Amritsar Me Ghumne ki Jagah: क्या आप कहीं घूमने जाने की योजना बनाना चाह रहे हैं? यदि हां, तो अमृतसर घूमने की योजना जरूर बनाएं। अमृतसर पंजाब राज्य का एक प्रमुख शहर है, साथ ही एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। यह शहर स्वर्ण मंदिर के लिए देश दुनिया में प्रसिद्ध है। इसके अतिरिक्त भी यहां पर कई सुंदर पर्यटन स्थल है।
यहां की बहुत सी जगह ऐसी है, जो इतिहास से जुड़ी रोचक बातें बयां करती है। यह शहर गुरु नानक देव के अनुयायियों की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर है। देश दुनिया में फैले हुए सिख समुदाय के लोगों के लिए अमृतसर एक पवित्र स्थान है। इस शहर की खूबसूरती को देखने के लिए प्रतिदिन हजारों की संख्या में सैनानी यहां पर आते हैं।
तो इस लेख में अंत तक बने रहिए क्योंकि आगे हम अमृतसर की यात्रा से जुड़ी कई आवश्यक जानकारी बताने वाले हैं, जिसमें हम आपको अमृतसर के बारे में कुछ रोचक तथ्य, अमृतसर घूमने की जगह (Amritsar Ghumne ki Jagah), अमृतसर में लोकप्रिय स्थानीय भोजन, अमृतसर के नजदीक घूमने की जगह (Places to Visit Near Amritsar) और अमृतसर में ठहरने की जगह इत्यादि जानकारी देने वाले हैं।
अमृतसर में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय | Amritsar Me Ghumne ki Jagah
अमृतसर के बारे में रोचक तथ्य
- अमृतसर में बैसाखी का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है।
- अमृतसर विभिन्न तरह के कपड़े बनाने के लिए प्रसिद्ध है।
- अमृतसर में पंजाब और भारत का बॉर्डर वाघा बॉर्डर स्थित है। इस बॉर्डर पर गाड़ी से उतरते ही देशभक्ति का जज्बा अपने आप दिल में जाग उठता है। इस बॉर्डर पर यहां हर रोज दोनों देशों के बीच रीट्रीट सेरेमनी आयोजित की जाती है, जिसमें लोग जमकर देशभक्ति के गानों पर थिरकते हैं।
- अमृतसर शहर ना केवल अपने पर्यटन स्थल के लिए जाना जाता है बल्कि यह खरीदारी के लिए भी काफी ज्यादा लोकप्रिय है। यहां पर कई सारे बाजार मौजूद है, जहां पर पंजाबी सूट, पंजाबी जूती और सिख धर्म से जुड़ी कई महत्वपूर्ण चीजें यात्रा के दौरान याद के रूप में खरीद सकते हैं।
- अमृतसर की भूमि इतिहास को बयां करती है, यहां का जलियांवाला बाग का हत्याकांड आज भी लोगों को प्रभावित करता है।
- भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारे के दौरान अमृतसर में बड़ा हत्याकांड हुआ था।
- अमृतसर खाने-पीने के शौकीन लोगों के लिए एक लोकप्रिय जगह है। यहां पर एक से बढ़कर एक लजीज शाकाहारी और मांसाहारी खाना उपलब्ध है। यहां के छोले भटूरे, छोले कुलचे, लस्सी, फालूदा, कुल्फी इत्यादि देश भर में प्रसिद्ध है।
- अमृतसर से 25 किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान का बॉर्डर आता है।
- अमृतसर गोल्डन टेंपल में देश का सबसे बड़ा लंगर आयोजित किया जाता है। इसके लिए अमृतसर पूरे देश भर में प्रसिद्ध है। यहां के गुरुद्वारों में भक्तगण को मुफ्त में प्रसाद के रूप में पेट भरकर भोजन कराया जाता है और हर दिन यहां पर लंगर आयोजित होता है, जिसमें बहुत ही साफ सफाई के साथ शुद्ध शाकाहारी खाना परोसा जाता है। इस प्रथा की शुरुआत गुरु नानक जी ने की थी।
