भारत में घूमने के लिए कई एक से बढ़कर एक हिल स्टेशन हैं, जहां पर लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ घूमने के लिए जाते हैं।
जैसा कि आपको पता है कि उत्तराखंड को देव भूमि के नाम से भी जानते हैं। यहां के हरे भरे पेड़, नदिया, झीलें आदि घूमने के लिए काफी प्रसिद्ध हैं।
उत्तराखंड में लैंसडाउन हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। बहुत से पर्यटक यहां पर अपनी छुट्टी मनाने में लिए आते हैं। लैंडस्डाउन में घूमने के लिए कई सारी जगह हैं, जिसके बारे में आपको इस लेख में जानने को मिलेगा।
इस लेख में लैंसडाउन हिल स्टेशन के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे, जिसमें लैंसडाउन में घूमने की जगह (lansdowne tourist places in hindi), लैंसडाउन कैसे पहुंचे आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।
लैंसडाउन के बारे में रोचक तथ्य
- लैंसडाउन को गढ़वाली भाषा में काला पत्थर कहा जाता है।
- लैंसडाउन जाने का सबसे अच्छा समय गर्मियों का मौसम है।
- लैंसडाउन भारतीय सेना के गढ़वाल राइफल्स का गढ़ है। इन राइफल्स में भर्ती होने वाले युवाओं को देश सेवा के लिए ट्रेनिंग दी जाती है।
- वर्ष 1857 में इसका नाम बदलकर लैंसडाउन रख दिया गया था।
- लैंसडाउन उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में है।
- यहां के प्रसिद्ध जगह में टिप एंड टॉप और दुर्गा देवी जी का मंदिर है।
लैंसडाउन में घूमने की जगह (Lansdowne Me Ghumne ki Jagah)
संतोषी माता मंदिर
लैंसडाउन का यह मंदिर टॉप प्वाइंट की आगे की सड़क की तरफ है। यहां के केंद्रीय सड़क की तरफ है। यहां से करीब 4 किमी की दूरी पर स्थित है।
यदि आप मंदिर में दर्शन जाने के लिए कार या अन्य किसी साधन से जाते है तो आप मंदिर के पास में ही पार्किंग करने के लिए जगह दी गई है।
माता के मंदिर तक जाने के लिए आपको पहाड़ी की चोटी पर चढ़ कर जाना होगा। मंदिर में संतोषी माता की एक बड़ी प्रतिमा स्थापित है।
माता का मंदिर काफी बड़ा बना हुआ है। मंदिर के बाहर प्रसाद के लिए कई सारी दुकान बनी हुई है, जहां से आप प्रसाद आदि ले सकते हैं।
सेंट मेरी चर्च
यह भी लैंसडाउन में घूमने के लिए काफी फेमस जगह है। इस चर्च को वर्ष 1895 में बनाया गया था। इस चर्च को विक्टोरियन वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
लैंसडाउन में घूमने के लिए आने वाले लोग इस जगह पर घूमना जाना चाहते हैं। लेकिन वर्ष 1947 में इस चर्च को एक संग्रहालय के रूप में परिवर्तित कर दिया गया था।
यह टिप टॉप हिल प्वाइंट के पास में ही स्थित है। इस संग्रहालय में जाने के लिए आपको 10 रुपए की टिकट लेनी होगी। यह संग्रहालय सुबह के समय 8 बजे से लेकर शाम को 5 बजे के बीच में जा सकते हैं।
दरवान सिंह संग्रहालय
यह लैंसडाउन में विक्टोरिया क्रॉस होल्डर के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण वर्ष 1923 में किया गया था।
दरबान सिंह संग्रहालय 2 मंजिल का बना हुआ है, जिसमें आपको हथियार, वर्दी तथा अन्य कुछ दुर्लभ वस्तुएं देखने को मिलेगी।
सबसे खास बात यह कि इन हथियारों के नीचे इनकी सारी जानकारी लिखी गई है, आप आसानी से उन वस्तुओं के बारे में पता कर सकते हैं।
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भीम पकोड़ा लैंसडाउन
