भारत देश में कई सारे हिल स्टेशन है, जहां पर लोग अपनी छुट्टियां और हनीमून को मनाने जाते हैं। वहीं बात करें भारत के सबसे अच्छे हिल स्टेशन की तो सबके जुबा पर सबसे पहले मनाली का नाम आता हैं।
मनाली के बर्फ से ढके हुए पहाड़, सुंदर घाटियां, पाइन और देवदार पेड़ों से घिरी हुई वादियां लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। यहां पर आपको सभी चीज देखने को मिल जाती हैं, जो एक हिल स्टेशन में होनी चाहिए।
इसी कारण से मनाली में सबसे अधिक पर्यटक लोग आते हैं। मनाली को हनीमून डेस्टिनेशन के नाम से भी जाना जाता है। इसके अलावा बहुत से लोग कुल्लू मनाली के नाम से भी इस जगह को जानते हैं।
मनाली ट्रिप पर आने वाले सभी पर्यटक यहां के फेमस ट्रेकिंग, राफ्टिंग, पैराग्लाइडिंग आदि सभी एडवेंचर के साथ साथ कुल्लू मनाली में घूमने की जगह का आनंद लेना नहीं भूलते हैं।
इस लेख में मनाली में घूमने की जगह (manali me ghumne ki jagah), मनाली घूमने का खर्चा, मनाली घूमने का सही समय, मनाली कब जाये आदि के बारे में विस्तार से जानकारी शेयर कर रहे हैं।
मनाली से जुड़े रोचक तथ्य
- मनाली शहर समुद्र तल से लगभग 2050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मनाली व्यास नदी के किनारे बसा हुआ है।
- इस शहर का नाम मनु के नाम पर रखा गया है, इसका अर्थ होता मनु का निवास होता है।
- मनाली में स्थित सोलंग घाटी यहा की प्रसिद्ध जगह है और इसे स्नोफॉल पॉइंट के नाम से भी जाना जाता है।
- मनाली शहर को भारत का हनीमून स्थल भी कहा जाता है। क्योंकि यहां पर बेहतरीन प्राकृतिक सौंदर्य देखने को मिलता है और ज्यादातर लोग अपनी छुट्टियां और हनीमून मनाने के लिए मनाली जाना ही पसंद करते है।
- वैसे तो पूरे हिमाचल को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। लेकिन हिमाचल में स्थित बेहतरीन प्राकृतिक सौंदर्य वाले शहर मनाली में भी आपको कई ऐतिहासिक मंदिर देखने को मिलते हैं, जो कि अपनी सौंदर्यता से हर किसी को आकर्षित करते हैं।
मनाली में घूमने की जगह (Manali Me Ghumne ki Jagah)
कुल्लू मनाली में कई सारे दर्शनीय जगह है, जहां पर आप घूम सकते हैं। हम यहां पर आपको बेहतरीन मनाली के पर्यटन स्थल (manali ghumne ki jagah) की सूची शेयर कर रहे है।
सोलांग घाटी
यह घाटी मनाली से लगभग 14 किलोमीटर दूर है और यह मनाली का सबसे अधिक फेमस पर्यटक स्थल है। मनाली की सोलंग घाटी रोहतांग के रास्ते में जाते हुए पड़ती है।
घाटी में मनोरंजन करने के कई साधन उपलब्ध है, जिसमें प्रमुख पैराग्लाइडिंग, रोपवे, घुड़सवारी आदि पर्यटकों को काफी पसंद आते हैं।
यहां पर सर्दियों के मौसम में विंटर फेस्टिवल नामक एक फेस्टिवल आयोजित किया जाता है। जिसमें देश के ही नहीं बल्कि विदेशी पर्यटक भी हिस्सा लेते हैं और इस फेस्टिवल का लुफ्त उठाते हैं।
मनाली की सोलंग घाटी को स्नो प्वाइंट के नाम से भी जानते हैं क्योंकि सर्दियों के मौसम में यहां पर काफी अधिक बर्फबारी देखने को मिल जाती है। इसलिए हिमाचल प्रदेश आने वाले लोग मनाली जाना अधिक पसंद करते हैं।
कोठी मनाली
कोठी मनाली, मनाली में रोहतांग दर्रे के तलहटी के पास स्थित एक खूबसूरत गांव है। यह 2500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह सुंदर गांव चारों तरफ से बर्फ से ढकी चोटियों से घिरी हुई है, जिसके कारण आसपास बेहद ही शानदार दृश्य देखने को मिलता है।
यहां पर शिविर भी लगा सकते हैं। ट्रैकिंग के लिए यह बहुत ही शानदार जगह है। यहां पर शुवांग चंडिका माता को समर्पित एक मंदिर भी है।
हम्पटा दर्रा ट्रेक
