हिमाचल प्रदेश राज्य के किन्नौर जिले में कल्पा गांव स्थित हैं। कल्पा गांव के आस पास घूमने के लिए कई सारी जगह हैं। इस गांव में आपको प्राचीन मंदिर, मठ और कई सारे सेव के बाग हैं।
सुबह के समय यानी की सूर्योदय के समय प्रकृति के अद्भुत नजारे देखने को मिलते हैं। गांव के चारों तरफ आपको हरियाली और कई प्रकार की वनस्पति देखने को मिलती है।
वैसे तो हिमाचल प्रदेश के सभी राज्य वर्ष भर ठंडे रहते हैं लेकिन किन्नौर का यह प्रसिद्ध गांव वर्ष भर ठंडा रहता हैं। इस कारण अधिक पर्यटक इस गांव को देखने के लिए आते हैं।
कल्पा गांव सतलज नदी के किनारे स्थित हैं। गांव के किनारे बहुत से झरने और पहाड़ियां स्थित हैं। यदि आप हिमाचल प्रदेश घूमने के लिए जाते हैं, तो आप कल्पा गांव एक बार जरूर जाएं।
इस लेख में कल्पा में घूमने के लिए कौन कौन सी जगह हैं? (famous places in kalpa), कल्पा में घूमने के लिए कब जाएं?, कल्पा में घूमने जाने पर कहां रुके? आपके इन सभी प्रश्नों के उत्तर इस लेख में मिलेंगे। इसके लिए लेख को अंत तक पढ़ना होगा।
कल्पा के बारे में रोचक तथ्य
- कल्पा में घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह बासपा नदी हैं, जिसका पानी वर्ष भर ठंडा रहता हैं।
- कल्पा में एक ऐसा गांव भी हैं, जहां पर किसी भी प्रकार की आधुनिक सुविधा नहीं हैं। न ही डाक सेवा और न ही इंटरनेट।
- कल्पा हिमाचल प्रदेश में किन्नर कैलाश के निकट 6050 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक खूबसूरत गांव है, जिसे भगवान शिव का पौराणिक सर्दियों का घर कहा जाता है। सूरज की किरने जब यहां के बर्फ पर पड़ती है तो खूबसूरत दृश्य उत्पन्न होता है।
- कल्पा गांव में बहुत सारे बौद्ध मठ है यहां पर रीन्न्शन्सग-पो के द्वारा स्थापित हू-बुउ-इयान-कार गोम्पा मठ भी स्थित है, जिसे 950-1055 एडी के बीच निर्मित किया गया था।
- 19वीं शताब्दी में ब्रिटिश गवर्नर जनरल लॉर्ड डलहौजी ने कल्पा शहर की पहली बार यात्रा की थी, जिसके बाद इस गांव की सुंदरता के कारण यहां की यात्रा प्रसिद्ध हो गई।
- भारत तिब्बत सीमा के पास में ही भारत का आखिरी गांव बसा हुआ है, जिसका ढाबा काफी फेमस है।
- कल्पा का बेरिंग नाग मंदिर बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है, जो कि हिंदू धर्म के लोगो का प्रसिद्ध मंदिर है।
कल्पा में घूमने की जगह (Kalpa Me Ghumne ki Jagah)
कमरू किला
कल्पा का यह किला ऐतिहासिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। यह किन्नौर जिले का सबसे प्राचीन किला है। कल्पा का यह किला कई मंजिला बना हुआ है।
सबसे उपर के मंजिल पर देवी कामाख्या का विशाल मंदिर बना है। किले के कई हिस्से में लकड़ी का प्रयोग किया गया है। बालकनी को लकड़ी की मदद से बनाया गया है।
किले के बाहर भगवान बौद्ध की बड़ी सी प्रतिमा स्थापित है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है।
यदि आप इतिहास के बारे में जानकारी रखते है तो आपको इस किले को देखने के लिए जरूर जाना चाहिए। किला सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक खुला रहता है। आप कभी भी घूमने के लिए जा सकते है।
