10+ खाज्जिअर में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय

khajjiar me ghumne ki jagah: खाज्जिअर क्या आपने यह नाम पहले सुना है? अगर नहीं तो, मैं आपको बता दूं कि यह एक अत्यंत ही सौंदर्य से भरपूर पर्यटन स्थल है। खाज्जिअर समतल धरातल से 6500 फीट की ऊंचाई पर बसा हुआ है जोकि अपने नौ छेद वाले गोल्फ कोर्स के वजह से मशहूर है तथा यहां की सुंदरता आपका मन मोह लेगी।

यहां की हरियाली अत्यंत ही मनोहारी है और यहां पर्यटन स्थल के रूप में एक छोटी सी झील भी है जोकि अत्यंत ही सुंदर है। खूबसूरत दृश्य एवं हरियाली के अलावा खाज्जिअर अपने मंदिरों के नाम से भी जाना जाता है।

khajjiar me ghumne ki jagah
Image : khajjiar me ghumne ki jagah

यहां अनेक देखने लायक पर्यटन स्थल भी मौजूद है जैसे कि खाजी नाग मंदिर, डैनकुंड पीक, खजियार झील,  कला तोप वन्यजीव अभयारण्य आदि ऐसे बहुत सारे दर्शनीय स्थल हैं, जिनके दर्शन मात्र से ही मन को शांति मिलती है तथा दिल खुश रहता है।

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खाज्जिअर में घूमने की जगह | khajjiar Me Ghumne ki Jagah

खाज्जिअर के बारे में रोचक तथ्य

  • भारत के हिमाचल प्रदेश के खाज्जिअर में आप स्विट्जरलैंड जैसा महसूस कर सकते हैं।
  • भारत के खाज्जिअर में आप अनेक धार्मिक स्थलों को देख सकते हैं, वह उनके बारे में जान सकते हैं।
  • हिमाचल प्रदेश के खाज्जिअर में आपको सभी तरफ हरियाली ही हरियाली दिखाई देगी।
  • हिमाचल प्रदेश के खाज्जिअर में आपको आपको अनेक शक्तियों का महसूस होगा, जो कि वहां के ऐतिहासिक एवं पौराणिक तथ्यों से जुड़ी हुई है।

खाज्जिअर का इतिहास

खाज्जिअर हिल स्टेशन की समुद्र के तल से लगभग 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है कई इतिहासकारों ने यह कहा है कि छठवीं शताब्दी में पूरी चंबा घाटी पर राजपूतों का शासन हुआ करता था तथा खाज्जिअर उनकी राजधानी हुआ करती थी। जब तक भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त नहीं की थी, तब तक यहां मुगल सीख तथा अंग्रेजों ने भी शासन किया।

सन 1992 में को भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड घोषित किया गया तथा आज के समय में खाज्जिअर हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक बन चुका है। देश- देश तथा दुनिया भर से लोग यहां की सुंदरता तथा यहां के वातावरण को देखने के लिए लाखों की संख्या में आते हैं जिससे यहां के वातावरण से उनके मन को शांति मिलती है।

खाज्जिअर पर्यटन स्थल ( khajjiar Tourist Places in Hindi)

खाज्जिअर को उसकी सुंदरता के कारण भारत का मिनी स्विट्ज़रलैंड भी कहा जाता है। यह चंबा जिले में स्थित है, जो कि डलहौजी से 24 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां सुंदर देवदार के जंगल भी स्थित है जिसमें अनेक जीव जंतु व वनस्पतियां पाई जाती है।

यहां खाजी नाग मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है जोकि हिल स्टेशन में स्थित है तथा घूमने के लिए यह एक अत्यंत ही सुंदर पर्यटन स्थल है। अगर आप वन्यजीव एवं प्रकृति को बहुत पसंद करते हैं तो आपको यहां जरूर जाना चाहिए। यहां घने- घने सुंदर जंगल तथा बर्फ से ढके ऊंचे -ऊंचे पहाड़ यहां आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेते हैं।