हम्पटा दर्रा मनाली में पीर पंजाल पर्वत श्रेणी में स्थित समुद्र तल से लगभग 4000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ट्रैकिंग के लिए एक शानदार जगह है। यह दर्रा मनाली में दुर्लभ हिमालय दरों में से एक है।
इस मार्ग पर एक तरफ आपको कुल्लू की हरी-भरी घाटी, जंगली, घास के मैदान और रंग-बिरंगे खिले हुए फूल दिखाई देंगे। वहीं दूसरी तरफ लाहौल स्थित है, जहां पर आपको लगभग रेगिस्तान जैसे बिना पेड़ पौधों वाले नंगे पहाड़ देखने को मिलेंगे।
हिडिंबा देवी मंदिर
मनाली के फेमस मंदिर की बात करें तो पर्यटक हिडिंबा देवी के मंदिर आना नही भूलते हैं। यह मंदिर घटोचकच्छ की माता और भीम की पत्नी हिडिंबा का मंदिर है।
यह मनाली का सबसे फेमस मंदिर में से एक है। इस मंदिर में जाने के लिए आपको आपको मनाली के माल रोड जाना होगा।
यहां से मंदिर की दूरी सिर्फ 2 किलोमीटर है। हिडिंबा देवी मंदिर में किसी भी प्रकार की कोई भी मूर्ति नहीं रखी गई है बल्कि यहां पर देवी के पद चिन्हों की पूजा की जाती है। मनाली में 3 दिन का हिडिंबा त्योहार भी मनाया जाता है। सबसे अधिक पर्यटक की भीड़ भी इसी समय आती है।
हिडिंबा देवी मंदिर खुलने का समय सुबह 8 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक रहता है। मंदिर में जाने के लिए किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं देना होता है।
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नेहरू कुंड
नेहरू कुंड मनाली लेह मार्ग पर स्थित है। यह एक प्राकृतिक झरना है और आसपास खूबसूरत वादियों के कारण एक रमन्य जगह है। इस कुंड का नाम भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर रखा गया है।
कहा जाता है इस कुंड की उत्पत्ति भृगु क्षील से हुई है। इसीलिए इस कुंड को भी शुभ माना जाता है। इस कुंड का क्रिस्टल साफ पानी पर पडने वाली सूरज की किरणें बहुत ही आश्चर्य जनक दृश्य उत्पन्न करती है।
अर्जुन गुफा
मनाली में अगर आप महाभारत काल के समय के रोचक घटनाओं के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको अर्जुन गुफा जरूर घूमने जाना चाहिए। यह गुफा मनाली में प्रिनी गांव में स्थित है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि इसी गुफा में पांडव के भाई अर्जुन ने भगवान इंद्र से पशुपति अस्त्र प्राप्त करने के लिए ध्यान लगाया था।
यहां पर आपको लोक कला संग्रहालय, अर्जुन गुफा निकोलस, रोरिक आर्ट गैलरी और संग्रहालय, गौरी शंकर मंदिर जैसे प्रमुख चीजें देखने को मिलता है।
क्लब हाउस
क्लब हाउस मनाली में मनोरंजन समय बिताने के लिए एक बेहतरीन जगह है। यह मनाली माल रोड से तकरीबन 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां तक के लिए आप पैदल सैर कर सकते हैं।
यहां पर आपको रिवर क्रॉसिंग जैसे रोमांचकारी एडवेंचर एक्टिविटीज करने का मौका मिलता है। बच्चों के लिए यहां पर वीडियो गेमिंग फैसेलिटीज अवेलेबल है। यहां की एंट्री फीस लगभग ₹10 है। यहां पर आप अपने बच्चों और परिवार के साथ बहुत अच्छा समय बिता सकते हैं।
रोहतांग पास
यह जगह मनाली की सबसे खूबसूरत जगह में से एक है। रोहताग पास वर्ष भर सफेद चादर से ढका रहता है। लोग यहां पर एडवेंचर एक्टिविटी और आइस स्केटिंग करने के लिए सबसे अधिक आते हैं। मनाली आने वाले सभी लोग इस जगह पर आना नहीं भूलते हैं।
सप्ताह के 6 दिन यह पास खुला रहता है। सिर्फ मंगलवार के दिन यह बंद रहता है। रोहतांग पास में बॉलीवुड की कई मूवी की शूटिंग हो चुकी है। यदि आप मनाली आए तो इस जगह पर आना न भूलें।
मनु मंदिर
यह मंदिर मनाली का प्रमुख दर्शनीय स्थल में से एक है। अगर इस मंदिर की बात करें तो यह माल रोड से 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर राजा मनु का है। राजा मनु ही धरती पर पहला कदम रखने वाले व्यक्ति थे।
