जाने वैष्णो देवी यात्रा कैसे करें?, खर्चा, चढ़ाई व जाने का सही समय

Vaishno Devi Kaise Jaye

Vaishno Devi Kaise Jaye: मां वैष्णो देवी का मंदिर भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक है और यह भारत के सबसे पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। vaishno devi yatra को देश के सबसे कठिन और पवित्र यात्रा में से एक माना जाता है।

क्योंकि यह मंदिर जम्मू कश्मीर में स्थित त्रिकूट पर्वत की गुफा में है, जहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को 13 किलोमीटर की मुश्किल चढ़ाई करनी पड़ती है। यही वजह है कि vaishno devi yatra पर जाने से पहले श्रद्धालुओं को आवश्यक सभी जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए ताकि उनकी यात्रा में कोई भी अडचन ना आए।

इसी उद्देश्य से यह लेख हम लेकर आए हैं, जिसमें vaishno devi yatra से जुड़ी सारी जानकारी हमने बताई है। जिसमें वैष्णो देवी जाने का खर्चा, वैष्णो देवी की चढ़ाई में कितना समय लगता है, वैष्णो देवी की चढ़ाई कितनी है, वैष्णो देवी कब जाना चाहिए आदि के बारे में विस्तार से बताया है।

यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे वाट्सऐप पर जुड़ें Join Now
यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे टेलीग्राम पर जुड़ें Join Now

वैष्णो देवी मंदिर के बारे में कुछ रोचक तथ्य

  • मां वैष्णो देवी का मंदिर जम्मू कश्मीर में स्थित त्रिकूट पर्वत के भीतर एक गुफा में स्थित है। उस मंदिर में महाकाली, महालक्ष्मी और मां सरस्वती तीन प्राकृतिक रूप से निर्मित चट्टानों से मां को मूर्त स्वरूप दिया गया है।
  • कहा जाता है कि मां वैष्णो देवी मंदिर का निर्माण पंडित श्रीधर ने करवाया था। कहा जाता है कि इस मंदिर के निर्माण करने के लिए मां वैष्णो देवी एक बच्ची के रूप में स्वयं पंडित श्रीधर के सपने में प्रकट हुई थी और उस गुफा में के बारे में बताया था, जहां पर अभी माता का मंदिर बना हुआ है।
  • कहा जाता है कि जिस गुफा में माता का मंदिर है, उस गुफा में मां वैष्णो देवी 9 महीने तक भैरवनाथ से छिप कर रही थी।
  • मां वैष्णो देवी का मंदिर जिस गुफा में बना हुआ है, उसे गर्भजून गुफा कहा जाता है। ऐसी आस्था है कि इस गुफा में जो भी महिलाएं प्रवेश करती हैं, उन्हें प्रसव के दौरान कोई समस्या नहीं होती है।
  • मां वैष्णो देवी मंदिर को भारत के 52 शक्तिपीठों में से सबसे दिव्या माना जाता है। कहते हैं कि इसी स्थान पर माता सती का मस्तिष्क गिरा था।
  • मां वैष्णो देवी की गुफा 10 लाख वर्ष पुरानी है। प्राचीन समय से ही मां वैष्णो देवी की यात्रा पर श्रद्धालु जाते आ रहे हैं।
  • मां वैष्णो देवी के मंदिर में तीन अलग-अलग प्रमुख गुफाएं हैं। सबसे पुरानी गुफा साल के ज्यादातर महीने बंद रहती है।
  • कहा जाता है कि मां वैष्णो देवी ने इसी गुफा में भैरव का वध किया था। उस समय भैरव का शरीर इसी गुफा में रह गया था और सिर घाटी में जा गिरी थी। आज भी इस गुफा में भैरव का शरीर मौजूद है।

वैष्णो देवी कब जाना चाहिए

मां के दर्शन करने के लिए कोई सही समय नहीं होता है। हर समय मां के दर्शन किए जा सकते हैं। मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरे साल खुली रहती है। लेकिन गर्मियों में मई से जून के दौरान मां वैष्णो देवी की यात्रा में ज्यादातर लोग जुड़ते हैं।

इसके अलावा नवरात्रि के दौरान यहां पर सबसे ज्यादा श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। क्योंकि नवरात्रि के 9 दिन तक मां वैष्णो देवी मंदिर की रौनक बहुत ही देखने लायक होती है। नवरात्रि के दौरान कटरा में बड़े जागरण का आयोजन होता है।

माता के भवन को बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया जाता है। हालांकि शर्दिय नवरात्रि अक्टूबर में शुरू होती है। इस दौरान जम्मू कश्मीर में ठंड काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए vaishno devi yatra थोड़ी सी मुश्किल हो सकती है।

वैष्णो देवी यात्रा से जुड़ी जरूरी जानकारी

कटरा से वैष्णो देवी की दूरी18 किलोमीटर
वैष्णो देवी घोड़े का किराया₹900
कटरा से वैष्णो देवी की चढ़ाई कितने किलोमीटर है13 किलोमीटर
कटरा से पैदल मार्ग से वैष्णो देवी पहुंचने में कितना समय लगता है3 से 4 घंटे

वैष्णो देवी मंदिर कैसे पहुंचे?

मां वैष्णो देवी मंदिर पहुंचने के लिए हवाई मार्ग, रेलवे मार्ग, सड़क मार्ग तीनों ही मार्ग उपलब्ध है। इन तीनों मार्ग के जरिए श्रद्धालु मां वैष्णो देवी मंदिर तक पहुंचने के लिए बेस कैंप कटरा तक पहुंच सकते हैं और फिर वहां से आगे की यात्रा पैदल तय करनी पड़ती है।

हवाई मार्ग

मां वैष्णो धाम पहुंचने के लिए हवाई मार्ग की भी मदद ली जा सकती है। कटरा जो कि मां वैष्णो देवी के मंदिर तक पहुंचने का आधार शिविर के रूप में कार्य करता है। यहां से माता के भवन तक 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है।

ऐसे में कटरा का सबसे पास का एयरपोर्ट जम्मू में है। कटरा से जम्मू की दूरी तकरीबन 48 किलोमीटर है। जम्मू एयरपोर्ट भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। नई दिल्ली से यहां तक पहुंचने में लगभग 80 मिनट का ही समय लगता है। कई सारी इंडियन एयरलाइंस दैनिक उड़ाने जम्मू के लिए भरती है। जम्मू पहुंचने के बाद टैक्सी या बस के जरिए कटरा पहुंच सकते हैं।

रेल मार्ग

मां वैष्णो धाम पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी रेल मार्ग कटरा रेलवे स्टेशन है, जो कि भारत के विभिन्न शहरों के साथ अच्छी रेल कनेक्टिविटी रखता है। इसके अलावा श्रद्धालु चाहे तो रेल मार्ग के जरिए जम्मू रेलवे स्टेशन पर भी उतर सकते हैं। लेकिन फिर यहां से बस या टैक्सी के जरिए ने कटरा पहुंचना होगा।

सड़क मार्ग

मां वैष्णो देवी मंदिर पहुंचने के लिए इसका बैस कैंप कटरा अच्छी तरीके से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। दिल्ली, अमृतसर, जम्मू जैसे कई विभिन्न शहरों से नियमित रूप से यहां के लिए बसें चलती है। इसके अलावा श्रद्धालु अपने निजी वाहन से भी यहां तक पहुंचते हैं और उसके बाद यहां से 13 किलोमीटर ट्रैकिंग मार्ग पर चलकर मंदिर पहुंचते हैं।

यह भी पढ़े: जाने 15+ मैहर में घूमने वाली जगह, दर्शन टाइम और शारदा देवी संपूर्ण यात्रा

वैष्णो देवी में रहने की व्यवस्था

मां वैष्णो देवी का बेस कैंप कटरा पहुंचने के बाद यहां पर ठहरने के लिए कई सारी होटल मौजूद है। जहां पर बेसिक सभी सुविधाएं मौजूद होती है। यहां पर आपको हर तरह से किराए पर रूम मिल जाता है।

