Mathura Me Ghumne Ki Jagah: आप सभी तो जानते ही हैं कि भारत देश धार्मिक स्थलों और संस्कृतियों से भरा हुआ है। भारत में प्राचीन समय से लेकर के वर्तमान समय तक इतने अधिक धार्मिक स्थल व घूमने की जगह मौजूद है, जहां हर साल घूमने के लिए हजारों की तादाद में लोगों का आना जाना लगा हुआ रहता है।
इन्हीं प्रसिद्ध जगहों में से एक मथुरा भी है। मथुरा के बारे में तो आप सभी जानते ही होंगे। मथुरा भारत के सबसे लोकप्रिय और आध्यात्मिक पर्यटक स्थलों में से एक है, क्योंकि इसे भगवान श्री कृष्ण का जन्म स्थान माना जाता है।
इस जगह पर भगवान श्री कृष्ण से जुड़े हुए कई अलग-अलग तरह यह तथ्य भी मौजूद हैं, जो कि दिखने में काफी ज्यादा सुंदर और मनमोहक प्रतीत होते हैं। धार्मिक स्थलों के साथ साथ मथुरा में कई अन्य तरह के जल सरोवर व नदियां भी मौजूद है।
यदि आप भी मथुरा घूमने के बारे में सोच रहे हैं तो हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें। क्योंकि आज हम आप सभी को अपने इस आर्टिकल के मध्य मथुरा में घूमने लायक सबसे अच्छी जगहों के बारे में बताएंगे और इसके साथ ही साथ उनकी विशेषताओं के बारे में भी बात करेंगे। तो चलिए बिना समय गवाएं इस विषय को शुरू करते हैं।
मथुरा में घूमने की जगह | Mathura Me Ghumne ki Jagah
मथुरा से जुड़े तथ्य
वैसे तो मथुरा से जुड़े हुए कई सारे तथ्य मौजूद हैं तो चलिए उनमें से कुछ तथ्यों के बारे में जानते हैं:
- मथुरा शहर में भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था।
- मथुरा शहर के अंदर बरसाना नाम का नगर पंचायत मौजूद है, जहां राधा रानी का जन्म हुआ था।
- भगवान शिव को मथुरा नगरी का कोतवाल कहा जाता है। क्योंकि मथुरा नगरी के चारों और भगवान शिव के मंदिर स्थित है और भगवान शिव मथुरा नगरी की रक्षा करते हैं।
- मथुरा नगरी एक सांस्कृतिक क्षेत्र है।
- मथुरा नगर में भगवान श्री कृष्ण द्वारा अनेकों लीला की गई है और इसके साथ ही साथ मथुरा नगरी में भगवान श्री कृष्ण द्वारा कंस का भी अंत किया गया है।
मथुरा में पर्यटक स्थल (Mathura Tourist Places in Hindi)
मथुरा एक बहुत ही आध्यात्मिक और पावन स्थल है। यहां घूमने लायक बहुत सी जगह मौजूद है, जो कि भगवान श्री कृष्णा और आध्यात्मिक संस्कृति से जुड़े रहने में काफी ज्यादा मदद करते हैं। तो चलिए उन जगहों के बारे में एक-एक करके जाते हैं:
कृष्ण जन्मभूमि
“कृष्ण जन्मभूमि” आपको नाम से ही समझ में आ रहा होगा कि इस जगह पर भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि भगवान श्री कृष्ण का जन्म जेल की एक कोठरी में हुआ था। जहां पर उनके माता-पिता को कंस द्वारा कैद किया गया था।
इसी कारण भगवान श्री कृष्ण के जन्म स्थान मंदिर को कोठरी के चारों ओर बनाया गया है और हिंदुत्व समाज के लिए इस मंदिर का बहुत ही अधिक महत्व है।
कंस किला
कंस किला मथुरा का एक बहुत ही प्राचीन और पुराना किला है। यह किला महाभारत के समय का है, जो कि अभी भी मथुरा में मौजूद है और इस किले को देखने के लिए बड़े दूर दूर से लोगों का आगमन होता रहता है। यह किला यमुना नदी के तट पर स्थित है।
इस किले को हिंदू-मुस्लिम वास्तु कला के मिश्रण के रूप में बनाया गया है। इस किले का निर्माण अकबर के नौ रत्नों में से एक राजा मानसिंह ने करवाया था। अभी के समय में यह किला थोड़ा खराब हो चुका है परंतु फिर भी यह मथुरा के लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है।
गोवर्धन पर्वत
गोवर्धन पर्वत वृंदावन के पास स्थित है, जो कि मथुरा से 22 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है। इस पर्वत को बेहद ही पवित्र माना जाता है। कई सारे हिंदू धर्म के प्राचीन ग्रंथों में इस पर्वत के बारे में उल्लेख किया गया है। प्राचीन काल के समय में जब मथुरा पर संकट आया था तब भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को एक उंगली पर उठाने की लीला रची गई थी।
इसलिए या पर्वत हिंदू संस्कृतियों में काफी महत्व रखता है। वर्तमान समय में भी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर गोवर्धन पर्वत की पूजा पूरे विधि विधान के साथ की जाती है।
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द्वारिकाधीश मंदिर
द्वारिकाधीश भगवान श्री कृष्ण को कहा जाता है। क्योंकि भगवान श्री कृष्ण द्वारिका नगरी के राजा हुआ करते थे। इसी कारण से उस भूमि पर द्वारकाधीश मंदिर का निर्माण किया गया है, जिसके अंदर भगवान श्री कृष्ण को द्वारिका के राजा के रूप में सजाया गया है।
सबसे जरूरी बात की भगवान श्री कृष्ण को बिना मोर पंख और बांसुरी के साथ दिखाया गया है। इस मंदिर का निर्माण कम से कम 150 साल पहले भगवान श्री कृष्ण के एक भक्त द्वारा बनवाया गया था।
मथुरा संग्रहालय
मथुरा संग्रहालय मथुरा के सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थलों में से एक है। क्योंकि मथुरा संग्रहालय में मथुरा से जुड़े हुए कई अन्य और प्राचीन तरह के तथ्य मौजूद हैं, जो कि लोगों को प्राचीन काल की याद दिलाती है। इस म्यूजियम का निर्माण सन 1874 में किया गया था।
यह म्यूजियम महत्वपूर्ण कलाकृतियों के कारण भी जाना जाता है। इस संग्रहालय के अंदर प्राचीन साम्राज्य से जुड़े हुए गुप्त तथ्य भी मौजूद है, जिसके कारण भारत सरकार ने इस जगह पर घूमने के लिए टिकट निर्धारित की है।
कुसुम सरोवर
गोवर्धन पर्वत और राधा कुंड के बीच में मौजूद यह सरोवर सबसे ज्यादा देखे जाने वाले जगहों में से एक है। यह सरोवर बहुत ही ज्यादा शांत और साफ होता है और इस सरोवर के आसपास कई सारे मंदिर भी मौजूद है, जोकि मथुरा यात्रा के समय देखा जाता है।
सरोवर में एक बहुत ही सुंदर जलाशय भी मौजूद है, जिसका निर्माण राजसी बलुआ पत्थर से किया गया है। इस जलाशय में सीढ़ियों का भी निर्माण किया गया है, जिसका इस्तेमाल पर्यटकों द्वारा जलाशय में उतरने के लिए किया जाता है और इस जलाशय में कई पर्यटकों द्वारा तैराकी और डुबकी भी लगाई जाती है।
राधा कुंड
यह राधा कुंड राधा और कृष्ण के इतिहास से जुड़ा हुआ एक बहुत ही धार्मिक और पवित्र स्थल है। यह कुंड राधा और कृष्ण के प्रेम का विवरण करता है। यह स्थल भी मथुरा में मौजूद अन्य स्थलों की तरह बहुत ही प्रसिद्ध है। इसके साथ ही साथ इस स्थल को खास तौर पर वैष्णवों के लिए प्रमुख दर्शनीय स्थल माना जाता है।
बरसाना
बरसाना एक बहुत ही सुंदर और पवित्र शहर और एक नगर पंचायत है, जो कि उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा जिले में स्थित है। बरसाना राधा रानी का जन्म स्थान है। इसी स्थान पर राधा रानी का जन्म हुआ था, इसी कारण से इस स्थान पर राधा रानी के रूप में एक भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है, जिसे देखने के लिए हजारों की तादाद में लोगों का आना जाना लगा रहता है।
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मथुरा में लोकप्रिय स्थानीय भोजन
जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि मथुरा दूध, दही और मिठाइयों के उत्पादों के लिए प्रसिद्ध है। आपको बता दें कि मथुरा का फेमस मिठाई पेड़ा है। इसके अलावा भी आपको मथुरा में कई अन्य और स्वादिष्ट पकवान और भोजन देखने को मिलेगा जैसे कि:
- पेड़े
- कचौड़ी
- जलेबी
- डुबकी वाले आलू
- आलू चाट
- गोलगप्पे
- दही लस्सी
- आलू टिक्की
- रबड़ी
- उत्तर भारतीय भोजन।
मथुरा में कहां ठहरे?
मथुरा शहर जाने के बाद में घूमने के लिए कुछ दिन रुकना पड़ता है, जिसके लिए आप किसी होटल, रिसोर्ट, लॉज या आश्रम का इस्तेमाल कर सकते हैं। खासतौर पर मथुरा में रुकने के लिए बहुत सारे आश्रम मौजूद होते हैं, जो कि लोगों की काफी अच्छी तरीके से सेवा करते हैं। यदि आप मथुरा घूमने जाते हैं तो आप भी होटल, लॉज, आश्रम इत्यादि चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
मथुरा घूमने के लिए सबसे अच्छा समय
यदि मथुरा घूमने जाने के लिए सबसे अच्छे समय के बारे में बात करें तो यहां घूमने के लिए सबसे अच्छा समय अक्टूबर से लेकर के मार्च तक का महीना होता है। क्योंकि इन महीनों के अंतर्गत मथुरा का वातावरण काफी ज्यादा मनमोहक और सुहावना होता है।
इसके अलावा भी मथुरा घूमने के लिए सबसे अच्छा समय होली और कृष्ण जन्माष्टमी का समय होता है, क्योंकि इन दिनों मथुरा में भव्य उत्सव मनाया जाता है। इसलिए यदि आप इस भव्य उत्साह में सम्मिलित होना चाहते हैं तो इन समय पर मथुरा जाना बहुत ही ज्यादा अच्छा साबित होगा।
मथुरा कैसे पहुंचे?
यदि आप मथुरा घूमने जाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपनी यात्रा प्लेन करना होगा। जैसा कि आप सभी जानते ही होंगे कि मथुरा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित है, जहां जाने के लिए अनेकों तरह के यातायात साधन मौजूद है। तो चलिए उन यातायात सुविधाओं के बारे में एक एक करके जानते हैं:
ट्रेन: आप सभी तो जानते ही हैं कि आज के समय में ट्रेन सबसे अच्छी यातायात सुविधाओं में से एक है। ट्रेन के माध्यम से काफी दूर दूर जगहों पर जाया जा सकता है। ठीक इसी तरह से मथुरा जाने के लिए भी ट्रेन का सहारा लिया जा सकता है। मथुरा जंक्शन मध्य और पश्चिमी रेलवे का एक प्रमुख रेलवे स्टेशन मौजूद है, जो कि देश के प्रमुख शहरों के रेलवे लाइन से जुड़ा हुआ है।
एरोप्लेन: एरोप्लेन भी मथुरा जाने के लिए एक बहुत ही अच्छा यातायात सुविधा है। मथुरा जाने के लिए सबसे पास हवाई अड्डा आगरा में स्थित है। जहां पहुंचने के बाद पर्यटकों को मथुरा जाने के लिए सड़क मार्ग का इस्तेमाल करना होगा, जिसमें कम से कम 1 से 2 घंटे का समय लगता है।
बस: बस द्वारा भी मथुरा यात्रा किया जाता है। बस द्वारा मथुरा यात्रा करना एक बहुत ही अच्छा यातायात सुविधा होता है, क्योंकि वर्तमान समय में भारत के कई अन्य शहरों में मथुरा जाने के लिए सीधे बसों की सुविधा मौजूद है।
सड़क या कार: अपनी निजी गाड़ियों के माध्यम से भी मथुरा यात्रा किया जा सकता है। मथुरा जाने के लिए यह एक बहुत ही अच्छा विकल्प होता है। बस मथुरा जाने के लिए आपको अपने शहर से लेकर के मथुरा तक का रास्ता पता होना चाहिए।
मथुरा घूमने का खर्चा
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि मथुरा शहर में घूमने लायक बहुत सी प्रसिद्धि जगहें मौजूद है। वैसे तो मथुरा के बहुत सारे जगहों पर निशुल्क जाने की सुविधा है। परंतु फिर भी यातायात खर्चा, लॉज या होटल का किराया, आने जाने का खर्चा, खाने पीने का खर्चा, इत्यादि चीजों को लेकर के कम से कम ₹10,000 से लेकर के ₹20,000 का खर्चा लग सकता है।
इसके अलावा भी यदि आप मथुरा शहर में कुछ दिन रुकना चाहते हैं या कुछ सामान खरीदना चाहते हैं तो आपको उससे भी अधिक खर्चा लग सकता है।
साथ में क्या रखें?
जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि किसी भी जगह पर जाने के लिए या घूमने फिरने के लिए सबसे महत्वपूर्ण पैसों की जरूरत होती है। ठीक इसी तरह से यदि आप मथुरा शहर घूमना चाहते हैं तो सबसे पहले आपके पास पैसे होने चाहिए।
इसके अलावा भी आप अपने पास कुछ खाने पीने की चीजें, पानी बोतल, कुछ कपड़े रख सकते हैं और तो और किसी भी यात्रा के दौरान खास तौर पर फर्स्ट एड बॉक्स और नॉर्मल दवाइयां भी साथ रखना चाहिए।
FAQ
भगवान श्री कृष्ण का जन्म मथुरा नगरी में हुआ था।
मथुरा नगरी में घूमने लायक कृष्ण जन्मभूमि, कंस किला, गोवर्धन पर्वत, राधा कुंड, कुसुम सरोवर, मथुरा संग्रहालय, बरसाना, द्वारिकाधीश मंदिर इत्यादि जगहें प्रसिद्ध है।
मथुरा नगरी में खाने के लिए पेड़े, जलेबी, कचोरी, आलू टिक्की, चाट, गोलगप्पे, लस्सी, रबड़ी और उत्तर भारतीय भोजन आदि चीजें प्रसिद्ध है।
मथुरा जाने के लिए बस, ट्रेन, एरोप्लेन, कार, निजी गाड़ियां इत्यादि यातायात सुविधाएं मौजूद हैं।
मथुरा नगरी घूमने के लिए कम से कम ₹10000 से लेकर ₹20000 तक का खर्चा लग सकता है।
निष्कर्ष
मथुरा शहर एक बहुत ही अच्छा और पवित्र पर्यटक स्थल है। यह प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक होता है। इसी कारण इस जगह पर काफी ज्यादा लोगों द्वारा घूमा जाता है।
आज हमने आप सभी को अपने इस आर्टिकल के माध्यम से मथुरा में घूमने की जगह (Mathura Me Ghumne ki Jagah), मथुरा शहर से जुड़े हुए कुछ प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों के बारे में बताया है।
इसके साथ ही साथ यात्रा से जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में भी बताया है। आशा करते हैं कि आपको हमारा यह आर्टिकल अच्छा लगा होगा और आपको मथुरा यात्रा से जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में पता चला होगा।
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