Dharamshala Me Ghumne ki Jagah : भारत देश में हजारों की संख्या में पर्यटक स्थल है, जिसमें धर्मशाला का नाम भी शामिल है। धर्मशाला जो हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां पर प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक स्थल देश और विदेशों से पहुंचते हैं। धर्मस्थला बहुत ही अच्छा पर्यटक स्थल माना जाता है। ऊँचाई पर होने की वजह से यहां का सौंदर्य देखने लायक होता है।
आज के इस आर्टिकल में हम आपको धर्मशाला में घूमने की जगह और उससे संबंधित सारी जानकारी आपसे साझा करने वाले हैं।
धर्मशाला में घूमने की जगह | Dharamshala Me Ghumne ki Jagah
धर्मशाला के बारे में रोचक तथ्य
- कांगड़ा जिले में स्थित धर्मशाला जो कांगड़ा के उत्तर पूर्व में 17 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
- यह हिमाचल प्रदेश राज्य का सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल माना जाता है।
- धर्मशाला शिमला से 322 किलोमीटर दूर स्थित है, नई दिल्ली से 514 किलोमीटर दूर स्थित है और मनाली से 252 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
- धर्मशाला जाने का रास्ता कांगड़ा घाटी से शुरू होता है। सन 1905 में कांगड़ा घाटी में विनाशकारी भूकंप आया था उसके पश्चात धर्मशाला का पुनः निर्माण हुआ।
- धर्मशाला में बने चाय के बागान और देवदार पेड़ यहां के आकर्षण को बढ़ाते हैं।
- धर्मशाला के नजदीक दंगल हवाई अड्डा धर्मशाला स्थित है, जो धर्मशाला पर्यटक स्थल से 15 किलोमीटर दूरी पर है।
- धर्मशाला का तापमान 22 डिग्री से लेकर 38 डिग्री के बीच रहता है। सर्दियों के समय यहां का तापमान माइनस में चला जाता है।
- धर्मशाला में झरनों और हिल स्टेशन के साथ-साथ कई मंदिर और मठ भी है, जो देखने लायक है।
धर्मशाला में लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Dharamshala Tourist Places in Hindi)
डल झील धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश में स्थिति डल झील एक दार्शनिक और पर्यटक स्थल है। यहां का वातावरण इतना शांत और सुनहरा है कि यहां पर आने वाले पर्यटकों के मन को शांति मिलती है। ऐसे जम्मू कश्मीर में अभी एक डल झील है। लेकिन हिमाचल प्रदेश में स्थित डल झील अलग है।
इस झील के चारों तरफ पेड़ पौधे और हरियाली झील की सुंदरता को चार चांद लगा देते हैं और यहां पास में ही ऋषि दुर्वासा का मंदिर भी स्थित है। जहां दर्शन करने के लिए रोजाना बहुत लोग आते हैं। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित धर्मशाला में यह झील स्थित है, जहां आपको वोट की सवारी करने का और झील में घूमने का मौका मिल जाता है।
त्रिउंड हिल धर्मशाला
धर्मशाला शहर से 14 किलोमीटर दूर स्थित त्रिउंड हिल जो एक पर्यटक स्थल है। यहां पर ऊंचाई में पहुंचने के पश्चात पर्यटकों को शांति का सुकून मिलता है। अक्सर यहां पर पिकनिक मनाने के लिए लोग पहुंचते रहते हैं।
अपने परिवार के साथ पिकनिक मनाने और स्कूल के मित्रों के साथ पिकनिक मनाने के लिए यह एक खास जगह है। जहां पर आप ट्रैकिंग और पंपिंग कर सकते हैं। ट्रेकिंग के लिए भारत की सबसे लोकप्रिय जगह मानी जाती है।
ज्वालामुखी देवी मंदिर धर्मशाला
भारत में जितने भी पर्यटक स्थल है। उनमें से आधे से ज्यादा पर्यटक स्थल जहां पर मंदिर है और उन्हीं मंदिर को पर्यटक स्थल के रूप में जाना जाता है। धर्मशाला का एक पर्यटक स्थल ज्वालामुखी देवी मंदिर जो कई सालों पुराना है।
यहां पर प्रतिवर्ष हजारों लोग माता के दर्शन करने पहुंचते हैं। इस मंदिर को महाभारत से भी जोड़ा गया है ऐसा माना जाता है कि पांडव यहां पर मां के दर्शन करने आए थे।
कांगड़ा आर्ट संग्रहालय धर्मशाला
