भारत के सबसे खूबसूरत राज्य कश्मीर के बारामुला जिले में स्थित एक बेहद ही सुंदर हिल स्टेशन गुलमर्ग है। गुलमर्ग धरती के स्वर्ग से कम नहीं है।
यहां की सुंदरता, प्राकृतिक दृश्य, शांत परिवेश, बर्फ से ढके पहाड़, हरे-भरे घास के मैदान, गहरी खाई, सदाबहार वन, आकर्षित पर्वत, पहाड़ियां और घाटियों से घिरा हुआ यह जगह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
कश्मीर का आकर्षक स्थल गुलमर्ग समुद्र तल से करीब 2730 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक बेहद ही सुंदर हिल स्टेशन है, जहां घूमने के बाद लोग इस जगह को भूल नहीं पाते हैं।
यदि आप भी अपने परिवार या दोस्तों के साथ घूमने लायक किसी अच्छे डेस्टिनेशन की तलाश कर रहे हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
इस लेख में गुलमर्ग कहां है, गुलमर्ग में घूमने की जगह (gulmarg tourist places in hindi), गुलमर्ग जाने का सही समय, गुलमर्ग कैसे पहुंचे आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे।
गुलमर्ग के बारे में रोचक तथ्य
गुलमर्ग जितना ज्यादा खूबसूरत और बेहतरीन पर्यटक स्थलों से परिपूर्ण है, उतना ही ज्यादा रोचक तथ्य से भी भरा हुआ है।
तो चलिए गुलमर्ग से जुड़े हुए कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानते हैं:
- गुलमर्ग की स्की ढलानों को दुनिया में सबसे अच्छा माना जाता है।
- 1580 से 1586 के दौरान मुस्लिम शासक युसूफ शाह चक अपने शासनकाल में अपनी पत्नी रानी हब्बा खातून के साथ गुलमर्ग यात्रा पर आया करते थे और इस यात्रा के दौरान उन्होंने इस जगह का नाम बदलकर गुलमर्ग रखा था, जिसका अर्थ होता है फूलों का मैदान।
- गुलमर्ग में अनेक किस्म के फूलों के पौधे हैं। कहा जाता है कि मुगल काल में जहांगीर ने गुलमर्ग से कई तरह के फूल के पौधों को लाकर अपने बगीचों में लगवाया था।
- ब्रिटिश काल के दौरान ब्रिटिश अधिकारी गुलमर्ग में गर्मियों के दौरान आराम करने के लिए आया करते थे। चूंकि अंग्रेजों को शिकार करने और गोल्फ खेलने का काफी शौक हुआ करता था। इसीलिए गुलमर्ग में गोल्फ के तीन कोर्स स्थापित किए गए थे।
- गुलमर्ग को अच्छे लोकप्रिय हनीमून डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है।
- इस जगह का नाम गुलमर्ग 16वीं सदी के चक वंश के सुल्तान सलमान युसूफ शाह ने रखा था।
- गुलमर्ग को पहले के समय में मूल रूप से शिव की पत्नी गौरी-मार्ग कहा जाता था।
- गुलमर्ग का गोल्फ कोर्स दुनिया का सबसे बड़ा गोल्फ कोर्स है।
- सीएनएन द्वारा 2011 में गुलमर्ग को एशिया में चौथा सबसे अच्छा स्की रिसॉर्ट के रूप में स्थान दिया गया है।
- गुलमर्ग शब्द का शाब्दिक अर्थ खिलने का क्षेत्र होता है।
गुलमर्ग में घूमने की जगह (Gulmarg Me Ghumne ki Jagah)
गुलमर्ग जम्मू कश्मीर में स्थित एक बेहद ही सुंदर और बर्फबारी वाला शहर है। गुलमर्ग को स्नोफॉल और हनीमून डेस्टिनेशन के रूप में जाना जाता है।
गुलमर्ग की खूबसूरती को बढ़ाने में यहां पर मौजूद पर्यटक स्थल और धार्मिक स्थल शामिल है। तो चलिए गुलमर्ग में मौजूद कुछ बेहतरीन पर्यटक स्थलों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
स्ट्रॉबेरी घाटी
