Thanjavur Me Ghumne ki Jagah: भारत में पर्यटक स्थल बहुत अधिक संख्या में है। भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक पर्यटक स्थलों की कोई कमी नहीं है। भारत के दक्षिण में तमिलनाडु राज्य में स्थित तंजावुर और पर्यटक स्थलों की श्रेणी में काफी खूबसूरत शहर माना जाता है।
यहां पर बहुत सारे ऐसे मंदिर और पर्यटक स्थल है। जिसकी वजह से तंजावुर शहर की लोकप्रियता बहुत ही ज्यादा बढ़ी हुई है। तंजावुर पर्यटक स्थल का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत अधिक है। इसी वजह से रोजाना हजारों की संख्या में लोग तंजावुर घूमने के लिए आते हैं।
तंजावुर पर्यटक स्थलों पर आपको कई प्रकार की हस्तशिल्प और आकस्मिक हाथ से बनी चीजें मिलती है। जिनकी वजह से तंजावुर की लोकप्रियता बहुत ही ज्यादा बढ़ी हुई है। तंजावुर में घूमने की जगह के बारे में डिटेल में जानकारी आज के इस आर्टिकल में हम आपको देने का प्रयास करेंगे।
तंजावूर में घूमने की जगह | Thanjavur Me Ghumne ki Jagah
तंजावूर के बारे में रोचक तथ्य
- 13वीं शताब्दी में चोल वंश के विघटन के बाद तंजावुर शहर पर सन 1749 में ब्रिटिश सरकार के द्वारा आक्रमण किया गया था।
- तंजावुर का सबसे लोकप्रिय मंदिर और सबसे पुराना मंदिर बृहदेश्वर मंदिर है।
- तंजावुर शहर जो चोल शासक राज राजा की राजधानी हुआ करता था और उसी समय उन्होंने बृहदेश्वर मंदिर का निर्माण करवाया था।
- तमिलनाडु के इस तंजावुर शहर का नाम सर्जन नामक दानव के नाम पर पड़ा था। यहां पर सर्जन नाम का एक दानव यानी कि राक्षस रहता था और उसी के नाम पर तजावुर नाम पड़ गया।
- पुराने जमाने में तंजावूर को तंजापुरी के नाम से पहचाना जाता था और उसके बाद इस शहर का नाम तंजावुर में बदल गया।
तंजावूर में घूमने की जगह (Thanjavur Tourist Places in Hindi)
गंगईकोंडा चोलपुरम
तमिलनाडु राज्य के तंजावुर शहर में वृद्धेश्वर मंदिर की लोकप्रियता के साथ-साथ गंगईकोंडा चोलापुरम की लोकप्रियता भी बहुत ही ज्यादा है। इस पर्यटक स्थल पर प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में यात्री घूमने के लिए आते रहते हैं। गंगईकोंडा चोलापुरम पर्यटक स्थल पर पहुंचने के बाद यहां प्राकृतिक सौंदर्य से रूबरू होने का मजा आता है। यहां के चमत्कारों की कहानियां बहुत ज्यादा लोकप्रिय है।
यहां पहुंच कर आप इस पर्यटक स्थल के इतिहास से रूबरू हो सकते हैं। यह पर्यटक स्थल जो दो शताब्दियों तक चोल साम्राज्य की राजधानी रहा था। दक्षिण भारतीय इतिहास के महान शासक ने यहां से शुरुआत की थी यह पर्यटक स्थल यहां का प्राकृतिक सौंदर्य बहुत ही सुनहरा और शांत है।
थानजई ममानी कोइल
तंजावुर के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों और दार्शनिक स्थलों में इस भगवान विष्णु के मंदिर का नाम भी शामिल है। यह पर्यटक स्थल जहां पर भगवान विष्णु के 3 मंदिरों का एक समूह बना हुआ है। ऐसा माना जाता है, कि यहां भगवान विष्णु ने नृसिंह अवतार लिया था और उसी वजह से यहां नरसिंह अवतार की मुख्य रूप से पूजा की जाती है।