चितकुल
चितकुल को भारत का आखिरी गांव है, जो कि भारत तिब्बत सीमाओं के कुछ दूरी पर स्थित है। इसके पास में ही सांगला गांव है, जो कि करीब 28 किमी की दूरी पर किन्नौर घाटी के पास स्थित है।
समुद्र तल से करीब 3450 किमी की ऊंचाई पर है। गांव में आपको कई प्रकार के पेड़ पौधे देखने को मिल जाते है। गांव के आस पास आर्किड के पेड़, चट्टाने, जंगल, झरना और हरे भरे घास के मैदान देखने को मिल जाते है।
जो पर्यटक ट्रेकिंग आदि करना चाहते है, वो इस गांव में जरूर आएं। ट्रेकिंग करने वाले पर्यटकों के लिए यह गांव बहुत प्रसिद्ध है।
इसके अलावा आपको कई प्रकार के जानवर भी देखने को मिल जाते हैं। गांव के पास ही वन्य जीव अभ्यारण भी बना हुआ है, जहां पर आप विभिन्न प्रकार के जानवर को देख सकते हैं।
यदि आप प्रकृति के नजारे का आनंद लेना चाहते है तो आप इस जगह पर घूमने के लिए जरूर जाएं। यहां का मौसम ठंडा रहता है। गर्मी के मौसम में अधिक पर्यटक ट्रेकिंग करने के लिए आते हैं।
सर्दियों में अधिक सर्दी होने के गर्मी की संख्या के मुकाबले कम लोग आते हैं। अपने दोस्तों और रिश्तेदार के साथ ट्रेकिंग का मजा लेने के लिए चितकुल जा सकते हैं।
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बेरिंग नाग मंदिर
यह चितकुल का प्रसिद्ध मंदिर में से एक है। बेरिंग नाग मंदिर सांगला घाटी के पास ही स्थित है। किन्नौर जिले की प्रसिद्ध सांगला घाटी में घूमने आने वाले पर्यटक इस मंदिर में घूमे बिना नहीं जाते है। हिंदू धर्म के लोगो का यह प्रसिद्ध मंदिर हैं।
यदि आप घाटी में घूमने के लिए जाते है तो आप इस मंदिर के दर्शन करने के लिए जरूर जाए। मंदिर के अंदर भगवान जगस की बड़ी सी मूर्ति स्थापित है।
बेरिंग नाग मंदिर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय अगस्त महीने से लेकर सितंबर महीने के बीच का है। इस दौरान यहां पर एक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है, जिसको फलीच के नाम से जानते हैं।
इस मेले को देखने के लिए भक्त दूर दूर से आते हैं। प्रत्येक वर्ष इस मेले का आयोजन किया जाता है। आप भी इस मेले को देखने के लिए जा सकते हैं।
सांगला मेदो
सांगला मेदो सांगला घाटी के पास स्थित एक बहुत सुंदर जगह है। सर्दियों के मौसम में आपको चारो तरफ बर्फ ही बर्फ देखने को मिलती है।
इसके अलावा चारों तरफ हरे भरे घास के मैदान, हिमालय की बर्फ से ढकी हुई चोटियां पर्यटकों का मन मोह लेती है। आप इस जगह पर आकर अपने मन को शांति प्रदान कर सकते हैं।
सांगला मेदो को सांगला कांडा के रूप में भी जानते हैं। पर्यटक की दृष्टि से यह जगह घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में एक है।
इसलिए गर्मी के मौसम में तो पर्यटक आते है, लेकिन सर्दियों के मौसम में भी काफी पर्यटकों का आना जाना लगा रहता हैं।
यदि आप सांगला घाटी को देखने के लिए जा रहे है तो आप सांगला मेदो को देखना न भूलें। आप यहां पर आकर फोटोग्राफी का आनंद ले सकते हैं।
बाटसेरी गांव
यह गांव अपने हस्तनीर्मित वस्त्रों और कलाओं के लिए काफी फेमस है। हिमाचल प्रदेश की प्रसिद्ध टोपी और शाल यही पर बनाई जागी है।
