Kinnaur Me Ghumne ki Jagah : भारत का हिमाचल प्रदेश राज्य घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक हैं। इस राज्य का प्रत्येक जिला बहुत खूबसूरत हैं। पर्यटकों की यहां की हरी भरी घाटियां, अंगूर के बागान, सब के बगीचे के साथ कई प्रकार के साहसिक एडवेंचर करने के उद्देश्य वर्ष भर पर्यटक आते रहते हैं।
हिमाचल प्रदेश राज्य का किन्नौर भी ऐसे ही जिले में एक जिला हैं, जो अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता हैं। किन्नौर को लैंड ऑफ फेरिटेल के नाम से भी जानते हैं। यहां आप किसी भी मौसम में घूमने के लिए आ सकते हैं। बहुत से पर्यटक यहां पर छुट्टियां और बर्फबारी का आनंद लेने के लिए आते हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको किन्नौर में घूमने के लिए कौन कौन सी जगह हैं? किन्नौर घूमने के लिए कब जाएं ? किन्नौर में घूमने जाने पर कहां रुके ? किन्नौर का प्रसिद्ध भोजन क्या हैं? इन सभी प्रश्नों के उत्तर आपको इस लेख में जानने को मिलेगे। इसके लिए आपको लेख को अंत तक पढ़ना होगा।
किन्नौर में घूमने की जगह | Kinnaur Me Ghumne ki Jagah
किन्नौर के बारे में रोचक तथ्य
- हिमालय की ग्लेशियर से निकलती हुई बासपा नदी का पानी बहुत ठंडा होता हैं।
- सांगली घाटी में आपको ताजे सेब के बागान और स्ट्राबेरी के बागान देखने को मिलते हैं।
- हिमाचल का प्रसिद्ध चिलगोजा नट्स किन्नौर में ही उगाया जाता हैं।
- भारत का आखिरी गांव किन्नौर जिले में बसा हुआ हैं।
किन्नौर में लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Kinnaur Tourist Places in Hindi)
नाकों विलेज
यह राज्य का सबसे खूबसूरत पर्यटक स्थल में से हैं। नाकों विलेज किन्नौर का एक छोटा सा लेकिन खूबसूरत गांव हैं जो की इंडो चाइना के पास स्थित हैं। इस विलेज में जाने के लिए आपको कल्पा जाना होगा, जहां से आपको 120 किमी की दूरी तय करनी होगी।
देश के पर्यटक तो इस जगह पर आसानी से घूम सकते है लेकिन जो अन्य देशों से यहां पर घूमने के लिए आना चाहते है उनको परमिट की आवश्यकता होती हैं। यह परमिट शिमला में बनता हैं। नाकों गांव के पास ही एक झील बनी हुई हैं, जिसको नाकों लेक के नाम से जानते हैं।
गर्मी के मौसम में झील का पानी ठंडा रहता हैं। लेकिन सर्दियों के मौसम में झील में बर्फ जम जाती हैं। झील में बर्फ जम जाने पर यहां घूमने आने वाले पर्यटक आइस स्केटिंग करने के लिए आते हैं। नाकों विलेज में ही करीब 10 वीं शताब्दी के आस पास में मोनेस्ट्री को बनवाया गया था। सर्दियों के मौसम में अधिक पर्यटक इस जगह पर घूमने के लिए आते हैं।
चितकुल विलेज
चितकुल विलेज को भारत का आखिरी गांव के नाम से भी जानते हैं। हिमाचल प्रदेश राज्य का यह गांव बासपा नदी के किनारे बसा हुआ हैं। चितकुल विलेज को हिमाचल राज्य का स्वर्ग भी कह सकते हैं, जो प्रकृति की गोद में बसा हुआ हैं। सबसे अच्छा और सुंदर गांव हैं। सबसे अच्छा बात इस विलेज की यह है की आपको यहां से कैलाश पर्वत जिस पर वर्ष भर बर्फ की चादर चढ़ी रहती हैं।
इन मनमोहक दृश्य को देखने के लिए पर्यटक दूर दूर से आते हैं। प्रकृति के नजारे का तो आनंद ले सकते है लेकिन आप यहां पर बने हिंदुस्तान का आखिरी ढाबा का भी मजा ले सकते हैं। चितकुल विलेज में घूमने आने वाले पर्यटक इस ढाबे का खाना जरूर खाते हैं।
विलेज के पास में ही बसपा नदी हैं, जो हिमालय के ग्लेशियर से निकलती हैं। बसपा नदी के दोनो तरफ आपको बड़े बड़े देवदार के ऊंचे पेड़ देखने के मिल जायेगे, जो वर्ष भर बर्फ से ढके रहते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दी की बसपा नदी का जल नीला और बहुत ठंडा हैं। यदि आप फोटोग्राफी के शौकीन है तो आप बसपा नदी के किनारे आकर फोटो आदि लेना न भूलें।
यह भी पढ़े :10+चितकुल में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय
कामरू फोर्ट