भक्तों की इस मंदिर को लेकर बहुत ही ज्यादा आस्था रही है और जहां देवी लक्ष्मी की मूर्ति भगवान विष्णु जी के दोनों तरफ विराजमान है। जिससे इस मूर्ति की सुंदरता और भी बढ़ जाती है।
कामाक्षी अम्मन मंदिर
भारत में जितने भी पर्यटक स्थल है। उनमें अधिकतर संख्या मंदिरों की है। तंजावुर के प्रमुख तीर्थ स्थलों में कामाक्षी मंदिर का नाम भी शामिल है। तंजावुर शहर जिसे पर्यटक स्थलों का आस्था केंद्र भी माना जाता है। इस मंदिर में भगवान देवी कामाक्षी की मूर्ति लगी हुई है। यह मंदिर यहां तमिलनाडु में काफी ज्यादा लोकप्रिय है।
इस मंदिर में दर्शन करने के लिए दूर-दूर से पर्यटक स्थल पहुंचते हैं। इस मंदिर की कलाकृति और मंदिर का सौंदर्य देखने लायक है। इस मंदिर का वातावरण इतना शांत है कि यहां आने के बाद पर्यटक मोहित होकर यहीं रुकने का मन बना लेता है।
श्र्वार्ट्ज चर्च
इस चर्च की लोकप्रियता भी तंजावुर में बहुत अधिक है। यह चर्च मराठा राजा सिर्फ उसी के द्वारा सन 1779 में बनाया गया है। तंजावुर गार्डन और शिव गंगा पार के पास स्थित शहर तंजावुर के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में शामिल है। तंजावुर के इस आकृति चर्च को सबसे पुराने चर्च में से एक भी माना जाता है क्योंकि यह चर्च काफी समय पहले बना हुआ है।
यह चर्च जहां पर क्रिश्चियन धर्म के लोग इस चर्च से प्रेरणा लेते हैं और क्रिस्चियन धर्म के लोगों और उनके बच्चों को इस चर्च के माध्यम से सूचित किया जाता है तथा धर्म का प्रचार प्रसार किया जाता है। तंजावुर शहर के इस चर्च में घूमने के लिए लाखों पर्यटक प्रतिवर्ष आते रहते हैं।
विजय नगर किला
तंजावुर में पर्यटक स्थलों में अधिकतर मंदिर है लेकिन तंजौर का विजयनगर किला भी प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में शामिल है। विजयनगर किला जो वृद्धेश्वर मंदिर से करीब 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यह किला जहां पर आपको इतिहास से रूबरू होने का मौका मिलता है। हालांकि 1550 ईस्वी में बना यह चिल्ला जिसे मराठा शासकों के द्वारा बनाया गया लेकिन यह वर्तमान समय में खंडहर की हालत में है। फिर भी इस किले की लोकप्रियता इस किले पर की गई कलाकारी और मूर्तियां हो पेंटिंग बहुत ही ज्यादा प्रसिद्ध वर देखने लायक है।
पंजापुर के विजयनगर किले को दक्षिण भारत का सबसे ऊंचा किला माना जाता है। इस किले की लोकप्रियता पूरे तमिलनाडु में ही नहीं दक्षिणी भारत में फैली हुई है। वास्तुकला और इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों के लिए इस किले को देखना बहुत ही ज्यादा अच्छा रहता है तंजावुर घूमने जा रहे पर्यटकों के लिए विजयनगर किला देखना बहुत ही ज्यादा बेहतरीन ऑप्शन रहेगा। इस किले में घूमने का कोई भी शुल्क नहीं वसूला जाता है।
अलगुडी गुरु मंदिर
तंजौर के मशहूर आस्था केंद्र में अंगूरी गुरु मंदिर भी शामिल है। अंलगुडीं गुरु मंदिर जो भक्तों की आस्था का एक मुख्य केंद्र माना जाता है। यह मंदिर 3 नदियों के बीच बसा हुआ है। इस मंदिर के चारों तरफ होली दम वेनरू और कावेरी नदी बहती है।