अमृतसर में लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Amritsar Tourist Places in Hindi)
स्वर्ण मंदिर
अमृतसर में जब घूमने लायक जगह की बात आती है तो सबसे पहले स्वर्ण मंदिर का नाम आता है क्योंकि अमृतसर स्वर्ण मंदिर के लिए ही प्रख्यात है। इस मंदिर को हरमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है, जिसकी नींव 1581 में रखी गई थी और 1604 में बनकर तैयार हुआ।
इस तरीके से इस मंदिर को बनाने में 20 वर्षों का समय लगा। इस मंदिर का इतिहास 400 साल पुराना है। इस मंदिर पर कई बार आक्रमणकारियों द्वारा आक्रमण किया गया। सबसे पहले 1762 में अहमद शाह अब्दाली ने इस मंजिल को नष्ट कर दिया था, जिसे बाद में महाराजा रणजीत सिंह ने पुनः निर्माण करवाया। इन्होंने ही इस मंदिर को सोने से ढकवा दिया था।
1984 में दोबारा इस मंदिर पर आपदा आई। आतंकवादियों ने इस मंदिर को कब्जे में ले लिया लेकिन उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ऑपरेशन ब्लूस्टार चलाया, जिसके तहत इस मंदिर को आतंकवादियों के कब्जे से मुक्त किया और इस मंदिर में जो भी क्षति पहुंची, उसे हिंदू और सिखों भक्तों के द्वारा फिर से पुनः निर्मित कराया गया।
हिंदू ग्रंथों में भी इस जगह का जिक्र किया गया है। बताया जाता है श्री राम के पुत्र लव और कुश एक बार यहां पर शिक्षा ग्रहण और रामायण का पाठ करने के लिए एकबार इसी सरोवर के पास आए थे।
यह मंदिर 5.1 मीटर गहरी झील से चारों तरफ से घिरी हुई है। यहां का लंगर भारत का सबसे बड़ा लंगर माना जाता है, जिसमें प्रतिदिन न्यूनतम 40000 से भी ज्यादा लोगों को खाना खिलाया जाता है।
वाघा बॉर्डर
बाघा बॉर्डर भारत और पाकिस्तान की सीमा है, जिसे अमृतसर में बाघा बॉर्डर का नाम दिया गया है। यह सीमा अमृतसर से 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
अमृतसर आने वाले पर्यटक इस बाघा बॉर्डर को देखने के लिए जरूर आते हैं क्योंकि यहां पर रिट्रीट शेरमनी पर्यटकों को काफी आकर्षित करती है। यहां आने वाले सेनानी सैनिकों का उत्साह बढ़ाते हैं।
यह बॉर्डर अमृतसर के मुख्य शहर से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां तक आने के लिए आपको कई प्रकार के वाहन मिल जाएंगे। यहां पर प्रवेश लेते वक्त ध्यान रखें कि आपको केवल मोबाइल और कैमरा ले जाने की अनुमति मिलेगी, बाकी के समान आपको बाहर अपने होटल में ही रखर आने होंगे।
यह इंटरनेशनल बॉर्डर होने के कारण यहां पर प्रीपेड सिम भी काम नहीं करती है। अमृतसर में घूमने लायक जगह में से यह बॉर्डर एक मुख्य पर्यटन स्थल है। यहां रोजाना सूर्यास्त से पहले परेड आयोजित होती है, जिसमें देशभक्ति के गीतों पर लोग झूमते हुए दिखाई देते हैं। यकीन मानिए यह अनुभव आप कभी भूल नहीं पाएंगे।
दुर्गयाना टेम्पल
