मिलता हैं।

निष्कर्ष

हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को छत्तीसगढ़ में घूमने की जगह ( Chhattisgarh Me Ghumne ki Jagah) के बारे में विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई आज कि यह महत्वपूर्ण जानकारी आपके लिए काफी ज्यादा हेल्पफुल साबित हुई होगी।

अगर आपको हमारे द्वारा दी गई आज कि यह महत्वपूर्ण जानकारी पसंद आई हो या फिर आपके लिए जरा सा भी हेल्पफुल साबित हुआ हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले।

अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या से कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हो। हम आपके द्वारा दिए गए प्रतिक्रिया का जवाब शीघ्र से शीघ्र देने का पूरा प्रयास करेंगे और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आपका कीमती समय शुभ हो। 

यह भी पढ़े : 

10+चित्रकूट में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय

10+उज्जैन में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय

10+ भोपाल में घूमने की जगह और दर्शनीय स्थल

10+गुड़गांव में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय

यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे वाट्सऐप पर जुड़ें Join Now
यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे टेलीग्राम पर जुड़ें Join Now

Leave a Comment