Prayagraj me Ghumne ki Jagah: प्राचीन समय में इस जगह को कौशांबी की नाम से जाना जाता था। फिर इलाहाबाद आज के समय में प्रयागराज के नाम से जाना जाता हैं। इस जगह को संगम नगरी के नाम से भी जानते हैं क्योंकि इस जगह पर तीनों नदियाँ एक साथ आकर मिलती हैं।
धार्मिक नगरी होने के अलावा इलाहाबाद में ऐसी बहुत सी जगह हैं, जहां पर आप घूम सकते हैं। यह जगह उत्तर प्रदेश राज्य में हैं। पर्यटक के उद्देश्य से यह जगह घूमने के लिए काफी अच्छी हैं। संगम नगरी में देशी पर्यटक तो आते ही हैं। बल्कि विदेशी पर्यटक भी आते हैं।
भारत देश में दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले की बात करे तो वो कुंभ का मेला हैं। कुंभ मेले का आयोजन इलाहाबाद में किया जाता हैं। यदि आप इलाहाबाद घूमने का प्लान बना रहे है तो आप निम्न जगह पर घूम सकते हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप प्रयागराज में घूमने की जगह (places to visit in prayagraj), प्रयागराज में कहाँ पर रुके और कब जाना चाहिए, इलाहाबाद में क्या फेमस है? यह सब आपको इस लेख में जानने को मिलेगा।
इसके लिए यह आर्टिकल आपको अंत तक पढ़ना होगा तभी आप प्रयागराज में जाने की जगहें (places to visit in allahabad) जहाँ पर आसानी से घूम पायेंगे।
प्रयागराज (इलाहाबाद) में घूमने की जगह | Prayagraj Me Ghumne ki Jagah
प्रयागराज के बारे में रोचक तथ्य
- इलाहाबाद को पहले प्रयागराज के नाम से जानते थे।
- यहां पर प्रत्येक 12 वर्षो के बाद कुंभ मेले का आयोजन किया जाता हैं।
- सन 2018 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने इलाहाबाद का नाम बदलकर दोबारा प्रयागराज कर दिया था।
- सन 1857 की क्रांति के समय इलाहाबाद से लियाकत अली खान ने विद्रोह शुरू किया था।
- इलाहाबाद में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीन अधिवेश हुए थे।
- विक्टोरिया मेमोरियल पार्क इलाहाबाद में हैं, जो कि सफेद संगमरमर से बना हुआ हैं।
- बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन का जन्म भी इलाहाबाद में हुआ हैं।
- उत्तर प्रदेश सरकार के कई मुख्य विभाग इलाहाबाद में हैं।
- सन 1920 में महात्मा गांधी ने आंदोलन की शुरुआत इलाहाबाद से की थी।
प्रयागराज में लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Prayagraj Tourist Places in Hindi)
इलाहाबाद का किला
यदि आप इलाहाबाद घूमने जाते है तो आप इलाहाबाद का किला देखना न भूलें। यह किला इलाहाबाद का फेमस किले में से एक हैं। इस किले का निर्माण सन 1583 में किया गया था। किला में बेहतरीन वास्तुकला का प्रयोग किया गया हैं। इस किले को देखने के देश और विदेश से कई सारे पर्यटक देखने के लिए आते हैं।
यदि आप कुंभ मेले के दौरान आते है तो आपको पूरा किला देखने को मिलेगा। वही बाकी दिनों में किले का कुछ हिस्सा बंद रहता हैं। किले को पूर्ण रूप से देखने के लिए कुंभ मेले के समय आए।
जवाहर तारामंडल
जिसे विज्ञान और ब्रह्मांड विज्ञान में रुचि है, वह प्रयागराज की यात्रा के दौरान जवाहर तारामंडल को विजिट कर सकता है। इस तारामंडल को 1979 में बनाया गया था। यह तारामंडल विज्ञान और इतिहास का सही संगम है।
यहां पर ग्रहों के चाल और अंतरिक्ष से जुड़ी कई शो दिखाए जाते हैं। इस तारामंडल के अंदर हर साल जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल लेक्चर नामक एक भव्य कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है। यह तारामंडल आनंद भवन के बगल में स्थित है।