स्ट्रॉबेरी घाटी गुलमर्ग में मौजूद सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थल में से एक है। यह जगह अपने अलग अलग प्रजाति वाले स्ट्रौबरी और अनेकों पौधों के कारण जाना जाता है।
गुलमर्ग की यात्रा करने आए पर्यटकों के लिए यह जगह एक शानदार जगह है। यह घाटी काफी हरा भरा और खूबसूरत है।
इस घाटी कि सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काफी है। यह जगह गुजरे जमाने की बॉलीवुड फिल्मों के पसंदीदा जगह है।
इस जगह पर बॉलीवुड की काफी फिल्मों की शूटिंग की गई है। पर्यटक गुलमर्ग के इस प्राचीन भाग तक पैदल जा सकते हैं या टट्टू की सवारी कर सकते हैं।
निंगले नाला
निंगले नल्ला गुलमर्ग से करीबन 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह जगह पर्यटकों को काफी पसंद आता है, क्योंकि यह जगह गुलमर्ग में स्नोफॉल देखने के लिए बेस्ट जगह है।
निंगले नाला और फिरोजपुर नाला की जोड़ी हरी-भरी घाटियों से बहने वाली दो पहाड़ी धाराएँ हैं।
यहां की ऊंची-ऊंची पहाड़ियों पर बर्फ के सफेद मोटे चादर फैले हुए हैं और यहां के पेड़ पौधों पर भी काफी सुंदर बर्फ के छोटे छोटे कण देखने को मिलते हैं, जो कि काफी ज्यादा मनमोहक प्रतीत होता है।
नालों के किनारे घास के चरागाह इन आकर्षणों को गुलमर्ग में कैंपिंग और पिकनिक के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक बनाते हैं।
कोंग डोरी गोंडाला
कोंग डोरी गोंडाला भी गुलमर्ग के सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। कोंग डोरी गोंडाला अपनी खूबसूरती एवं यहां पर होने वाले एक्टिविटी के लिए जाना जाता है।
कोंग डोरी गोंडाला दुनिया का सबसे ऊंचा दूसरा केबल कार वाला जगह है, जिसे पर्यटकों द्वारा काफी पसंद किया जाता है।
यह जगह भी अपनी सुंदर प्राकृतिक दृश्य, शांत परिवेश और बर्फबारी के लिए प्रसिद्ध है।
खिलनमर्ग
खिलनमर्ग गुलमर्ग के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल में से एक है। यह गुलमर्ग की ऊंची पहाड़ियों पर स्थित एक छोटी और मनमोहक घाटी है, जो कि बेहद खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य और बर्फ से ढके हुए पहाड़ियों से घिरा हुआ है।
यह जगह बर्फीली एक्टिविटी करने के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां पर हरे-भरे घास के मैदान, अल्पाइन जंगल और फूलों से लदी घाटियाँ मौजूद है।
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अलपाथेर झील
अलपाथेर झील गुलमर्ग में घूमने लायक सबसे आकर्षक स्थल में से एक है। यह झील पहाड़ियों के बीच में स्थित है। यह शांतिप्रिय वातावरण के लिए काफी प्रसिद्ध है।
यह झील चट्टानी पहाड़ों और हरे-भरे घास के मैदानों से घिरा हुआ है। यह जगह प्रकृति प्रेमियों के लिए बेहद ही शानदार जगह है।
इस झील में पानी ऊपर की पहाड़ियों पर जमी बर्फ के पिघलने से आता है। यह जम्मू कश्मीर के प्रमुख झीलों में से एक है, यहां पर फोटोग्राफी जैसी गतिविधियां भी की जाती है।
इस जगह पर गुलमर्ग के बिछी बर्फीली पगडंडियों के माध्यम से टट्टू की सवारी का भी आनंद लिया जाता है।
तंगमर्ग झरना
