Gorakhpur Me Ghumne ki Jagah: गोरखपुर उत्तर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख जिला हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी भी इसी जगह के रहने वाले हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से करीब गोरखपुर की दूरी 260 किलोमीटर हैं। गोरखपुर एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल भी है, जहां पर आपको घूमने के लिए कई सारी जगह मिल जाएगी।
गोरखपुर को धार्मिक स्थल भी कहा जाता हैं। यहां पर आपको भारत के कई प्रसिद्ध मंदिर देखने को मिल जायेगे। यहां पर देश के पर्यटक तो आते ही इसके अलावा विदेशी पर्यटक भी आना नही भूलते हैं।
गोरखपुर में आपको मंदिर, झील और ऐतिहासिक जगह देखने को मिल जाती हैं। गोरखपुर शहर का नाम प्रसिद्ध संत गुरु गोरख नाथ जी के नाम पर इस जगह का नाम गोरखपुर हुआ।
आज के लेख में हम आपको गोरखपुर में कौन-कौन सी घूमने की जगह हैं? गोरखपुर कैसे जाएं? गोरखपुर का प्रसिद्ध भोजन क्या है, तथा गोरखपुर में रुकने की कौन सी जगह हैं? आपके इन सभी प्रश्नों के उत्तर इस लेख में जानने को मिलेंगे।
गोरखपुर में घूमने की जगह | Gorakhpur Me Ghumne ki Jagah
गोरखपुर के बारे में रोचक तथ्य
- गोरखपुर में दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म स्थित हैं।
- गोरखपुर का नाम गुरु गोरखनाथ के नाम पर रखा गया था।
- यहां मौजूद प्लेटफॉर्म को सन 1930 में गिनीज बुक में रिकॉर्ड किया गया था।
- उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ जी इसी जिले के हैं।
गोरखपुर में लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Gorakhpur Tourist Places in Hindi)
गोरखपुर का तारामंडल
यदि आप ब्रह्मांड के बारे में रुचि रखते हैं और उसके बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आप गोरखपुर के तारामंडल में जा सकते हैं।
इस जगह पर तारे और ब्रह्मांड के बारे में सारी जानकारी दी जाती हैं। तारामंडल की दूरी रेलवे स्टेशन से करीब 6 किलोमीटर है। तारामंडल जाने के लिए आप रिक्शा या फिर बस आदि का प्रयोग करके जा सकते हैं।
गोरखपुर का विंध्यवासिनी पार्क
गोरखपुर रेलवे स्टेशन से विंध्यवासिनी पार्क की दूरी 3 किलोमीटर हैं। इस पार्क की स्थापना वर्ष 1952 में हुई थी। विंध्यवासिनी पार्क करीब 35 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ हैं।
स्थानीय लोग पार्क में सुबह योगा तथा टहलने के लिए आते हैं। पार्क में कई सारे पौधे तथा पर लगे हुए हैं। गोरखपुर के इस पार्क में भी आप घूम सकते हैं।
गोरखपुर का चिड़ियाघर
गोरखपुर का चिड़ियाघर रेलवे स्टेशन से करीब 12 से 14 किलोमीटर दूर स्थित हैं। चिड़ियाघर का नाम अशफ़ाकउल्ला चिड़ियाघर है तथा इसका उद्घाटन 27 मार्च को किया गया था। यह चिड़ियाघर करीब 131 एकड़ की भूमि पर बना हुआ हैं।
गोरखपुर के इस प्राणी उद्यान में करीब 153 प्राणी लाए गए थे तथा इसको बनाने में करीब 260 करोड रुपए खर्च हुआ था। स्टार उद्यान में आपको कई प्रकार के जानवर देखने को मिल जाएंगे। यह पूर्वांचल का सबसे बड़ा प्राणी उद्यान में से एक हैं।
चिड़ियाघर किया प्राणी उद्यान में जाने के लिए आप सुबह 9 बजे जा सकते हैं तथा इसके गेट बंद होने का समय 5 बजे हैं। अशफाक उल्ला खा चिड़ियाघर में सोमवार को सप्ताहिक बंधी रहती हैं। प्राणी उद्यान में जाने पर आपको टिकट भी लेना होता है।
यदि आपके साथ कोई छोटा बच्चा जिसकी उम्र 6 वर्ष से कम है, तो उसकी टिकट नहीं लेनी होगी। यदि 6 वर्ष से लेकर 13 वर्ष के बीच में है, तो उसको ₹25 के टिकट लगेगी। इसके अलावा जिनकी आयु 13 वर्ष से अधिक है उनको ₹50 की टिकट लेनी होगी।
गोरखनाथ मंदिर
गोरखनाथ मंदिर के महंत श्री योगी आदित्यनाथ जी थे लेकिन वह वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं। यह मंदिर गोरखपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर में से एक है तथा प्रत्येक वर्ष जहां पर मेले का आयोजन किया जाता है तथा प्रसाद में खिचड़ी का भोज कराया जाता हैं।
गोरखनाथ मंदिर करीब 52 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है तथा मंगलवार के दिन यहां पर भक्तों की भारी भीड़ होती हैं। मंदिर में दर्शन करने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।
गोरखपुर का कुसमी जंगल
गोरखपुर का यह जंगल कुशी नगर मार्ग और देवरिया के मार्ग के बीच में पड़ता हैं। जंगल में आपको कई सारे जानवर देखने को मिल जाते हैं। जंगल के बीचों बीच में मार्ग बनाया गया है तथा यहीं पर एक बुढ़िया माता मंदिर भी बना हुआ हैं।
गोरखपुर के इस जंगल के पास में ही गोरखपुर का एयरपोर्ट बना है, जिससे आप मुंबई दिल्ली अन्य कई जगहों के लिए फ्लाइट की सुविधा ले सकते हैं।
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गोरखपुर का रेलवे संग्रहालय
गोरखपुर के रेलवे संग्रहालय में आपको कई सारी प्राचीन चीजें देखने को मिल जाती हैं। यहां पर लंदन से लाया गया इंजन भी रखा हुआ हैं। इसके अलावा इस संग्रहालय में आपको रेलवे के पुराने डिब्बे, इंडियन आदि देखने को मिल जाते हैं इस संग्रहालय में आपको एक लाइब्रेरी भी देखने को मिलेगी।
इसके अंदर आपको पुराने समय के टिकट, समय सारणी आदि देखने को मिल जाएगी। रेलवे का संग्रहालय खुलने का समय दोपहर 12 बजे है तथा शाम के 8 बजे यह संग्रहालय बंद हो जाता हैं। यदि आप रेलवे के इस संग्रहालय को देखना चाहते हैं तो आपको ₹10 की टिकट लेनी होगी।
गोरखपुर का बुढ़िया माता मंदिर
इस मंदिर को देखने के लिए आपको गोरखपुर के कुसमी जंगल से होकर जाना पड़ेगा। यह मंदिर जंगल के बीचो बीच बना हुआ है तथा गोरखपुर का सबसे प्रसिद्ध मंदिर बुढ़िया माता मंदिर हैं। मंदिर के दर्शन करने के लिए भक्तों का आना जाना लगा रहता हैं।
यहां पर आने वाले भक्तों का मानना है कि माता के मंदिर से आप जो भी मनोकामना मांगेंगे, वह हमेशा पूर्ण होगी तथा यहां पर अधिक मात्रा में बंदर रहते हैं। इसके साथ ही आपको यहां पर प्राकृतिक नजारे देखने को मिलेगे।
गोरखपुर का रामगढ़ ताल
यह जगह गोरखपुर की सबसे प्रसिद्ध जगह में से एक है। रामगढ़ ताल करीब 1800 के एकड़ में फैला हुआ हैं। इस जगह पर आप नौका विहार का आनंद ले सकते हैं। बहुत से लोग यहां पर अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने भी आते हैं।
रामगढ़ ताल में शाम के समय सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है क्योंकि इसमें जगह-जगह पर लाइटों का इस्तेमाल किया गया है। यदि आप वोटिंग आदि का लुफ्त उठाना चाहते हैं, तो आपको ₹100 के टिकट लेनी होगी।
गोरखपुर का रेलवे स्टेशन
गोरखपुर के रेलवे स्टेशन को दुनिया का सबसे बड़ा या लंबा रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता हैं। इसके प्लेटफार्म की लंबाई 4483 फिट हैं। स्टेशन पर लगी हुई लाइटों के कारण रात्रि में यह स्टेशन देखने लायक होता हैं।
गोरखपुर का विष्णु मंदिर
गोरखपुर का विष्णु मंदिर गोरखपुर रेलवे स्टेशन से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यदि आप गोरखपुर में घूमने के लिए आते हैं, तो इस मंदिर में जाना ना भूले। विष्णु मंदिर का निर्माण 12 वीं शताब्दी में हुआ था तथा इस मंदिर के अंदर भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित हैं।
मंदिर के अंदर स्थित विष्णु की मूर्ति काले कसौटी पत्थर के द्वारा बनी हुई हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार जानकारी मिली है कि पहले इस जगह पर एक पत्थर हुआ करता था। लोग इस पत्थर पर अपने औजारों को ध्यान लगाने के लिए प्रयोग किया करते थे।
एक दिन यह पत्थर अपनी जगह से हट गया तथा पत्थर के नीचे से भगवान विष्णु की प्रतिमा दिखाई पड़ी। इस तरह विष्णु मंदिर की स्थापना हुई।
गोरखपुर का गीता प्रेस
गीता प्रेस रेलवे स्टेशन से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। गीता प्रेस में हिंदू धर्म के दुर्लभ पुस्तकें, हैंडलूम, एवं वस्त्रों को सस्ती दरों पर बेचा जाता हैं।
गीता प्रेस रेती चौकी के पास स्थित हैं। यहां पर सफेद संगमरमर पर श्रीमद्भागवत गीता के 18 अध्यायों का श्लोक लिखा हुआ है। साथ ही में भगवान श्री कृष्ण कथा तथा श्री राम के कई सारे चित्र बने हुए हैं।
गोरखपुर का इमामबाड़ा
आप में से बहुत से लोग होंगे जो लखनऊ के इमामबाड़ा के बारे में जानते होंगे लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोरखपुर में भी इमामबाड़ा बना हुआ है जो कि रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हैं।
इमामबाड़े का निर्माण 1717 में बाबा हजरत ने करवाया था। यहां पर दो तजिए रखे हुआ हैं, जो की एक सोने का है और दूसरा चांदी का हैं।
गोरखपुर का सूर्य कुंड मंदिर
गोरखपुर का सूर्य कुंड मंदिर स्टेशन से 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है तथा इस जगह पर 1 साल बना हुआ है। पुराणों के अनुसार पता चला है कि इस जगह पर भगवान श्री राम ने वनवास के समय विश्राम किया था।
यह कुंड करीब 10 एकड़ में फैला हुआ हैं। गोरखपुर घूमने आने पर आप इस जगह पर घूम सकते हैं।
गोरखपुर का बौद्ध संग्रहालय
बौद्ध संग्रहालय रामगढ़ ताल के पास में ही स्थित है तथा यहां पर पदों का आना जाना लगा रहता हैं। सन 1987 में इस संग्रहालय की स्थापना की गई थी।
इस संग्रहालय में आपको प्राचीन से प्राचीन तक की वस्तुएं देखने को मिल जायेगी। यहां पर आपको हाथी के दांत, मिट्टी के बन हुए बर्तन, कांस्य की मूर्ति आदि देखने को मिल जाती हैं।
गोरखपुर में खाने के लिए प्रसिद्ध भोजन
गोरखपुर अपने स्वादिष्ट खाने के लिए जाना जाता हैं। यदि आप खाने के शौकीन है तो गोरखपुर के व्यंजन का आनंद ले तथा यहां के प्रसिद्ध भोजन को एक बार जरूर चखे। गोरखपुर के प्रसिद्ध भोजन में सबसे पहले मुगलई भोजन, काकोरी कबाब, ग्लावती कबाब, गोरखपुर की मिठाई आदि।
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गोरखपुर में रुकने की जगह
गोरखपुर में रुकने के लिए काफी जगह है। यदि आप होटल आदमी रुकना चाहते हैं तो रुक सकते हैं। इसके अलावा गोरख नाथ मंदिर के पास में रुकने के लिए कई सारी धर्मशालाएं बनी हुई है, जिसमें आप रुक सकते हैं। यदि आप इन धर्मशाला में नहीं रुकना चाहते हैं तो अपने लिए होटल को बुक कर सकते हैं। यहां पर आपको सस्ते दर और उच्च दर दोनो पर होटल मिल जाएंगे।
गोरखपुर में घूमने के लिए सबसे अच्छा समय
यदि आप गोरखपुर में घूमने के लिए जाना चाहते हैं, तो आप बारिश के मौसम में जाएं क्योंकि यहां पर बारिश के मौसम में नजारा देखने वाला होता है। इसके लिए आप अगस्त से अक्टूबर तथा फरवरी से लेकर मार्च तक आप गोरखपुर में घूमने के लिए जाएं। इस दौरान मौसम ना ज्यादा गर्म होता है ना ज्यादा ठंडा। इसलिए आप गोरखपुर के सभी जगहों पर आसानी से घूम पाएंगे।
गोरखपुर कैसे जाएं
गोरखपुर जाने के लिए आप बस, ट्रेन, वायुयान आदि का इस्तेमाल करके जा सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा गोरखपुर कैसे जाएं?
गोरखपुर शहर नेशनल हाईवे पर स्थित है जो कि यह हाईवे उत्तर प्रदेश के कई जिलों को एक साथ जोड़ता हैं। आप उत्तर प्रदेश परिवहन के द्वारा भी गोरखपुर में घूमने के लिए जा सकते हैं।
ट्रेन से गोरखपुर कैसे जाएं?
जैसा कि आपको पता ही है कि गोरखपुर का रेलवे स्टेशन या प्लेटफार्म दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफार्म में से एक है तो यहां पर सभी गाड़ियां रुकती हैं। आप जिस भी बड़े शहर से आना चाहते है। यहां पर आ सकते हैं।
वायुयान के द्वारा गोरखपुर कैसे जाएं?
वायुयान के द्वारा गोरखपुर आने के लिए आपको गोरखपुर से करीब 10 किलोमीटर की दूरी पर हवाई अड्डा बना हुआ हैं। जहां से आप दिल्ली मुंबई चेन्नई आदि किसी भी जगह की फ्लाइट के द्वारा यहां पर आ सकते हैं।
गोरखपुर कैसे घूमे?
गोरखपुर जिले में घूमने के लिए आप बस या फिर टैक्सी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा ऐसी बहुत सी जगह है, जहां पर आप सरकारी बस के द्वारा भी जा सकते हैं। गोरखपुर घूमने के लिए आपके पास कम से कम 3 से 5 दिनों का समय होना चाहिए क्योंकि कई ऐसे जगह है जहां पर जाने में अधिक समय लग सकता हैं।
FAQ
गोरखपुर में घूमने के लिए बहुत सारी जगह है इसके लिए आप लेख को पूरा पढ़ें।
गोरखपुर लखनऊ से करीब 280 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं।
गोरखपुर घूमने के लिए आपके पास कम से कम 5 से ₹6000 होना चाहिए
निष्कर्ष
हमने अपने आज के इस महत्वपूर्ण लेख में आप सभी लोगों को गोरखपुर में घूमने की जगह ( Gorakhpur Me Ghumne ki Jagah) से संबंधित विस्तार पूर्वक से जानकारी प्रदान की हुई है और हमें उम्मीद है कि हमारे द्वारा दी गई आज की महत्वपूर्ण जानकारी आपके लिए काफी ज्यादा यूज़फुल और हेल्पफुल साबित हुई होगी। आपको गोरखपुर घूमने में और वहां तक पहुंचने में हमारा यह लेख पूरी सहायता करेगा।
अगर हमारे द्वारा दी गई आज आज कि यह महत्वपूर्ण जानकारी आपके लिए जरा सी भी हेल्पफुल रही हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले।
अगर आपके मन में हमारे आज के इस लेख से संबंधित कोई भी सवाल या फिर कोई भी सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हो और हमारे इस महत्वपूर्ण लेख को अंतिम तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आपका कीमती समय शुभ हो।
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