बाटसेरी गांव के लोगों का मुख्य व्यवसाय सॉल और टोपी को बनाना हैं। इसी से वह अपने परिवार का पालन पोषण करती हैं।
इसके अलावा यहां के लोग पाइन नाट्स और चिलगोजा का भी उत्पादन करते हैं, जो हिमाचल के सभी जिलों में खाया जाता है।
यदि आप इस जगह पर आए तो चिलगोजा का आनंद लेना न भूलें। आप मछली फिशिंग फॉर्म को भी देख सकते हैं, जो कि कुछ दूरी पर स्थित हैं। सर्दियों के समय बाटसेरी गांव के चारों तरफ आपको बर्फ के ढके हुए पहाड़ देखने को मिलेंगे।
यहां पर रहने वाले लोगों के घरों की छत पर बर्फ की मोटी परत जम जाती है। बर्फ के नजारे को देखने के लिए सैलानियों की भीड़ एकत्रित रहती है।
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मठ
कल्पा में बौद्ध और हिंदू दोनों सभ्यता देखने को मिलती है। यहां पर हिंदू धर्म के मंदिर भी है तो वहीं बौद्ध धर्म से संबंधित मट्ठी भी हैं।
कल्पा गांव के चौक से ऊपर की तरफ एक पगडंडी जाती है, जो आगे चलकर दो रास्ते में बैठ जाता है। वहां पर कुछ दूर और चले जाने पर गौतम बुध की प्रतिमा देखने को मिलेंगी।
सुसाइड प्वाइंट
सुसाइड प्वाइंट कल्पा रोघी गांव जाने के रास्ते में पड़ता है। हालांकि इस जगह का नाम थोड़ा सा अजीब हो सकता है, जो आपको पसंद ना आए।
लेकिन यह जगह असल में बहुत ही खूबसूरत है और अगर एक बार यहां पर आप चले जाते हैं तो यहां के खूबसूरत नजारे को आप कभी नहीं भूल पाएंगे।
सुसाइड प्वाइंट कल्पा गांव में सतलज नदी के किनारे स्थित है, जहां से आपको आसपास के सड़कों पर चलती हुई गाड़ी खिलौने जैसी लगेगी। इस पॉइंट से कल्पा के असली ऊंचाई का पता चलता है।
बासपा नदी
सांगला घाटी के पास में ही यह नदी बहती हैं। वाटर एक्टिविटी करने के लिए इससे अच्छी और रोमाचकारी जगह और कोई नही हो सकती हैं। यदि आपको फोटोग्राफी करनी है तो इससे अच्छी जगह और कोई नही हैं।
बासपा नदी के तट पर घूमने के लिए जा ही सकते हैं। इसके अलावा आप ट्रैकिंग, मछली पकड़ना, कैम्पिंग जैसे कई प्रकार के साहसिक कार्य भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से चार्ज देना होगा।
बासपा नदी के किनारे बनी हुई पहाड़ी पर इंद्रधनुष और भूरे रंग का ट्राउट भी देख सकते हैं। सनसेट का समय यहां का नजारा देखने लायक होता हैं।
यदि आप किसी ऐसी जगह पर जाने के बारे में सोच रहे है, जहां पर आपको शांति मिले, तो किन्नौर जिले के कल्पा गांव के पास में स्थित बासपा नदी के तट पर घूमने के लिए एक बार जरूर जाएं। यह यात्रा आपकी सबसे अच्छी यात्रा में से एक होगी।
रक्षम
यह हिमाचल प्रदेश के एक खूबसूरत गांव है, जो कि तिब्बत की सीमा से कुछ दूरी पर स्थित है। जबकि चितकुल से इस गांव के बीच की दूरी करीब 23 किमी की है।
किन्नौर जिले का यह छोटा सा गांव बासपा नदी के किनारे पर बसा हुआ है। यह गांव वर्ष भर विभिन्न प्रकार की वनस्पति से घिरा रहता है, जिसके कारण चारों तरफ आपको हरियाली ही हरियाली देखने को मिलती है।
इस गांव की सबसे खास बात यह है कि आज के समय में देश के सभी गांव में इंटरनेट, डाक सेवा और अन्य सभी प्रकार ली सुविधाएं उपलब्ध है लेकिन किन्नौर जिले के इस गांव में ऐसी कोई सुविधा नहीं है।
इसके पीछे का कारण यह है कि यहां पर सबसे अधिक बर्फबारी होती है, जिसके कारण यह सभी सुविधा अभी तक इस गांव में नहीं पहुंच पाई है।
गर्मी के मौसम में आप यहां पर छुट्टी मनाने के लिए जा सकते हैं। इसके आलावा आप इस गांव में ट्रेकिंग का भी लुफ्त उठा सकते हैं।
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कल्पा में रूकने की जगह
कल्पा खूबसूरत जगह होने के कारण ट्रेकिंग के प्रति जिज्ञासा रखने वाले और प्रकृति प्रेमियों की यहां अक्सर भीड़ रहती है। ऐसे में यहां पर यात्रियों के ठहरने के लिए कई विश्राम और रिसोर्ट बने हुए हैं।
यहां के होटल और रिसॉर्ट अलग-अलग बजट के अनुसार मिलते हैं। यहां पर बजट के अनुसार ही अलग-अलग होटल और रिसॉर्ट में कई उत्कृष्ट सुविधाएं दी जाती है।
यात्री यहां पर ऑनलाइन और ऑफलाइन होटल बुकिंग कर सकते हैं। ऑनलाइन बुकिंग करना ही ज्यादा अच्छा होता है क्योंकि कभी कबार ज्यादा यात्रियों के कारण यहां पर रूम मिलना मुश्किल हो जाता है।
कल्पा में स्थानीय भोजन
कल्पा में आपको कोई विशेष रेस्टोरेंट्स देखने को नहीं मिलेगा। चूंकि यह हिमाचल प्रदेश का खूबसूरत गांव होने के कारण यहां पर कई छोटे-छोटे ढाबे देखने को मिलते हैं, जहां पर आपको स्वादिष्ट स्थानीय भोजन परोसे जाते हैं।
अपनी यात्रा के दौरान आप इन ढाबों में स्वादिष्ट व्यंजन का आनंद ले सकते हैं। हालांकि इसके अतिरिक्त आप जिस गेस्ट हाउस या होटल में ठहरते हैं, वहां भी भोजन की सुविधा दी जाती है।
वैसे जानकारी के लिए बता दें कि इस गांव में कहीं भी शराब नहीं मिलता है। यहां पर कहीं भी शराब की दुकान नहीं है।
कल्पा में क्या-क्या करें? (Things To Do in Kalpa)
अगर आप कल्पा घूमने जाते हैं तो सुबह की शुरुआत कल्पा के खूबसूरत प्रकृति दृश्य को देखने के लिए लुप्त उठाने से कर सकते हैं।
यहां पर किन्नौर कैलाश के पीछे सूर्योदय और सूर्य का मनमोहक दृश्य बहुत ही आकर्षक होता है, जिसे आप यादगार के रूप में अपने कैमरे में कैपचर कर सकते हैं।
इसके बाद आप इस गांव की यात्रा की शुरुआत रोगी गांव से कर सकते हैं, जिसका रास्ता केवल गर्मियों के मौसम में ही खुला रहता है।
यहां से आप सुसाइड पॉइंट को देखने के लिए आगे बढ़ सकते हैं, जहां से आप इस गांव के पूरे खूबसूरत दृश्य को एक बार में ही निहार सकते हैं।
दोपहर का नाश्ता करने के बाद आप कल्पा गांव के अन्य खूबसूरत पर्यटन स्थल को देखने के लिए निकल सकते हैं। कल्पा में आपको अपनी यात्रा के दौरान बहुत सारे जगह पर सेब के बगीचे देखने को मिलेंगे।
आप सेब के बगीचे की भी शेयर कर सकते हैं और यहां के सेब का स्वाद भी ले सकते हैं।
कल्पा घूमने के लिए कब जाएं? (Best Time to Visit Kalpa)
यदि आप गर्मी की छुट्टी को मनाने का प्लान बना रहे है तो आप हिमाचल प्रदेश राज्य के किन्नौर जिले में स्थित कल्पा गांव में घूमने के लिए जा सकते हैं।
ऐसा नहीं की आप सर्दियों के मौसम में नही जा सकते हैं। आप सर्दी और गर्मी के मौसम में कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं। लेकिन बारिश में मौसम में यहां पर जाने से बचना चाहिए।