उनके धरती पर पड़े हुए कदम की छाप इस मंदिर में स्थित है। मंदिर के बहुत ही शानदार तरीके से बनाया गया है। आप इस जगह पर आकर शांत वातावरण और मनाली की खूबसूरत घाटियों तथा वादियों का आनंद प्राप्त कर सकते हैं।
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भृगु झील
भृगु झील मनाली में रोहतांग दर्रे के दाएं ओर और दक्षिण पश्चिम दिशा में तकरीबन 8 किलोमीटर दूर स्थित है। यह कल्लू क्षेत्र का एक प्रसिद्ध झील है, जो गुलाब गांव से 6 किलोमीटर की दूरी पर है।
इस झील को भगवान के पुल के रूप में भी जाना जाता है। यह मनाली का आश्चर्य जनक झील है, जो समुद्र तल से 4235 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह झील का रास्ता बहुत ही खूबसूरत वादियों से होकर गुजरता है, जो आपके दिल को छू जाएगा।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर संत ऋषि भृगु ने लंबे समय तक ध्यान किया था। मनाली आने वाले पर्यटक इस खूबसूरत स्थान को देखने जरूर आते हैं।
मनाली गोम्पा
मनाली गोम्पा मनाली में स्थित एक बौद्ध मठ है। हालांकि यह बहुत बड़ा नहीं है लेकिन इस मंदिर में भगवान बुद्ध की बहुत ही बड़ी मूर्ति है। यह पर्यटन की दृष्टि से मनाली का एक खूबसूरत जगह है।
इस मठ का निर्माण 1960 के दशक में तिब्बती शरणार्थियों के द्वारा किया गया था। इस जगह को गधन थेक्छोक्लिंग गोम्पा के नाम से भी जाना जाता है। यह बोद्ध मंदिर अपनी खूबसूरत वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
इस बौद्ध मठ के अंदर एक शिवालय शैली की पीली छत और बौद्ध उपदेशों को दर्शाने वाला शानदार भित्ति चित्र देखने को मिलता है। यहां पर आपको तिब्बती हस्तशिल्प और कालीन बेचते हुए भी लोग नजर आ जाएंगे।
वशिष्ठ गर्म पानी के कुंड और मंदिर
मनाली में रोहतांग दर्रे से कुछ ही दूर स्थित वशिष्ट गुफा मनाली के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। यह मनाली में ब्यास नदी के करीब है और एक तौर पर एक छोटा सा गांव है।
इस जगह पर प्रमुख आकर्षण में गर्म पानी का कुंड और दो मंदिर है। यहां पर स्थित कुंड में औषधीय गुण होने का दावा किया जाता है। इसलिए यहां आने वाले पर्यटक यहां के गर्म पानी के झरने में स्नान करते हैं।
यहां स्थित दो मंदिर में से एक मंदिर वशिष्ठ मुनि की है और दूसरा मंदिर भगवान राम की मंदिर है। अप्रैल के महीने में यहां पर सैलानियों की ज्यादा भीड़ उमड़ती है।
कुल्लू
मनाली जाएं और कुल्लू घाटी ना जाए ऐसा कभी नहीं हो सकता। कुल्लू घाटी मनाली से 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां की बर्फ से ढकी हुई वादियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
जहां पर प्रत्येक वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। कुल्लू जगह पर लोग पानी से संबंधित खेलों को भी खेलते हैं।
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माल रोड
यह मनाली का सबसे फेमस टूरिस्ट प्लेस में से एक है। यहां पर आपको होटल, दुकाने, रेस्टोरेंट आदि खाने को मिल जाती है। इसको आप मनाली का दिल भी समझ सकते हैं।
आप इस जगह से अपने परिवार तथा रिश्तेदारों के लिए शॉपिंग आदि भी कर सकते हैं। मनाली की माल रोड शिमला की ही नहीं पूरे हिमाचल प्रदेश के सबसे फेमस जगह में से एक है। शाम के वक्त लोगों की भीड़ यहां की सड़कों पर देखने को मिलती है।
शाम को सड़कों की बेहतरीन लाइट और हल्की हल्की स्नो का आनंद लेते पर्यटक अपने दोस्तों और रिश्तेदार के साथ टहलते हुए खूबसूरत वादियों का आनंद लेते हैं। माल रोड की दुकान प्रता सुबह 9 बजे खुलती है और शाम को 9 बजे बंद हो जाती है।