लैंसडाउन में स्थित खूबसूरत पर्यटन स्थल भीम पकौड़ा का नाम सुनने में अजीब हो सकता है। लेकिन पर्यटन की दृष्टि से यह लैंसडाउन में काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
इस स्थान को लेकर एक पौराणिक कथा भी प्रचलित है कि पांडव अपने निर्वासन काल के दौरान यहां पर रुक कर भोजन किए थे।
यहां पर एक विशाल पत्थर भी है। जिसके बारे में कहा जाता है कि इस पत्थर को भीम ने इस स्थान पर रखा था। यह पत्थर इस स्थान पर आकर्षण का केंद्र है।
कालेश्वर महादेव
कालेश्वर मंदिर लैंसडाउन में प्रसिद्ध धार्मिक मंदिर है। यस मंदिर भगवान शिव जी को समर्पित है। लैंसडाउन में गढ़वाल राइफल्स के जवानों के लिए यह आस्था का प्रमुख केंद्र है।
लैंसडाउन घूमने आने वाले पर्यटक इस मंदिर में भगवान शिव जी का दर्शन करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आते हैं।
शिवरात्रि के दौरान इस मंदिर को बहुत अच्छे से सजा दिया जाता है और इस दौरान श्रद्धालुओ की यहां बहुत ज्यादा भीड़ रहती है।
भुल्ला ताल झील
यह लैंसडाउन की पहली भुल्ला ताल झील है, जो कि कृतिम झील हैं। भुल्ला एक गढ़वाली भाषा का शब्द है। हिंदी में इस शब्द के अर्थ छोटा भाई होता हैं।
बुल्ला ताल झील में लोग पिकनिक मनाने के लिए आते हैं तथा इस झील में आप बोटिंग आदि का भी लुफ्त ले सकते हैं।
झील के चारों तरफ कई सारे वृक्ष लगे हुए हैं तथा यहां पर कई सारे विदेशी पक्षी भी है, जिस कारण से लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं।
तारकेश्वर महादेव मंदिर
लैंसडाउन का यह मंदिर प्राचीन मंदिर में से एक है। इस मंदिर में शिव जी की प्रतिमा स्थापित है। लैंसडाउन के 2092 मीटर ऊंचे एक शीर्ष पर है। इस मंदिर को सिद्ध पीठ मंदिर के रूप में जाना जाता है।
शिव के इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ होती है तथा सावन के महीने और महाशिवरात्रि पर इस मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ होती है।
महादेव का यह मंदिर भी लैंसडाउन में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है। यहां पर जाने के लिए आप लैंसडाउन से बस या कार द्वारा जा सकते हैं।
स्नो व्यूपॉइंट ट्रेक
अगर आप लैंसडाउन घूमने के लिए जाते हैं तो स्नो व्यू प्वाइंट पर जाना बिल्कुल ना भूलें। लैंसडाउन में हाइकिंग पसंद करने वाले पर्यटकों के लिए यह एक लोकप्रिय स्थान है।
हालांकि यहां पर सर्दी और मानसून के मौसम में जाना खतरे से खाली नहीं है लेकिन इसके अतिरिक्त आप किसी भी महीने में यहां पर जा सकते हैं।
यहां पर बर्फ से ढके ऊंचे पहाड़ और खुला आसमान बहुत ही अद्भुत दृश्य उत्पन्न करते हैं। चारों तरफ लगता है मानो बर्फ का चादर बिछा हुआ है, जो पर्यटकों का मन मोह लेता है।
पहाड़ों से निकलने वाली ठंडी हवा और यहां का अद्भुत नजारा मन को बहुत शांति देता है। अगर आप यहां पर आते हैं तो अपने साथ कैमरा भी जरूर लेकर आए ताकि इस जगह को हमेशा याद के रूप में कैमरे में कैप्चर करके रख सके।
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सेंट जॉन्स चर्च
सेंट जॉन चर्च लैंसडाउन में तकरीबन 2 किलोमीटर की दूरी पर मॉल रोड पर स्थित है। यह लैंसडाउन में स्थिति खूबसूरत ऐतिहासिक चर्च है, जो लैंसडाउन आने वाले पर्यटक के लिए एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बन चुका है।