कांगड़ा दिल्ली का लोकप्रिय आर्ट संग्रहालय धर्मशाला में स्थित है। धर्मशाला के बस स्टैंड के पास स्थित कांगड़ा आर्ट म्यूजियम जो देखने लायक है। भारत के बेहतरीन पर्यटक स्थलों में कांगड़ा आर्ट म्यूजियम का नाम भी शामिल है। शानदार आकृतियां से म्यूजियम सजाया गया है, जो देखने लायक है।
इस म्यूजियम में आपको हजारों साल पुराने गहने और सिक्कों से भी अवगत होने का मौका मिलता है। इसके अलावा यहां पर मिट्टी के बर्तन देखने को मिलते हैं। इस म्यूजियम में घूमकर पर्यटक भारत की पुरानी संस्कृति से रूबरू हो सकता है।
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धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम
हिमाचल प्रदेश में एक छोटा सा क्रिकेट स्टेडियम भी है, जहां इंटरनेशनल मैच खेले जाते हैं। यह स्टेडियम धर्मशाला में स्थित है। हिमालय की श्रंखला में बसाया क्रिकेट स्टेडियम दुनिया के सबसे ऊंची मैदानों में से एक है। इस स्टेडियम की समुद्र तल से ऊंचाई 1457 मीटर है। इसीलिए इस स्टेडियम की लोकप्रियता पूरे विश्व में छाई हुई है।
यहां मैच देखने का मजा आता है क्योंकि हिमालय की गोद में बसा हुआ यह स्टेडियम जहां प्राकृतिक सौंदर्य का बेहतरीन एहसास होता है। यहां बैठकर प्रकृति के नजारे को देख सकते हैं और यहां हिमालय से आने वाली ठंडी हवाएं मैदान में बहती रहती है। जो इस स्टेडियम की खास पहचान बना रही है।
युद्ध स्मारक धर्मशाला
धर्मशाला के पर्यटक स्थलों में वार मेमोरियल धर्मशाला एक खास जगह है, जहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। धर्मशाला के देवदार जंगलों के पास स्थित यह युद्ध स्मारक जो एक भारत का बेहतरीन पर्यटक स्थल है। यहां पास में एक सुंदर पीजी कॉलेज भी है, जिसका निर्माण ब्रिटिश शासन काल के दौरान हुआ था।
ब्रिटिश शासन काल के पश्चात हमारी मातृभूमि की रक्षा करने वाले योद्धाओं की याद में धर्मशाला के मार्ग के प्रवेश बिंदु पर बनाया गया था कि आज भी वहां पहुंचकर हमारी मातृभूमि के योद्धाओं को याद किया जा सके।
भाग्सू फॉल्स
हिमालय की गोद में बसा हुआ धर्मशाला में कई पर्यटक स्थल है, जिसमें भाग्सु फॉल्स का नाम भी शामिल है। मैकलोडगंज से 2 किलोमीटर दूर स्थित बहादुर सुपौल जो भारत के बेहतरीन पर्यटक स्थलों में से एक माना जाता है।
भाग्सू फॉल्स के आसपास प्राकृतिक सौंदर्य और हरियाली का प्राचीन रूप देखने लायक है। यहां का वातावरण बहुत ही ज्यादा शांत है, जो पर्यटक स्थलों के मन को मोह लेता है। जो पर्यटक स्थल धर्मशाला घूमने के लिए जा रहे हैं, उन लोगों को भाग्सू फॉल्स का भ्रमण अवश्य करना चाहिए।
कांगड़ा किला
धर्मशाला से 25 किलोमीटर दूर और कांगड़ा से 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित यह किला 4 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। इस किले की ऊंचाई 350 फीट की है और यहां पहुंच कर आप प्राकृतिक सौंदर्य का एक अद्भुत नजारा देख सकते हैं।
इस किले को नगर किले के नाम से भी जाना जाता है। इस किले का निर्माण कांगड़ा के मुख्य शाही परिवार के द्वारा करवाया गया था।
नामग्याल मठ
पुराने जमाने में नामग्याल मठ तिब्बत में स्थित था लेकिन विद्रोह के पश्चात इस मठ को सोलवीं सदी में धर्मशाला में लाया गया। इस मठ की धर्मशाला में स्थापना सोलवीं सदी में दलाई लामा द्वारा की गई थी। यह मठ दलाई लामा का घर था।
साथ ही साथ यहां एक मंदिर स्थित हैं और इसके पास में एक किताबों की दुकान आज भी स्थित है। आज के समय में नामग्याल मठ धर्मशाला में घूमने की जगह में से एक माना जाता है। इसकी लोकप्रियता भी देश भर में छाई हुई है
दलाई लामा मंदिर
तिब्बत की संस्कृति के आधार पर बना हुआ दलाई लामा मंदिर धर्मशाला का एक लोकप्रिय दर्शनीय स्थल है। यहां पर लोग प्रार्थना करने के लिए पहुंचते हैं। यह मंदिर परिसर बौद्ध धर्म से संबंधित है और तिब्बत की संस्कृति के आधार पर बना हुआ है। इस मंदिर का वातावरण बहुत ही शांतिपूर्ण है।
