Kerala Me Ghumne ki Jagah: दक्षिण भारत में सबसे ज्यादा घूमने वाली जगहों में केरल का नाम सबसे पहले आता है। साउथ का यह राज्य घूमने के शौकीन लोगों का ध्यान सबसे पहले अपनी ओर खींचता है।
नारियल, काजू, चाय, रबर और स्पाइस घोस्ट ऑफ इंडिया कहा जाने वाला केरल इसके पर्यटन विभाग द्वारा दिए गए नाम “God’s Own Country” के लिए बहुत फेमस है। प्रकृति की गोद में बसा केरल आपको शांति, सुकून और रोमांच से भरी एक यादगार यात्रा देने के लिए पर्याप्त है।
सबसे ज्यादा शिक्षित और सबसे कम भ्रष्ट होने का गौरव भी केरल को प्राप्त है। जगह-जगह ताल और नारियल के वृक्षों से घिरा हुआ केरल, हाउसबोट, चाय के बागान मसालों की खेती वाला केरल, धर्म कर्म और संस्कृति से जुड़ा हुआ केरल हर तरफ से आप का मन मोह लेगा।
आज अपने आर्टिकल में हम आपको केरल में घूमने की जगह (places to visit in kerala), केरल घूमने का सही समय (best time to visit kerla), केरल घूमने का खर्चा (kerala ghumne ka kharcha), केरल कैसे जाये और उससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण बातें बताएंगे। तो आइए बिना समय गवाएं इस आर्टिकल को पढ़ते हैं और केरल में घूमने की जगह से संबंधित जानकारी प्राप्त करते हैं।
केरल में घूमने की जगह | Kerala Me Ghumne ki Jagah
केरल के बारे में रोचक तथ्य
केरल से जुड़े कुछ बेहद महत्वपूर्ण और रोचक तथ्य निम्न हैं:
- केरल संस्कृत भाषा के संरक्षण के लिए जाना जाता है। यहां श्री शंकराचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय केरल के एर्नाकुलम जिले में स्थित है।
- कोझीकोड केरल का वह कालीकट बंदरगाह है, जहां पुर्तगाली वास्कोडिगामा 1498 में आया था।
- भारत का पहला मिट्टी का संग्रहालय केरल के पारोटूकोनम में स्थित है।
- प्राचीन काल के दौरान केरल पुर्तगाली, डच, फ्रेंच, रोमन, ब्रिटिश, यूनानी, चीनी और आरा जैसे कई यात्रियों और व्यापारियों को मसालों की मेजबानी करता था, जिस कारण केरल को ‘स्पाइस घोस्ट ऑफ इंडिया’ के नाम से जाना जाता है।
- केरल राज्य में ओणम त्योहार बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। यह त्यौहार वहां पर किसान फसल कटाई के समय मनाते हैं। इस दौरान वे काटे गए फसल से धान को निकाल कर उसकी खीर बनाते हैं और सूर्यदेव को चढ़ाते हैं।
- केरल राज्य के बारे में एक बहुत ही रोचक बात है कि वहां पर लोग नवरात्रि को सरस्वती पूजा के रूप में मनाते हैं। यानी कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की जगह पर भी मां सरस्वती की पूजा करते हैं।
- केरल में एक से बढ़कर एक सुंदर परिदृश्य, स्मारक तथा पर्यटन स्थल है, जो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करते हैं। यही कारण है कि हर साल केरल में 10 मिलियन से भी अधिक पर्यटक केरल घूमने आते हैं।
- केरल के पलायूर में भारत के सबसे पुराने चर्च में से एक साइरो मालाबार कैथोलिक चर्च स्थित है, जिसे परंपरागत रूप से 52 ईसवी में स्थापित किया गया था। इस चर्च को जीसस क्राइस्ट के बारह प्रेरितों में से एक सेंट थॉमस द्वारा स्थापित किया गया था।
- केरल में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा मलयालम है, जो कि हां की आधिकारिक भाषा भी है।
