Kannur Me Ghumne ki Jagah: भारत के उत्तर से लेकर दक्षिण तक घूमने के जगहों की कमी नहीं है। भारत में बहुत ही ज्यादा पर्यटक स्थल है। कुन्नूर भारत का सबसे सुंदर हिल स्टेशन में से एक माना जाता है। यह भारत के तमिलनाडु राज्य के नीलगिरी जिले की एक नगरपालिका है।
कुन्नूर भारत के पश्चिमी घाट का दूसरे सबसे बड़ा पुलिस स्टेशन है। यहां पर 3 नीलगिरी हिल स्टेशन में से एक कुन्नूर भी शामिल है। कुन्नूर कि इस हिल स्टेशन की ऊंचाई 1930 मीटर की है।
कुन्नूर हिल स्टेशन की लोकप्रियता देश विदेशों में छाई हुई है। कुन्नूर की यात्रा करने के लिए देश विदेशों से पर्यटक अक्सर आते रहते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको कुन्नूर में घूमने की जगह के बारे में डिटेल में जानकारी देंगे।
कुन्नूर के बारे में रोचक तथ्य
- कुन्नूर जो तमिलनाडु के निलगिरी जिले में स्थित एक हिल स्टेशन है।
- कुन्नूर हिल स्टेशन लोगों के लिए काफी आकर्षित माहौल उत्पन्न करते हैं।
- कून्नूर शहर जोकि ऊटी से 19 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
- तमिलनाडु के जितने भी पर्यटक स्थल है, उनमें से सबसे लोकप्रिय पर्यटक स्थल कुन्नूर के ही है और कुन्नूर के सभी पर्यटक स्थल काफी दुर्गम और असामान्य भी है।
- कुन्नूर शहर की लोकप्रियता चाय के बागानों की वजह से देश भर में छाई हुई है।
कुन्नूर दर्शनीय स्थल (Kannur Tourist Places in Hindi)
सिम्स पार्क
कुन्नूर में स्थित सिम्स पार्क जो कुल्लू में घूमने का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल माना जाता है। यह पार्क जो कुन्नूर के 12 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ विशाल पार्क है, जो रंग बिरंगी फूलों की क्यारियों से सजा हुआ है।
इस सिम्स पार्क में आपको कई ऐसे दुर्लभ पेड़ देखने को मिलते हैं और यहां का प्राकृतिक नजारा बेहतरीन अनुभूति देता है। सिम्स पार्क जिसका निर्माण 1874 से शुरू हुआ और धीरे-धीरे सिम्स पार्क का विकास हुआ।
सिम्स पार्क के विकास में श्री जेडी सिम्स और मेजर मेरी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सिम्स पार्क में घूमने आने वाले लोग यहां के शांतिपूर्ण सेर का आनंद उठाना चाहते हैं।
यदि आप भी कुन्नूर घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपके लिए यह पर्यटक स्थल काफी अच्छा रहेगा। यहां पर आपको अवश्य घूमने के लिए जाना चाहिए।
यहां घूमने का समय सुबह 9:00 बजे से लेकर शाम 6:00 बजे तक रहता है। यहां निशुल्क घूमने नहीं दिया जाता है। यहां व्यस्त के लिए ₹30 की फीस का निर्धारण और बच्चों के लिए ₹15 फीस निर्धारित करके टिकट दिए जाते हैं।
लॉज फॉल्स
यदि आप प्रकृति की गोद में समय बिताने के लिए व्याकुल हो रहे हैं तो आपके लिए कुन्नूर शहर के लॉज फॉल्स से बढ़कर कोई जगह नहीं हो सकती।
कुन्नूर शहर के बाहर स्थित पिकनिक मनाने के लिए अक्सर लोग लॉज फॉल्स घूमने के लिए जाते रहते हैं। लॉज फॉल्स, जो कन्नूर शहर के बाहर 7 किलोमीटर दूरी पर स्थित एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल है।
यह पर्यटक स्थल मेट्टुपालियम कन्नूर और उल्टी मार्ग पर स्थित है। पर्यटक स्थल पर झरने की ऊंचाई बहुत अधिक है और 180 फीट की ऊंचाई से यहां पानी गिरता है।