अमृत शहर में स्थित यह दुर्गियाना टेंपल मां दुर्गा को समर्पित है। इस मंदिर को सिल्वर टेंपल और शीतला माता के नाम से भी जाना जाता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार माना जाता है कि यह मंदिर उसी स्थान पर बना हुआ है, जहां पर श्री राम के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को उनके पुत्र लव कुश ने पकड़ लिया था।
इसी जगह पर लव कुश का लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ युद्ध हुआ था। इस मंदिर की सुंदरता और नक्काशी देखने लायक है। यही कारण है कि यह भारत का दूसरा स्वर्ण मंदिर के नाम से भी प्रख्यात है।
राम तीर्थ मंदिर
अमृतसर की यात्रा के दौरान राम तीर्थ मंदिर को विजिट करना आपके लिए बहुत अच्छा अनुभव साबित होगा। क्योंकि यह मंदिर की भव्यता और इसकी खूबसूरती देखने लायक है। यहां चारों तरफ दिव्य अलौकिक वातावरण के बीच मूर्तियां और सुसज्जित झोपड़ी आपको त्रेता युग की याद दिला देगा।
यह मंदिर महर्षि वाल्मीकि जी को समर्पित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार वाल्मीकि जी इसी जगह पर तप करते थे और इसी जगह पर भगवान राम के द्वारा माता सीता के त्यागने पर माता सीता ने आश्रय लिया था। लव कुश का जन्म इसी भूमि पर हुआ था। यहीं पर वाल्मीकि जी ने लव कुश को शिक्षा दी थी।
इस मंदिर के चारों तरफ बहुत ही देविक दिव्य वातावरण का एहसास होता है, जो आपको शांति और सुकून देता है। यहां पर काफी खूबसूरत सरोबार भी मौजूद है। माना जाता है इसकी खुदाई खुद हनुमान जी ने की थी। यह मंदिर अमृतसर के मुख्य शहर से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
अक्टूबर नवंबर के महीने में यहां पर तीन-चार दिन तक के लिए मेला भी आयोजित होता है। इस दौरान यहां की यात्रा करना और भी ज्यादा आनंददायक साबित हो सकता है।
गोविंदगढ़ किला
अमृतसर में स्थित यह गोविंदगढ़ किला एक ऐतिहासिक धरोहर है। इतिहास में रुचि रखने वाले पर्यटकों के लिए यह आकर्षण का केंद्र है। यहां पर आप प्राचीन राजा रानियों के रहन-सहन, उनके पहनावे, उनके वस्त्र, औजार के अवशेषों को देख सकते हैं। उनके द्वारा युद्ध में उपयोग किए गए तोप भी यहां पर रखे गए हैं।
इस किले का निर्माण 1760 में गुज्जर सिंह द्वारा ‘भईज दा किला’ के रूप में किया गया था। इस किले के चारों तरफ एक खूबसूरत हरा भरा पार्क भी है, जहां पर आप इस किले को घूमने के बाद कुछ समय बैठ सकते हैं। पार्क की हरी-भरी वातावरण आपको शांति का अहसास देगा।
जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग अमृतसर के एक भयंकर इतिहास को बयां करती है। यह बाग 6.5 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। यह जलियांवाला बाग अमृतसर रेलवे स्टेशन से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
ब्रिटिश शासन के दौरान इस बाग में वैशाखी पूर्णिमा के दिन हजारों की संख्या में बच्चे, बुजुर्ग, युवा और महिलाएं इकट्ठा हुए थे, जिस पर जनरल डायर ने अंधाधुंध गोलियां चलाने की आज्ञा दी थी।
यह बाग चारों तरफ से ऊंची दीवारों से घिरी हुई है और बीच में एक कुआं है, जिस कारण इस बाग से वह वे भारतीय बाहर नहीं निकल पाए और उन हजारों लोगों की जान इस बाग में चल गई।
