Imphal me Ghumne ki jagah: इम्फाल एक अत्यंत खूबसूरत शहर है, जो मणिपुर की राजधानी है। यह शहर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। इस शहर की खूबसूरती विश्व विख्यात है।
यहां पर हरी-भरी पहाड़ियां, खूबसूरत वादियां, आकर्षक प्राचीन स्थल, प्राकृतिक सौंदर्य, घास के मैदान, चारों तरफ हरियाली ही हरियाली, खूबसूरत पेड़ पौधे, रंग-बिरंगे फूल, ठंडी बहती हवा, पानी के झरने, नदिया, तलाब, प्राचीन स्मारक, मणिपुर की राजधानी इम्फाल को खूबसूरती में विश्वविख्यात करती है।
यहां पर अनेक तरह के जनजाति और आदिवासी लोगों का निवास है। यहां पर अनेक प्रकार की वनस्पतियां, जीव, पेड़ पौधे और परंपराओं की खूबसूरती देखी जाती है। यहां के लोगों की संस्कृति, भाषा विचार, रहन-सहन, पहनावा इत्यादि लाजवाब है।
यह भारत का सबसे समर्थ शहर कहा जाता है। क्योंकि प्राचीन समय में यहां पर खजाना छुपा हुआ था। ऐतिहासिक रूप से यह एक अत्यंत खूबसूरत और आकर्षक स्थल है। हर वर्ष यहां पर लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
इम्फाल का इतिहास
इम्फाल का इतिहास अत्यंत प्राचीन है। इसका इतिहास एक शताब्दी ईस्वी पूर्व से शुरू होता है। जब यह क्षेत्र म्यांमार का ही एक भाग हुआ करता था। वह समय यहां पर अनेक तरह की जनजातियों के लोग रहते थे, जो आपस में सत्ता हेतु लड़ाई करते थे।
प्राचीन समय में यहां पर अनेक तरह की जनजाति और शासक हुए। जिनमें निंगथोजा जनजाति तथा क्षराजा खगम्बा ने अपने वर्षों तक यहां पर शासन किया। उसके बाद इनके वंशज ने भी सत्ता संभाली थी।
आखिरकार सन 1826 ईस्वी में राजा जयसिंह ने इसे भारत में मिला लिया। ब्रिटिश शासन काल में अंग्रेजों ने भी यहां पर अनेक वर्षों तक अपना शासन स्थापित किया था तथा उन्होंने यहां पर व्यापारिक केंद्र बना दिया था।
लेकिन भारत के आजादी के साथ ही यह आजाद हो गया तथा सन 1972 में मणिपुर नाम के राज्य का गठन कर दिया और इंफाल को मणिपुर की राजधानी घोषित कर दी थी।
इम्फाल में घूमने की जगह (Imphal Tourist Places in Hindi)
कंगला किला
इम्फाल खूबसूरती के मामले में प्राकृतिक ही नहीं ऐतिहासिक रूप से भी महत्व रखता है। जहां पर अनेक सारे प्राचीन काल के मंदिर और स्मारक बने हुए हैं, जिनमें से अनेक सारे स्मारक खंडहरों में तब्दील हो चुके हैं।
फिर भी उन्हें देखकर लोग इतिहास का महत्व समझ सकते हैं, इतिहास में जान सकते हैं, भारत की संस्कृति पहचान सकते हैं और उस समय को ज्ञात कर सकते हैं।
अत्यंत प्राचीन काल के स्मारक खंडहरों में तब्दील होने के बावजूद भी पर्यटक यहां पर उनकी खूबसूरती को निहारने के लिए आते हैं। खंडहर में तब्दील हो चुकी है।
इमारतें अपना इतिहास बयां करती है। अपनी सभ्यता और संस्कृति का गुणगान करती है। यहां पर आमतौर पर लोग परिवार के साथ घूमने हेतु आते हैं।
एबुधो थांगजिंग मंदिर
यह एक अत्यंत प्राचीन मंदिर है, जो धार्मिक दृष्टि से आकर्षक का प्रमुख केंद्र है। कहा जाता है कि 14 अप्रैल सन् 1944 को यहां पर सुभाष चंद्र बोस ने स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत सबसे पहले यही से की थी।
यहां पर अनेक प्रकार के त्योहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। यह एक अत्यंत पवित्र तीर्थ स्थल है, जहां देश विदेश के लोग आते हैं। इसे भारतीय इतिहास में देश की स्वतंत्रता के साथ भी जोड़कर देखा जाता है। भारतीय इतिहास में इस जगह को खास महत्व दिया गया है।
थ्री मदर्स आर्ट गैलरी
