Kohima Me Ghumne ki Jagah: कोहिमा एक अत्यंत खूबसूरत शहर है, जो भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित हैं। यह शहर नागालैंड की पहाड़ी राजधानी है। यहां पर अंग्रेजों ने कई वर्षों तक शासन किया था। यहां पर अनेक तरह की जनजातियां और आदिवासी लोग निवास करते हैं।
सभी आदिवासी और जनजातीय लोगों की अलग-अलग भाषा, संस्कृति, रहन-सहन, रीति-रिवाज, वेशभूषा, सांस्कृतिक और धार्मिक पर्व और त्योहार है। सभी लोग अपना पहनावा, अपना रिती-रिवाज और अपनी संस्कृति का बखूबी ख्याल रखते हैं। यहां के लोग अपने धार्मिक भावनाओं के लिए जाने जाते हैं।
कोहिमा में घूमने की जगह | Kohima Me Ghumne ki Jagah
कोहिमा के बारे में रोचक तथ्य
समुद्र तल से लगभग 1500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह शहर भारत के सबसे आकर्षक और ऊंचाई पर स्थित शहरों की सूची में आता है। यह शहर अपनी खूबसूरती के लिए देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में जाना जाता है। हर वर्ष यहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं, जो यहां की खूबसूरती का लुफ्त उठाते हैं।
यहां की खूबसूरती देखने के लिए लोग अपनी फैमिली के साथ में आते हैं और यहां पर कई दिनों तक रुकते हैं। यहां पर आने वाले पर्यटकों का मन इस जगह की खूबसूरती को लेकर आकर्षित हो जाता है, जिस वजह से यहां पर कई-कई दिनों तक पर्यटक निवास करते हैं।
बता दें कि वर्ष 1840 में इस खूबसूरत जगह की जानकारी अंग्रेजों को लग गई थी, जिसके बाद अंग्रेजों ने इसे अपने कब्जे में कर दिया था। उस समय यहां के स्थानीय राजाओं का शासन था, जिसे मार कर अंग्रेजों ने अपना शासन स्थापित कर दिया और यहां पर भी ईस्ट इंडिया कंपनी का झंडा लहरा कर व्यापार का प्रमुख केंद्र बना दिया था। अंग्रेजों ने यहां पर अपने मुख्यालय खोल दिए और अंग्रेजों द्वारा यहां पर ही 2 महीना तक द्वितीय विश्व युद्ध की लड़ाई की गई थी।
कोहिमा पर्यटन स्थल (Kohima Tourist Places in Hindi)
कोहिमा शहर का नाम अंग्रेजों ने अपने शासनकाल में रखा था, जो वर्तमान समय में देश और दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यहां पर एक बार आने वाले पर्यटक बार-बार जाने का विचार करते हैं, यहां की खूबसूरती लोगों के दिलों में बैठ जाती हैं।
अत्यंत खूबसूरत वादियां, ऊंचाई से बनने वाले झरने, घने जंगल, पहाड़ी क्षेत्र, गहरी घाटियां, ऊंची ऊंची हिमालय की चोटियां, शांति से बनने वाले झरने, नदियां तालाब और पशु पक्षियों के चहकने-महकने की आवाज, लोगों को स्वर्ग की अनुभूति कराता है। इसीलिए यह जगह इतनी लोकप्रिय है।
कोहिमा संग्रहालय
वर्तमान समय में यहां की संस्कृति, सभ्यता, रीति-रिवाज, धार्मिक वेशभूषा इत्यादि आपको यहां के जनजाति और आदिवासी लोगों के रूप में देखने को मिल जाती हैं। फिर भी यहां के ऐतिहासिक और प्राचीन समय के कुछ वस्तुएं और कला संस्कृति है, जिसे कोहिमा संग्रहालय में सुरक्षित रखा गया है।
यहां पर आने वाले पर्यटक कोहिमा संग्रहालय में प्राचीन काल के रंगीन पारंपरिक कपड़े, यहां के कला संस्कृति, जूते, कुछ उपकरण, बर्तन, संगीत वाद्य यंत्र इत्यादि देखते हैं।
शीलोई झील
यह झिल अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है, यहां पर आने वाले पर्यटक मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। यह आडी-टेडी आकार से बहती हुई अपने गंतव्य तक पहुंचती है। चारों तरफ ऊंची ऊंची घटिया और चोटियों से गिरी हुई या झिल देखने में काफी शानदार लगती है। कोहिमा घूमने के लिए आने वाले पर्यटक एक बार इस झिल पर जरूर आते हैं।