उस दुखद पीड़ा का आज भी यह बाग गवाह है। 13 अप्रैल 1961 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद ने इस नरसंहार स्थान का उद्घाटन किया था। अमृतसर आए तो इस जलियांवाला बाग को देखने के लिए जरूर जाएं।
पार्टीशन म्यूजियम
स्वतंत्रता की लड़ाई में अमृतसर का एक महत्वपूर्ण भूमिका रहा है। क्योंकि इस जगह पर कई सारी स्वतंत्रता संग्राम हुए हैं। यहां का जलियांवाला बाग हत्याकांड जो इतिहास में ब्रिटिश काल का सबसे बड़ा घटना है घटित हुआ था।
अमृतसर में पार्टीशन म्यूजियम मौजूद है, जहां पर आप जलियांवाला बाग हत्याकांड सहित अंग्रेजों के समय में भारतीय ने कितने दुख झेले हैं, कौन-कौन से सत्याग्रह हुए, हमारे स्वतंत्रता संग्रामयों ने देश को आजादी दिलाने के लिए कितना कुछ खोया सभी चीजों को यहां पर लगी वीडियोग्राफी के माध्यम से दिखाया गया है।
इतना ही नहीं इस म्यूजियम में ब्रिटिश काल के समाचार पत्र भी संग्रहित कर के रखे गए हैं। यहां पर देश के आजादी के समय जो न्यूज़ पेपर छपे थे, उस में लिखे गए लेख भी यहां पर आप देख सकते हैं।
अमृतसर में यह म्यूजियम एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और अमृतसर जाने वाले हर एक पर्यटक को एक बार निश्चित तौर पर इस म्यूजियम को विजिट करना ही चाहिए ताकि वह भी जान सके कि हमारे देश को आजादी दिलाने के लिए कितने संघर्ष किए गए।
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साड्डा पिंड
यदि अमृतसर जाते हैं और पंजाबी गांव, पंजाबियों का रहन सहन और उनके वातावरण को महसूस करना चाहते हैं तो आपको अमृतसर में स्थित साड्डा पिंड, जिसे पंजाबी गांव भी कहते हैं, उसे विजिट करने जरूर जाना चाहिए।
यह एक तौर पर गांव है, जहां पर पंजाबी संस्कृति, उनकी परंपरा, उनका रहन-सहन, उनके मकान, खाने-पीने की वस्तुएं, पहनने की रूपरेखा सभी चीजों को प्रदर्शित किया गया है। यह जगह अमृतसर के मुख्य शहर से मात्र 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
इस जगह पर हर एक उम्र के लोगों के लिए कुछ ना कुछ मौजूद है, जिसे आप एक्सप्लोर कर सकते हैं। यहां पर आने वाले पर्यटक घोड़े और ऊंट की सवारी का आनंद भी ले सकते हैं। इसके साथ ही यहां पर बहुत बड़ा बाजार भी आयोजित होता है, जहां पर आप खरीदारी कर सकते हैं।
थंडर जोन मनोरंजन और वाटर पार्क
यदि आप अमृतसर गर्मियों के मौसम में घूमने जा रहे हैं तो वहां की तपतपाती गर्मी से बचने के लिए और ठंड का आनंद लेने के लिए आप थंडर जोन मनोरंजन वाटर पार्क जा सकते हैं।
इस पार्क को 2002 में सार्वजनिक रूप से स्थापित किया गया था। यहां पर आप रोलर कॉस्टर, कोलंबस, स्विमिंग चैयर, मोनो ट्रेन और म्यूजिक बॉब जैसी गतिविधियों का लुफ्त उठा सकते हैं।
खालसा कॉलेज
अमृतसर में स्थित खालसा कॉलेज 300 एकड़ के क्षेत्र में बना हुआ भारत का ऐतिहासिक शिक्षण संस्थान है। यह कॉलेज 124 साल पुराना है। इस कॉलेज ने शिक्षा के क्षेत्र में एक सर्वोच्च सिख संस्थान का दर्जा हासिल किया है।
अकाल तख्त
