ऋषिकेश उत्तराखंड में बसा एक मशहूर पर्यटक स्थल है, जो उत्तराखंड का जिला देहरादून से 43 किलोमीटर दूर संथाल स्थान पर बसा हुआ है। ऋषिकेश को गंगोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ और यमुनोत्री का प्रवेशद्वार माना जाता है।
इस कुंड की पौराणिक कथा है कि इस कुंड को कभी ऋषियों के तपोबल के माध्यम से उत्पन्न किया गया था, जहां उनकी स्नान करने के लिए गंगा, यमुना सरस्वती और नदी का जल कुंड में इक्ट्ठा हुआ था।
ऋषिकुंड
यह आश्रम राम झूला से लगभग 1 किलोमीटर की दूरी पर स्वराश्रम क्षेत्र में एक चट्टान पर स्थित है। इस आश्रम को चौरासी कुटी के नाम से भी जाना जाता है।
बीटल्स आश्रम
त्रिवेणी घाट पर यमुना, गंगा और सरस्वती नदी मिलती है। यहां पर शाम के समय महा आरती भी होती है और सुबह के समय गंगा आरती होती है।
त्रिवेणी घाट
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