Madurai Me Ghumne Ki Jagah : भारत एक बहुत ही सुंदर और समृद्ध देश है। यहां पर ऐसे बहुत से राज्य मौजूद है, जोकि काफी ज्यादा प्राचीन और दर्शनीय स्थलों से परिपूर्ण हैं। इन्हीं दर्शनीय स्थलों में से एक है मदुरई। मदुरई तमिलनाडु राज्य का एक प्रमुख शहर है, जो कि अपनी प्राचीनता और दर्शनीय स्थलों के कारण विख्यात हैं। इस शहर में बहुत से ऐसे ऐतिहासिक स्मारक मौजूद है, जोकि पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र बना हुआ है।
वर्तमान समय में लगभग सभी लोगों को घूमना फिरना काफी ज्यादा पसंद होता है। यदि आप भी मदुरई शहर की यात्रा करने के बारे में सोच रहे हैं, तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
आज हम आप सभी को अपने इस आर्टिकल के माध्यम से मदुरई शहर में घूमने की जगहों के बारे में बताएंगे, जिनके बारे में जानना आपकी यात्रा के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। तो चलिए बिना समय गवाएं इस विषय के बारे में विस्तार से जानते हैं।
मदुरई में घूमने की जगह | Madurai Me Ghumne ki Jagah
मदुरई के बारे में रोचक तथ्य
वर्तमान समय में भारत में ऐसे बहुत सी जगहे मौजूद हैं, जो कि अपनी प्राचीनता और तथ्यों के कारण विख्यात है। ठीक इसी तरह से मदुरई शहर से जुड़े हुए भी कुछ रोचक तथ्य हैं, जो कि इस शहर को और भी जानकार बनाने में मदद करते हैं। तो चलिए इस शहर से जुड़े हुए कुछ रोचक तथ्यो के बारे में जानते हैं-
- यह शहर तमिलनाडु की सांस्कृतिक राजधानी और मदुरै जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है।
- मदुरई शहर दक्षिण तमिलनाडु का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और शैक्षिक केंद्र है।
- इस शहर को ‘थोंगा नगरम’ के नाम से भी जाना जाता है जिसका मतलब होता है ‘वह शहर जो कभी नहीं सोता’।
- मदुरई शहर अपने इतिहास में सबसे लंबे समय तक पांड्य राजाओं द्वारा शासित है।
- इस शहर को ‘लोटस सिटी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस शहर को कमल के आकार में बनाया गया है।
- यह शहर अलग अलग तरह के ऑटोमोबाइल, रबड़, रसायन और ग्रेनाइट के निर्माण के लिए भी जाना जाता है।
- यह शहर तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से बसा हुआ है।
- मदुरई शहर नायक और पांडियन शासन से संबंधित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।
मदुरई में लोकप्रिय पर्यटक स्थल (Madurai Tourist Places in Hindi)
वैसे तो मदुरई शहर में घूमने लायक बहुत से प्राचीन और दर्शनीय स्थल मौजूद है। तो चलिए उन्हीं में से कुछ घूमने लायक जगह के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं-
मीनाक्षी मंदिर
मीनाक्षी मंदिर तमिलनाडु के नदी दक्षिण तट पर स्थित एक बहुत ही ऐतिहासिक मंदिर है। मीनाक्षी मंदिर मुख्य रूप से पार्वती माता को समर्पित किया गया है। इस मंदिर का निर्माण साल 1623 से 1655 के बीच बनाया गया है।
इस मंदिर को बनाने के लिए काफी अद्भुत वस्तु कला और कलाकृतियों का इस्तेमाल किया गया है, जो कि पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। मीनाक्षी मंदिर मदुरई शहर का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण का केंद्र है, जहां पर हर साल लाखों लोगों द्वारा आना जाना लगा रहता है।
कूडल अल्ज़गर मंदिर
अल्ज़गर मंदिर तमिलनाडु के मदुरई शहर के केंद्र में स्थित है। इस मंदिर को भगवान श्री विष्णु को समर्पित किया गया है। इस मंदिर को बनाने में भी काफी अच्छे वास्तुकला का प्रयोग किया गया है और इस मंदिर को सजाने के लिए अलग अलग रंगों का इस्तेमाल किया है।