अकाल तख्त अमृतसर में देखने लायक बेहतरीन जगहों में से एक है या स्वर्ण मंदिर के बगल में स्थित है। अकाल तख्त सिख धर्म के पांच तख्तों में से एक है। यह तख्त सिख गुरुओं की पवित्र सीट है और वे एक ऐसी जगह के रूप में काम करते हैं, जहाँ सभी को न्याय मिल सकता है।
अकाल तख्त में सिख धर्म की कुछ बहुत पुरानी और पवित्र पुस्तक है और लिपियां मौजूद है। यदि आप अमृतसर जा रहे हैं तो इस धार्मिक जगह का दर्शन करने के लिए जरूर आए। यहां पर प्रवेश बिल्कुल निशुल्क है। यहां पर हर दिन प्रवेश होता है। 5:00 से रात के 10:00 बजे तक दर्शकगन इस जगह को घूमने आ सकते हैं।
हरिके वेटलैंड और पक्षी अभयारण्य
यह अभयारण्य वाइल्ड लाइफ प्रेमियों के लिए अमृतसर में घूमने लायक प्रसिद्ध जगहों में से एक है। यह हरीके वेटलैंड और पंछी अभ्यारण अमृतसर सहित उत्तर भारत का सबसे बड़ा वेटलैंड है। इस अभ्यारण में सात प्रकार की कछुए की प्रजाति पाई जाती है।
इसके अलावा यहां पर अन्य प्रकार के कई जीव जंतुओं की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। यह मानव निर्मित अभ्यारण तरनतारन साहिब के फिरोजपुर और कपूरथला में फैली हुई है।
फनलैंड कंपनी बाग़
यदि आप अमृतसर अपने बच्चों के साथ घूमने के लिए जा रहे हैं तो वहां पर मौजूद फनलैंड कंपनी बाग आपके लिए बहुत ही बेहतरीन जगह साबित हो सकता है। क्योंकि यहां पर बच्चों के लिए झूले और कई प्रकार के जीव जंतु देखने लायक हैं।
यहां पर आर्टिफिशियल अनेक जानवर और पंछी मौजूद है। इन सब के अतिरिक्त यहां पर बोटिंग और अन्य एडवेंचर एक्टिविटी भी है, जिसमें बच्चों के साथ बड़े भी शामिल हो सकते हैं।
अमृतसर में 2 दिन में घूमने लायक जगह (Places to Visit in Amritsar in 2 Days)
- थंडर जोन मनोरंजन और वाटर पार्क
- सिद्ध शक्ति पीठ लाल माता टेम्पल
- थंडर जोन मनोरंजन और वाटर पार्क
- सिद्ध शक्ति पीठ लाल माता टेम्पल
- इस्कॉन टेम्पल
अमृतसर में 1 दिन में घूमने लायक जगह (Places to Visit in Amritsar in 1 Day)
- हरिका वेटलैंड पक्षी अभ्यारण
- फनलैंड कंपनी बाग़
- गोविंदगढ़ किला
- खालसा कॉलेज
- हरिके वेटलैंड और पक्षी अभयारण्य
- स्वर्ण मंदिर
- वाघा बॉर्डर
- थंडर जोन मनोरंजन और वाटर पार्क
- सिद्ध शक्ति पीठ लाल माता टेम्पल
- इस्कॉन टेम्पल
अमृतसर में दोस्तों के साथ घूमने लायक जगह (Places to Visit in Amritsar with Friends)
- थंडर जोन मनोरंजन और वाटर पार्क
- सिद्ध शक्ति पीठ लाल माता टेम्पल
- इस्कॉन टेम्पल
- फनसिटी वाटरपार्क
- फनलैंड कंपनी बाग़
- गोविंदगढ़ किला
- खालसा कॉलेज
अमृतसर में कपल के साथ घूमने लायक जगह (Places to Visit in Amritsar for Couples)
- दुर्गयाना टेम्पल
- गोविंदगढ़ किला
- जलियांवाला बाग
- थंडर जोन मनोरंजन और वाटर पार्क
- सिद्ध शक्ति पीठ लाल माता टेम्पल
- इस्कॉन टेम्पल
- फनसिटी वाटरपार्क
- तरन तारण गुरुद्वारा अमृतसर
- भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव समाधी
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अमृतसर में गोल्डन टेंपल के आस पास घूमने लायक जगह (Tourist Places in Amritsar Near Golden Temple)
- पार्टीशन म्युसियम
- साड्डा पिंड
- हरिका वेटलैंड पक्षी अभ्यारण
- फनलैंड कंपनी बाग़