जिससे इस मंदिर की लोकप्रियता और खूबसूरती को चार चांद लग जाते हैं। इस मंदिर में कई ऐसे ऐतिहासिक पौराणिक और स्थानीय लोक कथाएं जुड़ी हुई है। जो इस मंदिर में पहुंचने वाले पर्यटक स्थलों को इतिहास से रूबरू करवाती है। इस मंदिर में देव गुरु बृहस्पति का निवास स्थान हुआ करता था। ऐसा माना जाता है कि देव गुरु बृहस्पति यहीं पर निवास करते थे। तंजावुर घूमने जाने वाले लोगों के लिए अलंगुड़ी गुरु मंदिर घूमना बहुत ही सुनहरा अवसर रहता है।
चंद्र भगवान मंदिर
तंजावुर में अत्यधिक पर्यटक स्थल मंदिर और धार्मिक पर्यटक स्थल है। तंजावुर का चंद्र भगवान मंदिर जो तंजावुर शहर में काफी लोकप्रिय है। यह मंदिर जो तंजावुर बस स्टैंड से 16 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
यह मंदिर भगवान चंद्र देव को समर्पित किया गया है। इस मंदिर पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक और भक्त घूमने के लिए आते हैं। तंजावुर घूमने आने वाले पर्यटकों चंद्र भगवान मंदिर घूमने के लिए अवश्य जाना चाहिए।
स्वामी मलाई मंदिर
तंजावुर के प्रसिद्ध मंदिरों में इस स्वामी मलाई मंदिर का नाम शामिल है। तंजावुर दक्षिणी भारत के प्रमुख तीर्थ स्थलों में स्वामी मलाई मंदिर को गिना जाता है। यह एक हिंदू धर्म का लोकप्रिय मंदिर है। जिसकी कलाकृति और मंदिर परिसर में वातावरण का शांत माहौल पर्यटकों और भक्तों को काफी ज्यादा मन मोहित करता है।
इस मंदिर में आकर्षक सात विग्रही मूर्तियां बनी हुई है। यह मंदिर जहां पर हर त्यौहार को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यह मंदिर भगवान मरूगन को समर्पित है।
ब्रहदेशेश्वर मंदिर
तंजावुर में सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल की सूची में इस मंदिर का नाम शामिल है। ब्रहदेश्वर मंदिर जो पंजाब का एक प्रमुख आकर्षण केंद्र भी माना जाता है। यह मंदिर काफी बड़ा है। इस मंदिर का निर्माण चोल सम्राट राजा चोर के द्वारा करवाया गया है। यह मंदिर जिसकी ऊंचाई करीब 216 फीट है। इस मंदिर के प्रवेश द्वार में खूबसूरत नंदी बैल की मूर्तियां लगी हुई है।
जो इस मंदिर की लोकप्रियता को चार चांद लगाते हैं। यह मंदिर जिसकी वास्तुकला और इस मंदिर पर की गई कलाकृति देखने लायक है। अद्वितीय वास्तुकला की वजह से यह मंदिर बहुत ही ज्यादा फेमस मंदिरों में से एक माना जाता है।
तंजावुर घूमने जाने का सबसे सही समय
जब भी कोई भी पर्यटक घूमने का प्लान बनाता है। तो उस पर्यटक के दिमाग में सबसे पहले उचित समय के बारे में जानकारी लेने की इच्छा पैदा होती है। हर व्यक्ति यात्रा से पहले उचित समय के बारे में जानकारी लेता है। उसी प्रकार से तंजावुर में घूमने जा रहे पर्यटकों के लिए अक्टूबर से लेकर फरवरी तक का समय सबसे शानदार समय माना जाता है।
तंजावुर शहर जो तमिलनाडु राज्य में स्थित है और यहां की जलवायु उष्ण कटिबंधीय होने की वजह से गर्मियों के मौसम में यहां धूप अधिक रहती है और बारिश में पहाड़ी इलाका होने की वजह से पानी का बहाव बना रहता है। इसीलिए तंजावुर घूमने का सबसे उत्तम समय अक्टूबर से लेकर फरवरी यानी कि सर्दियों का समय माना जाता है।
तंजावुर में खाने में क्या प्रसिद्ध है?