यह मंदिर कथित रूप से पंड्यों द्वारा निर्मित ऐतिहासिक महत्व का एक प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर प्रसिद्ध मीनाक्षी मंदिर के पास ही स्थित है।
गांधी संग्रहालय
गांधी संग्रहालय राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की याद में बनाया गया एक मेमोरियल संग्रहालय है। इस संग्रहालय के अंतर्गत भारतीय इतिहास से जुड़े हुए बहुत सी यादें और स्मृति चिन्ह मौजूद है।
मदुरई का यह गांधी संग्रहालय देश में मौजूद 5 महान गांधी संग्रहालय में से एक है, जो कि महात्मा गांधी के पूरे जीवन का चित्रण लगभग 100 अवशेषों और कलाकृतियों के माध्यम से विस्तार पूर्वक करता है। इस संग्रहालय को संयुक्त राष्ट्रीय संगठन द्वारा चुने गए पीस म्यूजियम वर्ल्ड वाइड के अंतर्गत माना गया है।
तिरुप्पुरकुंडम मुरुगन मंदिर
यह मंदिर दक्षिण भारत के तीर्थ स्थानों में से एक है। इस मंदिर के आसपास का क्षेत्र पहाड़ी इलाका है जिसके कारण इसे दक्षिण भारत के हिमालय के नाम से भी जाना जाता है।
इस मंदिर को धरती मां को समर्पित किया गया है और इस मंदिर को विवाह के पवित्र स्थान के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इस स्थान पर काफी ज्यादा शादियां की जाती है। इस मंदिर को वैवाहिक स्थल के रूप में जानना वहां की परंपराओं में से एक है।
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समनार हिल्स
मदुरई शहर दर्शनीय स्थलों के साथ साथ काफी अच्छे घूमने वाले जगहों से भी भरा हुआ है, जिनमें से एक है समनार हिल्स। समनार हिल्स मदुरई के पास मौजूद कीलाकुइलकुडी नामक गाँव में स्थित है। समनार हिल्स को समनार मलाई के नाम से भी जाना जाता है।
यह मदुरई शहर में मौजूद एक बेहद ही सुंदर पहाड़ी रॉक कंपलेक्स है, जिसे मुख्य रूप से तमिल जैन भिक्षुओं के घर के रूप में जाना जाता है। इस स्थान पर काफी अच्छी कलाकृतियां भी देखने को मिलती है। और इस स्थान पर एक काफी सुंदर कमल मंदिर भी स्थित है।
मेघमलाई
मेघमलाई कुमिली के पास थेनी जिले में पश्चिमी घाट में स्थित एक पर्वत श्रृंखला है, जो कि 1500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। मेघमलाई को खास तौर पर लहरदार पर्वत के रूप में भी जाना जाता है।
यह स्थान काफी ज्यादा शांत पूर्ण स्थान है। यहां पर काफी घने घने जंगल भी स्थित है, जो कि विविध वन्य जीवन का घर है। इस स्थान पर काफी अलग अलग तरह के जानवर भी देखने को मिलते हैं।
एंटरटेनमेंट पार्क अथिष्याम
एंटरटेनमेंट पार्क अथिष्याम मदुरई शहर का एक काफी पॉपुलर पर्यटन स्थल है। यह मदुरई के पास डिंडीगुल राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। एंटरटेनमेंट पार्क अथिष्याम एक विशाल वाटर पार्क है जो कि 70 एकड़ जमीन पर फैला हुआ है।
इस वाटर पार्क के अंतर्गत 40 स्पोट्र्स और 20 वॉटर राइड्स भी मौजूद हैं। इस वाटर पार्क के अंतर्गत 7D थिएटर खाने की व्यवस्था और बच्चों के लिए पार्क भी मौजूद है। इसीलिए इस वॉटर पार्क को एंटरटेनमेंट पार्क के नाम से भी जाना जाता है।
तिरूचुही
तिरूचुही मदुरई के पास स्थित एक गांव है, जिसे तिरुचुली के नाम से भी जाना जाता है। इस गांव को प्रसिद्ध संत श्री रमण महर्षि के जन्म स्थान के रूप में भी जाना जाता है। इस गांव में एक आश्रम स्थित है, जिसे श्री रमण आश्रम के नाम से जाना जाता है।
इसके साथ ही साथ इस गांव में भगवान शिव का एक छोटा सा मंदिर भी स्थित है, जो कि काफी ज्यादा शांतिपूर्ण और मन को आराम देने वाला स्थान है।
अलागर कोइल
अलागर कोइल मदुरई शहर में स्थित घूमने लायक बेहतरीन जगह में से एक हैं। यह मदुरई के उत्तर पूर्व में स्थित एक उत्कृष्ट मंदिर है, जिसे भगवान श्री विष्णु का विश्राम स्थल भी कहा जाता है। अलागर कोइल अलगर की पहाड़ियों में स्थित है।