- केरल के पद्मनाभ स्वामी मंदिर को दुनिया के सबसे अमीर हिंदू मंदिर होने का गौरव प्राप्त है।
- केरल राज्य में वलमकलीय नौका दौड़ बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध है। इस दौड़ को महाशिवरात्रि के अवसर पर पेरियार नदी में आयोजित किया जाता है।
- केरल में पंबा नदी के तट पर हर साल मरमोंन सम्मेलन होता है, जो एशिया में होने वाला ईसाइयों का सबसे बड़ा सम्मेलन है।
- केरल को ‘भगवान का अपना देश’ भी कहा जाता है।
केरल टूरिस्ट प्लेस (Kerala Tourist Places in Hindi)
प्राकृतिक धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का धनी साउथ का राज्य केरल जहां घूमने के लिए इतने स्थान है कि आपको यहां अच्छे से घूमने के लिए कम से कम 10 दिन और अधिक से अधिक एक महीना लगेगा। तो आइए केरल के कुछ ऐसे पर्यटन स्थलों के बारे में जानते हैं, जिन्हें घूमे बिना आपकी केरल यात्रा पूरी नहीं होगी।
अल्लेप्पी (अल्लपुजा)
केरल में सबसे ज्यादा घुमा जाने वाला पर्यटन स्थल है एलेप्पी, यहां की खूबसूरत वादियां आप का मन मोह लेंगी। यह जगह अपने बैकवॉटर और हाउसबोट के लिए फेमस है। यहां आप हाउस बोटिंग भी कर सकते हैं और इसमें रात को रुक भी सकते हैं।
अल्लेप्पी में आयुर्वेद स्पा और वैलनेस सेंटर भी उपलब्ध है। यदि आप केरल आए और अल्ले पीना घूमे तो आप की केरल यात्रा पूरी नहीं मानी जाएगी। भारत का वेनिस कहा जाने वाला शहर अलेप्पी केरल की यात्रा में एक अलग ही महत्व रखता है।
यदि हम पूरे केरल की सुंदरता को एक तरफ रख दें और केवल अल्लेप्पी की सुंदरता को देखें तो यह शहर किसी स्वर्ग से कम नहीं है। इसीलिए हर पर्यटक सबसे पहले इसी शहर की ओर आकर्षित होता है।
मुन्नार
हनीमून डेस्टिनेशन कहा जाने वाला मन्नार केरल का बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यहां के हरे-भरे जंगल चाय के बागान पश्चिमी घाटियां और हिल स्टेशन फेमस है।
यहां आपको ट्रैकिंग और कैंपिंग जैसी एक्टिविटीज करने में बहुत मजा आएगा। आप यहां फोटोग्राफी का आनंद भी ले सकते हैं। फेमस एरविकुलम नेशनल पार्क भी यही है स्थित है।
कोच्चि
क्वीन आफ अरेबियन सी कहा जाने वाला कोच्चि अपने विशाल और व्यापारिक बंदरगाह के लिए जाना जाता है, जोकि लगभग 600 सालों से कार्यशील है। यह जगह हरे-भरे जंगलों स्थानीय मसालों की दुकानें और मार्केटप्लेसिस के लिए फेमस है। यह प्राचीन काल से ही पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है।
यहां पर सबसे पहला यूरोपीय चर्च स्थित है और कई बीच है, जहां आप पैदल चलना काफी पसंद करेंगे। इसके अलावा यहां आपको सबसे पुराने पुर्तगाली घर भी देखने को मिलेंगे, जो आपको अलग ही एहसास कराएंगे। यहां के मार्केटप्लेसिस पर आपको जरूरत की सारी चीजें उपलब्ध हो जाएंगी।
पूवर
अभी कोई पर्यटक केरल में शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के बीच कुछ पल बिताना चाहता है तो केरल में अरब सागर और नैय्यर नदी के बीच में स्थित आइलैंड पर बसा का एक छोटा सा शहर पूवर घूमने जा सकता है। यहां पर पर्यटक प्रकृति के सुंदर वादियों मैं आनंद ले सकता है। यहां पर मछली पकड़ने का भी आनंद ले सकते हैं।
