इस लेख में वेस्ट बंगाल में घूमने की जगह (West Bengal Me Ghumne ki Jagah), पश्चिम बंगाल में घूमने का सही समय, पश्चिम बंगाल में कहां रुके, पश्चिम बंगाल कैसे जाएं आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।
पश्चिमी बंगाल का भारत की संस्कृति और साहित्य कला में विशेष योगदान रहा हैं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में प्राकृतिक खूबसूरती के कारण यह पर्यटक के क्षेत्र में अपना अलग स्थान रखती हैं।
बंगाल में घूमने के लिए कई सारी जगह हैं। इस कारण से देश के लोग तो यहां पर घूमने के लिए आते है, वहीं विदेशी पर्यटकों का भी आना जाना लगता हैं।
यदि आप किसी अच्छे राज्य में घूमने का प्लान बना रहे है तो आप पश्चिम बंगाल में घूमने के लिए जा सकते हैं। इस लेख में हम आपको पश्चिम बंगाल में घूमने वाली सभी जगहों के बारे में सारी जानकारी देंगे।
पश्चिम बंगाल के रोचक तथ्य
- दुर्गा पूजा पश्चिम बंगाल का प्रमुख त्योहार हैं।
- पश्चिम बंगाल में रोजगार और शिक्षा की कमी हैं।
- बंगाल के लोग क्रिकेट और फुटबॉल खेल को अधिक खेलते हैं।
- बंगाली भाषा को मीठी भाषा के नाम से भी जानते हैं।
- यहां के लोग मछली, चावल का अधिक सेवन करते हैं।
पश्चिम बंगाल में घूमने की जगह (West Bengal Me Ghumne ki Jagah)
सिलीगुड़ी
यह जगह पश्चिम बंगाल के हिल स्टेशन में आती हैं। सिलीगुड़ी महानदा नदी के किनारे पर बसा हुआ छोटा सा शहर हैं, जो कि हिमालय के तलहटी में है। इस कारण से इसको हिल स्टेशन के नाम से भी जानते हैं।
सिलीगुड़ी को नॉर्थ-ईस्ट इंडिया का गेटवे भी कहते हैं। देश के पर्यटक यहां पर अपनी छुट्टियों को बिताने के लिए आते हैं। पश्चिम बंगाल की सिलीगुड़ी खूबसूरत जगह में से एक हैं।
यही पर जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान भी बना हुआ हैं। आप इस जगह पर आकर उद्यान आदि को देख सकते हैं। जलदापार उद्यान 215 किमी की क्षेत्र में फैला हुआ हैं। यहां पर आपको जानवर देखने को भी मिलेंगे।
इसमें आपको हाथी, रॉयल बंगाल टाइगर, हिरण और गैंडे आदि कई प्रकार के जानवर देखने को मिलेंगे। इसके अलावा कई प्रकार के वनस्पति पेड़ इसके आसनपास लगे हैं। पश्चिम बंगाल घूमने आने पर आप इस जगह पर जरूर जाए।
मुर्सीदाबाद
यह जगह भी घूमने वाली जगह में से एक हैं। यह एक ऐसी जगह है, जहां पर स्वर्ग का अनुभव कर सकते हैं। पश्चिम बंगाल का खूबसूरत शहर हैं। इसके अलावा यह शहर खाने के मामले में कादी फेमस हैं।
इस जगह पर जाने के बाद आपको सुकून और शांति दोनों मिलेगी। मुर्सीदाबाद जाने के लिए आप बस, ट्रेन और कैब आदि को बुक करके जा सकते हैं। बहुत से पर्यटक इस स्वर्ग को देखने के लिए दूर दूर से आते हैं।
शांति निकेतन
शांति निकेतन को आप गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर के नाम से भी जान सकते हैं। शांति निकेतन वर्तमान में एक विश्वविद्यालय बना चुका हैं, जिसकी शुरुआत रविंद्रनाथ टैगोर के पिता ने की थी।
शांति निकेतन पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित हैं। बाद में इसको शिक्षा के लिए लोकप्रिय बना दिया गया था। आज के समय इस विश्वविद्यालय को देखने के लिए पर्यटक काफी दूर-दूर से आते हैं।
इस विश्वविद्यालय को देखने के लिए आपको किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं देना होता हैं। आप फ्री में शांति निकेतन विश्व विद्यालय को देख सकते हैं।
हावड़ा ब्रिज
जब भी पश्चिम बंगाल का नाम आयेगा तो सबसे पहले हावड़ा ब्रिज का नाम आता हैं। हावड़ा ब्रिज बंगाल की हुगली नदी के उपर बना अंग्रेजों के समय का पुल हैं। यह ब्रिज शहर के प्रमुख आकर्षक का केंद्र हैं।
इस ब्रिज के कारण बंगाल में परिवहन को अधिक बढ़ावा मिला हुआ हैं। हावड़ा ब्रिज पश्चिम बंगाल का एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में से हैं। अभी हाल ही में पश्चिम बंगाल को इंडस्ट्रियल केंद्र का दर्जा भी प्राप्त हो चुका हैं।
बक्सा टाइगर रिजर्व प्लेस
पश्चिम बंगाल का बक्सा टाइगर रिजर्व वर्ष 1983 को इस्थापित किया गया था, जो कि भूटान और असम राज्य की सीमा पर स्थित हैं। बक्सा टाइगर उस समय का 15वां वन्य अभ्यारण था।
यदि आप इस अभ्यारण को देखना चाहते है तो आपको कई सारी नदियों को पर करके जाना होगा। इस टाइगर रिजर्व पार्क का नाम बक्सा फोर्ट के कारण पड़ा था।
क्योंकि पास में ही बाद फोर्ट हैं। इस कारण से इसको बॉक्स टाइगर रिजर्व के नाम से जाना जाता हैं। बक्सा टाइगर रिजर्व अभ्यारण बंगाल और असम के प्रवासी हाथियों के लिए प्रवास का कार्य करता हैं।
गंगा सागर
यह हिंदू धर्म के लोगों के लिए प्रसिद्ध जगह हैं। गंगा सागर एक द्वीप हैं, जो बंगाल के तट के पास में स्थित हैं। गंगा सागर वह स्थान है, जहां पर गंगा नदी का जल बंगाल की खाड़ी में मिलती हैं।
देश विदेश के लोग इस जगह पर घूमने के लिए आते हैं। लोग यहां पर पवित्र गंगा नदी में स्नान करने एवं कुछ समय यही पर विश्राम करते हैं। प्रतिवर्ष यहां पर लाखों की संख्या में भक्त गंगा सागर में दर्शन करने के लिए आते हैं।
जनवरी मास में सबसे अधिक भीड़ होती हैं। इसके बारे में एक कहावत काफी मशहूर है कि सब तीर्थ बार बार गंगा सागर एक बार। आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस जगह पर घूमने के लिए जा सकते हैं।
यह भी पढ़े: 10+ गंगा सागर में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय
झारग्राम
यह जगह पश्चिम बंगाल राज्य में हैं। यह एक छोटा सा शहर हैं, जहां पर आपको ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कला का अनूठा संगम देखने को मिलेगा। झारग्राम चारों तरफ से जंगल से घिरा हुआ हैं।
इसमें कई प्रकार की विशेष जनजाति रहती हैं। यह एक प्राकृतिक जगह है। इस जगह पर जाने पर आपको शांति प्राप्ति होगी। झारग्राम में जाने के लिए कार या ऑटो को बुक कर सकते हैं, जिससे आप आसानी से इस जगह पर पहुंच सकते हैं।
तारापीठ
यह हिंदू धर्म के लोगों की पवित्र शक्ति पीठ हैं। सती पुराड के अनुसार इस जगह पर माता सती की आंख गिरी थी। मंदिर में माता सती की पूजा की जाती हैं। इसके माता का अन्य एक रूप तारा रूप की भी पूजा मंदिर में की जाती हैं।
सती माता का यह मंदिर ग्रामीण इलाके में हैं, जो बीरभूम जिले में हैं। लोग इस इलाके को काला जादू वाला गांव के नाम से भी जानते हैं।
एक कथा के अनुसार जब शिव जी ने विषपान कर लिए था तो उनके गले में जलन होने लगी थी। इस जलन को दूर करने के लिए तारा ने शिव को स्तनपान कराया था। इसके पास ही समसान घाट बना हुआ हैं।
मालदा
मालदा पर्यटक जगह कोलकाता से करीब 350 किमी की दूरी पर स्थित हैं। मालदा में सबसे अधिक आम के पेड़ और प्राचीन इतिहास के कारण अधिक फेमस हैं।
मालदा पर्यटक स्थल के प्रत्येक गली और शहर में प्राचीन इतिहास के बारे में कुछ न कुछ जानकारी लिखी गई हैं। यहां के लोग कई प्रकार का उत्पादन करते हैं, जिसमें रेशम, जुट और आम जैसे कई लोकप्रिय उत्पाद का उत्पादन करते हैं।
आम के अलावा और शहतूत के कई सारे पेड़ यहां पर लगे हुए हैं। यहां पर सेना, पलास और नवाबों ने कई वर्षो तक शासन किया हैं। मालदा में कई धर्मों के लोग रहते हैं। इतिहास से संबंधित जानकारी रखने वाले लोग इस जगह पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
लतागुड़ी
लतागुडी पर्यटक स्थल बक्सा टाइगर रिजर्व पार्क के पास में स्थित हैं। लतापुड़ी एक छोटा सा ग्रामीण इलाका हैं। बक्सा टाइगर रिजर्व पार्क से इस पर्यटक स्थल की दूरी 3 किमी की हैं। यहां पर राष्ट्रीय उद्यान बना हुआ हैं।
आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ इस जगह को देखने के लिए आ सकते हैं। आप यहां पर बारिश के मौसम में आए तो यहां का नजारा आपको शांति प्रदान करेगा। सबसे अधिक पर्यटक बारिश के मौसम में घूमने के लिए आते हैं।
कूच बिहार महल
कूच बिहार महल एक राजसी पैलेस हैं, जो कि सफेद रंग से रंगा हुआ हैं। रॉयल महल को बनाने के लिए कई सारी विशाल ईट का प्रयोग किया गया हैं।
इस महल में राजा निवास रहने के लिए इस महल का प्रयोग किया जाता हैं। आज के समय में इसको संग्रहालय के रूप में जाना जाता हैं। यह अपने इतिहास के रूप में जाने जाते हैं।
इसको देखने के लिए आपको किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होता हैं। कूच बिहार महल को देखने के लिए आप बस और कार से इस जगह पर जा सकते हैं।
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे
बगाल घूमने जाने वाले पर्यटक इस जगह पर सबसे अधिक घूमना जाना चाहता हैं। सबसे अधिक पर्यटक लोग यहां की टॉय ट्रेन का लुफ्त लेने के आते हैं। इसको भारत का मिनी रेलवे स्टेशन के नाम से जानते हैं।
यदि आप दार्जलिंग घूमने गए और आपने टॉय ट्रेन की सवारी नहीं की है तो आपका दार्जलिंग घूमना बेकार हैं। इस जगह पर कई सारी बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी हैं।
टॉय ट्रेन का किराया लगभग 50 रुपए के आस पास हैं। दार्जलिंग को यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया हैं।
यह भी पढ़े: 10+ दार्जिलिंग में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय
मिदनापुर
पश्चिम बंगाल के छोटे से शहर में स्थित हैं। इस शहर का प्राचीन इतिहास और संस्कृति लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इसके अलावा कई सारे मेडिकल कॉलेज बने हुए हैं।
यहां का ओरिएंटल इंस्टीट्यूट ऑफ सीस एंड टेक्नोलॉजी, मिदनापुर लॉ कॉलेज, मिदनापुर कॉलेज एंड हॉस्पिटल आदि कई सारे कॉलेज बने हुए हैं।
यदि आप एक अच्छी जगह पर घूमना चाहते है तो आप पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में जरूर जाए। इस शहर में जाने के लिए आप बस और कार का इस्तेमाल कर सकते हैं।
सैंडकफू टेक
यह पश्चिम बंगाल की चोटी हैं, जो कि 11,941 फीट की थी। सैंडकफू सिंगलीला नेशनल पार्क के पास ही मौजूद थी। इस चोटी पर चढ़ने के बाद आप विश्व के चार चोटी का नजारा देख सकते हैं।
यही से आपको कंचनजंगा पर्वत देखने को मिल जाता हैं। पर्वत पर जाने के लिए आप बाइक और कार का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे आप पहाड़ी की चोटी पर पहुंच सकते हैं।
पहाड़ी पर जाने के लिए आपको 52 किमी का सफर तय करना होगा। सैंड कफु एक जहरीला पौधा होता हैं, जिसके संपर्क आने मात्र से व्यक्ति की मौत हो जाती हैं।
इस पहाड़ी पर चढ़ाई सिर्फ वही व्यक्ति करे, जो पूर्ण रूप से स्वस्थ हो। यदि आप एक प्रकृति प्रेमी है तो आप इस जगह पर जरूर आए। इस पर्वत को देखने के लिए आप अपने दोस्त और रिश्तेदार के साथ घूमने के लिए आ सकते हैं।
गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान
यह जगह पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में स्थित हैं, जो कि मूर्ति और रैडक नदियों के पास में स्थित हैं। यह राष्ट्रीय उद्यान करीब 80 वर्ग किलोमीटर की क्षेत्र में फैला हुआ हैं, जो कि हिमालय की तलहटी में हैं।
इसको भारत के एशियाई वन सींग वाले राइनो के कारण जाना जाता हैं। राइनो के अलावा एशियाई हाथी, शाही बंगाल के प्रकार के इस्तांधारी जानवर के अलावा कई प्रकार के पक्षी को आप इस उद्यान में देख सकते हैं।
इसके अलावा बड़ी गिलहरी, जंगली सुअर, कोबरा, अजगर आदि कई प्रकार के विशालकाय जानवर आपको देखने को मिल जाते हैं।
अपनी इसी सुंदरता के कारण पश्चिम बंगाल आने वाले पर्यटक सबसे अधिक गोरूमरा राष्ट्रीय उद्यान को देखने के लिए आते हैं। इस उद्यान को वर्ष 2009 में संरक्षित रूप में घोषित किया गया हैं।
गोपालजी मंदिर
आपको नाम से ही पता चल रहा होगा कि मंदिर के अंदर भगवान श्री कृष्ण विराज मान हैं। कृष्ण को ही गोपाल जी के नाम से जाना जाता हैं। मंदिर के अंदर कृष्ण जी की बड़ी सी प्रतिमा स्थापित हैं।
मंदिर परिसर के पास में ही दो और छोटे-छोटे मंदिर बने हुए हैं। मंदिर के बहुत ही शानदार ढंग से बनाया गया हैं। गोपाल जी के इस मंदिर को 1778 में बनवाया गया था।
आप पश्चिम बंगाल घूमने आने पर इस जगह पर जरूर आए। मंदिर तक जाने के लिए आप बस, कार और ऑटो का प्रयोग करके जा सकते हैं।
बल्लबगढ़ वन्यजीव अभयारण्य
बल्लबगढ़ वीरभूमि जिले में मौजूद हैं। इस अभ्यारण में आप ब्लैकब्स और चितिदार हिरण इस अभ्यारण में सबसे अधिक जानवर हैं। इसके अलावा लोमड़ी, गीदड़ के साथ में बहुत सारे जलीय पक्षी यहां पर देखने को मिल जायेंग।
बहुत से पर्यटक इस जगह पर अपने परिवार, दोस्तों के साथ छुट्टी को मनाने के लिए जाते हैं। यदि आप पश्चिम बंगाल में घूमने के लिए आते है तो आप इस जगह पर जरूर आए।
यहां पर आने के लिए आपको कार का इस्तेमाल करना होगा। इस अभ्यारण को देखने के लिए आपको टिकट लेनी होगी।
सुंदरवन
इस सुंदरवन को मैग्रोव जंगलों की मेजबानी करने के लिए जाना जाता हैं। यह भारत के पश्चिम बंगाल में हैं। सुंदरवन को टाइगर रिजर्व और ब्योस्फीयर रिजर्व के नाम से भी जानते हैं।
इसको सुंदरवन डेल्टा के नाम से भी जाना जाता हैं। इसको यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया हैं। सुंदर वन का हिंदी में अर्थ सुंदर जंगल होता हैं।
एक अनुमान के मुताबिक पता चला है कि इसमें करीब 400 अधिक रॉयल बंगाल टाइगर के अलावा 30,000 चीतीदार हिरण हैं। जीव के अलावा सुंदर पेड़ लगे हुए हैं। भारत सरकार ने घोषित टाइगर रिजर्व के नाम से घोषित किया हैं।
यह भी पढ़े: 10+ कोलकाता में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय
पश्चिम बंगाल में कहां पर रुकें?
पश्चिम बंगाल यदि आप घूमना जाना चाहते है तो आप जिस भी जगह पर घूमने के लिए जाते है तो वहां पर रुकने रुकने के लिए कई सारे होटल और स्टे होम बने हुए हैं, जहां पर आप कम कीमत में रुक सकते हैं। इसके अलावा आप लक्जरी होटल में भी स्टे कर सकते हैं।
पश्चिम बंगाल जाने का सही समय (Best Time to Visit West Bengal)
पश्चिम बंगाल घूमने जाने का सही समय जून से लेकर सितंबर महीने के बीच का हैं। इस दौरान बहुत अधिक पर्यटक पश्चिम बंगाल घूमने के जाते हैं।
आप बारिश के मौसम में यहां पर घूमने के लिए जा सकते हैं। बंगाल में कई जगह वाटरफॉल बने हुए हैं। यदि आप बारिश के दौरान जाते हैं तो आप वाटरफॉल का आनंद ले सकते हैं। आप बारिश के दौरान पश्चिम बंगाल घूमने के लिए जा सकते हैं।
पश्चिम बंगाल कैसे पहुंचे?
पश्चिम बंगाल घूमने के लिए सड़क मार्ग, ट्रेन मार्ग और वायु मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं। यहां पर हम सभी के बारे में विस्तार से बता रहे है।
ट्रेन मार्ग से कैसे जाए?
ट्रेन से पश्चिम बंगाल जाने के लिए कई सारी ट्रेन हैं। पश्चिम बंगाल के कई सारे रेलवे स्टेशन है, जहां से अन्य राज्यों की ट्रेन आती हैं। यहां पर कई बड़े रेलवे स्टेशन है। आप देश के किसी भी राज्य से पश्चिम बंगाल में पहुंच सकते हैं।
सड़क मार्ग से कैसे जाए?
सड़क मार्ग से यदि आप जाना चाहते है तो आप प्राइवेट बस के द्वारा जा सकते हैं। पश्चिम बंगाल बस द्वारा जाने के लिए आपको अलग-अलग स्टेट से होकर जाना होगा।
वायुयान से कैसे जाए?
वायुयान मार्ग से भी आप पश्चिम बंगाल घूमने के लिए जा सकते हैं। कोलकाता के दमदम हवाई अड्डे से आप लोकल फ्लाइट के द्वारा जा सकते हैं।
पश्चिम बंगाल का फेमस खाना
बंगाल के लोग खाने में मामले में काफी रुचि रखते हैं। यहां पर लोग सबसे अधिक मिठाई खाते हैं। पश्चिम बंगाल का रसगुल्ला विश्व प्रसिद्ध हैं।
इसके अलावा बंगाली कड़ी, बंगाली चिकन, बंगाली बिरयानी, प्रॉन्स करी, मिस्टी दोयी, प्रॉन मलाई बैगन भाजा, लूची आलूर दम, इंग्लिश माछ और बंगाली मिठाई आदि यहां पर फेमस है।
FAQ
रसगुल्ला पश्चिम बंगाल की प्रसिद्ध मिठाई हैं।
दुर्गा पूजा पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध त्योहार हैं।
पश्चिम बंगाल जाने का सही समय बारिश का मौसम हैं। इस दौरान यहां का मौसम सुहावना रहता हैं।
निष्कर्ष
आज के इस लेख के माध्यम से पश्चिम बंगाल में जाने की जगहें कौनसी है (West Bengal Me Ghumne ki Jagah) के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। साथ ही पश्चिम बंगाल का प्रसिद्ध खाना कौन सा है और पश्चिम बंगाल में घूमने का सही समय के बारे में भी बताया है।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, इसे आगे शेयर जरुर करें। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं।
यह भी पढ़ें
10+ उत्तर प्रदेश में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का सही समय
10+ कश्मीर में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय