Kasauli Me Ghumne ki Jagah : हिमाचल की हर जगह पर्यटकों को बहुत ही ज्यादा आकर्षक लगती है क्योंकि यहां पर ऊंचे-ऊंचे पहाड़ चारों तरफ हरियाली चारों तरफ हरियाली होती है। इसके अलावा हिमाचल का तापमान पर बहुत बढ़िया रहता है। वैसे तो हिमाचल की हर जगह खूबसूरत और घूमने लायक है लेकिन आज हम हिमाचल की एक प्रसिद्ध जगह कसौली के बारे में बात करने वाले हैं।
कसौली शिमला-चंडीगढ मार्ग पर हिमाचल प्रदेश में स्थित छोटा सा हिल स्टेशन है। सुंदर देवदार के जंगलों और हिमालय के निचले हिस्से में स्थित है। विक्टोरियन इमारतों के लिए कसौली प्रसिद्ध है। कसौली अपने शांत वातावरण और आकर्षित वादियों के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। यह हिल स्टेशन शहर के भीड़भाड़ से दूर एक शांत वातावरण है। इस हिल स्टेशन पर पर्यटक रॉप वे और पहाड़ों पर ट्रेकिंग का आनंद लेते हैं।
आज के आर्टिकल में हमने कसौली में घूमने की जगह के साथ ही कसौली का इतिहास, कसौली से जुड़े रोचक तथ्य, कसौली में घूमने का सही समय, वहां के खानपान, कसौली में रुकने की जगह की विस्तार से जानकारी दी हैं।
कसौली में घूमने की जगह | Kasauli Me Ghumne ki Jagah
कसौली के बारे में रोचक तथ्य
जैसा की आप सभी को पता ही है कि हर जगह का कुछ ना कुछ इतिहास तो जरूर रहता है। इस प्रकार ही हिमाचल का यह प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कसौली का भी एक बहुत ही खूबसूरत इतिहास है, जो निम्नलिखित है।
- कसौली समुद्र तल से 5889 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक पर्वतीय शहर हैं। कसौली हिमाचल प्रदेश राज्य के सोलम जिले में स्थित एक छोटा सा हिल स्टेशन है।
- कसौली के इतिहास के बारे में कहा जाता हैं कि हिमालय के ‘कसूल’ गांव में ‘रेवाड़ी’ के कुछ राजपूत आकर बसे थे।
- इस कसूल गांव ही कसौली के नाम से जाना जाने लगा।
- यहां 1842 में ब्रिटिश सरकार ने एक सैनिक छावनी की स्थापना एक हिल स्टेशन के रूप में की गई थी।
- कसौली आज अपनी प्राचीन सुंदरता के लिए जाना जाता है।
- कसौली विक्टोरियन इमारतों के लिए प्रसिद्ध है।
- कसौली में गिल्बर्ट ट्रेल 1500 मीटर लंबी पथरीली संकरी सड़क हैं।
- कसौली हिमालय के निचले किनारे पर स्थित एक सुंदर हिल स्टेशन है।
- कसौली एक पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित सैनिक छावनी हैं।
- कसौली में स्थित गुरखा फोर्ट का निर्माण अंग्रेजों से युद्ध करने के लिए किया गया था।
कसौली में लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Kasauli Tourist Places in Hindi)
वैसे तो कसौली इतना सुन्दर है कि यहां की हर जगह रोमांचकारी और लुभावनी हैं फिर भी कसौली में घूमने की कुछ महत्वपूर्ण जगहों में क्राइस्ट चर्च, सनसेट प्वाइंट, मंकी पॉइंट, ट्रिबल ट्रेल, गोरखा किला, बालकनाथ जी मंदिर, गुरु नानक जी गुरुद्वारा प्रमुख पर्यटक स्थल हैं।
क्राइस्ट चर्च
कसौली के पास स्थित यह चर्च बहुत ही लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं। इस चर्च का निर्माण अंग्रेजों ने गोथिक शैली में 1854 ईस्वी में करवाया। इस चर्च में लगी कांच की खिड़कियां इसकी सूंदरता पर चार चांद लगा देती हैं। क्राइस्ट चर्च सेंट बरनबास और सेंट फ्रांसिस को समर्पित है।
क्रॉस आकार में बनी चर्च कसौली शहर के बीच में एक सुंदर, स्वच्छ और विचित्र संरचना है। यह चर्च कसौली में सबसे अधिक लोकप्रिय और पर्यटक की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है।
मंकी पॉइंट
कसौली का सबसे ऊंचा पर्यटक स्थल मंकी पॉइंट हैं, जहां से पुरे कसौली का मनोहर नजारा दिखाई देता हैं। इस स्थान के बारे में यह मान्यता है रामायण काल में जब राम और रावण का युद्ध चल रहा था, तब लक्ष्मण शक्ति लगने से मुर्छित हो गये। तब हनुमान जी संजीवनी बुटी लेने हिमालय पर्वत पर आये थे, तब पर्वत उठाते समय एक पांव यहां पर रखा।
यह पैर के आकार का बर्फ से ढका हुआ बहुत ही खूबसूरत डेस्टिनेशन है। यहां एक सुंदर हनुमान मंदिर है, जहां पर काफी संख्या में बन्दर अठलेखियां करते हुए नजर आते हैं। मंकी पॉइंट का मेनैजमेंट और संचालन भारतीय एयरफोर्स के पास होने के कारण यहां जाने के लिए सेना से परमिट लेना अनिवार्य है।
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गोरखा किला
गुरखाओं के शौर्य का प्रतीक गोरखा किला सुबाथू पहाड़ी पर समुद्र तल से लगभग 4500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। पर्यटक की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है। गोरखा किले का निर्माण गुरखा सेनापति अमर सिंह थापा ने 19 सदी में करवाया। यहां 180 साल पुरानी तोपें पर्यटकों को आकर्षित करती है।
1857 में गुरखा युद्ध में हार गये तब यह किला ब्रिटिश सरकार के अधीन हो गया। निलगिरी के जंगलों से घिरा यह किला अब भारतीय सेना का प्रशिक्षण केन्द्र है।
टिम्बर ट्रेल रिजोर्ट
कसौली में मौजूद टिंबर ट्रेल दो पहाड़ियों में फैला, शहर का एक रमणीय और मनमोहन हिस्सा, जिसका नैसर्गिक सौंदर्य अनुठा है। यह एक शांत, शोरगुल रहित, मनमोहन परिदृश्य है। रोपवे की वजह से दो पहाड़ों के बीच की दूरी को महज 10 मिनट में यह की जाती है।
यहां देवदार के जंगलों और छोटी-छोटी पहाड़ियों के ऊपर से रोपवे का सफर भरपूर रोमांचकारी होता है। टिंबल हिल की सुन्दरता, रोमांचकारी रोपवे और यहां से कौशल्या नदी के सुहावने दृश्य पर्यटकों के मन को मोहित कर देता है।
सनसेट पॉइंट
‘गिल्बर्ट ट्रेल’ के नाम से प्रसिद्ध सनसेट प्वाइंट कसौली में घूमने की सबसे खूबसूरत और आकर्षित डेस्टिनेशन है। यहां रोजाना सैंकड़ों लोग सुर्योदय और सुर्यास्त के शानदार नजारे का आनंद लेते हैं।
प्रकृति की गोद में बसा सनसेट प्वाइंट से चारों ओर देवदार के सुन्दर जंगलों का लुभावना दृश्य दिखाई देता है। यहां की सुन्दर वादियां, शंकुधारी पेड़ों के जंगल, बर्फ से ढके ऊंचे पर्वतों का शानदार नजारा पर्यटकों के सफर को यादगार बना देता हैं। पर्यटकों के अलावा स्थानीय लोगों का बहुत ही ज्यादा पसंद की जाने वाली जगह हैं।
कृष्ण भवन मंदिर
चर्च की संरचना में बना अद्भुत कृष्ण भवन मंदिर की स्थापना सन् 1926 ईस्वी में इंपिरियल लार्ड ने की थी। यह मंदिर भारतीय-यूरोपीय वास्तुकला और स्थापत्य शैली का एक अनुठा उदाहरण है। कृष्ण भवन मंदिर की अद्भुत वास्तुकला दो अनुठी स्थापत्य शैली का मिश्रण पर्यटकों को आश्चर्य में डाल देता है।
यह मंदिर प्रात: 6 बजे खुलता है,और शाम को 7 बजे मंदिर के द्वार बंद कर दिये जाते हैं। कसौली के दर्शनीय स्थलों में कृष्ण भवन मंदिर अपनी खुबसूरती के कारण अलग पहचान रखता है। कसौली शहर के मध्य में स्थित कृष्ण भवन मंदिर पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।
श्री बाबा बालक नाथ मंदिर
कसौली के दर्शनीय स्थलों में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध धार्मिक स्थल बाबा बालक नाथ जी का मंदिर है। यह मंदिर गुफानुमा पर्वत ग्रेनर हिल पर स्थित है। बाबा बालक नाथ को कार्तिकेय का अवतार माना जाता है।
इस मंदिर के बारे में यह धार्मिक मान्यता है कि नि: संतान दंपति यहां पूजा करें तो उनको संतान प्राप्ति का सुख प्राप्त होता है। यह एक धार्मिक स्थल होने के साथ ही पर्यटक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन है।
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श्री गुरु नानजी गुरुद्वारा
श्री गुरु नानक जी गुरुद्वारा सफेद संगमरमर से निर्मित एक प्रसिद्ध गुरुद्वारा हैं। यह गुरु द्वारा कसौली के दर्शनीय स्थलों के साथ ही एक धार्मिक स्थल भी है।
घरखाल बाजार में स्थित इस गुरुद्वारे में रोजाना हजारों पर्यटक सर झुकाते हैं। हर रविवार को यहां विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। इस गुरूद्वारे की दिव्य आभा पर्यटकों को आकर्षित करती है। अगर आप कसौली में घूमने जाते हो तो गुरुनानकजी गुरुद्वारे की सैर जरुर करें। यहां आवास की भी सुविधा उपलब्ध है।