- गोविंदगढ़ किला
- खालसा कॉलेज
- हरिके वेटलैंड और पक्षी अभयारण्य
- स्वर्ण मंदिर
- वाघा बॉर्डर
अमृतसर में प्रसिद्ध स्थानीय भोजन (Amritsar Famous Food Places)
अमृतसर स्वादिष्ट और लाजवाब भोजन की पेशकश करता है। यहां के व्यंजन में पंजाबी और हरियाणवी संस्कृति देखने को मिलती है। यह शहर शाकाहारी और मांसाहारी दोनों ही प्रकार के पर्यटकों को यहां पर स्वादिष्ट भोजन की पेशकश करता है।
यहां दाल, रोटी, सब्जी, तंदूरी चिकन, मटन टिक्का, शमी कबाब, खारोल का शोरबा, पालक पनीर, बैंगन का भर्ता जैसे कई स्थानीय भोजन पेश किए जाते हैं।
यहां की लस्सी देश भर में प्रसिद्ध है। इस तरह यंहा स्थानीय भोजन के अतिरिक्त दक्षिण भारत के व्यंजन भी शामिल किए गए हैं। इसके अतिरिक्त यहां पर कॉन्टिनेंटल फूड भी पेश किए जाते हैं।
अमृतसर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Amritsar)
वातावरण यदि सुखद हो तो यात्रा करने में बहुत आनंद आता है। इसीलिए यदि आप अमृतसर जाते हैं तो ऐसे समय का चयन करना बहुत जरूरी है, जिस दौरान अमृतसर का वातावरण यात्रा करने के लिए आदर्श हो।
बता दें अमृतसर घूमने के लिए सबसे उचित समय नवंबर से मार्च तक का होता है क्योंकि इस दौरान नांही तपतपाती गर्मी और धूप होती है और ना ही बारिश का झंझट होता है। इस तरीके से यह समय अमृतसर की यात्रा के लिए बिल्कुल अनुकूल होता है।
अमृतसर घूमने के लिए कैसे पहुंचे?
अमृतसर पंजाब का एक प्रमुख शहर और पर्यटन की दृष्टि से भी यह भारत का एक प्रमुख शहर है, जिसके कारण देश भर से प्रतिदिन अमृतसर घूमने के लिए हजारों की तादाद में लोग आते हैं। ऐसे में अमृतसर पहुंचने के लिए ट्रेन, जहाज और बस तीनों की सुविधा उपलब्ध है।
अमृतसर पहुंचने के लिए ट्रेन मार्ग काफी सस्ता और सुलभ माध्यम है लेकिन अमृतसर का रेलवे स्टेशन भारत के सभी राज्यों और शहरों से नहीं जुड़ा हुआ है। इस कारण यदि आपको अपने शहर से अमृतसर के लिए सीधे ट्रेन नहीं मिलती है तो आप चंडीगढ़ या दिल्ली के लिए टिकट बुक करवा सकते हैं और फिर यहां से अमृतसर के लिए ट्रेन के जरिए जा सकते हैं।
यदि आप अमृतसर जाने के लिए हवाई मार्ग का चयन करना चाहते हैं तो आप अमृतसर में मौजूद गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की टिकट बुक करवा सकते हैं। यह हवाई अड्डा अमृतसर शहर की मुख्य केंद्र से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस हवाई अड्डे के लिए भारत के विभिन्न शहरों के हवाई अड्डे से प्लेन नियमित रूप से उड़ान भर्ती है।
बता दें आप अमृतसर के लिए सड़क मार्ग का भी चुनाव कर सकते हैं। क्योंकि अमृतसर का राष्ट्रीय राजमार्ग एक भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है।
भारत के मुख्य शहरों से अमृतसर की दूरी
शहर का नाम | अमृतसर की दूरी (KM में) |
दिल्ली | 479.9 |
जयपुर | 647.9 |
जोधपुर | 803.1 |
कोलकाता | 2,008.2 |
मुंबई | 1,791.9 |
बैंगलोर | 2,624.3 |
अहमदाबाद | 634.5 |
हैदराबाद | 2,033.2 |
चेन्नई | 2,657.4 |
अमृतसर में रुकने की जगह
यदि अमृतसर 2 से 3 दिन का समय लेकर घूमने की योजना बना रहे हैं तो निश्चित ही आपको वहां पर ठहरने की जगह की आवश्यकता होगी। बता दे अमृतसर में लो बजट से लेकर हाय बजट तक के होटल मौजूद है। इसके साथ ही वहां पर फ्री धर्मशालाएं भी हैं, जहां पर आप फ्री में रह सकते हैं।
यदि आप अमृतसर में होटल बुक करवाते हैं तो गोल्डन टेंपल के आसपास ही बुक करवाएं। क्योंकि वहां से अमृतसर के अन्य पर्यटन स्थल काफी नजदीक पड़ते हैं, जिससे उन्हें घूमने में सहूलियत होगी।
यदि आप धर्मशाला में रहना चाहते हैं तो गोल्डन टेंपल के धर्मशाला में आप फ्री में रह सकते हैं। वहा प्राइवेट कमरे भी उपलब्ध होते हैं, जहां पर आपको गद्दे और चादर भी दिएं जाते हैं।
अमृतसर में कैसे घूमे?
अमृतसर घूमने के लिए आपको वहां पर कई ऑटो, टैक्सी और बस मिल जाएंगे। आप अपनी सहूलियत के अनुसार किसी भी वाहन को बुक करवा सकते हैं। यदि आप निजी रूप से घूमना चाहते हैं तो आप निजी वाहन भी बुक करवा सकते हैं।
बता दें आप अमृतसर घूमने के लिए टू व्हीलर से लेकर फोर व्हीलर तक के किसी भी प्रकार के वाहन को किराए पर भी ले सकते हैं, जिसके जरिए आप पूरा अमृतसर घूम सकते हैं।
अमृतसर घूमने के लिए कितने दिन की योजना बनाए?
अमृतसर एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जहां पर सैकड़ों अन्य पर्यटन स्थल अमृतसर के आसपास मौजूद हैं और यहां के ज्यादातर पर्यटन स्थल बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय और यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
ऐसे में यदि आप अमृतसर जाने की योजना बना रहे हैं और सोच रहे हैं कितने दिन की योजना बनाएं तो यदि आप किसी बाहरी राज्य से अमृतसर घूमने जा रहे हैं तो आपको निश्चित ही कम से कम 3 से 4 दिन के लिए योजना बनाना चाहिए।
ताकि आप बहुत आराम से अमृतसर के सभी पर्यटन स्थलों का विश्लेषण कर सके। वैसे आप 2 दिन के अंदर भी अमृतसर के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों को विजिट कर सकते हैं।
अमृतसर में घूमने का खर्चा
अमृतसर को घूमने का खर्चा काफी चीजों पर निर्भर करता है। पहला आप वहां पर कितने दिन ठहरने वाले हैं। यदि आप अमृतसर 2 दिनों के लिए जा रहे हैं और किसी लो बजट वाले होटल में रह रहे हैं तो 2 दिन का कम से कम 1500 से 2000 तक होटल का चार्ज लग जाएगा।
उसके बाद आता है खाने पीने का खर्चा तो बता दें कि आप अमृतसर में ₹150 से लेकर ₹200 थाली में भी अच्छा भोजन परोसा जाता है। इसके अतिरिक्त यदि आप वहां के अन्य भोजन का स्वाद लेते हैं तो कम से कम आप 500 से 800 तक का खर्चा भोजन के लिए आंकलन कर सकते हैं।
इसके बाद तीसरा है घूमने फिरने का खर्चा। अमृतसर को घूमने के लिए आपको ऑटो या टैक्सी बुक करनी पड़ेगी, इसके लिए आपको ₹500 से ₹600 तक का खर्चा लग सकता है। यदि आप प्राइवेट टैक्सी बुक करते हैं तो ₹1580 ₹2000 भी लग सकता है। इस तरीके से अमृतसर घूमने के लिए 2 दिन का खर्चा ओवरऑल ₹3500 से ₹4000 तक लग सकते हैं।
अमृतसर फोटो गैलरी (Amritsar Tourist Places Images)
FAQ
स्वर्ण मंदिर अमृतसर रेलवे स्टेशन से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से कार या टैक्सी द्वारा मात्र 8 मिनट में पहुंचा जा सकता है।