लेकिन इसका ध्यान रखना जरूरी है कि अगर आप नवरात्रि में आते हैं तो यहां पर रूम मिलने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है। क्योंकि नवरात्रि पीक सीजन होता है, जिसके कारण यहां पर पहले से ही होटल में रूम की प्री बुकिंग होने लगती है। इसलिए आने से पहले यहां पर प्री बुकिंग कर लेना अच्छा है।

इसके अलावा मां वैष्णो धाम का मुख्य परिसर जिसे भवन के रूप में जाना जाता है। यहां पर भी मुफ्त या किराए में कई सारे धर्मशालाएं मिल जाती है, जहां पर आप ठहर सकते हैं। यहां पर शाकाहारी रेस्टोरेंट, चिकित्सा केंद्र, धार्मिक चिकित्सा केंद्र, कंबल स्टोर, धार्मिक प्रसाद, स्मृति चिन्ह, क्लॉक रूम जैसी बेचने वाली दुकाने भी मौजूद होती है।

वैष्णो देवी की चढ़ाई में कितना समय लगता है

मां वैष्णो देवी के मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कटरा जो कि यहां का बेस कैंप है, वहां तक पहुंचना पड़ता है। कटरा बेस कैंप तक पहुंचने के बाद लगभग 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके माता के भवन तक जाना होता है। लेकिन यहां तक कि पैदल यात्रा काफी कठिन होती है।

ऐसे में vaishno devi yatra को कई तरीके से आसान बनाने का प्रयास किया जाता है। हर साल यहां पर करोड़ों श्रद्धालु माता के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में उन्हें यात्रा पूरी करने में काफी ज्यादा टाइम लग जाता है। यहां का मौसम, भीड़-भाड़ यात्रा को पूरी करने में थोड़ा मुश्किल बना देते हैं।

इसके अलावा यहां का रास्ता भी यात्रा को पूरा करने में थोड़ी दिक्कतें पैदा करता है। वैसे पिछले कई सालों से मां वैष्णो देवी की यात्रा में कई सुविधाएं जोड़ी गई है, जो यात्रा को आसान बना देती है। जैसे कि जगह-जगह पर आराम के लिए शेड्स, खाने-पीने की चीजों की व्यवस्था आदि।

वैष्णो देवी की चढ़ाई कैसे करें?

जो श्रद्धालु माता के भवन तक पहुंचने में असमर्थ है, उनके लिए यहां पर घोड़ा, खच्चर, पालकी की भी सुविधा मौजूद होती है। माता के भवन तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर की भी सुविधा यहां पर मौजूद हैं।

कटरा से सांझी छत के बीच नियमित रूप से हेलीकॉप्टर चलते रहती है, जिसके जरिए श्रद्धालु सांझी छत पर पहुंच सकते हैं और फिर यहां से माता के मंदिर तक पहुंचने के लिए मात्र 2.5 किलोमीटर की ही पैदल यात्रा तय करनी पड़ती है।

वैष्णो देवी का प्रसिद्ध स्थानीय भोजन

वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान आपको पूरी तरीके से शाकाहारी भोजन खाने को मिलता है। यहां पर राजमा चावल, पूरी सब्जी जैसे स्थानीय व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं।

यह भी पढ़े: जाने गंगा सागर कहां है?, सब तीर्थ बार बार गंगासागर एकबार

वैष्णो देवी में कैसे घूमे?

वैष्णो देवी मंदिर यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है। यहां से अधिकतर यात्री पैदल यात्रा करते हैं। लेकिन आज के समय में यहां आपको घुड़सवारी, पालकी यात्रा और हेलीकॉप्टर यात्रा का मौका मिलता है। यात्री अपनी इच्छा अनुसार किसी भी यात्रा का आनंद ले सकता है।

घुड़सवारी यात्रा का खर्चा ₹900 का आता है। यदि कोई हेलीकॉप्टर से यात्रा करना चाहता है तो ₹1730 में पहले टिकट बुक करके इस यात्रा का आनंद उठाना होगा। पालकी यात्रा का खर्चा ₹2500 आता है लेकिन पालकी यात्रा का मजा अलग ही है।

वैष्णो देवी घूमते वक्त अपने साथ क्या रखें?

मां वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने से पहले सबसे पहले आपको रजिस्ट्रेशन कराना पड़ता है। आपका रजिस्ट्रेशन हुआ होगा तभी आप माता का दर्शन कर पाएंगे। मां वैष्णो देवी की यात्रा का पंजीकरण वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के द्वारा होता है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी तरह मुफ्त है और यह ऑनलाइन होती है।

इसके अलावा मां वैष्णो देवी की यात्रा पर जाने से पहले अपने सेहत का भी ध्यान जरूर रखें। माता का मंदिर समुद्र तल से 5200 फीट ऊपर है। इसके अलावा वहां तक पहुंचने का रास्ता भी काफी दुर्गम है। सेहत अच्छी होने पर ही आप 14 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई करने में सक्षम हो पाएंगे।

मां वैष्णो देवी मंदिर जम्मू कश्मीर में स्थित है, जहां पर साल के 12 मास ठंड रहती है। ऐसे में अपने साथ गर्म कपड़े जरूर लेकर जाएं। कटरा से माता के भवन तक पैदल चढ़ाई करनी पड़ती है। ऐसे में अपने पास आरामदायक जूते भी जरूर रखें ताकि चढ़ाई करना थोड़ा आसान हो जाए।

वैष्णो देवी जाने का खर्चा

vaishno devi jane ka kharcha विभिन्न चीजों पर निर्भर करता है जैसे कि यहां तक पहुंचने के लिए आपके द्वारा लिया गया मार्ग। अगर आप हवाई मार्ग का चयन करते हैं तो आपको ज्यादा खर्चा आएगा। वहीं आप रेल मार्ग के जरिए सस्ते में यहां पर पहुंच सकते हैं।

यात्रा का बाकी का खर्चा यहां पर ठहरने और खाने-पीने में होता है। मां वैष्णो देवी की यात्रा के दौरान यहां पर आपको 500 से 3000 के बीच में भी रूम मिल जाते हैं।

इसके अलावा कटरा से माता के भवन तक पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर की भी सुविधा उपलब्ध है। अगर आप इस सुविधा का लाभ लेते हैं तो आपको पर यात्री पर 1830 रुपए का खर्चा आता है। इस तरह देखा जाए तो मां वैष्णो देवी की यात्रा के लिए अनुमानित खर्चा ₹10000 से ₹15000 के बीच आता है।

निष्कर्ष

इस लेख में आपने भारत की पवित्र तीर्थ यात्रा में से एक मां वैष्णो देवी यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त की। जिसमें Vaishno Devi Kaise Jaye, जिसमें वैष्णो देवी जाने का खर्चा, वैष्णो देवी की चढ़ाई कितनी है आदि के बारे में जाना ही।

हमें उम्मीद है कि इस लेख के जरिए आपको मां वैष्णो देवी की यात्रा से जुड़ी सभी जानकारी प्राप्त हो गई होगी। यह लेख आपकी यात्रा को आसान बनाने में मदद करेगा। इसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरीए अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें।

यह भी पढ़े:

कैलाश मानसरोवर यात्रा की जानकारी और प्रमुख दर्शनीय स्थल

श्री खाटू श्याम मंदिर के दर्शन व यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी

चारधाम यात्रा की पूरी जानकारी और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

तिरुपति बालाजी के दर्शन कैसे करे?, नियम, टाइमिंग, ठहरने की व्यवस्था

यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे वाट्सऐप पर जुड़ें Join Now
यात्राओं से संबंधित नवीनतम जानकारियों के लिए हमारे टेलीग्राम पर जुड़ें Join Now

Leave a Comment

2 thoughts on “जाने वैष्णो देवी यात्रा कैसे करें?, खर्चा, चढ़ाई व जाने का सही समय”