तंगमार्ग गुलमर्ग में पीर पंजाल पर्वत श्रेणी के ढलान पर स्थित एक खूबसूरत झरना है। यह गुलमर्ग से तकरीबन 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इसके अतिरिक्त यहां तक पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर का ट्रेक भी बना हुआ है, जिसके दौरान आप बर्फ से ढकी ऊंचे पहाड़, घने जंगल और सुंदर झरनों को देख सकते हैं। मुगल काल के दौरान यह जगह गुलमर्ग के प्रवेश द्वार के रूप में प्रख्यात था।
सर्दियों के दौरान य झरना कडकड़ी ठंड के कारण पूरी तरीके से जम जाता है। उस समय इसे देखने का और भी ज्यादा मजा आता है।
हालांकि गर्मियों के समय यहां पर पर्यटकों की काफी ज्यादा भीड़ रहती है। सर्दी और गर्मियों के दौरान यहां का मौसम वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी के लिए बहुत ही शानदार होता है।
इस जगह पर विशाल घास के मैदान और नाशपाती के पेड़ हैं। चूंकि स्थानीय भाषा में घास के मैदान को मार्ग कहा जाता है और नाश पति को तांग कहा जाता है, उसी पर इस जगह का नाम तांगमार्ग पड़ा है।
तंगमार्ग के आसपास कई सारी बजारी भी लगती है, जहां पर हस्तशिल्प की कलाकृति वाली वस्तुएं बिकती है। आप गुलमर्ग यात्रा की याद के रूप में उन वस्तुओं को खरीद सकते हैं।
इमामबाड़ा गूम
इमामबाड़ा गुलमर्ग एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। अगर आप गुलमर्ग में धार्मिक जगहों को विजिट करने में रुचि रखते हैं तो यह जगह आपके लिए एक शानदार पर्यटन स्थल हो सकता है। इमामबाड़ा में साल के 365 दिन पर्यटकों की भीड़ रहती है।
यहां पर कई प्रकार के खेल भी खेलने को मिलते हैं और बर्फ के साथ विभिन्न प्रकार के खेल खेलने के लिए यहां पर बर्फ से बचने के लिए किराए पर कपड़े भी मिलते हैं।
गोल्फ कोर्स
गोल्फ कोर्स भी गुलमर्ग के सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध जगह में से एक है। गुलमर्ग में स्थित यह गोल्फ कोर्स भारत का सबसे लंबा गोल्फ कोर्स के रूप में जाना जाता है।
यह जगह समुद्री तल से करीब 8700 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। भारत में सबसे बड़े और उच्चतम 18-होल गोल्फ कोर्स में से एक है।
इस गोल्फ कोर्स का निर्माण 1911 में अंग्रेजों के द्वारा मनोरंजन के लिए करवाया गया था। शुरुआती समय में गुलमर्ग में 3 गोल्फ कोर्स थे, जिसमें से एक गोल्फ कोर्स महिलाओं के लिए बनाया गया था। लेकिन समय के साथ केवल एक ही गोल्फ कोर्स बचा।
यह जगह गोल्फ कोर्स के नाम से काफी प्रसिद्ध है, परंतु इसके अलावा भी इस जगह पर काफी आकर्षक दृश्य देखने को मिलते हैं। यह जगह ऊंचे ऊंचे पहाड़ और हरे-भरे मैदानों से घिरा हुआ है। इस जगह की खूबसूरती देखने लायक होती है।
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अफरवट शिखर
अफरवट शिखर गुलमर्ग में घूमने लायक सबसे खूबसूरत जगह में शामिल है। यह जगह समुद्र तल से करीब 4200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
यह जगह पूरी तरह से बर्फ से ढका हुआ होता है, जिसके कारण इस जगह पर स्नोबोर्डिंग और स्कीइंग जैसे बर्फीली गतिविधियां काफी की जाती है।
अफरवट शिखर गुलमर्ग में घूमने जाने वाले सभी प्रसिद्ध जगहों में से सबसे ज्यादा घूमने जाने वाले जगह में से एक है।
स्नो फेस्टिवल गुलमर्ग