खजियार झील

वैसे तो खाज्जिअर में घूमने के लिए बहुत ही सुंदर सुंदर जगह है, लेकिन उनमें से एक है। खाज्जिअर झील इस झील का वातावरण इतना मनोहारी है, कि अगर कोई भी इसे देखने आता है, तो उसे वापस जाने का मन नहीं करता है। इस झील का  दृश्य अत्यंत ही मनोहारी प्रतीत होता है।

Khajjiar Lake
Image :Khajjiar Lake

खाज्जिअर झील भी हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित है जो की समुद्र तल से लगभग 1920 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। तथा इसके आसपास देवदार के वृक्ष है जो कि इस की शोभा को और बढ़ाते हैं।

तथा इस झील का पानी अत्यंत ही स्वच्छ एवं नीला दिखाई देता है। यहां झील की सतह पर उगने वाले घास का एक गुच्छा है, जिसे तैरता हुआ टापू कहा जाता है, जिसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं।

कलातोप वन्यजीव अभयारण्य

खाज्जिअर में देखने लायक जगह में से एक जगह है। कला तोप वन्यजीव अभयारण्य इस अभयारण्य को मुख्य रूप से जीव जंतुओं के संरक्षण के लिए बनाया गया है। जहां  कई प्रकार के अनगिनत जीव जंतु निवास करते हैं। जैसे कि भालू, तीतर तथा अन्य हिमालई पक्षी आदि। यह इन सभी अनगिनत जीव-जंतुओं का घर है। जहां उन्हें बहुत ही अच्छी तरीके से देखभाल कर रखा जाता है।

Kalatop Wildlife Sanctuary
Image : Kalatop Wildlife Sanctuary

तथा इस वन अभ्यारण्य में हिमालय में पाई जाने वाली सबसे भारी पक्षी में से एक भी पाई जाती है। जिसे संरक्षण के रूप में यहां रखा गया है। अगर आपको यात्रा करना अच्छा लगता है। आप यात्रा करने के शौकीन है, तो आपको एक न एक बार इस जगह जाना ही चाहिए हो सकता है। यह आपकी एक यादगार यात्रा हो।

खाजी नाग मंदिर

खाज्जिअर में घूमने के लिए पर्यटन स्थल के रूप में खाजी नाग मंदिर भी एक मुख्य तथा सुंदर स्थान है। यह मंदिर 12 वीं शताब्दी का है, जो कि खाज्जिअर झील के किनारे में ही स्थित है। हिंदू तथा मुगल शैली के वास्तु शिल्प को मिलाकर इस मंदिर का निर्माण किया गया है। यह मंदिर नाग देवता के लिए समर्पित है। इस मंदिर के अंदर भगवान शिव की कई सारी मूर्तियां हैं।

Khajji Nag Temple
Image : Khajji Nag Temple

तथा इस मंदिर के दीवारों में जहरीले सांप तथा जटिल लकड़ियों की नक्काशी यहां आने वाले पर्यटकों के लिए विशेष आकर्षण है। हिमाचल प्रदेश के धौलाधार पर्वतों के बीच अनेक नाग मंदिर है, लेकिन खादी नाग मंदिर अत्यंत ही प्रसिद्ध है, जो कि अपने ऐतिहासिक कारणों की वजह से प्रसिद्ध है।

यह मंदिर लगभग 800 साल पुराना है। इसलिए देश तथा दुनियाभर से लोग इसे देखने आना पसंद करते हैं। इस मंदिर के अंदर कई प्रकार की प्राचीन मूर्तियां है। इस मंदिर में पूजा करते वक्त मंदिर के घंटे को लगातार बजाया जाता है।

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डैनकुंड पीक

डैनकुंड पीक को सिंगिग हिल के नाम से भी जाना जाता है। यह स्थान डलहौजी से समुद्र तल से 2255 मीटर की ऊंचाई पर है। यह डलहौजी का सबसे ऊंचा स्थान है। जहां से घाटियों तथा प्राकृतिक दृश्य का नजारा देखा जा सकता है। यह प्रकृति से प्यार करने वाले लोगों के लिए स्वर्ग के समान है। अगर आप भी प्रकृति से प्यार करते हैं, तो आपको जरूर इस जगह यात्रा करनी चाहिए।

