मसूरी जो उत्तराखंड राज्य में स्थित एक हील स्टेशन है, यह पहाड़ों की रानी के नाम से विख्यात है। इस जगह पर उपस्थित झरने, मंदिर, ऊंचे-ऊंचे पहाड़, झील और प्राकृतिक सुंदरता लोगों को यहां पर आने के लिए आकर्षित करती है।
छुट्टियां बिताने के लिए मसूरी बहुत ही अच्छी जगह है। हर साल यहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक प्रकृति का आनंद उठाने के लिए आते हैं। यदि आप मसूरी ट्रिप की योजना बना रहे हैं तो आप सही जगह पर है।
इस लेख में मसूरी घूमने की जगह (places to visit in mussoorie), मसूरी घूमने का खर्च, मसूरी कब जाना चाहिए, मसूरी जाने का सही समय, मसूरी घूमने का सही समय आदि के बारे में विस्तार से जानकारी शेयर कर रहे हैं।
मसूरी के बारे में रोचक तथ्य
- मसूरी भारत का पांचवा सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला हिल स्टेशन है। बताया जाता है सचिन तेंदुलकर का भी होलीडे डेस्टिनेशन मसूरी ही है।
- मसूरी का नाम ब्रिटिश मिलिट्री के अधिकारी ने रखा था। कहा जाता है कि अठारवीं सदी में ब्रिटिश मिलिट्री छुट्टी बिताने के लिए एक अच्छी जगह की तलाश कर रहे थे तब उन्हें यह जगह मिली, जिसके बाद यहां पर बहुत अधिक मात्रा में मसूर के पेड़ को देखकर उनहोने इस जगह का नाम मसूरी रख दिया।
- भारत के सबसे महंगे स्कूलों में से एक वुडस्टॉक स्कूल मसूरी में ही स्थित है, जिसमें 12वीं कक्षा की वार्षिक फीस 1800000 से भी अधिक है। यह एशिया के सबसे पुराने रेजिडेंशियल स्कूल में आता है।
- मसूरी का वैक्स म्यूजियम काफी प्रसिद्ध है, जिसमें गांधीजी, अमिताभ बच्चन, माइकल जैक्सन समेत कई बड़े-बड़े लोगों के पुतले मोम के बने हुए हैं, जो दिखने में बिल्कुल जीवंत लगते हैं।
- कहते हैं मसूरी नेहरू परिवार की भी सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक थी। 20 से 40 के दशक में वे अक्सर इस जगह पर घूमने आया करते थे। यहां के शांति दून घाटी में नेहरू की बहन विजय लक्ष्मी पंडित का घर स्थित है।
मसूरी में घूमने की जगह (Mussoorie me Ghumne ki Jagah)
यहां पर मसूरी टूरिस्ट प्लेस (mussoorie places to visit) शेयर कर रहे हैं, जिसमें उस जगह के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से बताई है।
लण्ढोर
लण्ढोर उत्तराखंड में पश्चिमी हिमालय की तराई में बसा हुआ एक खूबसूरत और मनोरम रमणीय शहर है। यह मसूरी के खूबसूरत दर्शनीय स्थलों में से एक है।
मसूरी के भीड़ भाड़ वाले सड़कों पर घूमने के बाद आप इस शांत जगह पर घूमने जा सकते हैं, जहां पर आपको खूबसूरत वादियों को एहसास करने का मौका मिलेगा। लण्ढोर के चारों ओर देवदार के पेड़ के घने जंगल है।
अगर आप यहां की सैर करने आते हैं तो अपने साथ दूरबीन और कैमरा भी जरूर लेकर आया था कि आप यहां के खूबसूरत दृश्य को देखना और उसे कैप्चर करना बिल्कुल भी मिस ना कर पाएं।
दलाई हिल्स
दलाई हिल्स मसूरी का बेहद शांत और खूबसूरत स्थान है। परिवार के साथ पिकनिक मनाने, कैंपिंग करने के लिए यह बेहद ही शानदार जगह है। यह जगह मसूरी में हैप्पी वैली के नजदीक स्थित है।
दलाई हिल्स से आपको गढ़वाल पर्वतमाला भी दिखाई देता है। यहां पर एक बौद्ध मंदिर भी है। इसके साथ ही तिब्बती प्रार्थना झंडा और भगवान बुध की मूर्ति भी यहां पर देखने को मिलती है।
दलाई हिल्स से डूबते हुए सूरज का बहुत ही खूबसूरत और मनोरम दृश्य देखने को मिलता है, जिसे आप कैमरे में कैप्चर कर सकते हैं। यहां खाने-पीने के स्टॉल भी लगाए जाते हैं।
केम्पटी फॉल्स
मसूरी का केम्प्टी फॉल्स देहरादून और मसूरी की सड़कों के बीच मौजूद पानी का खूबसूरत झरना है, जिसकी ऊंचाई 40 फीट है। यह समुद्र तल से लगभग 45 सौ फीट की ऊंचाई पर बसा है।
इसको जॉन मैकिन द्वारा पिकनिक स्थल के रूप में बनाया गया था। हर दिन इस जगह पर लोगों की काफी भीड़ रहती है।
क्राइस्ट चर्च
यह चर्च लाइब्रेरी बस स्टैंड से 0.6 किमी की दूरी पर स्थित काफी प्राचीन चर्च है। इस चर्च का निर्माण ब्रिटिश समुदाय द्वारा 1836 में किया गया था। कहा जाता है हिमालय पर्वतमाला में यह सबसे पुराना चर्च है।
इस चर्च में गोथिक शैली की शानदार वास्तुकला देखने को मिलती है। साथ ही चर्च के दीवारों और अंदर के हिस्से में काफी खूबसूरत सजावट किया गया है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
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मसूरी लेक
अगर मसूरी में आप चारों तरफ से कुदरती नजारा देखना चाहते हैं और प्रकृति की गोद में सुकून के कुछ पल बिताना चाहते हैं तो आप मसूरी लेक घूमने के लिए जा सकते हैं।
यह लेक एक कृत्रिम झील है, जिसके देखरेख की जिम्मेदारी सिटी बोर्ड व मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की है। इस झील का निर्माण हाल-फिलहाल में हीं किया गया है लेकिन वर्तमान में पर्यटन की दृष्टि से यह मसूरी का बेहद लोकप्रिय स्थान बन चुका है।
यहां पर आने वाले पर्यटक झील में बोटिंग करते हैं। इसके अलावा वाटर जोरबिंग और जिपलाइनिंग जैसे रोमांचकारी गतिविधियों का आनंद लेते हैं।
मसूरी माल रोड
माल रोड मसूरी के दैनिक गतिविधियों का एक आकर्षक केंद्र है। यह अंग्रेजों के जमाने की निशानी है। यहां पर कैंब्रिज बुक स्टोर है, जहां पर आप मशहूर लेखक रस्किन बॉन्ड के किताबे देख सकते हैं।
यह पूरा रोड छोटी-छोटी दुकानें, वीडियो गेम, पार्लर और स्केटिंग रिंक से भरा हुआ है। यहां पर मनोरंजन करने के लिए कई तरह की चीजें मिल जाती है।
इस रोड के दोनों तरफ बेंच और लैंम्पपोस्ट लगे हुए आपको दिखाई देंगे। यहां के बैकरी या फिर कैफे में बैठकर आप स्वादिष्ट स्नेक्स का आनंद ले सकते हैं।
बेनोग वाइल्डलाइफ सेंचुरी
वन्य जीव प्रेमियों के लिए मसूरी में बेनोग वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी एक लोकप्रिय जगह है। इस अभ्यारण में कई लुप्तप्राय जानवर और पक्षी देखने को मिलते हैं।
यहां पर हिरण, तेंदुआ, लाल चोच वाले नीलकंठ पंछी, पहाड़ी बटेरी जैसे कई प्रजाति के जानवर और पंछी रहते हैं। यह अभ्यारण चारों ओर से चिढ़ के पेड़ों से भरा हुआ है।
यहां से आपको हिमालय की चोटियों का ढलान भी देखने को मिलता है। यहां से बंदरपंच और चौखंबा चोटियों का नजारा बेहद खूबसूरत लगता है।
जॉर्ज एवरेस्ट हाउस
जॉर्ज एवरेस्ट हाउस लाइब्रेरी बस स्टैंड से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जो एक हेरिटेज बिल्डिंग है। यह घर सर जॉर्ज एवरेस्ट का था, जिसे 1832 ने बनाया गया था।