विनायक सिटी सेंटर मॉल प्रयागराज
यदि आप प्रयागराज घूमने जा रहे हैं तो निश्चित ही आप वहां शॉपिंग करने की भी योजना बना रहे होंगे। बता दें प्रयागराज में घूमने के बाद आप शॉपिंग करने के लिए विनायक सिटी सेंटर मॉल आ सकते हैं, जो सिटी सेंटर में बढ़ता है। यह सरदार पटेल रोड से आगे सिविल लाइन पर स्थित है।
स्थानीय लोगों के लिए यह पसंदीदा शॉपिंग मॉल है और सबसे अच्छी बात यह है कि सिटी सेंटर में कई सारे देखने लायक जगह है, उन जगहों को घूमने के बाद आप यहां पर शॉपिंग मॉल में आकर खूब सारी शॉपिंग कर सकते हैं।
यहां पर फर्स्ट और सेकंड फ्लोर में विभिन्न तरह की चीजें मिलती है और तीसरे फ्लोर पर गेमिंग और खाने की भी व्यवस्था है। आप यहां पर सिनेमा देखने का भी आनंद ले सकते हैं।
ऑल सेट्स कैथेड्रल
ऑल सेट्स कैथेड्रल एक चर्च हैं। इस चर्च का निमार्ण शताब्दी में किया गया था। यह चर्च इलाहाबाद के एमजी मार्ग पर स्थित हैं। इलाहाबाद की फेमस जगह में से यह भी एक प्रसिद्ध चर्च है।
इस चर्च में आप रुक भी सकते हैं। इलाहाबाद में रहने वाले इकाइयों कि यह प्रसिद्ध जगह है तथा यहां पर लोग पिकनिक मनाने भी आते हैं।
इलाहाबाद का कुंभ मेला
हिंदू का सबसे बड़ा तीर्थ मेले में से एक हैं। इस मेले में बहुत दूर दूर से भक्त इन पवित्र नदी में स्नान करने के लिए आते हैं। ऐसा कहा जाता है, जो इन पवित्र नदी में एक बार स्नान कर लेता है, उसके सारे पाप धुल जाते हैं।
कुंभ मेला प्रत्येक तीसरे वर्ष आयोजित किया जाता हैं। यह कुंभ मेला हरिद्वार, इलाहाबाद, उज्जैन और नासिक में लगता हैं।
अशोक स्तंभ
यह जगह इलाहाबाद किले के बाहर ही मौजूद हैं। इस स्तंभ का निर्माण 16 शताब्दी में किया गया था। इसका निर्माण अकबर के द्वारा किया गया था। इस स्तंभ के बाहरी हिस्से में अशोक के लेख लिखे हुए हैं, जो कि ब्राह्मी लिपि में लिखे हुए हैं।
अल्फ्रेड पार्क
इस पार्क का निर्माण अंग्रेजो ने किया था। इस पार्क को चंद्रशेखर पार्क और कंपनी बाग के नाम से भी जाना जाता हैं। यह पार्क करीब 133 एकड़ में फैला हुआ हैं।
यह वहीं पार्क है, जहां पर चंद्रशेखर को अंग्रेजों ने घेर लिया था। इसके बाद उन्होंने अपनी पिस्टल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। अल्फ्रेड पार्क इलाहाबाद के सबसे बड़े पार्क में से एक हैं।
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खुसरो बाग
खुसरो बाग का निर्माण जहांगीर ने अपने बेटे खुसरो के लिए बनवाया था। इस जगह पर खुसरो की समाधि उनकी मां शाह बेगम के पास में बनी हुई हैं। यह जगह इलाहाबाद की फेमस जगह पर एक हैं।
इलाहाबाद का फेमस पब्लिक लाइब्रेरी
पब्लिक लाइब्रेरी इलाहाबाद के अल्फ्रेड पार्क के सामने ही मौजूद हैं। इस पब्लिक लाइब्रेरी को मेयेन मेमोरियल लाइब्रेरी के रूप में भी जाना जाता हैं। इस लाइब्रेरी की बात करें तो यह उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी लाइब्रेरी में से एक हैं।
इस पुस्तकालय में करीब 125,000 पुस्तके हैं। इसके अलावा इसमें 40 प्रकार की अलग-अलग पत्रिकाएं हैं, जोकि कई अलग-अलग भाषाओं में लिखी हुई हैं।
मिन्टो पार्क, मनकामेश्वर मन्दिर, सरस्वती घाट
मिंटो पार्क एक हरा-भरा पार्क है। यदि आप प्रयागराज अपने बच्चों के साथ या परिवार के साथ जा रहे हैं तो प्रकृति के बीच कुछ शांति के पल बिताने के लिए इस बार को विजिट कर सकते हैं। इस पार्क का नाम ब्रिटिश शासन में भारत के वायसराय लॉर्ड मिंटो के नाम पर पड़ा था।