स्नो फेस्टिवल गुलमर्ग में देखने का एक खास समय होता है। हालांकि यह फेस्टिवल हर साल केवल 2 दिन के लिए सर्दियों के मौसम में आयोजित होता है।
पहली बार इस फेस्टिवल को साल 2003 में आयोजित किया गया था। पूरे विश्व भर में प्रसिद्ध इस फेस्टिवल का मुख्य उद्देश्य गुलमर्ग में शीतकालीन खेल और पर्यटन को बढ़ावा देना है।
इस फेस्टिवल में स्नोबोर्डिंग, स्कीइंग, स्नो-स्लेजिंग और आइस स्केटिंग जैसी स्नो स्पोर्टिंग गतिविधियों को शामिल किया जाता है।
इस विभिन्न तरह के स्नो स्पोर्टिंग गतिविधियों में भाग लेने के लिए देश-विदेश से लाखों की संख्या में खिलाड़ी यहां पर आते हैं। यहां तक कि इस फेस्टिवल के दौरान स्थानीय कश्मीरी लोक कलाकारों के द्वारा सांस्कृतिक परिस्थितियां भी होती है।
इस दौरान गुलमर्ग आने वाले पर्यटको को कश्मीर की संस्कृति और परंपरा देखने का मौका मिलता है। इसके साथ ही कश्मीर के स्थानीय व्यंजन को भी चखने का मौका मिलता है।
फ़िरोज़पुर नाला गुलमर्ग
फिरोजपुर नाला गुलमर्ग में स्थिति खूबसूरत पहाड़ी झरना है, जो गुलमर्ग से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह झरना फिरोजपुर शिखर से नीचे की ओर गिरती है।
इस झरने को यहां के स्थानीय निवासी बहुत पवित्र मानते हैं। उनका मानना है कि इस झरने को पहाड़ों की आत्माओं का आशीर्वाद प्राप्त है। यह झरना यहां के स्थानीय निवासियों के पेयजल का मुख्य स्त्रोत भी है।
हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी की खूबसूरत बर्फीले पहाड़ और देवदार के विशाल पेड़ों से घिरा हुआ यह झरना बहुत ही खूबसूरत लगता है और उसके चारों तरफ का वातावरण बहुत ही मनमोहक लगता है।
यह झरना पहाड़ों से नीचे गिरने के बाद आगे चलकर बाहन नदी में जाकर मिलती हैं। इसके अतिरिक्त फिरोजपुर नाला को जम्मू कश्मीर की सबसे खूबसूरत टोस मैदान ट्रैक का शुरुआती पॉइंट भी माना जाता है, जो 50 किलोमीटर लंबा ट्रेक है।
अगर आप गुलमर्ग घूमने जाते हैं तो इस खूबसूरत पर्यटन स्थल को देखने के लिए जरूर जाएं।
सेवन स्प्रिंग्स गुलमर्ग
सेवन स्प्रिंग्स गुलमर्ग का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है, जो गुलमर्ग में कोंगडोरी के पास हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी में बहती है।
इसका नाम सेवन स्प्रिंग्स इसलिए है। क्योंकि यहां पर पानी की 7 प्रकार की अलग-अलग धाराएं बहती है, जिससे बहुत ही खूबसूरत और अविस्मरणीय दृश्य उत्पन्न होता है।
सेवन स्प्रिंग तक पहुंचने के लिए गुलमर्ग से कोंगडोरी तक चलने वाली केबल कार की सवारी आप कर सकते हैं। उसके बाद भी आपको कुछ किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है, जिसके बाद आप इस खूबसूरत जगह पर पहुंच पाते हैं।
महारानी मंदिर
महारानी मंदिर गुलमर्ग में सबसे प्रसिद्ध और दर्शनीय स्थल है। इस मंदिर का निर्माण 1915 में महाराजा हरि सिंह की पत्नी मोहिनी बाई सिसोदिया द्वारा बनवाया गया था। इसीलिए इस मंदिर को मोहिनेश्वर शिवाले के नाम से भी जाना जाता है।
यह मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित है। लेकिन रानी के द्वारा निर्मित होने के कारण ही इस मंदिर को महारानी मंदिर के नाम पुकारा जाने लगा। वह महारानी इस मंदिर में प्रतिदिन पूजा क्या करती थी।