इस बिल्डिंग को पार्क एस्टेट के नाम से भी जाना जाता है, जो क्लाउड्स एंड की ओर जाने वाली सड़क के करीब एक चट्टान के किनारे पर स्थित है।
इस घर से एक तरफ दून घाटी का मनोरम दृश्य और दूसरी तरफ अगलर नदी घाटी और बर्फ से ढकी हिमालय पर्वतमाला का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है।
मसूरी एडवेंचर पार्क
अगर आप रोमांचकारी गतिविधियों के शौकीन है तो आपको मसूरी का एडवेंचर पार्क जरूर घूमने जाना चाहिए। कुदरती खूबसूरती और मनभावन नजारों के बीच बना यह एडवेंचर पार्क मसूरी के सबसे ज्यादा घूमने जाने वाले जगह में से एक है।
इस पार्क का निर्माण तकरीबन एक एकड़ क्षेत्रफल के जमीन में साल 2003 में किया गया था। इस एडवेंचर पार्क का निर्माण अव्वल दर्जे के एडवेंचर स्पोर्ट्स में माहिर कंपनी रियल एडवेंचर स्पोर्ट्स ने तैयार किया था।
इस पार्क में प्रशिक्षित और अनुभवी कर्मचारियों की निगरानी में कई तरह की गतिविधिया कराई जाती है, जिसमें जिप लाइन, ट्रैकिंग, रॉक क्लाइंबिंग, रैपलिंग ओर पैरेलल रोप जैसी चीजे शामिल है।
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मसूरी का लाल टिब्बा
लंढौर क्षेत्र में स्थित यह जगह मसूरी का सबसे ऊंचा स्थान है, जो मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड से 5.5 किलोमीटर की दूरी पर है। लाल टिब्बा जिसका अर्थ रेट हिल है।
यहां डिपो की उपस्थिति के कारण इसे डिपो हिल के रूप में भी जाना जाता था। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय यहां काफी सुंदर दृश्य प्रस्तुत होता है।
यह जगह 2275 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसमें भारतीय सैन्य सेवाओं का एक शिविर, दूरदर्शन के टॉवर और ऑल इंडिया रेडियो भी हैं।
देवलसारी
देवलसारी मसूरी के उन जगहों में से एक है, जहां पर आप कुदरती नजारो को स्वर्ग की तरह देख सकते हैं। यह जगह चारों तरफ से हरे भरे घास के मैदान और पहाड़ों से घिरा हुआ है।
यहां के खूबसूरत प्रकृति का मनोरम दृश्य आपको इस कदर मनमोहित कर देगा कि आपको इस जगह को छोड़कर जाने का मन नहीं करेगा।
यह जगह मसूरी से तकरीबन 55 किलोमीटर की दूरी पर टिहरी गढ़वाल के अगलर घाटी में स्थित है। इस जगह पर आपको रंग बिरंगी तितलियों की 70 से भी ज्यादा प्रजाति देखने को मिलती है।
इसके साथ यहां पर 60 से भी अधिक प्रजाति की पंछियां देखने को मिलता है। इस तरह रंग बिरंगी तितली और पंछियों की चहकान सुनने के साथ यहां पर आप ट्रैकिंग का भी लुप्त उठा सकते हैं।
कंपनी बाग
मसूरी का कंपनी बाग को म्युनिसिपल गार्डन भी कहा जाता है। इसे पहले बोटैनिकल गार्डन के नाम से भी जाना जाता था।
यह मसूरी लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकैडमी के पास हैप्पी वैली क्षेत्र में स्थित है, जो मसूरी लाइब्रेरी बस स्टैंड से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह गार्डन मसूरी के प्रमुख पिकनिक स्थलों में से एक है।
झरीपानी फॉल्स
झरीपानी फॉल्स मसूरी का सबसे खास देखने लायक जगह में से एक है। अगर आप इस जगह को नहीं देखते हैं तब तक आपका मसूरी की यात्रा अधूरी मानी जाएगी। यह जगह मसूरी में एडवेंचर प्रेमियों के लिए सबसे पसंदीदा जगह है।
यहां पर आपको कई रोमांचकारी गतिविधियों का लुफ्त उठाने को मौका मिलता है। यहां पर आपको शिवालिक पर्वत श्रेणी का बेहद ही मनोरम दृश्य देखने को मिलता है, जिसे आप कैमरे में कैप्चर जरूर करें।
कैमल्स बैक रोड
मसूरी के खूबसूरत प्रकृति के नजारों को देखने का लुफ्त अगर आप उठाना चाहते हैं तो आपको कैमल्स बैक रोड की सेर जरूर करनी चाहिए।
3 किलोमीटर लंबी इस सड़क की सेर करते हुए आपको खूबसूरत हरी-भरी वादियों को करीब से देखने का मौका मिलता है।
यह सड़क ऊंट के कुबड़ की तरह दिखाई देता है। इसी कारण इस सड़क को कैमल्स बैक रोड कहा जाता है। यहां पर सुबह और शाम लोगों की काफी ज्यादा भीड़ रहती है। यह मसूरी के आकर्षक केंद्रों में से एक है।
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गन हिल
गन हिल मसूरी में अपने रोपवे के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर आप रोपवे की सवारी करते हुए बर्फ से ढके हिमालय पर्वत माला के शानदार नजारों को देखने का लुफ्त उठा सकते हैं।
गन हिल को एक्सटिंक्ट वोल्केनो भी कहा जाता है। यह तकरीबन 2024 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां से आप मसूरी के पूरे हिल स्टेशन और दून घाटी को एक नजर में देख सकते हैं।
हाथीपांव
मसूरी के शांतिपूर्ण और शांत गांव के बीच एक पहाड़ी के शिखर पर स्थित यह जगह घने जंगल वाला क्षेत्र है। प्रकृति और एडवेंचर प्रेमियों के लिए बेहद आकर्षक का जगह है। यहां से हिमालय के लुभावने और स्वर्गीय दृश्य का आनंद लिया जा सकता है।
ज्वाला देवी मंदिर
ज्वाला देवी मंदिर मसूरी में स्थित एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर तकरीबन 2104 मीटर की ऊंचाई पर बेनोग हिल पर स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए तकरीबन 2 किलोमीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है। यह मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है।
मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए मसूरी घूमने वाले पर्यटक यहां पर जरूर आते हैं। ऐसी मान्यता है कि यहां पर जो भी अपने कष्ट लेकर आता है माता रानी उनके कष्ट दूर कर देती है।
मां के दर्शन के अलावा यहां पर आप खूबसूरत कुदरत के हरे भरे वादियो को भी देख सकते हैं। यहां आस-पास के घने जंगल, शिवालिक पर्वत श्रेणी और यमुना नदी के खूबसूरत दृश्य बहुत ही मनमोहक लगते हैं।
चार दुकान
चार दुकान यूं तो मसूरी के खूबसूरत पहाड़ियों के बीच स्थित एक रेस्टोरेंट है, जो सदियों से यहां आने वाले पर्यटकों को यहां के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद चखा रहा है। लेकिन यह मसूरी हिल स्टेशन का सबसे कूल हैंगआउट स्पॉट भी है।
यहां पर पर्यटकों की काफी भीड़ रहती है। मसूरी के खूबसूरत पर्यटन स्थलों की सैर करने के बाद यहां पर पर्यटक अपनी थकान मिटाने के लिए आते हैं। यहां पर पैंनकैक, पकोड़े, वाई वाई और शेक जैसे स्वादिष्ट स्नेक्स का आनंद ले सकते हैं।
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मसूरी के प्रसिद्ध भोजन
मसूरी के सुंदर नजारों का आनंद लेने के साथ ही आप यहां के स्वादिष्ट खाने का भी लुप्त उठा सकते हैं। उत्तराखंड के लोकप्रिय पर्यटन स्थल मसूरी में कई सारे रेस्तरां, फूड स्टॉल और कैफे हैं, जहां पर आपको लजीज व्यंजन परोसे जाते हैं।
वहां पर चीन से लेकर भारत और यूरोप तक के व्यंजन शामिल किए जाते हैं, जिनका स्वाद बेहद ही अच्छा होता है। मसूरी के कुछ प्रसिद्ध स्थानिक भोजन इस प्रकार है।
फानू
यह भोजन गढ़वाल में उत्पन्न हुआ था लेकिन मसूरी में पर्यटकों की सबसे ज्यादा यात्रा होने के कारण अब वहां पर भी यह भोजन मिलता है।
यह एक पौष्टिक और स्वादिष्ट दाल है, जिसे मूंग और अरहर दाल का इस्तेमाल करके बनाया जाता है और चावल के साथ परोसा जाता है।
आलू के गुटके
आलू कई सारे व्यंजनों में आमतौर पर इस्तेमाल होता है लेकिन मसूरी में मिलने वाला यह आलू का गुटका काफी स्वादिष्ट होता है, जो लोकल स्नैक रेसिपी है।
इसे बहुत कम मसालों के इस्तेमाल के साथ बनाया जाता है और दाल, चावल और भांग की चटनी के साथ खाया जाता है।
कबाब
मसूरी के स्ट्रीट फूड में आपको कबाब काफी देखने को मिलेगा। यहां का फेमस बाजार मॉल रोड शाम के समय पूरे तरीके से कबाब के स्टॉल से भर जाता है।
यह चटपटा स्ट्रीट व्यंजन है और मसूरी आने वाले पर्यटकों को एक शानदार स्वाद का अनुभव देता है।
भांग की चटनी
भांग की चटनी का नाम सुनते ही आपके मन में लग रहा होगा कि यह नशीली भांग की चटनी होगी। हालांकि यह भांग की चटनी है लेकिन इसमें नशा बिल्कुल भी नहीं होता है।
उत्तराखंड के लगभग सभी घरों में आमतौर पर यह साइड डिश के रूप में बनाई जाती है। यह भोजन में ताजा सुगंध और स्वाद जोड़ता है।
मोमोज
हालांकि मोमोज तो भारत के कई शहरों में फूड स्टॉल पर बेचे जाते हैं। परंतु मसूरी के सड़कों पर फूड स्टॉल पर बैचे जाने वाले यह मोमोज काफी स्वादिष्ट होता है।
इसे तिब्बती समुदाय द्वारा मसूरी लाया गया था। यह काफी स्वादिष्ट व्यंजन होता है, जिसे तीखी चटनी के साथ परोसा जाता है।
यह शाकाहारी और नॉनवेज दो तरह का होता है। शाकाहारी मोमोज को गाजर, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च जेसे मसालों को भूंज कर मसालों को मैदे के आटे में स्टफ किया जाता है और फिर उसे स्टीम या फिर तला जाता है। जब मसूरी जाए तो एक बार वहां के मोमोज का स्वाद जरूर लें।
गढ़वाल का फन्ना
मसूरी में गढ़वाल का फन्ना एक स्वादिष्ट और लोकप्रिय व्यंजनों में से एक है। इसे यहां पर आमतौर पर लंच या डिनर में खाया जाता है।
यह काले चने की दाल के इस्तेमाल से बनाया जाता है और भूरे रंग की ग्रेवी के साथ पकाया जाता है। स्वाद में यह काफी लाजवाब होता है। इसे आमतौर पर चावल के साथ परोसा जाता है।
चैनसू
चैनूस मसूरी में गढ़वाल क्षेत्र का एक स्वादिष्ट लोकप्रिय व्यंजन है। इसे बनाने के लिए कई प्रकार के दालों को सबसे पहले भूंजा जाता है।
फिर यहां के स्थानीय मसाले की अद्भुत सुगंध इसमें मिलाकर धीमी आंच पर पकाया जाता है और फिर इसे चावल या चपाती के साथ परोसा जाता है।
काफुली
काफुली मसूरी का काफी प्रसिद्ध डिश है, जिसे सर्दियों के मौसम में बनाया जाता है। यह एक तरह की पालक की सब्जी होती है परंतु काफी स्वादिष्ट होती है। यदि आप मसूरी सर्दियों के मौसम में जाते हैं तो इस स्वादिष्ट व्यंजन के स्वाद का आनंद ले सकते हैं।
कितने दिनों के लिए मसूरी घूमने का प्लान बनाएं?
हालांकि मसूरी घूमने के लिए आप अपने बजट के अनुसार छुट्टी को तय कर सकते हैं। लेकिन यदि आप मसूरी के सभी पर्यटक स्थलों को देखना चाहते हैं तो आपके पास न्यूनतम 3 से 4 दिन होना जरूरी है तभी आप उन सभी पर्यटक स्थलों को देख पाएंगे।
जब आप मसूरी जाए तो पहले दिन केम्पटी फॉल, मसूरी लेक, भट्टा फॉल, गन हिल और मॉल रोड को विजिट करें। दूसरे दिन आप धनौल्टी, सुरकुण्डा देवी मंदिर और ग्रीन एडवेंचर घूमने जा सकते हैं।
वहीं तीसरे दिन कंपनी गार्डन, क्लाउड एन्ड, लाल टिब्बा, पिक्चर पैलेस, जॉर्ज एवेरस्ट, पिक्चर पैलेस और झाड़ीपानी घूमने जाएं। इस तरीके से आप 3 दिनों के मसूरी ट्रिप में मसूरी के लगभग सभी पर्यटक स्थलों की यात्रा कर पाएंगे।
मसूरी घूमने का सही समय
मसूरी में ज्यादातर पर्यटक मई और जून में जाना पसंद करते हैं। क्योंकि तभी गर्मियों का मौसम होता है और गर्मियों के मौसम में ही लोग हील स्टेशन का ज्यादा आनंद लेना पसंद करते हैं।
लेकिन इस महीने में मसूरी में काफी भीड़ भी रहती है, जिसके कारण कई सारी समस्याएं भी उत्पन्न हो जाती है जैसे कि ऐसे भीड़ भाड़ में होटलों के चार्जेस भी बढ़ जाते हैं। साथ ही खाने-पीने और शॉपिंग की चीजें भी काफी ज्यादा महंगी हो जाती है।
ऐसे में आप इसके अलावा दूसरे महीने का चयन कर सकते है। आप चाहे तो जनवरी के महीने में भी जा सकते हैं। हालांकि जनवरी में भी काफी लोगों की भीड़ यहां होती है।
यदि आप अक्टूबर नवंबर के महीने में जाते हैं तो आपको यहां पर बहुत कम भीड़ देखने को मिलेगी, जिससे आपको अच्छी रेट में होटल भी मिल जाएगी और खाने-पीने के सामान भी काफी सस्ती और अच्छी फैसिलिटी के साथ उपलब्ध हो जाएंगे।
मसूरी कैसे जाएं?