बौद्ध मंदिर
बौद्ध धर्म के अनुयायियों का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर मनाली के माल रोड से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर है।
यदि आप और धर्म से संबंधित किसी भी जानकारी या उसकी संस्कृति को जानना चाहते हैं तो आप इस मंदिर में अवश्य आ सकते हैं। यहां पर जाने के लिए आपको किसी प्रकार की कोई भी एंट्री फीस नहीं देनी होती है।
जोगनी झरना
यह माल रोड से 5 किलोमीटर दूरी पर है तथा वहां के वशिष्ठ गांव के ऊपरी छोर पर यह धरना स्थित है। यह वशिष्ट कुंड से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर है। मनाली जाने पर इस धरने को अवश्य देखें नहीं तो आप मनाली की सबसे खूबसूरत जगह देखने से वंचित रह जाएंगे।
पहाड़ों से गिरता हुआ इतना बेहतरीन झरना आपकी नजर को रोक देता है। इसके ठंडे पानी आपके रोम को प्रफुल्लित कर देता है। इस झरने को देखने के लिए काफी पर्यटक आते हैं। इस जगह पर सबसे अधिक विदेशी पर्यटक आते हैं।
वन विहार
यह जगह मनाली के माल रोड के पास में ही स्थित है। यह जगह पर्यटक के लिए भी एक फेवरेट जगह में से एक है। यहां पर लोग अपने परिवार तथा बच्चों के साथ आते हैं।
यहां पर खेलने के लिए कई प्रकार के झूले और इसमें एक छोटा तालाब भी बनाया गया है। इसके अलावा आप वोटिंग का मजा भी इस तालाब में ले सकते हैं।
वन विहार के अंदर आपको कई प्यारे-प्यारे खरगोश से देखने को मिल जाते हैं, जिसके साथ आप फोटो को खिंचवा सकते हैं। वनविहार सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम के 5:00 बजे तक खुला रहता है।
वन विहार की एंट्री टिकट बच्चों के लिए मात्र ₹30 तथा बड़ों के लिए ₹50 है। वहीं यदि आप इस जगह पर वोटिंग आदि का लुफ्त उठाना चाहते हैं तो आपको अलग से ₹30 अदा करने होंगे।
चंद्रतल बारालाछा ट्रैक
अगर आप मनाली जाते हैं तो चंद्रतल बारालाछा ट्रैक की सैर करना बिल्कुल भी ना भूले। इस जगह की ताजगी की लहर आपके रोम रोम को पुलकित कर देगी।
यह झील मनाली में हिमालय क्षेत्र की सबसे ऊंची झील है, जो तकरीबन 4300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसके आसपास के सुंदर रंग बिरंगे पेड़ पौधों के बगीचे यहां के माहौल को और भी खूबसूरत बनाते हैं।
सुबह के समय जब सूरज की किरणें झील के पानी पर पड़ती है तो बहुत ही रमन्य दृश्य उत्पन्न होता है। यहां पर यात्रा में आपको कई विलुप्तप्राय जानवर भी देखने को मिलेंगे, जो यहां की यात्रा को यादगार बनाने के लिए काफी है।
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मानिकरण
मानिकरण मनाली से तकरीबन 39 किलोमीटर दूर स्थित एक हिंदू और सिख धर्म स्थल है। भारत के धार्मिक विविधता को दर्शाता यह जगह मनाली का बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। यहां पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक जी का पवित्र मंदिर भी है। यहां पर गुरु नानक जी के द्वारा निर्मित गर्म पानी का कुंड भी है।
कहा जाता है कि जब गुरु नानक जी के शिष्य भूखे थे तब उनके पास हिमालय पार करते समय भोजन नहीं था। तब गुरु नानक जी ने अपने एक मित्र के भाई को लंगर के लिए आसपास के गांव से भोजन लाने के लिए कहा।
अनाज तो इकट्ठे हो गए लेकिन खाना पकाने के लिए आग की व्यवस्था नहीं हो पाई। तब गुरु नानक जी ने यहां से एक चट्टान उठाई जिस जगह से गर्म पानी का झरना फूट पड़ा और फिर उसी में खाने को पकाया गया।
इस तरह आज भी वह कुंड स्थित है और सिखों के लिए बहुत ही पवित्र कुंड माना जाता है। उस जल में यहां पर लोग स्नान करते हैं। इसके साथ ही हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस स्थान पर भगवान शिव और मां पार्वती निवास किया करते थे।
हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान
अगर भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों के बाद करें तो ग्रेट हिमालयन पार्क का नाम सबसे पहले आता है। यह जगह हिमाचल प्रदेश कुल्लू हिमालय पर्वत से घिरा हुआ एक उद्यान है।
सन 1999 में किस जगह को औपचारिक रूप से राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दे दिया गया था। लेकिन सन 2014 में इस जगह को यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा प्रदान किया गया है।
हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान में करीब 400 से भी अधिक पशु पक्षी प्रजाति निवास करते हैं, जिसमें से करीब 190 पक्षी तथा 150 कीड़े और अन्य प्रकार के उभयचर जानवर आपको इस उद्यान में देखने को मिल जाते हैं।
यह पार्क प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे खुलता है तथा शाम को 5:30 पर बंद हो जाता है। इस पार्क में घूमने के लिए आपको एंट्री फीस देनी होती है।
मनाली में खाने के लिए क्या फेमस हैं?
यह घूमने के लिए तो एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। लेकिन इसके अलावा यदि आप खाने-पीने के शौकीन हैं तो आप मनाली आना ना भूले।
यहां पर आपको कई प्रकार के स्वादिष्ट भोजन खाने को मिल जाते हैं। मनाली के सबसे अधिक स्ट्रीट फूड फेमस है। यदि आप मनाली आए तो एक बार इन फूड को अवश्य खाएं।
प्रसिद्ध सिडू
ऐसा कहा जाता है कि यदि आप मनाली जाएं और सिडू का आनंद ना लें तो आपका वहां जाना व्यर्थ है। सिडू मनाली की सबसे फेमस स्ट्रीट फूड में से एक है। यह आपको प्रत्येक दुकान पर मिल जाते हैं।
यह गेहूं के आटे से बनी हुई रोटी होती है, जिसके अंदर आटा और खमीर भरा जाता है। सिडू को घी दाल या हरी चटनी के साथ सेवन किया जाता है।
फेमस खट्टा
जय डिश हिमाचल प्रदेश की पारंपरिक डिश में से एक है, जिसका स्वाद खट्टा होता है। इस देश का निर्माण बूंदी कद्दू और आमचूर से बनाया जाता है।
इस देश को रोटी तथा चावल दोनों के साथ खा सकते हैं। आपको यह डिश हिमचल के किसी भी रेस्टोरेंट में आसानी से मिल जाएगी।
प्रसिद्ध बबरू
यह हिमाचल प्रदेश राज्य की एक स्वीट डिश है, जो कि आप किसी भी दुकान से जाकर खा सकते हैं। इस डिश का निर्माण चीनी के सांचे के माध्यम से किया जाता है। बबलू डिस्को गेहूं के आटा, सरसों का तेल, चीनी, दूध और बेकिंग पाउडर की मदद से बनाया जाता है।
फेमस मिट्ठा
यह भी हिमाचल प्रदेश की फेमस स्वीट डिश में से एक है। इस डिश को बनाने के लिए चावल तथा किसमिस का इस्तेमाल किया जाता है। यदि आपको स्वीट डिश पसंद है तो आप मनाली में आकर इस डिस को अवश्य ट्राई करें।
माद्रा
मनाली के स्ट्रीट फूड में माद्रा आपको बहुत ही आसानी से मिल जाता है। यह एक तरह से भिंगोए हुए काबली चने से बना हुआ छोला होता है। चने को लोंग, दालचीनी, धनिया पाउडर, इलायची, हल्दी पाउडर और विभिन्न मसालों के साथ पकाया जाता है।
अकतोरी
अगर आपको मीठा पसंद है तो मनाली में आपको अकतोरी का स्वाद जरूर लेना चाहिए। मनाली में स्थानीय लोग किसी भी त्योहार में मिठाई के तौर पर इसे बनाते हैं। इसे बनाने के लिए कट्टू या गेहूं के आटे का प्रयोग किया जाता है। यह दिखने में एक छोटे केक की तरह होता है।
ट्राउट
मनाली में ट्राउट मछली लोकप्रिय व्यंजनों में से एक है। मनाली और कुल्लू क्षेत्र के खास व्यंजनो में इसका नाम आता है। यह स्वाद के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर होता है। अगर आपको नॉनवेज खाना पसंद है तो मनाली में इस ट्राउट मछली का स्वाद आपको जरूर लेना चाहिए।
भेय