इसी वजह से यह दुनिया भर का एक बेहद आकर्षक पर्यटक स्थल माना जाता है। दुनिया भर से बौद्ध धर्म से संबंध रखने वाले पर्यटक यहां पर प्रतिदिन पहुंचते हैं। इसके अलावा भारत के अन्य धर्म के लोग भी यहां घूमने के लिए जाते हैं।
धर्मशाला घूमने के लिए सबसे अच्छा समय
धर्मशाला जो हिमालय के निकट स्थित है और हिमालय की गोद में स्थित इस पर्यटक स्थल में जाने का सबसे उत्तम समय वसंत ऋतु और शुरुआत की गर्मियों का समय माना जाता है। मतलब फरवरी से अप्रैल के बीच का समय यहां पर घूमने का सबसे उचित समय है।
उस समय यहां का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहता है। बारिश की ऋतु में यहां घूमना आपके लिए बाधा उत्पन्न कर सकता है। क्योंकि यहां पर झरनों का बहाव अधिक हो जाता है।
सर्दियों में भी यहां घूमना मुश्किल है क्योंकि यहां का तापमान माइनस में चला जाता है, जो आपके लिए कई प्रकार की समस्या उत्पन्न कर सकता है। अतः फरवरी से अप्रैल के बीच यहां घूमने का सबसे अच्छा समय माना जाता है।
धर्मशाला में प्रसिद्ध स्थानीय भोजन
भारत का सबसे बेहतरीन पर्यटक स्थल होने की वजह से यहां पर्यटकों की भीड़ रहती है। अतः वहां पर हजारों की संख्या में रेस्टोरेंट और होटल मिल जाएंगे, जहां पर आपको खाने के लिए बेहतरीन चीजें उपलब्ध हो जाएगी।
लेकिन धर्मशाला के स्थानीय भोजन की बात करें, तो यहां संस्कृति से संबंधित कई प्रकार के व्यंजन जैसे मोमोज, थुकपा, आमलेट, सैंडविच काफी खास है। यहां पर समोसा और नूडल्स भी बड़े चाव से खाया जाता है।
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धर्मशाला कैसे पहुंचे?
जो व्यक्ति धर्मशाला जाने का प्लान बना रहा है। उस व्यक्ति के पास धर्मशाला पहुंचने के तीन रास्ते हैं, जो कुछ इस प्रकार से हैः
हवाई मार्गः भारत के दूसरे राज्यों और विदेशों से पहुंचने वाले यात्रियों के लिए हवाई मार्ग एक बेहतरीन जरिया है, जिसके माध्यम से आप धर्मशाला पहुंच सकते है। धर्मशाला से 13 किलोमीटर दूर हवाई अड्डा स्थित है, जहां देश के सभी लोकप्रिय शहरों से प्रतिदिन फ्लाइट आती है।
इसके अलावा आप किसी अन्य शहर से वाया फ्लाइट के जरिए भी धर्मशाला पहुंच सकते हैं और उसके पश्चात आपको वहां से टैक्सी मिल जाएगी, जिसके माध्यम से आप धर्मशाला घूम सकते हैं।
रेल मार्ग: धर्मशाला से 22 किलोमीटर दूर कांगड़ा रेलवे स्टेशन है, जहां हर लोकप्रिय शहर से प्रतिदिन ट्रेन आती रहती है। इसके अलावा आप वहां किसी स्टेशन से कांगड़ा रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं और यहां से टैक्सी या बस की मदद से धर्मशाला घूम सकते हैं।
सड़क मार्गः आज के समय का सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध घूमने का रास्ता सड़क मार्ग रहता है क्योंकि व्यक्ति जब घूमने के लिए निकलता है तो अपने हर पल को इंजॉय करना चाहता है और ऐसे में सड़क मार्ग के जरिए आप घूमते हैं, तो घूमने का आनंद अलग ही आता है। सड़क मार्ग का नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ है। सड़क मार्ग के जरिए आप धर्मशाला पहुंचकर यहां घूमने का आनंद ले सकते हैं।
धर्मशाला में रुकने की जगह
धर्मशाला में दो प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है, वहां आसपास में बहुत सारे रेस्टोरेंट और होटल आपको मिल जाते हैं। जहां आप अपने बजट के अनुसार आराम से रुक सकते हैं। धर्मशाला विश्व का एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है, जहां रुकने के लिए हजारों होटल आपको मिल जाएंगे।
इसके अलावा धर्मशाला से थोड़े दूर अलग-अलग समाज के बने सभा भवन भी मौजूद है। बौद्ध धर्म से संबंध रखने वाले लोगों को रुकने की उचित व्यवस्था वहां आराम से मिल जाती है। धर्मशाला में रुकने के लिए कई होटल जैसे द प्राउड सूर्य माउंटेन रिजॉर्ट, चोनार हाउस इत्यादि है। जहां आप आराम से रुक सकते हैं।
धर्मशाला में कैसे घूमे?