यहां तक कि है जगह मछली पकड़ने के लिए ही ज्यादा प्रसिद्ध है, इसीलिए इस जगह को फिशिंग विलेज के नाम से भी जाना जाता है। पूवर के गोल्डन सैंड बीच में पर्यटक ऊंट सवारी ऊंट घुड़सवारी का भी आनंद ले सकते हैं।
पुवर बीच पर सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देखने का भी भरपूर आनंद ले सकते हैं। यहां पर बोट राइडिंग के द्वारा स्वेम्प फॉरेस्ट खूबसूरत नजारों को देखने की व्यवस्था की गई है। यहाँ का Poovar Beach और नय्यर नदी के संगम स्थल के समीप उत्तम दर्जे का रिसोर्ट पर्यटकों के बीच खास आकर्षण का केंद्र है।
यदि आप बसंत ऋतु में यहां पर आते हैं तो बोटिंग के दौरान स्वेम्प फॉरेस्ट के खूबसूरत फूलों के मनमोहक नजारे आपको ऐसा महसूस कराएंगे मानो आप एक अलग ही दुनिया में आ गए हो। यहां पर नैय्यर नदी के बीच में एलीफेंट रॉक स्थित है, जो काफी ज्यादा फेमस और देखने लायक जगह है।
पेरियार नेशनल पार्क
पेरियार नेशनल पार्क केरल के प्रसिद्ध और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। हरे भरे पेड़ पौधों से घिरा यह प्राकृतिक पेरियार नेशनल पार्क को भारत का सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व में से एक गिना जाता है।
इस पार्क में एक लेक भी है, जहां पर आप बोट राइडिंग का मजा ले सकते हैं। यह लेक 100 साल पुराना मानव निर्मित पार्क है। यह लेक इस पार्क की शोभा है। पशु पक्षियों से प्रेम करने वाले पर्यटकों के लिए भी यह नेशनल पार्क केरल के मुख्य आकर्षण पर्यटक केंद्र में से एक है।
यहां पर कई सारी प्रजातियों के जानवर और पंछी देखने को मिलते हैं, जिसमें हाथियों का झुंड, जंगली सूअर, जंगली कुत्ते, लंगूर की प्रजातियां, हिरन, टाइगर, सांभर जैसे विभिन्न प्रकार के जानवर और विभिन्न प्रकार की जीवधारिया भी शामिल है। यहां पर जीप सफारी और बोट क्रूज इत्यादि उपलब्ध है, जिसके माध्यम से आप इस नेशनल पार्क को अच्छे से घूम सकते हैं।
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वायनाड
केरल का वायनाड यहां स्थित हिल स्टेशन यहां की खूबसूरत वादियां और हरे-भरे जंगलों के लिए फेमस है। यदि आप शांति में कुछ पल बिताना चाहते हैं और ट्रैकिंग कैंप इन जैसी एक्टिविटीज करना चाहते हैं तो आप यहां आ सकते हैं।
यहां स्थानीय मसालों की खेती की जाती है। यहां बहुत से लक्ज़ीरियस रिसोर्ट है, जहां रुक कर आप आराम फरमा सकते हैं। यहां का वन्यजीव अभयारण्य, खूबसूरत हिल स्टेशन, घुमावदार घाटियाँ, ऊंचे ऊंचे पहाड़ और झरने बेहद मनमोहक है।
श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर
केरल का श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। भगवान विष्णु का यह सबसे प्राचीन मंदिर है और पूरी दुनिया का सबसे अमीर मंदिर होने का गौरव भी इसी मंदिर को प्राप्त है। इस मंदिर की अद्भुत कला देखते ही बनती है।
मंदिर के अंदर मूर्तियों की वास्तुकला को देखकर आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। केरल का यह मंदिर जितना पुराना है, उतना ही सुंदर भी यह इतना सुंदर है। आप यहां आने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।
कोवलम
ग्रामीण जीवन और बीच का संगम कहा जाने वाला कोवलम केरल का एक बहुत ही सुंदर गांव है, जहां पर तीन बीच लाइटहाउस बीच समुद्र बीच और हवाह बीच स्थित है, जो इसकी खूबसूरती को चार चांद लगाते हैं। यह पूरा इलाका लंबे-लंबे नारियल के पेड़ों से घिरा हुआ है।