भेय मनाली के प्रसिद्ध रेसिपी में से एक है। आपको मनाली में लगभग हर तरह के भोजनालय में इसका स्वाद लेने को मिल जाता है। यह काफी स्पाइसी होता है। इसे कमल के तने से तैयार किया जाता है।
जिसके लिए सबसे पहले कमल के तने को पतला पतला काटा जाता है और फिर प्याज, लहसुन और अन्य मसालों के साथ बेसन के घोल डालकर इसे डीप फ्राई किया जाता है। इसे यहां के स्थानीय लोग फ्राइड कमल ककड़ी कह कर बुलाते हैं।
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मनाली में रुकने के लिए जगह
हिमाचल की खूबसूरत वादियों का लुफ्त उठाने के लिए आपको आपको किसी न किसी जगह पर तो रुकना ही होगा। क्योंकि बिना शरीर को आराम दिए आप अगली यात्रा की तैयारी नहीं कर सकते हैं।
मनाली एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है, जहां पर साल भर पर्यटक घूमने के लिए आते हैं, जिसके कारण उनके ठहरने के लिए यहां पर कई लग्जरियस होटल और रिसॉर्ट उपलब्ध है।
हालांकि अलग-अलग होटल और रिसॉर्ट का रूम चार्ज अलग-अलग है। मनाली में मॉल रोड पर स्थित होटल में लगभग न्यूनतम ₹2000 से रूम किराया स्टार्ट हो जाता है।
वहीं अगर आप मनाली से थोड़ा हटके होटल में रूम लेते हैं तो आपको ₹1000 तक के भी रूम मिल जाते हैं। बस ध्यान रहे कि आप इन होटल्स में ऑनलाइन ही रूम बुक करने की कोशिश करें ताकि बाद में रूम मिलने में आपको दिक्कत ना हो।
मनाली के होटल
मनाली में आपको कई सारे होटल मिल जाएंगे, जहां पर आप रुक सकते हैं। यदि आपके पास अच्छा बजट है तो आप यहां के होटल में रात्रि stay कर सकते हैं।
होम स्टे
मनाली जगह एक टूरिस्ट प्लेस है। यहां पर सबसे अधिक पर्यटक आते हैं तो लोग अपने घरों के रूम को किराए पर उपलब्ध करवाने लगते हैं।
इसके अलावा आपको खाने पीने की सभी सुविधाएं भी इसमें दी जाती है। यदि आपके पास कम बजट है तो आप होम स्टे में रह सकते हैं। इसमें आपके कम पैसे भी खर्च होंगे।
मनाली घूमने का सही समय (best time to visit manali)
आपको पता ही है कि मनाली नदी, पहाड़ तथा एडवेंचर के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है। यहां पर देश के सभी हिस्सों से लोग अपनी छुट्टियां मनाने के लिए आते हैं। लेकिन यहां पर जाने के लिए सबसे अच्छा समय क्या होता हैं?, इसके बारे में बहुत ही कम लोगों को जानकारी होती है।
आप किसी भी समय कुल्लू मनाली की यात्रा की प्लानिंग कर सकते हैं। लेकिन बात करें यहां के पर्यटन स्थलों की तो कई ऐसे पर्यटक स्थल हैं, जिनको आप पूरे साल नहीं देख सकते हैं। इसलिए आप जिस जगह को देखना चाहते हैं, उसके लिए आपको पहले से प्लानिंग करनी होती है।
यदि आप बर्फबारी को देखना चाहते हैं तो आपको 15 दिसंबर के बाद कुल्लू मनाली जाना चाहिए। यहां पर दिसंबर से लेकर मार्च के महीने के बीच में यहां पर बर्फबारी देखने को मिलती है। साथ ही यहां पर आप इस स्कीइंग ड्राइव का मजा ले सकते हैं।
कुल्लू मनाली एक हिल स्टेशन है तथा यहां पर अप्रैल से लेकर जून तक अधिक संख्या में पर्यटक अपनी छुट्टियां मनाने आते हैं। क्योंकि इन महीनों में भारत के अन्य हिस्सों में काफी गर्मी पड़ती है तथा स्कूलों आदि की छुट्टियां भी हो जाती है। इसलिए सभी लोग परिवार के साथ कुल्लू मनाली में घूमने के लिए आते हैं।
यदि आप काले बादल तथा सफेद बादलों के लिपटी हुई घाटी को देखना चाहते हैं तो आप जुलाई से नवंबर के बीच के महीने में जा सकते हैं। इन महीनों में यहां पर काफी बारिश होती है तथा यहां की हरियाली देख कर आपका मन प्रसन्न हो जाएगा। इस मौसम में यहां पर बहुत ही कम पर्यटक आते हैं।
कुल्लू मनाली कैसे पहुंचे? (रेल, सड़क, वायुयान)
वायुयान से मनाली कैसे जाएं?