स्वर्ण मंदिर जिसे श्री हरिमंदिर साहिब के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर की नींव 1588 में सिक्खों के चौथे गुरु रामदास जी ने रखी थी। इस मंदिर को कई बार आक्रमणकारियों द्वारा नष्ट किया गया लेकिन हिंदू और सिख भक्तों ने इसे दोबारा बनाया।
लंगर जिसे पंगत भी कहा जाता है, इसमें भारत के विभिन्न मंदिरों में लोगों को निशुल्क भोजन कराया जाता है। लंगर की शुरुआत सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक ने किया था। अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में लंगर आयोजित करके प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोगों को भोजन कराया जाता है। यह सबके लिए खुला रहता है।
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर पानी के एक कुंड के चारों ओर से घिरा हुआ है। इस कुंड के पानी की आपूर्ति रावी नदी के ऊपरी बाहरी दोआब नहर से होती है।
हरमिंदर साहब मंदिर स्वर्ण मंदिर के नाम से प्रख्यात है क्योंकि यह मंदिर पूरी तरीके से स्वर्ण से बनाया गया है।
अमृतसर शहर की नींव गुरु राम दास जी ने रखी थी। इस शहर का नाम वास्तव में उस सरोवर के नाम पर रखा गया, जिसका निर्माण स्वयं गुरु रामदास जी ने अपने हाथों से किया था और इसी सरोवर के बीचों बीच अमृतसर का गुरुद्वारा स्थित है।
स्वर्ण मंदिर के ऊपरी छत को 750 किलो शुद्ध सोने से मढ़वाया गया है, जिसमें महाराजा रंजित सिंह ने योगदान दिया था।
बहुत से लोगों को लगता है कि अटारी बॉर्डर और बाघा बॉर्डर अलग-अलग जगह है। इन दोनों नामों को लेकर काफी ज्यादा उलझन में रहते हैं। बता दे कि भारत और पाकिस्तान कि जो सीमा पंजाब राज्य में है, वह एक गांव से होकर गुजरती है। सीमा के कारण वह गांव दो भागों में विभाजित हो चुका है। ऐसे में गांव का जो हिस्सा पाकिस्तान की ओर स्थित है, उसे बाघा के नाम से जाना जाता है। वहीँ जो भाग भारत की ओर है, उसे अटारी बॉर्डर के नाम से जाना जाता है। यह अमृतसर से 27 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां पर रोज एक समारोह आयोजित किया जाता है।
निष्कर्ष
आज के लेख में हमने आपको पंजाब का प्रख्यात शहर अमृतसर में घूमने की जगह (amritsar mein ghumne ki jagah), अमृतसर के आस पास घूमने की जगह (Tourist places near amritsar), अमृतसर में कहाँ रुके (best places to stay in amritsar) आदि से जुड़ी आवश्यक जानकारी दी, जिसमें हमने आपको अमृतसर में घूमने लायक विभिन्न पर्यटन स्थलों के बारे में भी बताया।
तो हमें उम्मीद है कि यह लेख आपकी यात्रा को आनंद बनाने में उपयोगी साबित होगा। यदि लेख पसंद आया हो तो इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए अन्य लोगों में जरुर शेयर करें। लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न या सुझाव हो तो कमेंट में लिखकर जरूर बताएं।
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बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई
Excellent information thanks