उत्तर प्रदेश का यह जिला ऐतिहासिक महत्व और अपनी सुन्दरता के लिए मिर्जापुर जिले को जाना जाता हैं।

मिर्ज़ापुर में आपको कई पुराने मंदिर और ब्रिटिश काल  के कई ऐतिहासिक किले देखने को मिलेंगे

  काली खोह मंदिर

इस मंदिर में काली देवी की मूर्ति स्थापित हैं। काली माता का यह मंदिर मिर्जापुर की विंध्याचल की पहाड़ियों पर हैं।

    चुनार का किला

मिर्जापुर शहर से इस किले की दूरी लगभग 30 किमी हैं। चुनार किले के पास में ही गंगा नदी बहती हैं।

      अलोपी दरी

मिर्जापुर शहर से इस झरने की दूरी करीब 35 किमी हैं। मिर्जापुर का यह अलोपी दरी  घने जंगल में बना हुआ हैं।

       सिरसी बांध

मिर्जापुर का सिरसी बांध मिर्जापुर शहर से करीब 45 किमी की दूरी पर हैं। सिरसी बांध बेलन नदी के किनारे ही बना हुआ हैं।

   विंध्यवासिनी मंदिर

पुराणों के अनुसार कहा जाता है कि यह शक्तिपीठ धाम है, जहां पर माता सती के अंग गिरे थे।

         सीता कुंड

इस जगह की मान्यता है की जब भगवान राम को चौदह वर्ष का वनवास हुआ था। तब माता सीता और राम जी इसी जगह पर रुक थे।

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