इस जगह पर भगवान की विभिन्न मुद्राओं की सभी प्रतिमाएं रखी गई है। इस जगह पर विभिन्न अनुष्ठान और पूजा पाठ करने के लिए एक हॉल और सभी तरह की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
थिरुमलाई नयकर महल
थिरुमलाई नयकर महल भारत में मौजूद राष्ट्रीय स्मारकों में से एक है। थिरुमलाई नयकर महल को 1636 ईसवी में राजा थिरुमलाई नायक द्वारा बनवाया गया था, इसीलिए इस पैलेस का नाम थिरुमलाई नयकर महल रखा गया है।
इस महल को दक्षिण भारत के शानदार स्मारकों के रूप में जाना जाता है।
मदुरई में प्रसिद्ध स्थानीय भोजन
मदुरई शहर जितना ज्यादा दर्शनीय स्थलों के कारण मशहूर है, उतना ही ज्यादा तरह तरह के व्यंजनों के लिए भी मशहूर है। यहां पर खाने के लिए बहुत सी चीजें मिलती हैं, जोकि यात्रियों के यात्रा को पूर्ण करने में मदद करता है। मदुरई शहर में पारंपरिक व्यंजनों के साथ बंगाली, चीनी, उत्तर-भारतीय, फास्ट फूड इत्यादि व्यंजन भी देखने को मिलते हैं जैसे कि-
- परूथी पाल
- जिगर्थंडा
- पन्नगर्कांडु की दाल
- चेट्टीनाडु की किस्में
- अप्पम
- परूथी
- कुज़ी पनियारम
- फिल्टर कॉफी
- बंगाल फिश
- गुलाब जामुन
- समोसा
- बटर चिकन
- करी
- पिज्जा
- चाट
- मछली
- चिप्स
- तंदूरी चिकन, इत्यादि।
वैसे तो मदुरई शहर में खाने के लिए बहुत से अलग अलग तरह के व्यंजन देखने को मिलते हैं, परंतु यहां का प्रसिद्ध और स्थानीय भोजन परूथी पाल, जिगर्थंडा, पन्नगर्कांडु की दाल, अप्पम, कुज़ी पनियारम, चेट्टीनाडु की किस्में, और पेय पदार्थ में परूथी और फिल्टर कॉपी भी शामिल है।
मदुरई में रुकने की जगह
मदुरई एक बहुत ही सुंदर शहर है, इस शहर की यात्रा करने में कम से कम 3 से 4 दिन का समय लगता ही है। तो इसीलिए मदुरई में यात्रियों के रुकने के लिए उनके बजट के अनुसार होटल और रिसॉर्ट की व्यवस्था भी मौजूद होती है। जिनमें से रुकने के लिए कुछ सबसे अच्छे स्थान निम्नलिखित हैं-
- होटल नॉर्थ गेट
- भाग्य पांडियन
- शाही दरबार
- एस्टोरिया होटल
- गेटवे होटल
- जीआरटी होटल्स
- होटल रॉयल कोर्ट
- वेस्ट मैरेट होटल, इत्यादि।
मदुरई घूमने के लिए सबसे अच्छा समय
वैसे तो मदुरई शहर एक बेहद सुंदर पर्यटन स्थल है, जहां हर मौसम में घुमा जा सकता है। परंतु फिर भी यदि आप मदुरई शहर की यात्रा करने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको बता दें कि इस शहर की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का महीना होता है। क्योंकि इन महीनों के दौरान सर्दियों का मौसम चल रहा होता है।
सर्दियों के मौसम में यह शहर काफी ज्यादा आकर्षक और मनमोहक प्रतीत होता है। इसीलिए अधिक लोगों द्वारा अक्टूबर से मार्च के महीने के बीच में ही मदुरई शहर का सबसे अच्छा दौरा किया जाता है।
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मदुरई कैसे पहुंचे ( रेल, सड़क और हवाई मार्ग)
किसी भी जगह पर यात्रा करने के लिए ट्रांसपोर्ट से जुड़ी हुई सुविधाओं के बारे में जानना बहुत जरूरी होता है। ठीक इसी तरह से मदुरई शहर की यात्रा करने के लिए आप रेल, सड़क, या हवाई मार्ग में से किसी भी मार्ग का इस्तेमाल कर सकते हैं। तो चलिए विस्तार से जानते हैं, कि रेल सड़क और हवाई मार्ग के माध्यम से मदुरई शहर कैसे पहुंचे-
रेल मार्ग:- सभी प्रमुख शहरों से मदुरई शहर जाने के लिए ट्रेन की सुविधा भी उपलब्ध है। यह मदुरई तिरुचिरापल्ली डिंडीगुल क्विलोन लाइन पर पड़ता है, जो दक्षिण रेलवे का एक महत्वपूर्ण जंक्शन है। यहां पर मदुरई जाने के लिए रोजाना कई सारे एक्सप्रेस सुपरफास्ट ट्रेन चलती रहती है।