इस संग्रहालय में प्राचीन समय की संस्कृति, इतिहास, विरासत, परंपरा, शिक्षा, पद्धति, उस समय की कुछ महत्वपूर्ण वस्तुएं, कलाकृतियां, पुरानी कथाएं, मूर्तियां, नक्काशी, युद्ध के हथियार, इत्यादि अनेक प्रकार के साक्ष्य देखने को मिलते हैं।
इस संग्रहालय का निर्माण 1978 में करवाया गया था। यह एक अत्यंत खूबसूरत और आकर्षक गैलरी है। जहां देश-विदेश के पर्यटक आते हैं।
मणिपुर जूलॉजिकल गार्डन
इस गार्डन की स्थापना 1976 में करवाई गई थी। यह एक अत्यंत खूबसूरत और हरा भरा गार्डन है। यहां पर लोग कुछ समय शांति से व्यतीत करने हेतु आते हैं।
चारों तरफ से पहाड़ियों से घिरा हुआ, यह गार्डन अत्यंत खूबसूरत और लाजवाब लगता है। यहां अनेक प्रकार की प्रजातियों के वन्यजीव और पेड़ पौधे स्थित हैं, जो पर्यटकों का बखूबी मनोरंजन करवाते हैं।
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शहीद मीनार
अंग्रेजों के शासन काल में स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रहे अनेक सारे स्वतंत्रता सेनानियों ने इसी जगह पर अपनी कुर्बानी दे दी थी। अपना बलिदान दे दिया था। इसीलिए यहां पर 11 मीटर की लंबाई वाला शहीद मीनार बनाया गया है, जो शहीदों की याद को दर्शाता है।
यहां पर आने वाले लोग इन्हें शहीद वीरों को श्रद्धांजलि देते हैं। इसके आसपास एक पार्क बना हुआ है, जो अत्यंत खूबसूरत है। यहां पर पर्यटक कुछ समय विश्राम करते हैं।
केइबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान
यह राष्ट्रीय उद्यान 40 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे वर्ष 1977 में राष्ट्रीय स्मारक के रूप में घोषित कर दिया गया। यह एक अत्यंत खूबसूरत पार्क है।
यहां पर अनेक प्रकार की जंगली जानवरों की प्रजातियां रहती है। पर्यटक यहां पर आकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। यह एक प्रचलित राष्ट्रीय उद्यान है, जो अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है।
श्री गोविंदजी मंदिर
यह एक अत्यंत प्राचीन और आकर्षक मंदिर है। इसकी खूबसूरती लोगों का मन मोह लेती है। प्राचीन समय में अद्भुत कलाकृतियां और हिंदू वास्तुकला के आधार पर इस मंदिर का निर्माण करवाया गया, जो एक अत्यंत प्राचीन स्मारक के रूप में जाना जाता है।
यहां पर अनेक प्रकार की हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां स्थित है। यहां पर भगवान श्री कृष्ण, भगवान जगन्नाथ, माता सुभद्रा, बलराम, इत्यादि मूर्तियां स्थित है। इस मंदिर की वास्तुकला काफी आकर्षक और अद्भुत लगती है।
थारोन गुफा
यह एक अत्यंत प्राचीन गुफा है, जो पर्यटकों के लिए घूमने की जगह है। इस गुफा के बाहर नक्शे लगाए गए हैं, जिसकी मदद से लोग इस गुफा में घूमते हैं। यह एक अत्यंत लंबी और विशालकाय गुफा है, जिसे प्राचीन समय की बताई जा रही है।
इम्फाल घूमने हेतु आने वाले लोग एक बार इस गुफा पर जरूर आते हैं। यहां पर प्रकृति का वास्तविक सौंदर्य देखने को मिलता है। इसके आसपास घने जंगल, वन, पेड़ पौधे इत्यादि हरा-भरा क्षेत्र देखने को मिलता है।
लोकटक झील
इम्फाल में अनेक सारी खूबसूरत और आकर्षक जगह है। यहां पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। इनमें लोकतक झील शामिल है। यह एक अत्यंत खूबसूरत और आकर्षक झिल है। यहां पर दूर-दराज से लोग घूमने हेतु आते हैं।
इस झील के आसपास छोटे-छोटे दूरी पर द्विप बने हुए हैं, जो पर्यटकों के लिए आकर्षक का प्रमुख केंद्र है। इस झील के आसपास अनेक सारे रिसॉर्ट और होटल्स भी बने हुए हैं, जो पर्यटकों के लिए सुविधाजनक है।
सिंगदा बांध
यह बांध इंफाल शहर से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां का नजारा काफी लाजवाब दिखता है। यहां से प्रकृति का दृश्य अत्यंत खूबसूरत दिखता है।
यहां पर लोग अपने परिवार के साथ घूमने हेतु आते हैं। मिट्टी से बना हुआ यह बांध अत्यंत ऊंचाई पर स्थित है। यहां पर शांत जगह पर्यटकों का मन मोह लेती है।
मणिपुर स्टेट म्यूजियम
इस म्यूजियम में ऐतिहासिक काल की संस्कृति, इतिहास, जीवन शैली, शिक्षा पद्धति इत्यादि देखने को मिलती है। इस म्यूजियम की स्थापना 1975 में करवाई गई थी।
यह एक अत्यंत प्राचीन और ऐतिहासिक चित्र कलाकार्यों से बनाया गया म्यूजियम है, जो आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। यहां पर हर वर्ष अनेक पर्यटक इतिहास का महत्व समझने हेतु आते हैं।
इम्फाल घूमने जाने का सबसे अच्छा समय
इम्फाल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य विश्व भर में प्रचलित है। इसलिए देश और दुनिया के अलग-अलग जगहों से लोग घूमने के लिए आते हैं। इसीलिए आपको यहां पर घूमने हेतु मार्च से अप्रैल का समय तय करना चाहिए।
इस दौरान आपको यहां का वातावरण अनुकूलित लगेगा और कोई भी परेशानी नहीं होगी। उसके बाद यहां पर मानसून करवट ले लेगा, जिसके बाद यहां रुकना खतरे से खाली नहीं होगा।
आमतौर पर यहां लोग परिवार के साथ घूमने के लिए आते हैं और अभी नवविवाहित जोड़े हनीमून मनाने के लिए भी आते हैं।
इम्फाल का प्रसिद्ध स्थानीय खाना
इम्फाल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। इसलिए यहां पर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। पर्यटकों को देखते हुए यहां पर देश विदेश के सभी भोजन उपलब्ध कराए गए हैं।
इम्फाल की सभी दार्शनिक जगहों के आस-पास बड़े-बड़े होटल और रेस्टोरेंट उपस्थित हैं। इन रेस्टोरेंट में आप अपनी इच्छा के अनुसार और अपने स्वाद के अनुसार कोई भी भोजन कर सकते हैं।
यहां पर आपको आमतौर पर सभी भोजन खाने के लिए मिल जाएंगे, यहां पर शाकाहारी तथा मांसाहारी दोनों ही प्रकार के भोजन उपलब्ध है। यहां सुखी मछली, चावल और गुड से बना व्यंजन।
भारतीय थाली, फ्रेंच थाली, इटालियन थाली, चीनी थाली, तिब्बत के स्थानीय भोजन इस प्रकार के भोजन और व्यंजन खाने के लिए मिल जाते हैं।
इम्फाल में रुकने की जगहें
इम्फाल यह एक ऐसा पर्यटक स्थल है, जहां पर देश ही नहीं बल्कि विदेश के लोग घूमने आते हैं। यह एक अत्यंत खूबसूरत और प्राचीन शहर है, जो अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। यहां पर प्राकृतिक सुंदरता विशेष रूप से देखी जा सकती हैं।
यहां पर अनेक प्रकार की होटल में बनी हुई है, जहां पर पर्यटक रुक सकते हैं। पर्यटन की दृष्टि से यहां पर बड़ी-बड़ी होटल, लग्जरी होटल, वीआईपी होटल, सामान्य होटल इत्यादि अनेक प्रकार के होटल बनी हुई है। यहां पर आप अपनी सुविधा के अनुसार और अपने बजट के अनुसार रुक सकते हैं।
इम्फाल कैसे पहुंचे?
इम्फाल मणिपुर की राजधानी है, जो एक अत्यंत खूबसूरत और आकर्षक जगह है। यह जगह अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती है। यहां पर हर वर्ष लाखों की संख्या में देश-विदेश के पर्यटक आते हैं।
यदि आप यहां पर घूमने के लिए जा रहे हैं? तो आपके पास कई विकल्प है। जैसे- फ्लाइट के जरिए, बस के जरिए, रेल के जरिए, सड़क मार्ग के जरिए, घूमने के लिए जा सकते हैं।
फ्लाइट से इम्फाल कैसे जाएं?