यह किला किन्नौर का सबसे प्राचीन किले में से एक हैं, जो सांगला घाटी से सिर्फ 2 किमी की दूरी पर स्थित हैं। वही यदि आप शिमला से घूमने के लिए आते है तो आपको 230 किमी की दूरी तय करनी होगी। कामरू किला मां कामाख्या देवी को समर्पित हैं। किले को बहुत ही कलात्मक ढंग से बनाया गया हैं।
कामरू किले की तीसरी मंजिल पर माता कामख्या देवी की बड़ी सी प्रतिमा स्थापित हैं। लेकिन जैसे ही आप किले के अंदर प्रवेश करेंगे तो सबसे पहले आपको बौद्ध जी की बड़ी सी प्रतिमा देखने को मिलती हैं। कामरू किले का निर्माण करीब 15 वीं शताब्दी के आसपास हुआ था।
यदि आप इतिहास के बारे में जानकारी रखना चाहते है, तो आप इस किले को देखने के लिए जा सकते हैं। शिमला से बस और कार द्वारा आप आराम से जा सकते हैं।
बेरिंग नाग मंदिर
यह किन्नौर जिले का प्रमुख पर्यटक स्थल हैं। जो की बहुत फेमस मंदिर हैं। मंदिर के अंदर भगवान जगस की काफी बड़ी प्रतिमा लगी हुई हैं। जो की जगस भगवान को समर्पित हैं। मंदिर के पास में ही शैलानी घाटी बनी हुई हैं। बेरिंग नाथ मंदिर हिंदू धर्म के लोगों का प्रसिद्ध मंदिर हैं।
यदि आप शैलानी घाटी घूमने के लिए जाते है तो इस मंदिर के दर्शन करना न भूले। बेरिंग नाथ के इस मंदिर में प्रतिवर्ष अगस्त और सितंबर महीने के बीच फलिच नामक मेले का आयोजन होता हैं, जिसको देखने के लिए दूर दूर से पर्यटक लोग आते हैं। यदि आप हिमाचल प्रदेश राज्य के किन्नौर जिले में घूमने के लिए जा रहे है तो इस मेले का आनंद लेना न भूलें।
रकछम विलेज
यह गांव भी बासपा नदी के किनारे बसा हुआ हैं, जो चारों तरफ से हरे भरे पेड़ पौधे से घिरा हुआ हैं। किन्नौर का यह गांव समुद्र तल से करीब 3200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की देश की लगभग सभी जगहों पर आजकल पेट्रोल, इंटरनेट, डाक सुविधा हो चुकी हैं।
लेकिन इस गांव में अभी तक कोई सुविधा प्राप्त नहीं हो सकी हैं। इसके पीछे का कारण है की यहां पर लगातार बारिश होती रहती हैं। बारिश के अलावा बर्फबारी होने से यहां पर रहने वाले इस जगह को छोड़ कर चले जाते हैं। इसलिए अभी तक गांव में इंटरनेट और अन्य मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई हैं।
यदि आप यहां पर घूमने के लिए जाना चाहते है तो आप अप्रैल महीने से लेकर अक्टूबर महीने के बीच में कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं। आप अपने दोस्तो के साथ इस जगह पर घूमने के लिए जा सकते हैं।
बाटसेरी गांव
बाटसेरी गांव में आपको हस्त निर्मित कई सारे प्रसिद्ध आभूषण खरीद सकते हैं। बाटसेरी गांव सांगला से करीब 10 किमी की दूरी पर स्थित हैं। यहां के लोगो का मुख्य व्यवसाय किन्नौरी टोपी बनाना, हस्तनिर्मित शाल आदि बनाने के लिए काफी फेमस हैं।
गांव के लोग शाल को बनाकर अपनी जीविका चलाते हैं। यहां के प्रसिद्ध चिलगोजा पाइन नाइट्स, पाइन नटस को खरीदना न भूले। यहां के लोग इस फल को उगाते हैं। इसके अलावा यह फल हिमाचल राज्य के सभी जिलों में बेचने के लिए जाता हैं।
सांगला घाटी
हिमाचल प्रदेश राज्य में आपने बहुत सारी घाटी देखी होगी लेकिन आपने सांगला घाटी जैसी खुसुरती कहीं नहीं देखी होगी। इस घाटी में आपको पहाड़ो की ढलान, घने देवदार के ऊंचे पेड़ और बर्फ से ढकी हुई पहाड़ियां हिमाचल राज्य में घूमने आने वाले पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करती हैं।
इसके अलावा सेब और स्ट्राबेरी के बाग की काफी ज्यादा फेमस हैं। सांगला घाटी को ट्रेकिंग और कैंपेनिग करने के लिए भी जानते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे की सांगला घाटी में दुनिया की सबसे खतरनाक सड़क बनी हुई हैं, जिससे घूमने आने वाले पर्यटकों को रोमांचकारी जगह मिल जाती हैं। घाटी के आस पास कई सारे प्राचीन मंदिर बने हुए हैं।
आप हिमाचल राज्य की इस प्रसिद्ध घाटी में घूमने के लिए आ सकते हैं। शिमला से यदि आप सांगला घाटी में जाना चाहते है तो आपको करीब 220 किमी की दूरी तय करनी होगी। घाटी को ट्विन सिटी के नाम से भी जानते हैं।
घाटी के पास में ही एक खूबसूरत शहर कल्पा हैं। यह जगह घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए स्वर्ग के समान हैं। आप दोस्तो और परिवार के साथ कुदरत की इस अनोखी जगह का लुफ्त उठा सकते हैं।