सर्दियों के मौसम में यहां अत्यंत ही बर्फबारी होती है। जिससे  यहां का दृश्य अत्यंत ही मनोहारी हो जाता है। इसी के कारण यह स्थल देश दुनिया से लाखों लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां ऊपर जाने के मार्ग में अत्यंत मनोहारी दृश्य है, जो कि किसी भी पर्यटक का मन मोह लेते हैं।

Dainkund-Peak
Image :Dainkund Peak

डैनकुंड डलहौजी में सबसे अधिक देखी जाने वाली जगहों में से एक है। इसे देखने के लिए लाखों की संख्या में लोग वहां जाते हैं, तथा वहां के सौंदर्य का आनंद लेते हैं। वैसे तो इस पहाड़ पर ऊपर जाने के लिए मोटर मार्ग की सुविधा है।

लेकिन पर्यटक इस दूरी को ट्रैकिंग करके भी पूरा कर सकते हैं। तथा मार्ग के बीच अत्यंत मनोहारी हरियाली तथा सौंदर्य दृश्य का आनंद उठा सकते हैं। जिससे कि मार्ग की यात्रा अत्यधिक सुगम होती है।

भगवान शिव की प्रतिमा

वैसे तो हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में स्थित खाज्जिअर बहुत ही सुंदर जगह है। खाज्जिअर से लगभग 1 किलोमीटर दूरी पर भगवान शिव की एक बहुत ही विशाल प्रतिमा स्थित है। जिसकी लंबाई 85 फिट है।

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Image : Load Shive Statue

भगवान शिव की यह विशाल प्रतिमा को कांस्य में पॉलिश किया गया है, जो काफी चमकती हुई दिखाई देती है। सर्दियों के मौसम में भगवान शिव की विशाल प्रतिमा बर्फ से ढक जाती है। बर्फ से ढकने के बाद यह प्रतिभा और भी आकर्षक लगती है।

खाज्जिअर घूमने जाने का सही समय

अगर आप खजियार घूमने जाना चाहते हैं, तो उसका सबसे अच्छा समय गर्मियों के महीने में होता है। क्योंकि गर्मियों के दिनों में यहां का वातावरण अत्यंत ही सुगम होता है। ठंड के दिनों में जाने का विचार बनाना सही नहीं है। क्योंकि वातावरण ठंडा होने के कारण ज्यादा बर्फबारी से वहां के रास्ते अवरुद्ध हो जाते हैं।

जिससे कि आना जाना संभव नहीं हो पाता तथा वहां का वातावरण अत्यंत ही ठंडा हो जाता है। तो इसीलिए आप जब भी खाज्जिअर जाएं तो गर्मी के दिनों में जाएं क्योंकि गर्मियों के दिनों में ही आप वहां का पूर्ण आनंद ले सकते हैं।

खाज्जिअर कैसे पहुंचे?

हवाई मार्ग से खाज्जिअर कैसे पहुंचे

हवाई मार्ग से पहुंचने के लिए यहां सबसे पास हवाई अड्डा गग्गल है, जो कि खाज्जिअर से लगभग 120 किलोमीटर की दूरी पर धर्मशाला में स्थित है। तथा हवाई अड्डे से खजियार पहुंचने के लिए स्थानीय परिवहन तथा टैक्सी मिलना बहुत ही आसान है। तथा इस हवाई अड्डे के लिए देश के सभी हिस्सों से उड़ान प्राप्त होती है। अतः हवाई मार्ग से यहां पहुंचना बहुत ही आसान है।

सड़क मार्ग से खाज्जिअर कैसे पहुंचे

पर्यटक अगर वहां बस से जाना चाहे, तो दिल्ली से डलहौजी के लिए सीधे वोल्वो बस चलती है। डलहौजी से हिल स्टेशन की दूरी केवल 26 किलोमीटर ही है। आप एक रात डलहौजी में रुक कर अगले दिन खाज्जिअर के लिए निकल सकते हैं।