यहां पर आपको ताजा नारियल का स्वाद चखने मिल सकता है। साथ ही यहां से आप खरीदारी भी कर सकते हैं। यहां पारंपरिक मसाले लकड़ी की मूर्तियां और हस्तशिल्प से बनी हुई वस्तुएं मिलती हैं। योगा और ध्यान लगाने के लिए भी यह जगह उत्तम है।
तिरुवनंतपुरम
तिरुवंतपुरम केरल की राजधानी है, इसे त्रिवेंद्रम के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर को अनन्त भगवान का शहर भी कहा जाता है। पर्यटन की दृष्टि से तिरुवंतपुरम केरल के मुख्य शहरों में से एक है। यह शहर धार्मिक दृष्टि से भी बहुत महत्त्व रखता है।
यहां पर केरल वासियों के लिए प्रमुख आस्था का केंद्र पद्मनाभस्वामी मंदिर है, जिसे भारत के सबसे अमीर मंदिरों में से एक माना जाता हैं। इस मंदिर का दर्शन करने के लिए श्रद्धालु देश भर से यहां पर आते हैं।
यहां पर खूबसूरत संग्रहालय और मेहल भी आपको देखने को मिलेंगे, जहां पर आप केरल के इतिहास से जुड़ी बहुत सी खूबसूरत चीजों को देख सकते हैं। तिरुवनंतपुरम में वेळी नामक खुबसूरत टूरिस्ट विलेज है। केरल की यात्रा के दौरान इस जगह को विजिट जरूर करें।
देवीकुलम
देवीकुलम केरल में स्थित एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जो पर्यटन की दृष्टि से काफी ज्यादा लोकप्रिय है। यह हिल स्टेशन समुद्र तल से 1800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह हिल स्टेशन मुन्नार से 8 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां के घाटियों में बाइक राइडिंग करने का अलग ही मजा है।
यहां आस-पास चाय और मसालों के हरे भरे बागान भी हैं, जो यहां की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। इतना ही नहीं यहां पर खूबसूरत झील और झरने भी हैं, जिनकी खूबसूरत तस्वीर आप ले सकते हैं। यहां पर सीता देवी नाम का एक लेक भी है, जो काफी प्रचलित है।
यहां के स्थानीय वासी मानते हैं कि इस झील में मां सीता ने स्नान किया था, इसीलिए इस लेक का नाम सीता देवी है। अगर आप केरल आते हैं तो देवीकुलम हिल स्टेशन देखने जरूर आएं। यहां पर आपको ठहरने की चिंता करने की भी जरूरत नहीं है। यहां पर आपको एक से बढ़कर एक बेहतरीन होटल और रिसॉर्ट मिल जाएंगे।
थेक्कड़ी
इडुक्की जिले में स्थित यह एक पर्वतीय स्थल है, जोकि पेरियार नेशनल पार्क जाने के लिए प्रसिद्ध है। यहां विलुप्त जीवो की और दुर्लभ पक्षियों की 200 से अधिक प्रजातियां उपलब्ध है।
यदि आप हरी-भरी जंगलो के बीच नदी में बैठकर नौकायन का आनंद लेना चाहते हैं तो यहां जरूर जाएं।
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कुमारकोम
भारत की दूसरी सबसे बड़ी झील वैंबनाड़ झील के पास बसा एक गांव कुमार कोम पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यह जगह अपने बैकवॉटर रिसॉर्ट और बहुत बड़े पक्षी अभयारण्य के लिए भी फेमस है।
वर्कला
केरल के दक्षिणी भाग में स्थित अरब सागर के तट पर बसा यह छोटा सा शहर यहां की एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए काफी फेमस है। यहां पर हिंदू संस्कृति के कई फेमस मंदिर स्थित है जैसे कि जर्दना स्वामी मंदिर, विष्णु मंदिर और शिवगिरी मठ।
केरल में खाने के लिए क्या-क्या फेमस है?