सड़क मार्ग :-मदुरई शहर दक्षिण भारत के लगभग सभी हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और दक्षिण भारत के अधिकतर प्रमुख शहरों से ट्रांसपोर्ट की सुविधा मौजूद है, जो कि 44 शहरों की ओर जाता है। मदुरई शहर में पांच प्रमुख बस स्टैंड मौजूद है, जहां से तमिलनाडु के लगभग हर शहर के लिए बस मिल जाती है।
हवाई मार्ग:– मदुरई शहर की यात्रा करने के लिए हवाई मार्ग का चुनाव करना काफी ज्यादा सुविधाजनक और आसान होता है। हवाई मार्ग के माध्यम से मदुरई शहर जाने में बड़ा ही कम समय लगता है। मदुरई शहर का सबसे नजदीक हवाई अड्डा मदुरई हवाई अड्डा है, जोकि मुख्य शहर से केवल 10 किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है।
मदुरई पहुंचने के लिए हवाई अड्डे से ट्रांसपोर्ट के सुविधा भी मौजूद है। यह नियमित उड़ानों के माध्यम से देश में मौजूद सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।
मदुरई घूमने का खर्चा
आज के इस महंगाई के जमाने में किसी भी जगह पर घूमने फिरने में काफी खर्चा लगता है। तो इस अनुसार यदि आप मदुरई शहर की यात्रा करने जा रहे हैं तो रहने, खाने पीने, घूमने फिरने, खरीदारी करने, इत्यादि चीजों को मिलाकर के आप को कम से कम ₹5000 से लेकर ₹10000 तक का खर्चा लग सकता है।
इसके अलावा यदि आप अपने पूरे परिवार के साथ मदुरई शहर की यात्रा के लिए निकले हैं, तो आपको इससे भी ज्यादा खर्चा लग सकता है।
मदुरई घूमते वक्त अपने साथ क्या रखें?
मदुरई शहर घूमने जाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण आपके पास पैसा होना चाहिए और इसके अलावा यदि आप मदुरई शहर सर्दियों के मौसम में घूमने जा रहे हैं, तो आप अपने साथ कुछ गर्म कपड़े भी रख सकते हैं।अपने अनुसार कुछ और भी कपड़े रख सकते हैं। इसके अलावा भी आप अपने साथ पानी बोतल, फर्स्ट एड बॉक्स और कुछ छोटी मोटी जरूरत की चीजें भी रख सकते हैं।
FAQ
मदुरई शहर घूमने जाने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच का महीना है।
उत्तर:- मदुरई शहर का स्थान और प्रसिद्ध भोजन परूथी पाल, जिगर्थंडा, पन्नगर्कांडु की दाल, अप्पम, कुज़ी पनियारम, चेट्टीनाडु की किस्में, और पेय पदार्थ में परूथी और फिल्टर कॉपी भी शामिल है।
मदुरई शहर नायक और पांडियन शासन से संबंधित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है।
मदुरई शहर की यात्रा करने में कम से कम 3 से 4 दिन लग सकते हैं।
मदुरई शहर में घूमने लायक मीनाक्षी मंदिर, अजगर मंदिर, गांधी संग्रहालय, समनार हिल्स, मेघमलाई, एंटरटेनमेंट पार्क अथिष्याम, तिरूचूहि, थिरुमलाई नायकर महल, तिरुप्पुरकुंडम मुरुगन मंदिर, इत्यादि जगहे मशहूर है।
निष्कर्ष
वर्तमान समय में लगभग सभी लोगों को घूमना फिरना काफी ज्यादा पसंद होता है। इसीलिए लोगों की इस जरूरत और पसंद को देखते हुए आज हमने आप सभी को अपने इस आर्टिकल के माध्यम से मदुरई में घूमने की जगह ( Madurai Me Ghumne ki Jagah) के बारे में बताया है। और इसके साथ ही साथ इस यात्रा से जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में भी बताया है।
आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा और आपको हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से ‘मदुरई शहर में घूमने लायक जगह के बारे में काफी अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी, जो कि आपकी यात्रा के लिए फायदेमंद साबित होगा।
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नमस्कार |
आपके द्वारा बहुत अच्छी जानकारी प्रदान की गयी है जो मदुरै जाने से पहले तैयारी करने में बहुत काम आई | आपका बहुत बहुत धन्यवाद |