मसूरी जाने के लिए आपके पास तीन विकल्प है सड़क, ट्रेन और हवाई यात्रा। उत्तराखंड में दो रेलवे स्टेशन देहरादून और ऋषिकेश मसूरी से काफी नजदीक पड़ते हैं। मसूरी यहां से लगभग 28 किलोमीटर दूर पड़ता है। आप इन दोनों में से किसी भी स्टेशन के लिए टिकट बुक करवा सकते हैं।
इसके अलावा सड़क मार्ग के जरिए भी मसूरी जा सकते हैं। देश के लगभग हर बड़े शहरों से देहरादून के लिए बस मिल जाती हैं। देहरादून से आप बस या टैक्सी बुक कर के मसूरी आसानी से पहुंच सकते हैं।
यदि आप ज्यादा दूरी से मसूरी की यात्रा के लिए आ रहे हैं, जो उत्तराखंड से काफी दूर पड़ता है तो आप हवाई यात्रा का भी चयन कर सकते हैं, जिससे आप बहुत जल्द मसूरी पहुंच सकते हैं।
हालांकि हवाई यात्रा थोड़ी महंगी है। बात करें उत्तराखंड में मसूरी के लिए सबसे नजदीकी एयरपोर्ट की तो जौली ग्रांट एयरपोर्ट देहरादून में स्थित है, जहां से मसूरी 50 किलोमीटर की दूरी पर पड़ती है।
जगह का नाम | दूरी और रास्ता |
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हरिद्वार से मसूरी की दूरी | 88.0 km via अम्बाला-देहरादून-हरिद्वार मार्ग/हरिद्वार मार्ग |
ऋषिकेश से मसूरी की दूरी | 77.4 km via NH 7 |
नैनीताल से मसूरी की दूरी | 313.3 km via NH734 |
देहरादून से मसूरी की दूरी | 33.8 km via मसूरी रोड |
मसूरी में ठहरने की जगह
मसूरी के माल रोड और गांधी चौक मसूरी का ऐसा पॉइंट है, जहां पर काफी अच्छे बजट मे ठहरने के लिए होटल मिल जाएगा। जिसकी न्यूनतम किराया लगभग 600 से शुरू होती है और यहां पर खाने-पीने की भी काफी अच्छी सुविधा उपलब्ध होती है।
गर्मियों के मौसम में यहां पर पर्यटकों की काफी ज्यादा बढ़ जाती है, जिसके कारण इन होटलों का रेट भी बढ़ जाता है। इसी जगह पर आपको मसूरी घूमने के लिए बाइक या कार भी रेंट पर मिल जाता है। बाइक की न्यूनतम रेट 500 प्रतिदिन और कार की 15 सौ प्रतिदिन के हिसाब से चार्ज लेते हैं।
मसूरी घूमने का खर्च
मसूरी घूमने का खर्च आप कितने दिनों के लिए जाना चाहते हैं, उस पर निर्भर कर सकता है। आप ज्यादा दिनों के लिए यदि मसूरी ट्रिप के लिए जा रहे हैं तो आपको ज्यादा बजट के साथ जाना पड़ेगा।
यदि आप मसूरी 3 दिनों के लिए जाते हैं और अकेले जाते हैं तो किसी भी होटल में रुकने का खर्चा लगभग 2 से 3 हजार रूपये के बीच आ सकता है। खाने का खर्चा 3 दिन का 1000 से 1500 लग सकता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी शामिल करना होगा।
यदि आप ऐसे राज्य से आते हैं, जो उत्तराखंड से काफी दूर है और हवाई मार्ग से आते हैं तो उसका एक बार का 7 से 8 हजार रूपये का खर्चा लग सकता है। वहीं यदि आप ट्रेन या बस से आते हैं तो लगभग दो से तीन हजार में आप मसूरी घूमने जा सकते हैं।
खुद के निजी वाहन में आपको ट्रांसपोर्टेशन का कम खर्चा लगेगा। इस तरीके से कुल मिलाकर मसूरी घूमने का 3 दिन का खर्चा एक व्यक्ति के लिए लगभग 10000 से 15000 के बीच हो सकता है।
FAQ
सबसे ज्यादा मई और जून के महीने में लोग मसूरी घूमने जाते हैं।
मसूरी से नैनीताल 309 किलोमीटर की दूरी पर है।
मसूरी में मनोरंजन के लिए रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग और वॉटर राफ्टिंग जैसे रोमांचकारी गतिविधियों का लुफ्त उठाया जा सकता है।
मसूरी हिल स्टेशन के लिए प्रसिद्ध है, जहां पर ऊंचे ऊंचे पहाड़, झरने, मंदिर, झील और प्राकृतिक सुंदरता का लुफ्त उठाया जा सकता है।
मसूरी में बहुत ज्यादा मसूर के पेड़ पाए जाते हैं और उसी के आधार पर इस स्थान का नाम मसूरी पड़ा।
निष्कर्ष
इस लेख में मसूरी में घूमने की जगह (Mussoorie me Ghumne ki Jagah), मसूरी घूमने का खर्च, मसूरी कब जाना चाहिए, मसूरी जाने का सही समय, मसूरी घूमने का सही समय आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की है।
हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको अच्छा लगा होगा। यदि लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
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