यदि आप हिमाचल प्रदेश के इस फेमस हिल स्टेशन पर हवाई रास्ते के माध्यम से जाना चाहते हैं तो आपको यहां के निकटतम हवाई अड्डा भुंतर पर जाना होगा। यह हवाई अड्डा मनाने से लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
एयर इंडिया एयरलाइंस की फ्लाइट दिल्ली, चंडीगढ़, शिमला और लेह से भुंतर तक की हवाई सेवाएं उपलब्ध करवाती है। कुल्लू मनाली इस हवाई अड्डे से सिर्फ 10 किलोमीटर की दूरी पर है।
ट्रेन के माध्यम से मनाली कैसे जाएं?
हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी क्षेत्र है, जिसके कारण यहां पर अधिक रेलवे स्टेशन नहीं बनाए गए है। यदि आप दिल्ली से कुल्लू मनाली जाना चाहते हैं तो आपको दिल्ली से जोगिंदर नगर तथा पठानकोट के लिए जाना होगा। फिर आप पठानकोट से कुल्लू के लिए ट्रेन पकड़ सकते हैं।
इसके बाद आपको कुल्लू से लेकर जोगिंदर नगर तक की दूरी को तय करना होता है। हिमाचल प्रदेश में आपको शिमला तथा कालका में रेलवे स्टेशन बनाए गए है। यहां पर जाने के बाद आप कुल्लू मनाली आसानी से जा सकते हैं।
बस के माध्यम से मनाली कैसे जाएं?
मनाली जाने के लिए पर्यटक लोग सबसे अधिक बसों का ही इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि यदि आप दिल्ली से हिमाचल प्रदेश जाना चाहते हैं तो यहां से आप किसी भी वोल्वो बस के माध्यम से कुल्लू मनाली जा सकते हैं।
मनाली कैसे घूमे?
कुल्लू मनाली घूमने के लिए आप किसी भी ट्रैवल एजेंट के माध्यम से भी घूम सकते हैं या फिर आप इंडिविजुअल तरीके से भी इस पर्यटक जगह पर जा सकते हैं। कई सारे इसे ट्रेवलर एजेंट होते हैं, जो आपको कम कीमत पर सारी सुविधा उपलब्ध करवाते हैं।
इसके अलावा मनाली, कुल्लू में घूमने की जगहों की जानकारी भी देते हैं। यदि आप अकेले जा रहे हो तो आप ट्रेवलर एजेंट के माध्यम से आसानी से घूम सकते हैं।
मनाली घूमने का खर्चा
यदि आप मनाली जाने की तैयारी कर रहे हैं तो आपके पास अच्छा खासा बजट होना चाहिए, जिसके माध्यम से आप मनाली की खूबसूरत वादियों का आनंद प्राप्त कर सकते हैं। यदि आप दिल्ली से मनाली जाते है तो आपका निम्न प्रकार से खर्चा आएगा।
यदि आप बस के माध्यम से दिल्ली से मनाली तक का सफर तय करना चाहते हैं तो आपको कम से कम 500 से 700 रूपये तक किराया खर्च करना होगा।
दिल्ली से वोल्वो तथा ऑर्डिनरी दोनों प्रकार के बसे मनाली के लिए चलती है। लेकिन यदि आप मनाली सुबह 5:00 बजे तक पहुंच जाते हैं तो आप मनाली की लोकल साइट को आराम से घूम सकते हैं।
वहीं दिल्ली से मनाली पहुंचने के लिए आपको दोपहर में 3:00 या 4:00 बजे की बस पकड़ना होगा, जो आपको प्रातः 5:00 बजे मनाली पहुंचा देगी।
इसके बाद आप दूसरे दिन वहां की सोलंग वैली का नजारा देख सकते हैं। सोलंग वैली जाने के लिए आपको एक बस पकड़नी होगी, जिसका न्यूनतम किराया 20 से 30 रूपये के बीच में होता है।
सोलंग वैली जाने के बाद वहां पर आप एडवेंचर एक्टिविटी को इंजॉय कर सकते हैं। यदि आप मनाली में 4 से 5 दिन के लिए रुकते है तो आपका 5हजार रूपये तक का खर्चा हो सकता है।
मनाली जाने पर साथ में क्या रखें?