हर शहर मैं खाने के लिए कुछ न कुछ प्रसिद्ध होता है उसी प्रकार से तंजावुर जिसे पर्यटक स्थलों की भूमि कहा जाता है। यहां पर दक्षिणी भोजन खाने का स्वाद आप ले सकते हैं। तंजावुर ने आपको सांभर और चावल के साथ सांभर करी, दही, अचार, डोसा, इडली, उपमा, केसरी भात, परोठा, पोंगल, स्पेशल स्वीट पोंगल, बिरयानी इत्यादि प्रसिद्ध भोजन के तौर पर मिल जाते हैं।
जहां पर मुख्य तौर पर इटली डोसा बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हैं। दक्षिणी भारत में इटली बड़ा और मसाला डोसा, सेट डोसा इन सभी की लोकप्रियता बहुत ही ज्यादा है। यहां के लोग प्रतिदिन नाश्ते में इन चीजों का प्रयोग करते हैं।
तंजावुर में रुकने की जगह
तमिलनाडु के लोकप्रिय शहर तंजावुर जिसमें रुकने के लिए कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है पर्यटक स्थलों की भूमि होने की वजह से यहां आस-पास बहुत सारे कम बजट वाले और हाई बजट वाले होटल आपको मिल जाते हैं। आप अपनी इच्छा अनुसार किसी भी बजट के होटल में रुक सकते हैं।
आपको यहां रुकने के लिए कई प्रसिद्ध होटल मिल जाते हैं। पर्यटक स्थलों के आसपास स्थित होटल की सूची हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे हैंः
- होटल विक्टोरियाह
- ग्रेड अशोक
- संगम होटल तंजावुर
- शिव मुर्गन लॉज
- आइडियल रिजॉर्ट
तंजावुर कैसे पहुंचे?
तंजावुर घूमने जाने वाले पर्यटकों के लिए तीन रास्ते उपलब्ध होते हैं। जिसकी जानकारी हम आपको नीचे प्रदान करवा रहे हैंः
हवाई मार्ग से : भारत के सभी कोने से आने वाले पर्यटक और विदेश से आने वाले पर्यटकों के लिए सबसे सुलभ हवाई मार्ग पड़ता है। दूरी अधिक होने की वजह से हवाई मार्ग के माध्यम से आप जल्द से जल्द तंजावुर पहुंच सकते हैं। तंजावुर के नजदीक तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डा स्थित है।
यह तंजावुर शहर से करीब 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस हवाई अड्डे से आप बस टैक्सी या फिर कैब के मदद से तंजावुर पहुंच सकते हैं और तंजावुर के सभी पर्यटक स्थलों पर घूम सकते हैं।
सड़क मार्ग से : तंजावुर तमिल नाडु का एक लोकप्रिय शहर है और तंजावुर हर लोकप्रिय शहर से सड़क मार्ग के माध्यम से अच्छे से जुड़ा हुआ है। बेंगलुरु चेन्नई कोयंबतूर भुवनेश्वर इन सभी शहरों से तंजावुर के लिए आसानी से बस मिल जाती है आप इन शहरों के माध्यम से वाया होते हुए तंजावुर आराम से पहुंच सकते हैं इसके अलावा आप अपना खुद का वाईकल लेकर भी तंजावुर घूमने के लिए जा सकते हैं।
रेल मार्ग से :भारत का रेलवे नेटवर्क भी पूरी तरह से हर रेलवे स्टेशन से जुड़ा हुआ है। तंजावुर के नजदीक तिरुचिरापल्ली रेलवे स्टेशन मौजूद है। जहां से रामेश्वर सेलम चेन्नई कोयंबतूर कन्याकुमारी बेंगलुरु इन सभी रेलवे स्टेशन से पहले नियमित पहुंचती है। आप भारत के किसी भी शहर से तंजावुर जाना चाहते हैं तो इन शहरों से वाया ट्रेन लेकर तंजावुर पहुंच सकते हैं। तंजावुर रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आपको यहां से टैक्सी करनी पड़ेगी। टैक्सी करके आप यहां के पर्यटक स्थलों पर आसानी से घूम सकते हैं।
तंजावुर में कैसे घूमे?
जो व्यक्ति तंजावुर घूमना चाहता है उस व्यक्ति को सबसे पहले तंजावुर के 1 रूट मैप को तैयार करना होगा और सभी चयनित पर्यटक स्थलों का चयन करके व्यक्ति को एक शेड्यूल बनाना होगा, कि सबसे पहले कौन से पर्यटन स्थल पर पहुंचना है और उसके बाद कौन से पर्यटक स्थल पर जाना है।
आपको अपने शेड्यूल के अनुसार यहां पहुंचने के बाद ऑटो या कैब बुक करके सभी पर्यटन स्थलों पर आराम से घूमना है। यदि आपके पास आपका खुद का वाहन है तो ऐसे में आप आराम से तंजावुर के सभी पर्यटक स्थलों पर घूम सकते हैं।
तंजावुर घूमने में खर्चा कितना आएगा?
जब कोई भी पर्यटक अपने घर से घूमने के लिए रवाना होता है। तब वह सबसे पहले खर्चे का आकलन लगा लेता है। व्यक्ति अपने खर्चे के अनुसार और अपने बजट के अनुसार ही पर्यटक स्थल का चयन करके घूमने के लिए जाता है। पर्यटक स्थल पर घूमने से पहले व्यक्ति के द्वारा लगाया गया खर्चे का अनुमान व्यक्ति को यात्रा के मन बनाने में मदद करता है।
तंजावुर घूमने के लिए यदि हम खर्चे की बात करें तो तंजावुर पहुंच जाने के पश्चात दो दिन में यदि आप यहां के सभी पर्यटक स्थल पर घूमते हैं। तो अनुमानित ₹8000 का खर्चा प्रति व्यक्ति आ जाता है।
तंजावुर घूमते समय साथ में क्या रखें
जो लोग तंजावुर घूमने के लिए निकल रहे हैं उन लोगों को साथ में अपने यात्रा अवधि के अनुसार कपड़ों का बंदोबस्त रखना होगा। इसके अलावा तंजावुर एक पहाड़ी इलाका माना जाता है। इसलिए आपको सर्दियों के समय ऊनी कपड़े और बारिश के समय बरसाती कपड़े साथ रखने चाहिए।
साथ ही साथ खाने-पीने की थोड़ी-बहुत सामग्री आपको साथ रखनी है। ताकि आप यात्रा करते दौरान बीच में टाइम पास के तौर पर कुछ खाना खा सकते हैं। इसके अलावा आपको प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स साथ में अवश्य रखना है।
FAQ
तंजावुर शहर के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल की बात की जाए यहां का सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल बृहदेश्वर मंदिर है।
तंजावुर घूमने के लिए अनुमानित 2 दिन का समय लगता है। यदि आप एक दिन में दो से तीन पर्यटक स्थल ही घूमते हैं। तो ऐसे में 4 से 5 दिन का समय लग सकता है।
जो पर्यटक तंजावुर घूमना चाहते हैं उन पर्यटकों के लिए खर्चे का आकलन किया जाए तो तंजावुर के सभी पर्यटक स्थलों पर 2 दिन घूमने का खर्चा ₹8000 के आसपास आ जाता है।
तंजावुर घूमने के लिए सबसे सही समय अक्टूबर से लेकर फरवरी का यानी कि सर्दियों का समय माना जाता है। बारिश के समय भी आप यहां घूम सकते हैं। लेकिन यहां नदियों का बहाव और बरसात ज्यादा होने की वजह से आपको कई परेशानियां भी करनी पड़ सकती है। गर्मियों का समय उष्णकटिबंधीय वातावरण होने की वजह से यहां गर्मी अधिक पड़ती है। जो आपको परेशानी में खड़ा कर सकते हैं। इसलिए सर्दियों का समय सबसे उत्तम समय माना जाता है।
निष्कर्ष
भारत देश जिसे पर्यटक स्थलों की भूमि भी कहा जाता है। भारत में पर्यटक स्थलों की संख्या बहुत अधिक है भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक पर्यटक स्थल की कोई कमी नहीं है। जितने भी पर्यटक स्थल भारत में मौजूद है। उनमें से अधिकतर पर्यटक स्थल धार्मिक और मंदिर के रूप में है।
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको तंजावुर जो तमिलनाडु राज्य का एक लोकप्रिय शहर है। तंजावुर के पर्यटक स्थलों के बारे में डिटेल में जानकारी दी है। आज हमने तंजावुर में घूमने की जगह के बारे में भी डिटेल में जानकारी आप तक पहुंचाई है हमें उम्मीद है, कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। यदि किसी व्यक्ति को हमारे इस आर्टिकल से जुड़ा हुआ कोई भी सवाल है तो वह हमें कमेंट के माध्यम से बता सकता है।
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