हालांकि वर्तमान में इस बार का नाम बदलकर मदन मोहन मालवीय पार्क कर दिया गया है। इस पार्क एक पत्थर से बना हुआ स्मारक है, जिसके सबसे ऊँचे हिस्से पर चार सिंह बने हुए है। इन सबके अतिरिक्त बच्चों के मनोरंजन के लिए इस पार्क में झूले और बोटिंग की भी सुविधा है।
यदि आप प्रयागराज घूमने आते हैं तो यहां पास में स्थित मनकामेश्वर मंदिर के दर्शन करने भी जरूर जाएं। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यहां पर भगवान शिव की शिवलिंग है।
यहां की स्थानीय लोगों के अनुसार सोमवार को यहां पर जल का अभिषेक करने से भगवान शिव अपने भक्तों की मनोकामना को पूरी कर देते हैं। इसके अतिरिक्त मिंटो पार्क के नजदीक सरस्वती घाट भी है। यह घाट भी बहुत सुंदर है और देखने लायक है।
लेटे हनुमान मन्दिर
लेटे हनुमान मंदिर प्रयागराज में संगम तट के समीप स्थित है। इस मंदिर की यही खासियत है कि यहां पर भगवान हनुमान की विशाल प्रतिमा लेटे हुए मुद्रा में विराजमान है। हालांकि लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर है। भारत के अन्य कई जगहों पर भी स्थित हैं लेकिन पुराणों में लेटे हनुमान मंदिर के लिए प्रयागराज शहर का ही जिक्र है।
सबसे पहले संगम में स्नान करके इस मंदिर का दर्शन करना आपको एक आध्यात्मिक अनुभव देगा। इस मंदिर के प्रांगण में श्री राम जानकी मंदिर भी है। हनुमान मंदिर और संगम तट के आसपास और भी कई मंदिर हैं, जिसका दर्शन आप कर सकते हैं।
इलाहाबाद का प्रसिद्ध अलोपी देवी मंदिर
इलाहाबाद हिंदुओं का एक धार्मिक जगह है, जहां पर गंगा जमुना सरस्वती तीनों नदियों का संगम होता हैं। इलाहाबाद के एलोपी बाग में अलोपी देवी का मंदिर स्थित हैं। यह मंदिर हिंदुओं का पूजनीय मंदिर में से एक है।
सबसे खास बात इस मंदिर की यह है कि इस मंदिर में आपको कोई भी मूर्ति देखने को नहीं मिलेगी बल्कि अलोपी देवी मंदिर में एक लकड़ी से बना हुआ रथ रखा हुआ हैं। इस मंदिर की पूजा करने शिव भक्त आते हैं। सावन के महीने में भक्त काफी ज्यादा पूजा करने आते हैं।
इलाहाबाद के फेमस बड़े हनुमान जी का मंदिर
हनुमान जी का यह मंदिर इलाहाबाद के संगम क्षेत्र में स्थित हैं। इस मंदिर की खास बात यह हैं कि इसका निर्माण जमीन के नीचे किया गया हैं।
मंदिर में स्थापित हनुमान जी की मूर्ति पीछे की ओर झुकी हुई हैं। हनुमान जी के मंदिर में भक्तो की भीड़ शनिवार और मंगलवार को अधिक रहती हैं।
भारद्वाज पार्क
भारद्वाज पार्क ऋषि भारद्वाज की एक विशाल प्रतिमा बनी हुई है, जो देखने लायक है। इसके अतिरिक्त यह पार्क हरे भरे फूल पौधों से सुशोभित है, जो पर्यटकों को खूब लुभाती हैं।
यह पार्क आनंद भवन से लगभग 5 से 10 मिनट की दूरी पर स्थित है। इस पार्क से आगे मुषिक से 200 मीटर की दूरी पर भारद्वाज आश्रम की तरफ से एक रास्ता जाता है। इस पार्क के समीप वैनी माधव का प्राचीन मंदिर भी स्थित है।
इलाहाबाद का आनंद भवन
इस भवन में नेहरू परिवार निवास करता था। आज इस भवन में आपको आजादी के समय की विभिन्न कलाक्रिया देखने को मिलेगी। पहले समय में इस भवन को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया जाता था।
आनंद भवन को जवाहर लाल नेहरू के पिताजी मोती लाल नेहरू के द्वार डिजाइन किया गया था। भवन के निर्माण में प्रयोग की लकड़ी को चीन और यूरोप से मगाई गई थी।