वैसे तो केरल के डोसा, इडली सांभर से सभी परिचित हैं। लेकिन इसके अलावा भी केरल के बहुत से स्थानीय पकवान हैं, जो काफी प्रसिध्द हैं। यहाँ चावल और नारियल से बनी रेसिपीज लोगों को काफी पसंद आती हैं, पारंपरिक तरीके से केले के पत्ते पर परोस कर खाया जाने वाला भोजन केरल को और अधिक खास बनाता है।
ओणम जैसे विशेष त्यौहार के अवसर पर सध्या नामक पकवान काफी फेमस है। इसके अलावा बहुत सी मिठाइयां और वेज, नॉन वेज खाने के आइटम्स कुछ इस तरह है:
- एरिसेरी
- अप्पम
- इला सादा
- केले के पकौड़े
- केले के चिप्स
- पोरोटा बीफ
- अवियल
- पाथिरि
- मालाबार बिरयानी
- अलेप्पी फिश करी
- परिप्पू करी
- पुट्टू और काडला करी
- इडियप्पम
- चिकन फ्राई
- प्रोन करी
- चट्टी पाथरी
- उड़ा प्रथमन
- पालदा पायसम
- मालाबार परोटा
- डोसा घी रोस्ट विथ सांभर
केरल में रुकने की जगह
पूरे केरल में आपको रुकने के लिए किसी भी जगह पर होटल और रिसोर्ट आदि की सुविधा मिल जाएगी। आपको कहीं भी रुकने के लिए दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
बशर्ते होटल और रिसॉर्ट का खर्चा थोड़ा ज्यादा होगा (लगभग 1500 से 3000 रुपए) और यदि आप हाउसबोट या हाउसबोट ग्रुप यूज़ करना चाहते हैं तो लगभग 4000 से 5000 के बीच खर्च होगा।
केरल घूमने जाने का सबसे सही समय (Best Time to Visit Kerala)
केरल में घूमने के लिए यदि सही समय की बात करें तो केरल का ऑन सीजन सितंबर से मार्च तक रहता है, जो कि सर्दियों के बाद का समय है। इस समय केरल का तापमान यहां घूमने के लिए काफी अच्छा माना जाता है।
केरल कैसे पहुंचे?
केरल पहुंचने के लिए आप सड़क मार्ग रेल मार्ग और हवाई मार्ग तीनों सुविधाओं में से किसी का भी अपनी आवश्यकतानुसार चयन कर सकते हैं।
सड़क मार्ग
केरल का सड़क मार्ग आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु राज्य से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। आप बस या अपने वाहन से अपनी सुविधा अनुसार यहाँ पहुँच सकते हैं। केरल का रोड नेटवर्क पूरे भारत में अच्छी तरह फैला हुआ है।
रेल मार्ग
केरल का कोच्चि स्थित एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन है और यह देश के सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन जैसे दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, अहमदाबाद, लखनऊ और जयपुर जैसे रेलवे स्टेशनों से जुड़ा हुआ है, तो आप रेल मार्ग द्वारा बड़े आराम से यहां पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग
यदि आप हवाई मार्ग द्वारा केरल पहुंचना चाहते हैं, तो कुछ स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा देश के सभी शहरों से जुड़ा हुआ है। आप फ्लाइट से भी यहाँ आ सकते हैं।
भारत के मुख्य शहरों से केरल की दूरी
शहर का नाम | केरल की दूरी (KM में) |
दिल्ली | 2,617.1 |
जयपुर | 2,215.9 |
जोधपुर | 2,216.9 |
कोलकाता | 2,217.5 |
मुंबई | 1,263.9 |
बैंगलोर | 463.9 |
अहमदाबाद | 1,774.1 |
हैदराबाद | 1,031.6 |
चेन्नई | 607.2 |
केरल कैसे घूमें?
केरल घूमने के क्रम में सबसे पहले आपको कोच्चि पहुँचना होगा। यदि आप फ्लाइट से जाते हैं तो कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेंगे और यदि आप ट्रेन से जाते हैं तो आप कोच्चि के एर्नाकुलम रेलवे स्टेशन पर पहुंचेंगे। यहां पहुंच कर आप इसी रेलवे स्टेशन के आसपास के होटल्स और रिजॉर्ट्स बुक कर सकते हैं और कोच्चि घूम सकते हैं।
इसके बाद कोच्चि से मन्नार, मन्नार से टेकड़ी और टेकड़ी से अल्लेप्पी। यदि आप केवल अल्लेप्पी तक घूमना चाहते हैं तो आप कोच्चि से अल्लेप्पी तक की यात्रा कर सकते हैं और वापस कोच्चि पहुंचकर अपनी यात्रा को समाप्त कर सकते हैं।
लेकिन यदि आप केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम घूमना चाहते हैं तो अल्लेप्पी से वापस त्रिवेंद्रम जाएं और वहां से आप ट्रेन या एयरपोर्ट सुविधा द्वारा वापस आ सकते हैं।
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केरल घूमने का खर्चा
यदि आप लगभग 10 दिनों का प्लान बना कर घूमने निकले हैं, तो आपको लगभग 20000 से 25000 रुपयों की जरूरत होगी। यह आंकड़ा एक व्यक्ति के लिए है और घूमने, खाने-पीने, ट्रैकिंग वगैरा सभी खर्चे मिलाकर है और बाकी निर्भर करेगा कि आप कितनी ज्यादा जगह घूमना चाहते हैं और यदि आप वहां से कुछ सामान लेकर आना चाहते हैं तो इसके लिए आपको थोड़ा और अधिक खर्च करना होगा।
यदि आप ऑफ सीजन घूमते हैं तब आपको ऑन सीज़न से कम पैसे लगेंगे और यदि आपको कोई ऑनलाइन पैकेज या ऑफर मिलता है तो आप का खर्च कम लगेगा।
केरल घूमने के लिए साथ में क्या रखे?