ऐसे धर्मशाला में बहुत सारी पर्यटक स्थल है। उन सभी पर्यटक स्थलों पर एक दिन में घूमना संभव नहीं है। अतः आपको सबसे पहले धर्मशाला पहुंचने के रूट के अनुसार धर्मशाला के पर्यटक स्थलों को चुनना होगा और प्रत्येक दिन के हिसाब से एक मैप तैयार करना होगा। उसी आधार पर आप कैब की सहायता से धर्मशाला के पर्यटक स्थलों पर घूम सकते हैं।
धर्मशाला घूमने का खर्चा
आप किसी भी पर्यटक स्थल का प्लान बनाते हैं। उस समय सबसे पहले आपके दिमाग में एक सवाल आता है कि वहां घूमने का खर्चा कितना आएगा। अतः यदि आप धर्मशाला का प्लान बना रहे हैं, तो आपके मन में धर्मशाला घूमने में कितना खर्चा आएगा। यह सवाल जरूर पैदा होता है।
धर्मशाला घूमने का खर्चा आप की लोकेशन से धर्मशाला कितना दूर है, उस पर निर्भर करता है। हालांकि यदि आप तीन से चार दिन का प्लान बना रहे हैं तो आपको प्रति व्यक्ति वहां पहुंचने के बाद 7000 से ₹8000 का खर्चा आ जाएगा।
धर्मशाला आप अपनी खुद की गाड़ी लेकर जा रहे हैं या फ्लाइट से जा रहे हैं। उसका खर्चा अलग रहेगा। वहां जाने के पश्चात तीन-चार दिन तक धर्मशाला में घूमने का अनुमानित खर्च ₹8000 आ जाता है।
धर्मशाला घूमते समय साथ में क्या रखें?
धर्मशाला एक हिल स्टेशन है, जहां घूमने के लिए आपके पास प्राथमिक उपचार बॉस होना अनिवार्य है। साथ ही साथ यदि आपके साथ बुजुर्ग है तो आपको ठंड से बचने के लिए कपड़े साथ रखने होंगे और आप अपने आवश्यकतानुसार खाने पीने की चीजें साथ रख सकते हैं। इसके अलावा यदि आप तीन चार दिन का टूर बना रहे हैं तो आपको 2- 3 जोड़ी कपड़े और नहाने धोने के समान साथ रखने होंगे।
FAQ
भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में कांगड़ा जिले में धर्मशाला स्थित है, जो भारत का एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल माना जाता है।
धर्मशाला का सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल कांगड़ा आर्ट संग्रहालय है, जो भारत की संस्कृति से आज भी यहां घूमने आने वाले लोगों को अवगत करवाता है।
यदि आप धर्मशाला घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां घूमने के लिए सबसे उचित समय वसंत ऋतु का समय माना जाता है। वसंत ऋतु का समय यानी कि फरवरी से लेकर अप्रैल महीने तक आप यहां घूम सकते हैं। इस समय यहां का वातावरण शांत रहता है और यहां का तापमान भी सही रहता है।
धर्मशाला घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहां घूमने के लिए प्रति व्यक्ति ₹8000 का अनुमानित खर्चा आ जाता है।
हिमांचल प्रदेश में स्थित भारत का लोकप्रिय पर्यटक स्थल धर्मशाला जहां घूमने के लिए 2 से 3 दिन का समय सामान्य तौर पर लगता है।
निष्कर्ष
भारत देश जहां पर्यटक स्थलों की कोई कमी नहीं है। एक से बढ़कर एक पर्यटक स्थल भारत के हर कोने में मौजूद है। उसी सूची में हिमाचल प्रदेश का लोकप्रिय पर्यटक स्थल धर्मशाला का नाम भी शामिल है। आज के इस आर्टिकल में हमने आपको धर्मशाला में घूमने की जगह ( Dharamshala Me Ghumne ki Jagah) के बारे में जानकारी दी है।
हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी। धर्मशाला में घूमने के लिए आपको यह आर्टिकल काफी मदद करेगा। यदि इस आर्टिकल से संबंधित कोई भी सवाल आपके दिमाग में है तो आप हमें कमेंट के माध्यम से बता सकते है।
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