डलहौजी से खाज्जिअर के लिए तीन विकल्प हैं। जैसे कि बस का 60 रुपए किराया होगा टैक्सी का पंद्रह सौ से 2000 रुपए किराया होगा, और बाइक का 500 से 1000 के बीच किराया होगा। अतः पर्यटक अपने सुविधा अनुसार अपने बजट के अनुसार साधन का चयन कर सकता है। तथा खाज्जिअर पहुंच सकता है। जिससे पर्यटकों को पैसों की परेशानी नहीं होगी। तथा वह अपनी यात्रा यादगार बना सकेंगे।

रेल मार्ग से खाज्जिअर कैसे पहुंचे

खाज्जिअर का सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है। यहां से खाज्जिअर की दूरी लगभग 118 किलोमीटर है। पठानकोट रेलवे स्टेशन के लिए दिल्ली पटना और चंडीगढ़ जैसे शहरों से कई अलग-अलग ट्रेनें उपलब्ध है। पठानकोट से खाज्जिअर जाने के लिए आपको टैक्सी लेना होगा।

खाज्जिअर में रुकने की जगह

खाज्जिअर में आपको बहुत प्रकार के होटल मिल जाएंगे जिसमें आप अपना दिन बिता सकते हैं। आप जैसे ही खाज्जिअर जाएंगे वहां को घास के मैदान में बहुत सारे होटल मिल जाएंगे। आपको अपना होटल घास के मैदान वाले होटल में ही लेना चाहिए, क्योंकी वहां से खाज्जिअर का नजारा बहुत ही सुंदर दिखाई देता है।

वहां आपको 600 से लेकर 1000 रुपए तक के होटल मिल जाते हैं, जो कि काफी अच्छी बात है? तो पर्यटक अपने बजट के अनुसार से सस्ते या महंगे होटल का चयन कर सकते हैं। जिससे उन्हें पैसों की परेशानी भी नहीं होगी। और वह वहां के यात्रा का आनंद ले सकेंगे। जोकि बहुत अच्छी बात है।

इसका अर्थ यह है, कि खाज्जिअर में पर्यटकों को रुकने में कोई भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिससे वे पूरी तरह से वहां के नजरों का लुफ्त उठा पाएंगे वह भी बिना किसी परेशानी व दुविधा के।

खाज्जिअर का लोकप्रिय स्थानीय भोजन

अगर आप नॉन वेजिटेरियन है, तो ग्रिल्ड फिश चिकन अनारदाना आदि यहां की फेमस खाने की चीजें हैं। और अगर आप वेजिटेरियन हैं, तो आप यहां की कद्दू का खट्टा, गुच्ची, मट्ठा, सपू आदि खा सकते हैं। और यहां के खाने का आनंद ले सकते हैं। जो की यहां की फेमस खाने की चीजें हैं।

निष्कर्ष

तो यहां हमने आपको बताया कि खाज्जिअर में आपको क्या क्या देखने को मिलेगा, तथा खाज्जिअर में कौन-कौन सी पर्यटक स्थल है (khajjiar me ghumne ki jagah) अगर आपको मौका मिले तो आप एक बार खाज्जिअर जरूर जाए। वहां का वातावरण आपके मन को मोह लेगा। तथा आपके सारे तनाव को दूर कर देगा। 

खाज्जिअर एक अत्यंत ही सुंदर एवं मनोहारी स्थल है। जिसके दर्शन मात्र से ही हमारी सारी चिंता दूर हो जाती है। तथा हमारा मन खुश हो जाता है। तथा प्रकृति के नजदीक भी रहते हैं। जिससे कि हमारा स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। अगर आप प्रकृति से प्यार करते हैं। तथा आपको प्रकृति में रुचि है, तो आप एक बार खाज्जिअर जाकर जरूर आएं।

जरूर ही आपकी यात्रा सुगम एवं यादगार होगी। अगर आप खाज्जिअर जाएंगे, तो आप वहां के इतिहास को और भी करीब से जान सकते हैं। तथा वहां उसके महत्व से परिचित हो सकते हैं। जिससे आपको हमारे देश के इतिहास के बारे में और ज्यादा जानकारी होगी। तो आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा यह आलेख पसंद आया होगा, और आपको आपकी जरूरत की सारी चीजें इससे पता चल गई होगी।

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