गर्मियों के मौसम में यहां की जलवायु मध्यम रहती हैं। जबकि अक्टूबर महीने से लेकर अप्रैल महीने के बीच में आपको बर्फबारी देखने को मिलती हैं। बारिश के मौसम में इस गांव में अधिक बारिश होती है।
यदि आप इस गांव में घूमने के लिए जाना चाहते है तो आप गर्मियों के मौसम में घूमने के लिए जा सकते हैं। इस दौरान यहां का तापमान 8 डिग्री से लेकर 24 डिग्री के बीच में रहता है। आप सर्दी और गर्मी के मौसम में घूमने के लिए जा सकते हैं।
कल्पा में घूमने के लिए कैसे जाएं?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कल्पा गांव काफी ऊंचाई पर स्थित हैं। इस कारण से यहां पर जाने के लिए बहुत ही कम साधन उपलब्ध हैं।
आप कल्पा तक सड़क मार्ग, वायुयान मार्ग और ट्रेन मार्ग का चयन कर सकते हैं।
ट्रेन मार्ग से कैसे जाएं?
यदि आप कल्पा तक ट्रेन मार्ग से जाना चाहते है तो आपको नज़दीक के स्टेशन चंडीगढ़ या फिर शिमला में उतर सकते हैं।
शिमला से कल्पा के बीच की दूरी करीब 244 किमी की है। आप देश के किसी भी राज्य से इस स्टेशन से ट्रेन के द्वारा आ सकते हैं।
स्टेशन के बाहर आपको बस और टैक्सी मिल जायेगी, लेकिन बस आपको कल्पा गांव तक नहीं पहुचायेगी।
आपको आगे का सफर टैक्सी के द्वारा करना होगा। लेकिन यदि आप चंडीगढ़ में उतरते है तो आपको अधिक दूरी तय करनी होगी।
सड़क मार्ग से कल्पा कैसे जाएं?
किन्नौर जिले के कल्पा गांव तक जाने के लिए सबसे अच्छा मार्ग सड़क मार्ग है। सड़क के चारो तरफ आपको सिर्फ हरियाली ही हरियाली देखने को मिलेगी। इसके अलावा और भी कई सारे प्राकृतिक दृश्य से भरा हुआ हैं।
आप हिमाचल प्रदेश के पड़ोसी राज्य दिल्ली, पंजाब आदि से हिमाचल परिवहन की बस सुविधा का लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा आप प्राइवेट बस के द्वार भी कल्पा तक आसानी से जा सकते हैं।
वायुयान से कैसे जाएं?
यदि आप हवाई जहाज के द्वारा कल्पा गांव में घूमने के लिए जाते है तो आपको पास के हवाई अड्डे यानी की शिमला हवाई अड्डे पर उतरना होगा। शिमला से कल्पा गांव के बीच की दूरी करीब 280 किमी के आस पास की होगी।
आप देश के किसी भी राज्य से हवाई जहाज के द्वारा आ सकते हैं। हवाई अड्डे के बाहर आपको कार और टैक्सी मिल जाती है, जो आपको कल्पा तक ले जायेगी।
FAQ
कल्पा में घूमने के लिए आप किसी भी मौसम में जा सकते हैं। यहां पर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल महीने से लेकर सितंबर महीने के बीच का है। बारिश के मौसम में यहां पर जाना सही नही है।
यदि आप कल्पा घूमने के लिए जाते है तो आपके पास कम से कम 10,000 से लेकर 12,000 रुपए होने चाहिए।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में सतलज नदी के घाटी में स्थित छोटा सा गांव कल्पा अपने सेब के बागान के लिए देश भर में प्रसिद्ध है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में कल्पा में घूमने के लिए कौन कौन सी जगह (tourist places in kalpa) के बारे में जानकारी दी है। आशा करते हैं यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा।
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