इसीलिए उन्होंने यहां पर शिवलिंग और माता पार्वती के विग्रह की स्थापना की थी। 1998 में इस मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य करवाया गया।
गुलमर्ग में आए पर्यटकों द्वारा इस मंदिर को जरूर घूमा जाता है, इस मंदिर के आसपास का नजारा भी काफी मनमोहक है।
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सेंट मैरी चर्च
सेंट मैरी चर्च गुलमर्ग के दर्शनीय स्थलों में प्रमुख है। यह चर्च गुलमर्ग के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
इस चर्च का निर्माण 20 वीं शताब्दी की शुरुआत की नौकाओं में बनाया गया था और यह विक्टोरियन शैली की वास्तुक से बनाया गया है। इस चर्च में भूरे रंग की पत्थर की दीवारें और लकड़ी की ट्रिमिंग के साथ एक हरी छत है।
इस चर्च के आस पास हरे-भरे घास के मैदानों, ऊंचे अल्पाइन पेड़ों और ऊंचे बर्फ से ढके पहाड़ों, जंगली परिदृश्य के देहाती दृश्य, जंगलों के विशाल खंड, प्राचीन चर्च और होटल और झोपड़ियाँ अद्भुत और खूबसूरत पृष्ठभूमि के रूप में कार्य करता है।
बाबा रेशी की दरगाह
बाबा रेशी का दरगाह गुलमर्ग में देखने लायक एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। मुस्लिम समुदायों के लिए गुलमर्ग में यह एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह दरगाह बाबा रेशी को समर्पित है, जिनका निधन 1940 में हो गया था।
बाबा रेशी जैनुलाअबदीन के दरबार के प्रमुख सदस्य हुआ करते थे। उनके निधन के बाद राजा ने उनके नाम पर इस दरगाह का निर्माण करवाया था।
इस दरगाह के अंदर बहुत बड़ा पार्क है, जहां पर एक साथ बहुत सारे पर्यटक इकट्ठा हो सकते हैं।
इसके अतिरिक्त इस दरगाह के अंदर जो लकड़ी लगी हुई है, उस पर बहुत खूबसूरत कारीगरी की गई है, जो पर्यटकों को आकर्षित करती है और इस दरगाह की खूबसूरती को बढ़ाती है।
चिल्ड्रन पार्क
अगर आप बच्चों के साथ गुलमर्ग घूमने जाते हैं तो बच्चों के लिए गुलमर्ग में घूमने के लिए सबसे शानदार और खूबसूरत जगह है चिल्ड्रन पार्क।
इस पार्क में बच्चों के मनोरंजन के लिए बहुत सारी अतरंगी चीजें हैं जैसे कि स्लाइडर, टॉय कार आदि। पार्क के आसपास पेड़-पौधों की हरियाली यहां पर आपको घंटों बैठने के लिए मजबूर करती है।
बायोस्फीयर रिजर्व
वन्यजीव प्रेमियों और वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर के लिए गुलमर्ग में सबसे शानदार घूमने लायक स्थान है बायोस्फीयर रिजर्व। यह रिजर्व खासतौर पर कस्तूरी मृग और हिनम तेंदुए के लिए प्रसिद्ध है।
इसके अतिरिक्त यहां पर देशी और विदेशी रंग-बिरंगे खूबसूरत पंछी भी देखने को मिलते हैं। यह रिजर्व 180 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ खूबसूरत और गाना वन का क्षेत्र है।
इस रिजर्व में कस्तूरी मृग और हिम तेंदुए के अतिरिक्त भूरा भालू, हंगुल, तेंदुआ, काला भालू, सीरो, लाल लोमडी जैसे अन्य कई प्रकार के जंगली जानवर रहते हैं।
इसके अतिरिक्त पंछियों में यहां पर गिद्ध, कश्मीर रोलर, ब्लू रॉक कबूतर, स्नो कोक, मोनाल, ग्रिफॉन यूरोपीय घेरा और जंगली कौआ शामिल है।