इस कैथोलिक चर्च का निर्माण 1936 ईस्वी में किया गया था। इस चर्च की वास्तुकला बहुत ही शानदार है। चर्च के आसपास का वातावरण बहुत खूबसूरत लगता है। इस चर्च के अंदर का माहौल भी बहुत शांतिपूर्ण है, जहां पर आप घंटों समय बिता सकते हैं।
गढ़वाली मेस
लैंसडाउन में एक खूबसूरत देखने लायक स्थान गढ़वाली मेस है। लैंसडाउन में स्थित यह एक ऐतिहासिक इमारत है, जिसका निर्माण 1888 में किया गया था।
यह लैंसडाउन का सबसे प्राचीन इमारत है, जो भारत भारत की प्राचीन वास्तुकला और 19वीं सदी के इतिहास को प्रदर्शित करता है।
यह इमारत उत्तराखंड राज्य सरकार के द्वारा संरक्षित है। सुबह 9:00 बजे से शाम के 7:00 बजे तक पर्यटक इस इमारत को देखने आ सकते हैं।
टिप इन टॉप प्वाइंट
लैंसडाउन की इस जगह को टिफिन टॉप के नाम से भी जाना जाता है। यह लैंसडाउन की सबसे फेमस जगह में एक है।
आपको नाम से ही पता चल रहा होगा कि इस जगह से आप गड़वाल की सभी पहाड़ियों को आसानी से देख सकते हैं। यह लैंसडाउन का सबसे ऊंचा प्वाइंट है।
लैंसडाउन में घूमने आने वाले सभी पर्यटक इस जगह पर घूमने के लिए जाते हैं। इस प्वाइंट से आप हिमालय रेंज, राजसी शिवालिक आदि कई जगह को इस प्वाइंट के द्वारा देख सकते हैं। टिप टॉप प्वाइंट से सन सेट देखने का आनंद प्राप्त होता है।
गढ़वाल रेजिमेंट वॉर मेमोरियल
यह लैंसडाउन ला रेजिमेंट म्यूजियम है। इस म्यूजियम को गढ़वाल राइफल्स के नाम से जाना जाता है। यह म्यूजियम ऐतिहासिक दृष्टि कोड से संबंधित है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ब्रिटिश सेना ने 39 वी गढ़वाल राइफल्स में पहली बटालियन के नायक दरवान सिंह नायक थे।
युद्ध के दौरान इनकी वीरता के कारण इन्हें विक्टोरिया क्रॉस से समानित किया गया था। सरकार ने दरवान सिंह के सम्मान में इस संग्रहालय की स्थापना की थी।
इस संग्रहालय में आपको भारत के युद्ध के दृश्य तथा बैंकों की फोटो उनकी वर्दी और ट्राफी और भी कई महत्वपूर्ण दस्तावेज यहां पर रखे हुए हैं।
इस संग्रहालय को देखने के लिए आपको ₹50 की टिकट को खरीदना होगा। यह संग्रहालय सिर्फ रविवार के दिन बंद रहता है तथा सोमवार से शनिवार तक संग्रहालय खुला रहता है।
यहां पर आप सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तथा शाम के समय 3 बजे से लेकर शाम के 6 बजे तक आप इस संग्रहालय को देखने के लिए जा सकते हैं।
हवाघर
हवा घर लैंसडाउन के मुख्य बाजार के पास स्थित एक खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यह जगह ट्रैकिंग पसंद करने वाले पर्यटकों के बीच काफी ज्यादा प्रसिद्ध है। इस हवा घर पर पहुंचकर आप बर्फ से ढके ऊंचे हिमालय के चोटियों को देख सकते हैं।
दुर्गा देवी मंदिर
मां दुर्गा को समर्पित दुर्गा देवी मंदिर लैंसडाउन से तकरीबन 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक धार्मिक स्थल है।
अगर आप लैंसडाउन घूमने के लिए आते हैं तो 2 घंटा समय निकालकर इस मंदिर में माता रानी का दर्शन करने आ सकते हैं। मंदिर की खूबसूरती भी आपको बहुत आकर्षित करेंगी।
इसके अतिरिक्त मंदिर के आसपास के हरे भरे वातावरण भी आपके मन को मोह लेगा। इस मंदिर के चारों तरफ दिव्य शांति का अनुभव होता है।
इसीलिए लैंसडाउन आने वाले पर्यटक कुछ समय निकालकर इस मंदिर के दर्शन करने जरूर आते हैं। यह मंदिर सुबह 6:00 बजे से रात के 8:00 बजे तक खुला रहता है।
जंगल सफारी
लैंसडाउन में आपको घूमने के लिए कई सारी जगह है। यहां पर चारों तरफ पहाड़, पेड़, नदियाँ आदि देखने को मिलती है।
लेकिन यदि आप प्राकृतिक प्रेमी है और जंगल आदि जगह पर घूमना चाहते हैं तो आप यहां के जंगल सफारी का आनंद ले सकते हैं। जंगल सफारी में आपको कई प्रकार के जानवर एवम पक्षी देखने को मिलेंगे।
लैंसडाउन की जंगल सफारी को देखने के लिए आपको टिकट लेनी होगी। इसके अलावा जंगल सफारी को देखने के लिए जीप की सुविधा उपलब्ध हैं। इसका किराया अलग-अलग हैं।
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लैंसडाउन घूमने के लिए सही समय (Lansdowne Best Time to Visit)
लैंसडाउन में यदि आप घूमने के लिए जाना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यहां का मौसम हमेशा अच्छा रहता हैं।
लेकिन अक्टूबर महीने से लेकर मार्च महीने तक यहां पर काफी सर्दी होती है। सर्दी के मौसम लैंसडाउन का तापमान 0 डिग्री से नीचे चला जाता है।
वहीं गर्मियों में यहां का तापमान 20 से 25 डिग्री के नीचे रहता है। आप किसी भी समय यहां पर घूमने के लिए जा सकते हैं।
वहीं जुलाई और सितंबर महीने के बीच में लैंसडाउन घूमने के लिए आ सकते हैं। लेकिन इस दौरान अधिक वर्षा होती है।
लैंसडाउन में क्या-क्या करें?
लैंसडाउन एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहां पर मनोरंजन के लिए कई सारी गतिविधियां आप कर सकते हैं। लैंसडाउन ट्रेकिंग के लिए काफी ज्यादा प्रसिद्ध है।
ट्रेकिंग के शौकीन लोगों के लिए यह जन्नत से कम नहीं। यहां पर कलाली घाटी, मालिनी बैराज, कंडोलिया मंदिर जैसे कुछ ऐसे स्थान है, जहां पर आप ट्रैकिंग कर सकते हैं।
लैंसडाउन में आप मानव निर्मित भुल्ला झील में नाव की सवारी का आनंद ले सकते हैं और उसके आसपास खूबसूरत बत्तख को भी निहार सकते हैं।
प्रकृति और पंछी प्रेमियों के लिए भी लैंसडाउन एक खूबसूरत और लोकप्रिय जगह है। यहां पर अगर आप सितंबर से अक्टूबर महीने के दौरान आते हैं तो आपको लैंसडाउन में कई प्रवासी पंछी देखने को मिलते हैं।
इसके अतिरिक्त लैंसडाउन में इतिहास प्रेमियों के लिए भी कई खूबसूरत पर्यटन स्थल है। यहां कई पुरानी इमारते हैं, जिसके जरिए भारत के इतिहास और प्राचीन वास्तुकला से अवगत हो सकते हैं।
लैंसडाउन का प्रसिद्ध भोजन
यह एक टूरिस्ट जगह हैं। लैंसडाउन में खाने की बात करें तो यहां पर कई सारे होटल और रेस्टोरेंट बने हुए हैं।
यहां का प्रसिद्ध भोजन गढ़वाली भोजन, मारवाड़ी, चीनी, भारतीय आदि कई प्रकार के भोजन का स्वाद ले सकते हैं। लैंसडाउन उत्तराखंड राज्य में है तो राज्य का प्रसिद्ध भोजन कप्पा, खताई, आलू के गुटके यहां का प्रसिद्ध भोजन है।
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लैंसडाउन कैसे पहुँचे?
लैंसडाउन में घूमने के लिए जाना चाहते है तो आप बस, ट्रेन और हवाई जहाज के द्वारा जा सकते हैं।
बस द्वारा लैंसडाउन कैसे जाएं?
यदि आप सड़क मार्ग से इस जगह पर घूमना चाहते है तो आप बस से यात्रा कर सकते हैं। बस से लैंसडाउन आप आसानी से पहुंच जाएँगे। बस से सबसे पहले आपको कोटद्वार जाना होगा।
कोटद्वार से आपको बस बदलनी होगी। यहां से आप दूसरी बस से लैंसडाउन पहुंच जाएँगे। इसके अलावा आप कार आदि के द्वारा भी जा सकते हैं।
ट्रेन से लैंसडाउन कैसे जाएं?