यदि आपने इम्फाल घूमने जाने के लिए फ्लाइट का चयन किया है तो यह आपके लिए उत्तम विकल्प हो सकता है। क्योंकि इससे आप कुछ ही समय में इम्फाल पहुंच जाएंगे। जबकि दूसरे यातायात के साधनों से काफी अधिक समय लगता है।
अब यदि आपने फ्लाइट से इम्फाल घूमने जाने का प्लान बना लिया है तो आपको अपने नजदीकी हवाई अड्डा या अपने शहर के हवाई अड्डे से इंफाल हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरनी होगी। इससे पहले आपको वहां पर जाने वाली फ्लाइट की जानकारी ले लेनी है।
इम्फाल ट्रेन से कैसे जाएं?
रेल का सफर काफी रोमांचक और सुविधाजनक माना जाता है। इसीलिए आमतौर पर ज्यादातर लोग रेल से ही सफर करते हैं। परंतु कुछ जगह पर रेल की कनेक्टिविटी नहीं है, रेल मार्ग नहीं है।
इसीलिए जिस जगह पर आप घूमने हेतु जा रहे हैं, वहां पर आपको पहले ध्यान देना चाहिए कि रेल मार्ग है या नहीं है। हम आपको बता दें कि इम्फाल में किसी भी राज्य से सीधे रेल मार्ग के जरिए नहीं जा सकते। यहां पर रेल मार्ग उपस्थित नहीं है।
हालांकि आप इम्फाल के नजदीकी किसी दूसरे शहर रेल के जरिए जा सकते हैं। जैसे- दीमापुर। फिर वहां से लोकल गाड़ी की मदद से मणिपुर की राजधानी इम्फाल घूमने हेतु जा सकते हैं।
किसी भी जगह पर घूमने हेतु जाने से पहले आपको वहां पर कौन-कौन से यातायात साधन और मार्ग है, इस बारे में जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए।
सड़क मार्ग से इम्फाल कैसे जाएं?
सड़क मार्ग से इम्फाल पहुंचना काफी सुविधाजनक हो चुका है, क्योंकि वर्तमान समय में भारत सरकार की अनेक सारी परियोजनाओं के तहत संपूर्ण भारत को नए नए राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा गया है। नई-नई सड़कों का निर्माण किया गया है, जिससे अब कुछ ही समय में किसी भी राज्य पहुंचा जा सकता है।
देश के किसी भी कोने में जाने के लिए अब ज्यादा समय नहीं लगता है। इसलिए यदि आप इम्फाल घूमने हेतु जा रहे हैं तो सड़क मार्ग का चयन करना आपके लिए उत्तम हो सकता है।
आप अपने शहर से बस के द्वारा इंफाल घूमने तो जा सकते हैं या अपनी खुद की कार लेकर भी जा सकते हैं। आप चाहे तो कोई टूरिस्ट गाड़ी बुक करके भी इंफाल घूमने हेतु जा सकते हैं।
FAQ
इम्फाल मणिपुर में स्थित है, यह मणिपुर की राजधानी है।
इम्फाल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रचलित है। यहां की खूबसूरत प्राकृतिक वादियां और हरियाली के लिए पर्यटक घूमने हेतु आते हैं।
इम्फाल घूमने का सबसे अच्छा समय ग्रीष्म ऋतु है। गर्मियों के समय आप मार्च से जुलाई के बीच कभी भी जा सकते हैं।
इम्फाल घूमने हेतु जाने के अनेक सारे विकल्प है। जैसे फ्लाइट, रेल, बस, कार इत्यादि यातायात के साधनों से आप जा सकते हैं।
निष्कर्ष
इम्फाल मणिपुर की राजधानी है। यह शहर अत्यंत खूबसूरत और आकर्षक हैं। इसलिए यहां पर देश-विदेश के पर्यटक घूमने हेतु आते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको इम्फाल में घूमने की जगह (Imphal me Ghumne ki jagah), घुमने कैसे पहुंचे, कहां पर रुके? के बारे में पूरी जानकारी विस्तार से बताई हैं।
हमें उम्मीद है कि यह जानकारी आपके लिए जरूर ही उपयोगी साबित हुई होगी। यदि आपका इस जानकारी के बारे में कोई भी प्रश्न है तो आप कमेंट करके बता सकते हैं।
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