वैसे अगर आप पंछी प्रेमी है और इन तमाम प्रकार के पंछियों को देखना चाहते हैं तो मार्च से मई के दौरान इस बायोस्फियर रिज़र्व घूमने आ सकते हैं।
जानवर और पशु पक्षियों के अतिरिक्त इस रिजर्व में विभिन्न रंगों के फूल भी देखने को मिलते हैं, जो इस रिजर्व की खूबसूरती को बढ़ा देता है।
यह बायोस्फीयर रिजर्व सुबह 10:00 बजे से शाम के 4:00 बजे तक प्रतिदिन खुला रहता है। यहां पर आप रात में ठहर भी सकते हैं क्योंकि यहां पर रुकने के लिए कैंप भी बने हुए हैं।
कंचनजंगा संग्रहालय
कंचनजंगा संग्रहालय गुलमर्ग का काफी प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह जगह परिवार या दोस्तों के साथ घूमने लायक सबसे अच्छी जगह में से एक है।
इस प्रसिद्ध संग्रहालय को शुरू में एक उच्च ऊंचाई वाले युद्ध विद्यालय के रूप में स्थापित किया गया था, लेकिन बाद में इसे एक संग्रहालय में परिवर्तित कर दिया गया। इस संग्रहालय के अंतर्गत आधुनिक युद्ध और पर्वतारोहण उपकरणो को प्रदर्शित किया जाता है।
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Things to do in gulmarg
गुलमर्ग में पहले दिन आप बर्फ से ढके ऊंचे पहाड़ों पर स्केटिंग करने का आनंद ले सकते हैं। यहां पर आपको किराए पर स्केटिंग मिल जाता है।
स्केटिंग करते हुए बर्फ के शिर्ष से नीचे आने का अलग ही मजा होता है। उसके बाद आप यहां मौजूद खूबसूरत पर्यटन स्थलों को देखने जा सकते हैं जैसे महारानी मंदिर, सेंट मैरी चर्च।
दिन के अंत के दौरान आप यहां गुलमर्ग गोल्फ कैफे में यंहा के स्थानीय स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं। फिर शाम के समय आप गुलमर्ग के बाजारों की सैर पर निकल सकते हैं और वहां यात्रा की याद के रूप में कुछ खरीदारी कर सकते हैं।
गुलमर्ग में खाने के लिए क्या क्या फेमस है?
गुलमर्ग कश्मीर का एक बेहद ही आकर्षक और पर्यटन स्थल से परिपूर्ण काफी सुंदर जगह है। यहां पर एक से बढ़कर एक पर्यटन स्थल देखने को मिलते हैं।
परंतु इसके साथ ही साथ गुलमर्ग अपने तरह तरह के व्यंजनों लिए भी काफी प्रसिद्ध है। गुलमर्ग में खाने के लिए बहुत सी चीजें फेमस है, जिनका आनंद पर्यटकों द्वारा शौक से लिया जाता है। जैसे कि
- मोडुर पुलाव
- नादेर मोंजे
- मसाला टकोटे
- रोगन जोश
- खट्टे बैंगन
- कश्मीरी फिश करी
- कुल्चा
- राजमा गोगजी इत्यादि।
गुलमर्ग में वैसे तो आने के लिए बहुत से व्यंजन फेमस है। परंतु गुलमर्ग के अधिकतर पारंपरिक और प्रसिद्ध व्यंजन चावल पर आधारित होते हैं।
गुलमर्ग के एक विशिष्ट भोजन में मटन, चिकन और सब्जियों के साथ पकाई गई मछली के साथ परोसे जाने वाले चावल ही होते हैं।
स्थानीय और प्रसिद्ध व्यंजन में दम आलू और चमन शामिल है। चमन मोटी चटनी में तला हुआ पनीर है। इसके अलावा रोगन जोश, ग्रेवी में मीट बॉल्स, पूरे कश्मीर में एक बहुत ही प्रसिद्ध मांसाहारी व्यंजन है।
गुलमर्ग में रुकने की जगह
यदि आप गुलमर्ग की यात्रा के दौरान गुलमर्ग में कुछ दिन रुकना चाहते हैं तो आपको बता दें कि गुलमर्ग में रुकने की व्यवस्था को लेकर के लो बजट से लेकर के हाई बजट तक के लोगों के लिए होटल, रिसोर्ट, या लॉज की सुविधा उपलब्ध है, जिन्हें आप अपनी सुविधा और जरूरत के अनुसार चुन सकते हैं।