जब आप कहीं भी घूमने जाने की तैयारी कर रहे हैं तो सबसे जरूरी होता है पर्याप्त पैसे रखना। अपने साथ लेकर चले साथ ही कुछ कपड़े थोड़ा बहुत खाने पीने का सूखा सामान जैसे की बिस्किट, नमकीन और इमरजेंसी के लिए फर्स्ट एड और कुछ नॉर्मल सी दवाइयां भी साथ में रखकर चलें।
केरल फोटो गैलरी (Kerala Tourist Places Images)
FAQ
अल्लेप्पी, वायनाड, वरकला,मन्नार, पूवर, कोच्चि, देवीकुलम, कुमारकोम, पेरियार नेशनल पार्क, तिरुअनंतपुरम, ठेकड़ी, श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर, कोवलम, थ्रिसुर, नेललियामपेथी इत्यादि केरल में घूमने की जगह हैं।
केरल पहुंचने के लिए आपको सड़क रेल मार्ग और हवाई मार्ग तीनों सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। आप जिस भी स्टेट से हैं, वहां से आपको बस या ट्रेन या फिर फ्लाइट अवेलेबल हो जाएगी।
नहीं, केरल में आपको खाने से संबंधित कोई समस्या नहीं होगी।
केरल के विभिन्न शहरों को घूमने के लिए ऑटो रिक्शा, बस या कैब बुक करवा सकते हैं या फिर आप चाहे तो टू व्हीलर से लेकर फोर व्हीलर तक के वाहन रेंट पर ले सकते हैं।
हां, यहां पर जितनी मात्रा में नॉन वेज खाना उपलब्ध है, उतनी ही मात्रा में वेज भी जगह-जगह पर इडली सांभर, डोसा, अप्पम, मेंदू वडा, मिर्ची वड़ा और पकोड़े इत्यादि जैसे बहुत सारे स्ट्रीट फूड आपको आसानी से उपलब्ध हो जाएंगे।
केरल जाने की योजना बना रहे हैं तो इस राज्य के विभिन्न शहरों में बहुत सारी घूमने लायक जगह है। यदि आप पूरे केरल को घूमना चाहते हैं तो आपको 1 महीने से भी ज्यादा समय लग सकता है। लेकिन यदि आप केरल के कुछ निश्चित शहरों को देखना चाहते हैं तो 10 से 15 दिन की यात्रा का प्लान बना सकते हैं।
जी हां, आप को केरल में घूमने के लिए जगह जगह पर बस सुविधा उपलब्ध रहेगी और आप कार सुविधा के लिए कार की बुकिंग भी करा सकते हैं।
नहीं, यहां आपको भाषा संबंधित कोई समस्या नहीं होगी। यदि आप इंग्लिश जानते हैं तो बहुत अच्छी बात है और यदि आप इंग्लिश नहीं भी जानते तो भी वहां का गाइड स्ट्रक्चर आपको इतनी हिंदी में भी गाइड कर सकेगा जो आप समझ पाएंगे।
निष्कर्ष
केरल में घूमने की जगह (Kerala Me Ghumne ki Jagah) की जगह से संबंधित सारी जानकारी, इससे जुड़े तथ्य खर्चे रुकने की व्यवस्था खाने पीने की सुविधा और पहुंचने संबंधी सारी जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से दी गई है।
आशा है आपको यह आर्टिकल पढ़कर केरल घूमने से संबंधित सारी जानकारी मिल गई होगी, इसे आगे शेयर जरुर करें। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं।
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जानकारी के लिए धन्यवाद जी🙏
मेरा 14 मार्च का प्रोग्राम है
कालका हरियाणा से दिल्ली
दिल्ली से केरला