इसकी चर्चा दूर-दूर तक है। यह अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है। इस झिल के बहने का अपना तरीका काफी लाजवाब है। खूबसूरत पहाड़ी वादियों से निकलकर बहने वाली यह झिल किसी स्वर्ग से कम नहीं लगती है, कोहिमा शहर से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस झिल पर हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
नागा मार्किट
नागा प्रजातियों की संस्कृति को जीवित रखने के लिए नागा मार्केट का निर्माण किया गया है। यह एक अत्यंत प्राचीन मार्केट है। जहां पर पारंपरिक नागा प्रजाति के कपड़े मिलते हैं, नागा प्रजाति से संबंधित हस्तशिल्प की वस्तुएं, खाद्य पदार्थ, विभिन्न प्रकार के व्यंजन, महिलाओं के वस्त्र, वेशभूषा, वस्तुएं, सामान, इत्यादि मिलते हैं।
यहां पर आने वाले पर्यटक काफी खुश नजर आते हैं। यह एक रंग-बिरंगा और अद्भुत व आकर्षक मार्केट है, जो यहां की संस्कृति को दर्शाता है।
कोहिमा जू
खूबसूरत वादियां और प्राकृतिक झाड़ियों के बीच स्थित यह चिड़ियाघर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यहां पर आने पर अनेक सारे वन्य जीव जंतु निवास करते हैं, जो पर्यटकों का मनोरंजन करते हैं। यहां पर आसपास का नजारा बेहद आकर्षक और लुभावना लगता है।
यहां पर आने वाले पर्यटक मनमोहित हो जाते हैं। यहां से देखने का नजारा प्रकृति का वास्तविक रूप दर्शाता है। यहां पर रहने वाले सभी छोटे बड़े और खूंखार जानवर खुले ही घूमते हुए नजर आते हैं। इसीलिए यहां पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है।
तौफेमा गाँव
आपने अपने जीवन में अनेक सारे गांव देखें होंगे, लेकिन तौफेमा गांव जैसा गांव आपने पहले कभी नहीं देखा होगा। क्योंकि यह गांव देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इसकी खूबसूरती को हरी-भरी पहाड़ियां और ऊंची ऊंची चोटियों चार चांद लगा देती है।
यहां पर नागालैंड की सांस्कृतिक, विरासत देखने को मिलती है। यहां पर रहने वाले नागा जनजाति के लोग तथा आदिवासी लोग अपनी संस्कृति सभ्यता और रीति रिवाज का बखान करते हैं। यहां की जनजाति और आदिवासी लोग पर्व तथा त्यौहारों को धूमधाम से मनाते हैं, जिसकी पूरे देश भर में चर्चा होती हैं।
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नागा हेरिटेज विलेज
नागा हेरिटेज विलेज नाम से मशहूर स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षक का प्रमुख केंद्र है। इस विलेज को सरकार ने नागा प्रजाति की संस्कृत के लिए बनवाया था। यहां पर नागा प्रजाति तथा नागालैंड की सभ्यता और संस्कृति का अहम हिस्सा देखने को मिलता है।
हर वर्ष यहां पर हॉर्नबिल फेस्टिवल मनाया जाता है। इस फेस्टिवल में नागालैंड प्रशासन की तरफ से स्थानीय संस्कृति को प्रदर्शित करने जाता है।
कोहिमा युद्ध कब्रिस्तान
कोहिमा युद्ध कब्रिस्तान यह कैसी जगह है, जहां लोग घूमने तो आते हैं और लोगों को श्रद्धांजलि देकर जाते हैं। बता दें कि यहां पर लगभग 2 महीनों तक द्वितीय विश्व युद्ध लड़ा गया था। यहां पर हमारे भारत के वीर जवान शहीद हुए थें। जिनकी कब्र यहां पर बनी हुई है।
इस कब्रिस्तान पर आने वाले पर्यटक पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं। यहां पर खूबसूरत स्मारक बने हुए हैं तथा आसपास पार्क का भी निर्माण किया गया है, जो दिखने में काफी खूबसूरत और लाजवाब रखते हैं। सन् 1944 में यह युद्ध स्मारक बनवाया गया था। यहां पर अनेक प्रकार के रंग बिरंगे फूलों का बगीचा लगा हुआ है, जो खूबसूरती का चार चांद लगा देते हैं।
खोनोमा गांव
यह एक अत्यंत हरा-भरा और खूबसूरत गांव है, जो अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यह गांव कोहिमा शहर से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां पर हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। बता दें कि इस गांव को नागा शासकों की आखिरी निशानी के तौर पर देखा जाता है क्योंकि यहां पर ही नागा राजाओं ने अंग्रेजों से युद्ध करते हुए वीरगति प्राप्त की थी, इसके बाद नागा शासकों का अंत हो गया था।
यहां पर अनेक सारे ऊंचे-ऊंचे स्थल हैं। पहाड़ी क्षेत्र हैं, मैदानी क्षेत्र है, पठारी क्षेत्र है, घुमावदार पहाड़ियां है, सीडी दार खेत है, ढलान वाली घटिया है, बहती नदियां और झरने हैं। जो प्रकृति का वास्तविक रूप दर्शाते हैं। यहां से स्वर्ग जैसा अनुभव महसूस होता है। पर्यटक यहां पर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। ऐसी खूबसूरती और कहीं पर देखने को नहीं मिलती है।
रूज़फेमा मार्केट
यह मार्केट नागालैंड की सांस्कृतिक, हस्तशिल्प, कुटीर उद्योग, रंग-बिरंगे वस्त्र, सभ्यता, संस्कृति के तौर पर जाना जाता है। यहां पर अनेक सारी ऐसी वस्तुएं देखने को मिलेगी, जो यहां की संस्कृति को दर्शाती है। यहां पर लोग शॉपिंग करने के लिए आते हैं और मौज मस्ती करने के लिए भी आते हैं।
यहां पर आने वाले लोग कई कई घंटे तक घूमते हैं और शॉपिंग करते हैं। यह एक अत्यंत खूबसूरत मार्केट हैं, जो पर्यटकों की दृष्टि से शॉपिंग के अलावा दार्शनिक स्थल भी है। यहा पर होटल और रेस्टोरेंट हैं, जो पर्यटकों को लंबे समय तक यहां पर घूमने और फिर ने की अनुभूति करवाते हैं।
कोहिमा बोटैनिकल गार्डन
इस गार्डन पर ज्यादातर फैमिली वाले लोग आते हैं। खूबसूरत नजारे और प्राकृतिक दृश्य देखने के लिए यहां गार्डन सबसे अच्छा विकल्प है। यहां पर आने वाले पर्यटक कई दिनों तक यहां पर ही रहते हैं। इस गार्डन के आसपास अनेक सारे होटल्स बने हुए हैं, जहां पर पर्यटक अपनी सुविधा अनुसार विश्राम कर सकते हैं।
यह गार्डन स्वर्ग के जैसा अनुभव करवाते हैं। यहां पर आने वाली प्राकृतिक और ठंडी हवाएं पर्यटकों का मनोरंजन करवाती है तथा प्रकृति का बेहतरीन अनुभव भी करवाती है।
जापफू चोटी और डज़ुकौ घाटी
प्राकृतिक और लुभावने नजरों के लिए यह चोटी और घाटी जानी जाती है। इस घाटी को स्थानीय लोग देसी स्विजरलैंड भी कहते हैं, क्योंकि इसकी खूबसूरती स्विजरलैंड से बिल्कुल भी कम नहीं है। इसकी सुंदरता को देखने के लिए लोग दूर-दराज से आते हैं। यह एक अत्यंत खूबसूरत और वादियों में बसा हुआ है।
जहां एक तरफ घाटी तो दूसरी तरफ छोटी स्थित है। इसकी खूबसूरती देखने में लाजवाब लगती है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 3000 मीटर से भी ज्यादा है, जो भारत के सबसे ऊंचे स्थल में से एक हैं। इस घाटी और चोटी का नजारा देखने में काफी अद्भुत और आकर्षक लगता है। इसलिए यहां पर काफी सारे फोटोग्राफर भी आते हैं, जो इसकी खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद करते हैं।
कोहिमा कैथेड्रल
कोहिमा कैथेड्रल आशा और शांति का केंद्र है, जो कोहिमा शहर के केंद्र में स्थित है। बता दें कि यहां पर जापानियों से कोहिमा की लड़ाई के बाद इस का निर्माण करवाया गया था। यह पूरे एशिया का सबसे बड़ा कैथेड्रल है। इसकी सुंदरता काफी अद्भुत और आकर्षक लगती है।
यह नागालैंड और जापान की वास्तुकला का बेहतरीन नमूना देखने को मिलता है। टूरिस्ट की दृष्टि से यहां पर आकर्षक केंद्र है। आमतौर पर घूमने वाले लोग परिवार के साथ ही आते हैं। इसके आसपास का नजारा भी काफी लुभावना नजर आता है।
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कोहिमा घूमने का सबसे अच्छा समय
कोहिमा एक अत्यंत ठंडा और हरा भरा शहर है, जो नागालैंड की पहाड़ी राजधानी भी है। यहां पर आपको गर्मियों की ऋतु में जाना चाहिए। आमतौर पर यहां लोग सर्दी की ऋतु हमें भी जाते हैं लेकिन आप गर्मी की ऋतु में भी ठंड का एहसास के लिए जा सकते हैं, लेकिन इस बात का याद रखें कि वर्षा ऋतु में इस जगह से दूरी बनाए रखें क्योंकि यह अत्यंत ऊंचाई पर स्थित शहर है, जो वर्षा के समय खतरा बना रहता है।