गुलमर्ग में मौजूद कुछ बेहतरीन होटल्स निम्नलिखित हैं:
- Hotel pine spring gulmarg
- Pineview hotel
- Gulsitara guest house
- Shaw inn hotel
- The khyber himalayan resort and spa
- Hotel sun and snow
गुलमर्ग घूमने का सही समय (Best Time to Visit Gulmarg)
कश्मीर एक बेहद ही सुंदर जगह है। यहां पर मौजूद बाकी सभी पर्यटक स्थलों के जैसे ही गुलमर्ग की भी यात्रा करने के लिए पर्यटकों का साल भर आना जाना लगा रहता है।
यहां पर हर साल तापमान ठंडा होता है। यहां पर हर साल बर्फबारी देखने को मिलती है। यदि आप गुलमर्ग घूमने जाने का प्लान कर रहे हैं। तो आप किसी भी मौसम में गुलमार्ग की यात्रा कर सकते हैं।
यहां पर हर मौसम में यहां का वातावरण और प्राकृतिक दृश्य काफी सुहावना होता है। परंतु फिर भी यदि आप गुलमर्ग की यात्रा के लिए सबसे अच्छे समय के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको बता दें कि गुलमर्ग के जाने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी का महीना अच्छा होता है।
सितंबर के महीने में यहां पर आप गोंडोला की सवारी का आनंद ले सकते हैं। दिसंबर से फरवरी तक के महीने में आप स्कीइंग और स्नोबोर्डिंग जैसी बर्फीली गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
गुलमर्ग में मार्च से सितंबर तक के महीने में हल्की ठंडी होती है और अक्टूबर से फरवरी तक के महीने में वातावरण थोड़ा ज्यादा ठंडा होता है।
गुलमर्ग कैसे पहुंचे?
यदि आप गुलमर्ग जाने का प्लान कर रहे हैं तो आपको बता दें कि वहां तक पहुंचने के लिए यातायात के साधन उपलब्ध है।
आप हवाई, रेलवे और सड़क किसी भी मार्ग का इस्तेमाल करके गुलमर्ग जा सकते हैं। तो चलिए इन यातायात के साधनों के बारे में विस्तार से जानते हैं:
रेल मार्ग
गुलमर्ग जाने के लिए रेलवे का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको बता दें कि गुलमर्ग पहुंचने के लिए रेल मार्ग का सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन जम्मू तवी रेलवे स्टेशन है, जो गुलमर्ग से 290 किमी की दूरी पर स्थित है।
तो आप किसी भी प्रमुख शहर से जम्मू तवी रेलवे स्टेशन के लिए टिकट लेकर जा सकते हैं। जम्मू तवी रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के बाद आप वहां के किसी भी यातायात साधन के माध्यम से गुलमर्ग की यात्रा कर सकते हैं।
हवाई मार्ग
किसी भी तरह की यात्रा करने के लिए हवाई मार्ग सबसे अच्छा और सुविधाजनक विकल्प होता है। आप गुलमर्ग जाने के लिए हवाई मार्ग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
आपको बता दें कि गुलमर्ग पहुंचने के लिए गुलमर्ग का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा श्रीनगर में स्थित श्रीनगर हवाई अड्डा है, जोकि गुलमर्ग से 56 किमी की दूरी पर स्थित है।
तो आप अपने किसी भी प्रमुख शहर से श्रीनगर हवाई अड्डा के लिए उड़ान भर सकते हैं और वहां पहुंचने के बाद स्थानीय साधन के माध्यम से गुरमार्ग जा सकते हैं।
सड़क मार्ग
आप गुलमर्ग जाने के लिए सड़क मार्ग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। गुलमर्ग तक जाने के लिए अलग-अलग प्रमुख शहरों से सड़के उपलब्ध है। तो आप उन सड़क के माध्यम से अपने पर्सनल गाड़ी कि मदद से गुलमर्ग जा सकते हैं।