इलाहाबाद का फेमस माघ मेला
इलाहाबाद का माघ मेला बहुत ही ज्यादा फेमस हैं। यह मेला प्रत्येक वर्ष माघ के महीने में आयोजित किया जाता हैं। इस मेले में देशी पर्यटक के अलावा विदेशी पर्यटक भी इस मेले को देखने के लिए आते हैं। यह मेला कुंभ मेले से छोटा होता हैं।
इलाहाबाद का फेमस त्रिवेणी संगम
यदि आप इलाहाबाद घूमने आते हैं और इलाहाबाद की यह जगह नहीं देखी तो आपका इलाहाबाद घूमने बेकार हो जाएगा। यह जगह इलाहाबाद के सिविल से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं। यहां पर तीनों नदिया गंगा, जमुना और सरस्वती का मिलन होता हैं।
इस कारण से इस जगह को संगम भी कहा जाता हैं। पुराड़ के आधार पर ऐसा बताया जाता है कि यह नदी 4,000 वर्ष पूर्ण रूप से सूख गई थी। वैसे गंगा, जमुना और सरस्वती नदी की पूजा की जाती हैं। यहां पर प्रत्येक 12 वर्ष में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता हैं।
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इलाहाबाद में कपल के लिए घूमने लायक जगह (Places to Visit in Allahabad for Couples)
- अक्षय वट
- यमुना नाव की सवारी
- नैनी ब्रिज
- चद्रशेखर चंद्रशेखर आजाद पार्क
- फन गांव वाटरपार्क
- खुसरो बाग
- गिरजाघर
- आनंद भवन संग्रहालय
- जवाहर तारामंडल
- अरेल गंगा घाट
- इलाहाबाद म्यूजियम
- विनायक सिटी सेंटर मॉल प्रयागराज
- कटरा बाजार इलाहाबाद
इलाहाबाद में प्रसिद्ध मंदिर (Famous temples in Prayagraj)
- मनकामेश्वर मंदिर
- नाग वासुकी मंदिर
- अलोपी देवी मंदिर प्रयागराज
- सोमेश्वर महादेव मंदिर
- हनुमान निकेतन
- बड़े हनुमान जी मंदिर
- शंकर विमान मंडपम
- तक्षकेश्वर नाथी
- त्रिवेणी संगम
- पातालपुरी किला
प्रयागराज में खाने के लिए क्या क्या फेमस है?
इलाहाबाद, जहाँ घूमने के लिए कई सारी जगह हैं, वही यहां पर आपको तरह तरह के स्ट्रीट फूड और भोजन खाने को मिलेंगे। इलाहाबाद में आपको लस्सी, चाट, कचौरी और हलवा काफी फेमस हैं। यहां की प्रसिद्ध हरी नमकीन वाले की दुकान हैं, जिसके फेमस समोसे हैं।
चटपटे भोजन में बिरयानी और कबाब अधिक फेमस हैं। वहीँ मीठे में बात करे तो जलेबी और पेड़ा हैं। यदि आप इलाहाबाद आए और हीरा हलवाई की प्रसिद्ध गरी की बर्फ का भी मजा ले सकते हैं।
प्रयागराज में रुकने की जगह
इलाहाबाद में रुकने के लिए कई सारी जगह हैं। यहां पर रुकने के लिए कई सारे होटल हैं। इसके अलावा यहां पर धर्मशाला भी बनाई हुई हैं। आप अपनी सुविधानुसार कहीं पर भी रुक सकते हैं।
प्रयागराज घूमने जाने का सबसे अच्छा समय
इलाहाबाद घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह में से एक हैं। यह एक धार्मिक नगरी है। आप कभी भी यहां आ सकते हैं। घूमने के लिए सबसे अच्छे समय की बात करे तो वह अक्टूबर से लेकर मार्च तक हैं।
इलाहाबाद में कुंभ मेले का आयोजन माघ मेले में किया जाता हैं। इस महीने में लाखो की संख्या में लोग गंगा स्नान करने के लिए आते हैं। गर्मी के मौसम में यहां न आए। वर्षा ऋतु में नदी में स्नान करने पर पाबंद कर दिया गया जाता हैं।
प्रयागराज कैसे पहुंचें?
इलाहाबाद जाने के लिए कई तरीके हैं, जिनके माध्यम से आप यहां पर आसानी से पहुंच सकते हैं। आप सड़क, वायु दोनों माध्यमों से आ सकते हैं। दिल्ली से इलाहाबाद जाने के लिए आप डायरेक्ट दिल्ली से फ्लाइट ले सकते हैं।
सड़क मार्ग के द्वारा कैसे जाएं?