कल्पा
हिमाचल राज्य का सबसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कल्पा हैं जिसकी प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक दूर दूर से आते हैं। कल्पा एक छोटा सा गांव हैं, जो चारों तरफ हरियाली से भरा हुआ हैं। गांव के आस पास सेब के बागान स्थित हैं।
कल्पा गांव से कैलाश शिखर से दर्शन कर सकते हैं। सबसे अच्छा व्यू यहां पर शाम और सुबह का होता हैं। जब सूर्योदय और सूर्यास्त होता हैं तो इनकी लाल किरण बर्फ से ढकी हुई सफेद चादर पर पड़ती है, तो यहां का नजारा बहुत ही खूबसूरत होते हैं।
आप इस नजारे को देखने के लिए अक्सर यहां पर जाना चाहेंगे। कल्पा गांव से कैलाश शिखर पर भगवान शंकर का एक शिवलिंग दिखाई पड़ता हैं। यह तब होता है जब मौसम साफ रहता हैं। जो कल्पा से देखने से पर अलग अलग रंगो में दिखाई देती हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की हिमाचल प्रदेश के कल्पा में सबसे पहले वोट डालने वाले व्यक्ति श्याम सरन नेगी जी रहते हैं। जिन्होंने 1951 में पहली बार वोट डाला था। कल्पा गांव को हिंदू और बौद्ध धर्म की संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता हैं।
यह भी पढ़े : 10+कल्पा में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय
किन्नौर घूमने जाने का सबसे अच्छा समय
किन्नौर में आप कभी भी घूमने के लिए जा सकते हैं। लेकिन सबसे अधिक लोग मार्च महीने से लेकर सितंबर महीने के बीच में जाते हैं। यदि आपको बर्फबारी देखनी है तो आप सर्दियों के मौसम में आए। यहां पर सबसे अधिक बर्फबारी होती हैं।
किन्नौर में ऐसे बहुत से गांव है जहां पर सर्दियों के मौसम में अधिक बार गिरने की वजह से लोग पलायन कर देते हैं। सबसे अधिक पर्यटक लोग गर्मियों के मौसम में आते हैं। इस दौरान आप यहां की घाटियों का लुफ्त ले सकते हैं। गर्मियों में यहां का मौसम काफी सुहावना रहता हैं।
किन्नौर घूमने के लिए कैसे जाएं?
किन्नौर में घूमने जाने के लिए आप सड़क मार्ग, ट्रेन मार्ग, वायुयान मार्ग आदि के द्वारा जा सकते हैं।
ट्रेन मार्ग से कैसे जाएं? : यदि आप किन्नौर में घूमने के लिए जाना चाहते है तो आप निकट के रेलवे स्टेशन चंडीगढ़ या फिर शिमला में उतर सकते हैं। शिमला में अधिक ट्रेन का आवागमन नही रहता हैं। शिमला से किन्नौर तक जाने में आपको 230 किमी की दूरी तय करनी होगी। स्टेशन के बाहर आप कैब आदि को बुक कर सकते हैं।
हवाई जहाज से कैसे जाएं? : हवाई जहाज से जाने के लिए शिमला के एयरपोर्ट पर उतरना होगा। आप किसी भी राज्य से हवाई यात्रा करके शिमला आ सकते हैं। शिमल से बस या फिर कैब आदि के द्वारा किन्नौर जाए।
सड़क मार्ग से कैसे जाएं? :सड़क मार्ग से किन्नौर जाना बहुत आसान हैं। आप राज्य की सरकारी बस और प्राइवेट बस के द्वारा आसानी से जा सकते हैं। लेकिन कल्पा तक आप बस से यात्रा कर सकते हैं। कल्पा से आपको टैक्सी से जाना होगा।
FAQ
किन्नौर में घूमने जाने के लिए अप्रैल महीने से लेकर सितंबर महीने के बीच में जा सकते हैं।
किन्नौर घूमने जाने के लिए आपके पास कम से कम 10,000 से लेकर 15,000 रुपए का बजट होना चाहिए।
किन्नौर में घूमने के लिए बहुत सारी जगह हैं। इसके लिए आपको लेख को अंत तक पढ़ना होगा।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको किन्नौर में घूमने की जगह ( Kinnaur Me Ghumne ki Jagah) कौन कौन सी जगह हैं?इसके बारे में सारी जानकारी दी हैं। हम आशा करते हैं, कि हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी आपको पसंद आई होगी।
यदि किसी व्यक्ति को इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी सवाल है तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है। हम आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे।
यह भी पढ़े :
10+सोलन में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय
10+धर्मशाला में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय