Raipur Me Ghumne Ki Jagah: रायपुर छत्तीसगढ़ की राजधानी है, जो साल 2000 से पहले मध्य प्रदेश का हिस्सा हुआ करती थी। लेकिन छत्तीसगढ़ का स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में आने के बाद यह छत्तीसगढ़ की राजधानी बन गई। रायपुर के संस्कृति को करीब से देखना है तो यहां त्योहारों के दौरान रायपुर की यात्रा कर सकते हैं।
रायपुर में प्रत्येक त्योहारों को बहुत धूमधाम और उल्लास और पारंपरिक ढंग से मनाया जाता है। यह शहर विभिन्न मंदिर, झील और कारखानों और शैक्षणिक केन्द्रो के विकास के लिए जाना जाता है। रायपुर विभिन्न पर्यटक स्थल और अपने रहन-सहन और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए प्रख्यात है। इसी के कारण लाखों की संख्या में हर साल यहां पर पर्यटक यात्रा करने के लिए आते हैं।
यदि आप भी रायपुर की यात्रा का योजना बना रहे हैं तो सबसे पहले जान लें कि रायपुर किस चीज के लिए प्रसिद्ध है, वहां के कौन कौन से प्रसिद्ध भोजन है और रायपुर पर्यटन स्थल (Raipur Tourist Places in Hindi) है। साथ ही वहां पर घूमने का कुल कितना खर्चा आएगा और किस तरीके से आप रायपुर घूम सकते हैं। यदि आपको रायपुर के टूर की पूरी गाइड चाहिए तो आप इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
10+ रायपुर में घूमने की जगह, खर्चा और जाने का समय | Raipur Me Ghumne Ki Jagah
रायपुर से जुड़े रोचक तथ्य
- रायपुर मौर्य साम्राज्य के समय कौशल का हिस्सा हुआ करता था।
- शतवाहन राजा ने दूसरी से तीसरी शताब्दी तक रायपुर पर शासन किया था।
- रायपुर को भारत का धान का कटोरा भी कहा जाता है। औद्योगिक विकास और पर्यटन के मामले में भी यह काफी विकासशील है।
- साल 2000 से पहले रायपुर मध्य प्रदेश के अंतर्गत आता था लेकिन उसके बाद छत्तीसगढ़ राज्य का एक स्वतंत्र अस्तित्व में आने के बाद रायपुर को छत्तीसगढ़ की राजधानी बना दी गई।
- रायपुर छत्तीसगढ़ का औद्योगिक कृषि और वन उत्पादकों का एक व्यापारिक केंद्र है।
रायपुर में घूमने लायक जगह (Raipur Tourist Place in Hindi)
विवेकानंद सरोवर
विवेकानंद सरोवर रायपुर में स्थित सबसे पुरानी झील है। साथ ही पर्यटकों में काफी लोकप्रिय जगह है। यह झील भगवान बुध को समर्पित है, इसीलिए इसे बुध तालाब के नाम से भी जाना जाता है। इसके केंद्र में पर्यटकों के लिए पार्क भी बना हुआ है, जहां पर रंग बिरंगी तितलियां और बगीचों के रंग बिरंगी फूलों का मीठा सुगंध वातावरण को बहुत मनमोहक बना देता है।
झील के बीच में स्वामी विवेकानंद जी की 37 फीट की ऊंची प्रतिमा भी निर्मित की गई है, जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी सबसे बड़ा मूर्ति मॉडल होने के कारण शामिल किया गया है। रात के समय में यह मूर्ति एक बहुत सुंदर चमक प्रस्तुत करती है, जिससे झील का एक बेहतरीन दृश्य उभरकर आता है।
घटारानी झरना
घटारानी झरना रायपुर के प्रसिद्ध प्राकृतिक पर्यटक स्थलों में से एक है, जहां पर पर्यटक गर्मियों के मौसम में ठंडे-ठंडे झरने के पानी में नहाने का आनंद उठा सकते हैं। यह झरना रायपुर से 80 किलोमीटर दूर स्थित है।
महामाया मंदिर
रायपुर का यह प्रसिद्ध महामाया मंदिर रायपुर रेलवे स्टेशन से 45 किलोमीटर दूर रायपुर के पुरानी बस्ती इलाके में स्थित है। 900 साल पुराना यह मंदिर इतिहास के कई सारी राज समेटी हुई है।
यह मंदिर महामाया देवी को समर्पित है। प्रतिदिन यहां पर पूजा अर्चना की जाती है। हजारों श्रद्धालु इस मंदिर का दर्शन करने के लिए आते हैं, जिससे पर्यटकों के लिए यह आकर्षक का केंद्र है।
गांधी उद्यान पार्क
यदि आप प्रकृति प्रेमी है और एक शांतिपूर्ण समय प्रकृति की गोद में बिताना चाहते हैं तो रायपुर की हलचल भरी सड़कों के बीच स्थित इस गांधी उद्यान को जरुर विजिट करें। यहां के रंग बिरंगे फूल, घास के मैदान, पक्षियों की चहचहाहट और विभिन्न प्रकार के पौधों के बीच आपको काफी आनंददायक पल का अनुभव होगा।
बच्चों के लिए और परिवार के लिए यह काफी सुंदर जगह है साथ ही पिकनिक स्पॉट भी है। यहां पर बच्चों के खेलने के लिए झूले और स्लाइठ भी लगे हुए हैं। यहां पर आपको मोर और कई रंग बिरंगी चिड़िया देखने को मिलेगी।
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हत्केश्वर महादेव मंदिर
रायपुर से 5 किलोमीटर दूर नदी के किनारे स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर हिंदुओं का एक बहुत मूल्यवान मंदिर है, जिसे 1402 ईसवी में क्चूरी राजा रम्हेन्द्रा के पुत्र ब्रह्मदेव राय के शासनकाल के दौरान हजीराज नाइक द्वारा बनाया गया था।
इस बात की पुष्टि मंदिर के पत्थरो पर बने शिलालेख से पता चलता है। रायपुर जाते हैं तो इस सुंदर मंदिर को जरुर विजिट करें। पर्यटकों के लिए बहुत अच्छा देखने लायक जगह है।
नंदनवन जंगल सफारी
रायपुर का यह प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नंदनवन जंगल सफारी, रायपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 35 किलोमीटर दूर नया रायपुर में सेक्टर 39 में स्थित है।
यह नंदनवन 800 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जहां पर आपको विभिन्न प्रकार के जानवरों के अलावा कई सारी विदेशी और स्वदेशी पौधों की प्रजातियां भी देखने को मिलेंगे। यहां पर 130 एकड़ का खांडवा जलाशय नामक जल निकाय भी शामिल है।
रायपुर का प्रसिद्ध भोजन
रायपुर अपने संस्कृति और पारंपरिक इतिहास के अलावा अपने खानपान के लिए भी काफी मशहूर है। वहां स्थानीय लोगों में लोकप्रिय स्वादिष्ट व्यंजन आपके मुंह में पानी ले आएगा। यदि आप रायपुर जाते हैं तो वहां के विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के स्वाद का आनंद लेना बिल्कुल ना भूलें। यहां पर रायपुर की कुछ प्रसिद्ध व्यंजन बताई गई है:
फरा
यदि आप उत्तर भारत के किसी राज्य से हैं तो आपने फरा का नाम जरूर सुना होगा। यदि आपने यह नाम नहीं सुना है तो बता दें कि फरा बिल्कुल मोमोज की तरह ही दिखने में होता है। रायपुर के लोगों में यह काफी आम व्यंजन है साथ ही काफी लोकप्रिय व्यंजन भी है। इसे चावल के आटे से बनाया जाता है।
उड़द दाल और अन्य मसालों को भूनकर चावल के आटे के छोटे-छोटे बॉल्स बनाकर उसमें स्टफ किया जाता है और फिर उसे मोमोज की तरह ही स्टीम किया जाता है और फिर घी या गोभी की सब्जी के साथ परोसा जाता है।
इसे मोमोज की तिखी और चटपटी हरी चटनी के साथ भी खाया जा सकता है। यदि आपने फरा का स्वाद कभी नहीं लिया है तो रायपुर जाने के बाद वहां इस स्वादिष्ट और चटपटे मसालेदार व्यंजन का स्वाद एक बार जरूर है।
मुथिया
मुथिया रायपुर के लोगों में प्रख्यात एक प्रकार का पकौड़ा है, जिसे चावल को पीसकर उसमें अन्य प्रकार के मसाले को मिलाकर तेल में तलकर बनाया जाता है और फिर वहां के लोग इसे सुबह और शाम चाय के साथ नाश्ते के तौर पर खाते हैं।
यदि आप रायपुर जाते हैं तो सुबह के ब्रेकफास्ट मे इस व्यंजन को शामिल कर सकते हैं, जिसका स्वाद आपके मुंह पर हमेशा रहेगा।
खुरमा
खुरमा छत्तीसगढ़ राज्य का एक मशहूर मीठा व्यंजन है, जो रायपुर के हर छोटे-बड़े रेस्टोरेंट में आपको डेजर्ट के तौर पर मिल जाएगा। इसे दूध और सेवइयां के साथ बनाया जाता है। इसमें कुछ ड्राई फ्रूट भी शामिल किए जाते हैं, जिससे इसका स्वाद और भी ज्यादा अच्छा बन जाता है।
वहां के मुस्लिम ईद के दौरान विशेष रूप से इस खुरमा को बनाते हैं। इसके अतिरिक्त भी लोग मीठे डिस के तौर पर अक्सर अपने घरों में इस व्यंजन को बनाते हैं।
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चीला
रायपुर में चीला वंहा की स्थानीय लोगों में काफी लोकप्रिय व्यंजन है। यह बिल्कुल ढोसे की तरह ही पतली चपाती होती है, जिसे चावल के घोल से और उड़द की दाल के साथ मिलाकर तैयार किया जाता है। ऊपर से कुछ मसाले भी ऐड किए जाते हैं, जिससे इसका स्वाद और भी ज्यादा बेहतरीन हो जाता है।
इसे वहां के लोग सुबह के नाश्ते में हरी चटनी के साथ खाना पसंद करते हैं। यदि आप रायपुर जाते हैं तो अपने सुबह के ब्रेकफास्ट की शुरुआत चिला से कर सकते हैं।
बफौरी
बफौरी रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ के लोगों में काफी प्रख्यात है। वहां के लोगों के लिए यह एक लोकप्रिय व्यंजन है, जिसे वहां के लोगों सहित वहां पर आने वाले सभी पर्यटकों को काफी पसंद आता है।
बफौरी को चना दाल के आटे और कई प्रकार की सब्जियां और मसालों को मिक्स करके तैयार किया जाता है। छत्तीसगढ़ जाए तो इस लाजवाब डीश जरूर चखे, जिसका स्वाद आप कभी भूल नहीं पाएंगे।
साबूदाने की खिचड़ी
साबूदाना की खिचड़ी रायपुर सहित पूरे भारत भर में प्रसिद्ध है। हालांकि रायपुर के साबूदाना की खिचड़ी में आपको थोड़ा अलग स्वाद का जरूर एहसास हो सकता है।
साबूदाना की खिचड़ी को साबूदाना और उसमें विभिन्न प्रकार की हरी-भरी सब्जियों को शामिल करके बनाया जाता है, जिससे खिचड़ी का स्वाद बहुत लाजवाब आता है।
आमत
यह नाम आपने बेशक पहली बार सुना होगा। लेकिन रायपुर के लोगों के लिए यह काफी आम है। वहां के लोगों में यह डीश काफी प्रख्यात है। छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र का एक मशहूर सांबर है, जो छत्तीसगढ़ के हर बड़े शहरों में मिलता है।
इसमें अदरक लहसुन सहित अन्य कई सारी सब्जियों को शामिल करके बनाया जाता है और इसे बांस की लकड़ियों के ऊपर परंपरागत तरीके से बनाया जाता है, जिसके कारण इसका स्वाद काफी अनोखा होता है और सुगंध भी काफी लाजवाब होती है। रायपुर जाए तो इस स्वादिष्ट सांभर को जरूर चखें।
बर्रा
बर्रा रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ का लोकप्रिय और स्वादिष्ट स्नेक है। यह एक तरह का उड़द दाल का पकोड़ा होता है। उड़द दाल को पानी में फुला कर रात भर छोड़ दिया जाता है और फिर इसे पीसकर और अन्य मसाले को मिक्स करके तेल में तला जाता है और फिर टमाटर या इमली की चटनी के साथ इसे खाया जाता है।
रायपुर के सड़कों पर आपको यह बर्रा जरूर देखने को मिल जाएगा। यदि आपने इसे पहले नहीं खाया है तो रायपुर जाने के बाद इसका स्वाद जरूर लें। वहां के स्थानीय लोगों में यह स्नेक काफी प्रसिद्ध है, जो उनके हर छोटे बड़े उत्सव में जरूर बनाया जाता है।
रायपुर घुमने का सबसे अच्छा समय
हालांकि रायपुर घूमने के लिए कोई खास समय नहीं है। आपका जब मन करे तब यहां के पर्यटक स्थलों का आनंद उठाने के लिए आ सकते हैं। लेकिन यहां पर पर्यटकों की सबसे ज्यादा भीड़ अक्टूबर से मार्च महीने में होती है। क्योंकि इस दौरान यहां का तापमान कम होता है।
रायपुर कैसे पहुंचे?
रायपुर जाने के लिए आप सड़क, हवाई और रेल मार्ग में से किसी का भी चयन कर सकते हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर भारत के विभिन्न राज्य और शहरों से तीनों मार्गो से जुड़ा हुआ है, जिससे आप तीनों मार्गो से बहुत आसानी से यहां पर पहुंच सकते हैं।
रायपुर की सड़कें भारत के विभिन्न बड़े शहरों से जुड़ी हुई है, जिससे यहां की यात्रा के लिए बस भी उपलब्ध हो जाएगा।
इसके अतिरिक्त यदि आप रेल मार्ग का चयन करते हैं तो बता दें कि रायपुर जंक्शन छत्तीसगढ़ का प्रमुख जंक्शन है और यह भारत के विभिन्न शहरों से अच्छे से जुड़ा हुआ है जिससे आपको रायपुर के लिए आपके शहर से ट्रेन आसानी से मिल जाएगी।
तीसरा विकल्प हवाई मार्ग है। रायपुर छत्तीसगढ़ का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है और यह भारत के विभिन्न बड़े-बड़े शहरों के एयरपोर्ट से जुड़ा हुआ ह। हवाई मार्ग का भी चयन करके बहुत आसानी से रायपुर पहुंच सकते हैं और यहां पहुंचने के बाद आपको घूमने के लिए बहुत सारे बस, टैक्सी मिल जाएगी।
रायपुर कैसे घूमे?
जब आप रायपुर पहुंच जाते हैं तो वहां के एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन या फिर बस स्टैंड के बाहर कई सारी ऐसी दुकानें मिल जाएंगी, जहां पर आप किराए पर बाइक या दूसरे वाहन ले सकते हैं।
सभी वाहन के किराए का दाम प्रति दिन के हिसाब से होता है और वह अलग अलग हो सकता है। आपको जो उचित लगे, आप वह वाहन किराए पर ले सकते हैं। इसके अलावा आप टूरिस्ट बस के जरिए भी रायपुर घूम सकते हैं।
रायपुर में ठहरने की जगह
रायपुर में ठहरने के लिए आपको बहुत सारे होटल अफॉर्डेबल प्राइस में मिल जाएंगे। आप इंटरनेट पर रायपुर से संबंधित होटल सर्च कर सकते हैं। साथ ही आप उनके रूम चार्ज को भी देख सकते हैं और अपने अनुसार किसी भी होटल में रूम बुक कर सकते हैं।
रायपुर घूमने का कुल खर्च
रायपुर में घूमने का खर्च आपके वहां पर ठहरने के दिन पर निर्भर करता है। इसके अतिरिक्त यदि आप हवाई मार्ग से रायपुर जाते हैं तो उसका खर्च 6 से ₹7000 हो सकता है।
वहीँ आप सड़क मार्ग या रेल मार्ग से सस्ते में रायपुर की यात्रा कर सकते हैं। इसके अलावा यदि आप किसी अच्छे होटल में रहते हैं तो वहां का चार्ज भी काफी होता है।
यदि आप सामान्य से होटल में रहते हैं तो प्रतिदिन 500 से ₹1000 का रूम चार्ज लग सकता है। इस तरीके से यदि आप रायपुर 2 से 3 दिन के लिए रेल या सड़क सड़क मार्ग के जरिए जाते हैं तो 5 से 6000 के खर्चे में आप रायपुर की यात्रा आराम से कर सकते हैं।
FAQ
रायपुर अपने ऐतिहासिक स्मारक और पुरानी इमारतों के खंडहर के लिए प्रसिद्ध है। महंत घासीदास संग्रहालय, दूधधारी मठ, विवेकानंद सरोवर, विवेकानंद आश्रम, फिंगेश्वर और शादानी दरबार जैसी कुछ जगह पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
1409 ईसवी सन में सिंघण के पुत्र रामचन्द्र ने रायपुर शहर की स्थापना की थी।
रामपुर का पुराना नाम खल्वाटिका था।
रायपुर में कई शासक हुए। कल्चुरी एवं मराठा शासन के समय यह छत्तीसगढ़ की राजधानी थी।
निष्कर्ष
आज के लेख में हमने आपको रायपुर टूरिस्ट प्लेस (Raipur Me Ghumne Ki Jagah), रायपुर से जुड़े कुछ रोचक तथ्य साथ ही रायपुर कैसे घूमे?, वहां पर कहां ठहरे?, रायपुर में कौन-कौन सी घूमने लायक जगह है?, वहां की प्रसिद्ध भोजन क्या है? इत्यादि संबंधित हमने आपको रायपुर के टूर की पूरी गाइड दी।
हमें उम्मीद है कि आज का यह लेख आपके रायपुर की यात्रा (Places to Visit in Raipur in Hindi) को सरल बनाने में मदद करेगा। यदि लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए अपने दोस्तों को जरूर शेयर करें। साथ ही लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप कमेंट सेक्शन में पूंछ सकते हैं।
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