जगह का नाम | दूरी |
---|---|
जम्मू से गुलमर्ग की दूरी | 294.6 KM (via NH 44) |
श्रीनगर से गुलमर्ग की दूरी | 51.0 KM (via Srinagar – Tangmarg Rd) |
कटरा से गुलमर्ग की दूरी | 271.7 KM (via NH 244A/NH 44 व NH 244A) |
गुलमर्ग घूमने का खर्चा
यदि आप गुलमर्ग की यात्रा पर अपने परिवार के साथ जाना चाहते हैं तो इस यात्रा के दौरान लगने वाला कोई खर्चा कम से कम 15 से ₹20000 का खर्चा लग सकता है।
इस यात्रा के दौरान होने वाले खर्च में यातायात, रहना, खाना-पीना, खरीदारी करना, घूमना फिरना इत्यादि चीजें शामिल हैं।
यदि आप गुलमर्ग की यात्रा पर अकेले या फिर अपने अपने दोस्तों के साथ जा रहे हैं तो आपको इस यात्रा में कम खर्चा लगता है। इस यात्रा के दौरान होने वाला खर्च आपकी जरूरत के अनुसार कम या ज्यादा हो सकता है।
गुलमर्ग घूमते वक्त अपने साथ क्या रखें?
यदि आप अपने परिवार के साथ गुलमर्ग की यात्रा पर जा रहे हैं तो आप अपने साथ जरूरत के सामान जरूर रखें।
आप अपने साथ पानी बोतल, गर्म कपड़े, साधारण कपड़े, दवाइयां, फर्स्ट एड बॉक्स इत्यादि चीजें जरूर रखें। यह सभी चीजें यात्रा के दौरान काफी काम आती है।
FAQ
गुलमर्ग के जाने के लिए सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी का महीना है।
गुलमर्ग भारत में अपने स्कीइंग दृश्यों, बर्फीली पहाड़ियों, हरे भरे वातावरण, सुंदर प्राकृतिक दृश्य इत्यादि चीजों के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
गुलमर्ग का अधिकतर प्रसिद्ध और स्थानीय भोजन चावल पर आधारित होता है। स्थानीय और प्रसिद्ध व्यंजन में दम आलू और चमन शामिल हैं और इसके अलावा रोगन जोश, ग्रेवी में मीट बॉल्स, पूरे कश्मीर में एक बहुत ही प्रसिद्ध मांसाहारी व्यंजन है।
गुलमर्ग में घूमने लायक स्ट्रॉबेरी घाटी, निंगले नाला, कंचनजंगा संग्रहालय, सेंट मैरी चर्च, महारानी मंदिर, अफरवट शिखर, गोल्फ कोर्स, अलपाथेर झील, खिलनमर्ग, कोंग डोरी गोंडाला इत्यादि जगह मशहूर है।
जम्मू से गुलमर्ग की कुल दूरी 271 किलोमीटर है। जम्मू से गुलमर्ग कार से पहुंचने में 5 घंटा 46 मिनट का समय लगता है।
कटरा से गुलमर्ग की कुल दूरी 271 किलोमीटर है। कटरा से गुलमर्ग जाने में तकरीबन 7 घंटे का समय लगता है।
गुलमर्ग शब्द का अर्थ खिलने का क्षेत्र होता है।
गुलमर्ग को पहले गौरी-मार्ग के नाम से जाना जाता था।
निष्कर्ष
लोगों के घूमने फिरने और नई-नई जगह पर यात्रा करने के शौक को देखते हुए इस आर्टिकल के माध्यम से कश्मीर में मौजूद एक बेहद ही सुंदर जगह गुलमर्ग में घूमने की जगह (Gulmarg Me Ghumne ki Jagah) के बारे में बताया है और इस जगह से जुड़े हुए काफी सारे महत्वपूर्ण बातों के बारे में भी बताया है।
आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा और आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से गुलमर्ग में घूमने की जगह के बारे में काफी अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी, जो कि आपके गुलमर्ग की यात्रा के लिए फायदेमंद साबित होगा।
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