यदि आपने कोहिमा घूमने जाने का प्लान बना लिया है, तो आपको सर्दियों का समय ही चयन करना चाहिए। सर्दियों का समय यहां का वातावरण अनुकूल रहता है। आप अपने दोस्तों के साथ या परिवार के साथ यहां पर घूमने के लिए जा सकते हैं।
कोहिमा का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन
यदि आप कोहिमा घूमने के लिए जा रहे हैं और आप इस बात से परेशान हो रहे हैं कि वहां पर खाने के लिए क्या मिलेगा? तो हम आपको बता दें कि यहां पर अनेक तरह के व्यंजन और भोजन खाने के लिए मिल जाएंगे, जो आमतौर पर भारत के बड़े-बड़े होटल और रेस्टोरेंट पर मिलते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां पर पर्यटक स्थल के आस-पास बड़े-बड़े होटल उपलब्ध है।
बड़े-बड़े रेस्टोरेंट उपलब्ध है, जहां पर आपको हर तरह का खाना मिल जाएगा। इसके अलावा यहां कई स्थानीय खाने की बात करें, तो यहां पर आलू की सब्जी, उबले हुए आलू की सब्जी, चावल, चावल से बने हुए आहार, चटनी, पत्तेदार सब्जियां, फलदार सब्जियां, इसके अलावा मांसाहारी भोजन भी उपलब्ध है। इसके अलावा भी चीनी भोजन भी उपलब्ध है। आप अपनी इच्छा और स्वाद के अनुसार कोई सा भी भोजन कर सकते हैं।
कोहिमा में कहां पर रुकें
कोहिमा में घूमने हेतु जाने वालों को इस बात की बिल्कुल भी फिक्र नहीं करनी चाहिए, कि वहां पर घूमने के दौरान रुकने की क्या व्यवस्था है? कहां पर रुकेंगे? बता दें कि कोहिमा में अनेक सारे बड़े-बड़े होटल है, जहां पर आप विश्राम कर सकते हैं। यहां पर लग्जरी होटल्स, सामान्य बजट के होटल्स और फाइव स्टार होटल्स भी उपलब्ध है।
FAQ
कोहिमा घूमने के लिए फ्लाइट से जा सकते हैं, बस के द्वारा जा सकते हैं, रेल से जा सकते हैं या फिर खुद की गाड़ी लेकर भी जा सकते हैं। आप अपनी सुविधा अनुसार और इच्छा अनुसार किसी भी विकल्प का चयन कर सकते हैं।
यदि आप फ्लाइट से जाना चाहते हैं, तो उसके लिए आपको अपने शहर के हवाई अड्डे यानी एयरपोर्ट से कोहिमा को जाने वाली फ्लाइट में टिकट लेकर बैठना होगा। कुछ ही समय में आपको कोहिमा पहुंचा दिया जाएगा।
भारत के सभी कोने-कोने में रेलमार्ग बिछाया हुआ है, इसीलिए आप अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन से कोहिमा जाने वाली रेल में ट्रेन का टिकट लेकर बैठ जाएं, आपको कोहिमा पहुंचा दिया जाएगा।
वर्तमान समय में संपूर्ण भारत में सड़कों का जाल बिछाया हुआ है। इसलिए आप अपने क्षेत्र से बस द्वारा कोहिमा पहुंच सकते हैं। कोहिमा को जाने वाली बस में बैठ कर आप कोहिमा पहुंच सकते हैं।
निष्कर्ष
कोहिमा नागालैंड की पहाड़ी राजधानी है, जो भारत के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। यह एक अत्यंत ऊंचाई पर स्थित खूबसूरत शहर है, जो अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। आज के इस आर्टिकल में हमने आपको कोहिमा में घूमने की जगह ( Kohima Me Ghumne ki Jagah) के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की है। यह भी बताया है कि आप कोहिमा में किस जगह पर क्या देख सकते हैं? कब व कैसे घूमने के लिए जा सकते है?
हम उम्मीद करते हैं कि हमारे द्वारा दी हुई यह जानकारी आपके लिए जरूर उपयोगी साबित हुई होगी। यदि आपको यह आर्टिकल पसंद आया है, तो इसे अपने मित्रों के साथ जरूर शेयर करें। और यदि आपका कोई प्रश्न है, तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। जल्द से जल्द हम आपके प्रश्न का उत्तर देने की पूरी कोशिश करेंगे।
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