यदि आप रेलगाड़ी से लैंसडाउन जान चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लैंसडाउन में कोई भी रेलवे स्टेशन नही हैं।
आपको यहां के नजदीक के रेलवे स्टेशन कोटद्वार में उतरना होगा। लैंसडाउन से कोटद्वार की दूरी करीब 50 किमी की है। स्टेन से लैंसडाउन तक जाने में आपको कार या फिर कैब को बुक कर सकते हैं।
हवाई जहाज से लैंसडाउन कैसे जाएं?
हवाई जहाज से लैंसडाउन जाने के लिए आपको देहरादून एयरपोर्ट पर उतरना होगा। देहरादून में जॉली ग्रांट हवाई अड्डा बना हुआ हैं।
आप किसी भी शहर से हवाई जहाज के द्वारा आ सकते हैं। देहरादून से लैंसडाउन जाने के लिए आप कैब या कार आदि के द्वारा जा सकते हैं।
लैंसडाउन में ठहरने की जगह
लैंसडाउन उत्तराखंड में स्थित एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है। गर्मियों के मौसम में भारत भर से हजारों की संख्या में पर्यटक इस हिल स्टेशन पर घूमने के लिए आते हैं, जिसके कारण यहां पर ठहरने की अच्छी सुविधा है।
लैंसडाउन में ठहरने के लिए आपको आरामदायक होटल और रिसॉर्ट मिल जाते हैं। हालांकि लग्जरी सुविधाओं के साथ अगर आपको होटल यहां चाहिए तो कुछ मुख्य होटल आपको हिल स्टेशन से थोड़ी दूर जगह पर मिलेंगे।
लेकिन कुछ औपनिवेशिक शैली के होटल आपको लैंसडाउन के अंदर भी मिल जाएंगे। आप ऑनलाइन भी इन होटल में रूम बुकिंग कर सकते हैं।
लैंसडाउन घूमने का खर्चा
लैंसडाउन घने और और देवदार के जंगलों से घिरा हुआ एक खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहां पर सेंट मैरी चर्च, सेंट जॉन चर्च, कालेश्वर महादेव मंदिर, दुर्गा देवी मंदिर, तारकेश्वर महादेव मंदिर, भीम पकौड़ा, भुल्ला ताल जैसे विभिन्न खूबसूरत पर्यटन स्थल है।
इन सभी पर्यटन स्थलों को देखने के लिए कम से कम 3 से 4 दिन का समय चाहिए होगा। इसीलिए आप लैंसडाउन घूमने के लिए तीन से चार दिन की योजना बना सकते हैं।
बात करें लैंसडाउन घूमने का खर्चा तो लैंसडाउन घूमने का खर्चा काफी कम है। यहां पर 600 से 700 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से आपको होटल में ठहरने का जगह मिल जाता है।
इसके अतिरिक्त यहां पर खाने-पीने पर भी न्यूनतम प्रतिदिन का ₹200 से ₹300 का खर्चा होगा। बाकी खर्चा आप के आवागमन पर निर्भर करता है।
FAQ
यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय गर्मियों का मौसम है। इस दौरान आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
यह उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले में स्थित है।
यहां पर घूमने लिए जाते हैं तो आपके पास कम से कम 7000 से लेकर 8,000 रुपए होने चाहिए। तब आप इस जगह पर आसानी से घूम सकते हैं।
लैंसडाउन में घूमने एवम रुकने के लिए कई सारे होटल और रेस्टोरेंट बने हैं। आप अपने बजट के अनुसार होटल में रुक सकते हैं।
निष्कर्ष
लैंसडौन हिल स्टेशन घूमने के हिसाब से बेहद खूबसूरत और रोमांचक जगहों में से एक है। यदि आप वर्ल्ड टूर या भारत भ्रमण पर निकले हैं, तो लैंसडाउन एक बार अवश्य घूमे। यहां स्थित नेशनल पार्क, पहाड़, झील इत्यादि के लिए काफी फेमस है।
इस लेख में लैंसडाउन में जाने की जगहें (Lansdowne Me Ghumne ki Jagah) के बारे में विस्तार से बताने के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी शेयर की है।
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