कसौली में घूमने जाने का सही समय
हिमाचल प्रदेश के सुन्दर हिल स्टेशन कसौली घूमने के लिए साल भर पर्यटक आते रहते हैं। कसौली के नैसर्गिक सौंदर्य के कारण हर समय यहां का वातावरण लुभावना रहता है इसलिए यहां आप कभी भी घूमने जायेंगे तो आपको एक अलग आनंद मिलेगा।
वैसे गर्मियों के मौसम में यहां का परिदृश्य सुहावना होता है। अधिकांश पर्यटक यहां गर्मियों में जाना पसंद करते है। एडवेंचर्स के शौकीन पर्यटक मानसून में यहां घूमने जाना पसंद करते हैं। दिसंबर और जनवरी में यहां ठंड चरम पर होती है।
अगर हम कसौली में घूमने के उचित समय की बात करें, तो आप वर्ष के किसी भी महिने में कसौली का भ्रमण करते हैं तो आप यहां की सुन्दरता और रोमांचकारी दृश्य से निश्चित रूप मोहित हो जायेंगे।
कसौली में स्थानीय भोजन
कसौली के भोजनालयों में हिमाचली भोजन के साथ पंजाबी भोजन बहुतायत रूप से उपलब्ध होता हैं। कसौली में पर्यटकों को यहां के स्थानीय भोजन में खसखस का हलवा, सिंधु और कड़ी जैसा स्वदिष्ट भोजन मिलता है। साथ ही यहां स्थित ठेलों पर फास्ट फूड जैसे – पकौड़े, मंचूरियन, रेड-पास्ता, सेंडविच, कचोरी, आलु टिक्की, छोले भटूरे आदि का भरपूर मजा ले सकते हैं।
कसौली में रूकने की जगह
हिमाचल प्रदेश में पर्यटक स्थलों की संख्या अधिक होने के कारण कसौली में पर्यटकों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस, होटल और रिजार्ट्स बहुत ही देखने को मिल जायेंगे। कसौली में रूकने के लिए कम बजट में भी उपलब्ध हो जाते हैं।
कसौली कैसे पहुंचे?
सोलन जिले के इस छोटे से हिल स्टेशन घूमने के लिए आप सड़क मार्ग, रेलमार्ग और हवाई मार्ग से जा सकते हैं।
सड़क मार्ग से कैसे पहुंचे?
कसौली जाने के लिए शिमला, चंडीगढ़, दिल्ली, सोलन से सीधी बसें चलती हैं। हिमाचल प्रदेश राज्य पथ परिवहन निगम भी कई बसों का संचालन करती हैं। हालांकी बस का सफर महंगा और लंबा होता है लेकिन बस से सफर करने पर शानदार प्राकृतिक नजारे देखने को मिलते हैं।
रेलमार्ग से कैसे पहुंचे?
कसौली का निकटतम रेलवे स्टेशन कालका है, जो कसौली से 40km दूर है। कालका रेलवे स्टेशन से कसौली जाने के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं। कालका जंक्शन भारत के अधिकांश बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है।
वायुमार्ग से कैसे पहुंचे?
कसौली का सबसे नजदीकी एयरपोर्ट चंडीगढ़ है, जो कसौली से 70 किलोमीटर दूर स्थित है। चंडीगढ़ हवाई अड्डा सम्पूर्ण भारत के बड़े शहरों से से कनेक्ट हैं। चंडीगढ़ से कसौली जाने के लिए यहां से नियमित संचालन होता है।
FAQ
कसौली भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में सोलम जिले में स्थित है।
गोरखा किले का निर्माण गुरखा सेनापति अमर सिंह थापा ने 19वीं सदी में करवाया।
कसौली में घूमने के लिए फरवरी से सितंबर उचित समय है।
कसौली का निकटतम रेलवे स्टेशन कालका है, जो कसौली से 40km दूर है।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने हिमाचल प्रदेश के छोटे से हिल स्टेशन कसौली में घूमने की जगह (Kasauli Me Ghumne ki Jagah) की महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन की विस्तार से जानकारी दी हैं। साथ ही इस आर्टिकल में कसौली की हिमाच्छादित पर्वत और देवदार के जंगलों के सुन्दर और शानदार परिदृश्य के बारे में बताया है। हम उम्मीद करते हैं कि आपको हमारा आज का यह आर्टिकल पसंद आया होगा।
यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी सवाल है तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है। हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे।
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