सड़क मार्ग से जाने के लिए आप हाइवे का इस्तेमाल कर सकते हैं। इलाहाबाद N H 2 पर स्थित हैं। यह मार्ग काफी अच्छा हैं। इस मार्ग पर आपको अधिक भीड़ देखने को नहीं मिलेगी।
आप सरकारी बस या प्राइवेट बस के द्वारा यहां पर पहुंच सकते हैं। इसके साथ ही आप ओला या अन्य निजी साधन के द्वारा भी इलाहाबाद में घूम सकते हैं।
ट्रेन के द्वारा कैसे जाएं?
उत्तर मध्य भारतीय रेलवे का यह मुख्यालय भी हैं। भारत के प्रमुख शहर के लिए यहां से कई सारी ट्रेन जाती हैं। इलाहाबाद से दिल्ली, कोलकाता, असम आदि जगहों के लिए ट्रेन इसी मार्ग से जाती हैं। यहां के आसपास शहर कानपुर, बनारस, दिल्ली और आगरा के लिए दिन भर ट्रेन चलती रहती हैं।
प्रयागराज (इलाहाबाद) कैसे घूमे?
यदि आप स्थानीय वाहन के माध्यम से इलाहाबाद में घूमना चाहते हैं तो आप वहां के ई रिक्शा टेंपो या फिर सरकारी बसों के माध्यम से आप इलाहाबाद के सभी जगह पर आसानी से घूम सकते हैं। इसके अलावा आप कैब आदि को भी बुक करके घूमे सकते हैं। इसके लिए आपको अधिक पैसा देने की जरूरत नहीं हैं।
प्रयागराज (इलाहाबाद) घूमने का खर्चा
इलाहाबाद घूमने के लिए खर्चे की बात करें तो आपके पास कम से कम 9 से 10,000 रुपए होना चाहिए। इलाहाबाद घूमने में आपको 2 से 3 दिन आराम से लग जायेंगे। आपके खाने का खर्चा, रहने का खर्चा, घूमने का खर्चा आदि पर आपका बजट तैयार होगा।
यदि आप धर्मशाला आदि जगह पर रुकते हैं तो आपको कम पैसा खर्च करना होगा। इसके अलावा आने जाने के लिए वाहन का भी प्रयोग करना होगा।
प्रयागराज घूमते वक्त अपने साथ क्या रखें?
जैसा की आपको पहले ही बताया जा चुका हैं कि यदि आप अक्टूबर या मार्च के बीच में घूमने आते है तो आपके पास स्वेटर आदि सभी समान होना चाहिए। क्योंकि इस मौसम में अधिक सर्दी होती हैं। इसलिए आप अपने साथ गर्म कपड़े जरूर पहने।
इलाहाबाद टूरिस्ट प्लेस फोटो गैलरी (Best Places to Visit in Allahabad Images)
FAQ
इलाहाबाद घूमने के लिए आपके पास 9 से ₹10000 होने चाहिए तब आप आसानी से इलाहाबाद में सभी जगह पर घूम सकते हैं।
इलाहाबाद जाने के लिए आप बस ट्रेन या फिर वायुयान के द्वारा भी जा सकते हैं।
इलाहाबाद में रुकने के लिए कई सारी जगह हैं, आप होटल धर्मशाला या फिर रेंट पर रूम लेकर रह सकते हैं।
इलाहाबाद का किला, जवाहर तारामंडल, विनायक सिटी सेंटर मॉल प्रयागराज, ऑल सेट्स कैथेड्रल, इलाहाबाद का कुंभ मेला, अशोक स्तंभ, अल्फ्रेड पार्क, खुसरो बाग, इलाहाबाद का फेमस पब्लिक लाइब्रेरी, मिन्टो पार्क, मनकामेश्वर मन्दिर, सरस्वती घाट, लेटे हनुमान मन्दिर, इलाहाबाद का प्रसिद्ध अलोपी देवी मंदिर, इलाहाबाद के फेमस बड़े हनुमान जी का मंदिर, भारद्वाज पार्क, इलाहाबाद का आनंद भवन, इलाहाबाद का फेमस माघ मेला, इलाहाबाद का फेमस त्रिवेणी संगम
निष्कर्ष
मित्रों, हमने इस आर्टिकल के माध्यम से इलाहाबाद में घूमने की जगह (Allahabad Me Ghumne ki Jagah) के बारे में समझा तथा अगर आप भी भविष्य में प्रयागराज (इलाहाबाद) घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इस आर्टिकल को ध्यान में रखते हुए अच्छी तरह से प्लानिंग करके भी जाएं।
आपको यह जानकारी कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं। यदि आपका इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरुर बताएं।
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