यदि आप हिल स्टेशन पर जाने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके बैग में नीचे बताई गई चीजे होनी चाहिए। क्योंकि इन चीजों की जरूरत आपको हिल स्टेशन पर कभी भी पड़ सकती हैं।
- किसी भी हिल स्टेशन का टेंपरेचर 10 डिग्री से कम होता है तो आप के बैग में लेदर जैकेट का होना आवश्यक है। क्योंकि यह आपको ठंड से बचाता है।
- आप जितनी भी दिनों के लिए जा रहे हैं, उस हिसाब से आपके पास एक स्वेटर होना चाहिए ताकि यदि कभी टेंपरेचर अचानक से गिर जाए तो आपके पास एक extra स्वेटर हो।
- सेल्फी स्टिक, कैमरा, स्कीन केयर प्रोडक्ट आदि।
FAQ
मनाली हिमालय पर्वत के वर्क के ऊंची चोटियों से अधिक होने के कारण प्रसिद्ध है।
मनाली हिल स्टेशन को अच्छी तरह से घूमने के लिए आपके पास कम से कम 5 से 6 दिन का समय होना चाहिए तभी आप इसके सभी टूरिस्ट प्लेस को आसानी से घूम सकते हैं।
मनाली हिल स्टेशन में नवंबर से लेकर फरवरी तक काफी बर्फबारी होती है। बर्फबारी के मौसम में आप ट्रैकिंग, स्कीइंग तथा अन्य कई प्रकार की एक्टिविटी का आनंद ले सकते हैं।
मनाली हिल स्टेशन घूमने का खर्चा आपके ऊपर निर्धारित होता है कि आप कहां जा रहे हैं और कौन सी जगह से जा रहे हैं। यदि मनाली के बजट की बात की जाए तो यहां पर दो रात का खर्चा लगभग 10,000 से अधिक आता है। वहीं यदि आप दिल्ली जैसी जगह से जाएंगे तो आप 7 से 8 हजार रूपये के बीच में ही बजट आता है।
यदि आप दिल्ली से मनाली सड़क मार्ग से जा रहे हैं तो करीब दिल्ली से मनाली की दूरी 540 किलोमीटर की होती है तथा यहां पर पहुंचने के लिए आपको 12 से 15 घंटे लग जाते हैं।
मनाली हिमाचल प्रदेश के उत्तर पश्चिमी में स्थित है।
पूरे साल के किसी भी महीने में आप मनाली जा सकते है। क्योंकि हर महीने में मनाली देखने का अलग ही आनंद होता है।
मनाली में बहुत ही खूबसूरत पर्यटन स्थल है, उन पर्यटन स्थलों को देखने के साथ यहां पर रोमांचकारी गतिविधियों का भी लुप्त उठा सकता है। मनाली लंबी पैदल यात्रा, माउंटेन बाइकिंग, रिवर राफ्टिंग, पर्वतारोहण, ज़ोरबिंग, पैराग्लाइडिंग, स्कीइंगजीप सफारी जैसे गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है।
शिमला से मनाली की दूरी 232.5 km है।
चंडीगढ़ से मनाली की दूरी 270.4 km है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में मनाली में घूमने की जगह और कब जाना चाहिए? (Manali Me Ghumne ki Jagah), मनाली के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल मनाली कैसे जाएं, मनाली जाने पर कितना खर्चा होगा तथा कहां रुक सकते है आदि के बारे में बताया है।
उम्मीद करते है यह मनाली के बारे में जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि इस लेख से जुड़ा कोई सवाल या सुझाव है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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