यह पर्यटक स्थल पूरी तरह से जंगलों से घिरा हुआ है। यहां प्रकृति प्रेमी अपना समय व्यतीत कर के जहां प्रकृति से करीब से रूबरू हो सकते हैं।
हिडन वैली
कुन्नूर शहर पूरी तरह से पहाड़ी और हिल स्टेशन की वजह से लोकप्रिय है। यहां का एक और सामान्य और दुर्गम पर्यटक स्थल हिडेन वैली जिसकी लोकप्रियता काफी मशहूर है।
कुन्नूर के बाहरी इलाके में हरी भरी हरियाली के अंदर बसा यह पर्यटक स्थल जो पर्वतारोहण रॉक क्लाइंबिंग और ट्रेकिंग के लिए बहुत ही ज्यादा आकर्षक है।
यहां पर फोटोग्राफी के शौकीन लोग इस पर्यटक स्थल को स्वर्ग से कम नहीं मानते हैं। यहां घूमने के लिए सबसे ज्यादा मजा युवाओं को आता है। यहां यात्रा करना काफी कठिन है। लेकिन यहां पहुंचकर प्रकृति को करीब से महसूस करना बहुत ही आनंददायक होता है।
यहां घूमने के लिए आपको सुबह 9:00 से शाम 9:00 बजे तक का समय दिया जाता है। यहां घूमने की कोई फीस नहीं है। आप बिल्कुल फ्री में यहां पर घूम सकते हैं।
डॉल्फिन नोज
कुन्नूर शहर में सबसे अधिक आकर्षक और दुर्गम पर्यटक स्थल मौजूद है। यह कुन्नूर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित एक आकर्षक पर्यटक स्थल है, जहां पर्यटकों की भीड़ अक्षर लगी रहती है।
इसे डॉल्फिन नोज नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि यहां एक डॉल्फिन की तरह लंबा होना बना हुआ है। जहां पर जाकर लोग पहाड़ियों को करीब से और बादलों को करीब से अनुभव करते हैं। यहां का दृश्य काफी मनोरम है।
यह नीलगिरी पहाड़ियों पर स्थित अद्भुत पर्यटक स्थल है। यदि आप भी कुन्नूर घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो आपके लिए डॉल्फिन नोज घूमना एक बेहतरीन मौका है।
दरोग किला
कुन्नूर में दुर्गम और पहाड़ी वाले हिल स्टेशन के साथ-साथ ऐतिहासिक पर्यटक स्थल भी है। नीलगिरी की तक हाली से 15 किलोमीटर दूर कुन्नूर में स्थित यह किला जिसकी लोकप्रियता काफी फैली हुई है।
ऐसा बताया जाता है कि कई सालों पहले एक राक्षस यहां रहता करता था, जिसे बकासूर मलाई कहा जाता है। यह किला पुराने समय में बना हुआ था। इसीलिए आज के समय में यह खंडहर जैसा हो गया है। लेकिन 18वीं शताब्दी में इस किले को चौकी के रूप में टीपू सुल्तान के द्वारा इस्तेमाल किया गया।
देश के कोने-कोने से आने वाले यात्रियों के लिए यह एक आकर्षित पर्यटक स्थल है, जो समुद्र तल से 1800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
ऊंचाई पर जाने के बाद यहां से कुन्नुर शहर का नजारा देखने लायक होता है। कुन्नूर घूमने के दौरान यहां आकर आप ऐतिहासिक स्थल के सौंदर्य को देख कर अपनी यात्रा को चार चांद लगा सकते हैं।
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केटी वैली
कुन्नूर के पास स्थित एक बड़ी सी घाटी के बीच बतावा छोटा सा शहर केटी वैली जो तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में ही स्थित है। यह केटीवैली पर्यटक स्थल ऊटी और कुन्नूर राजमार्ग पर बसा हुआ है। केटी वैली जो ट्रेकिंग के लिए काफी मशहूर पर्यटक स्थल माना जाता है।
सबसे बड़ी घाटी होने की वजह से यह काफी लोकप्रिय है और केटी घाटी जो नीली पहाड़ी से अपनी सुंदरता को चारों तरफ बिखेर रही है। केटीवैली पर्यटक स्थल जो पिकनिक मनाने के लिए एक शानदार जगह है।
यहां पर आपको टॉय ट्रेन के माध्यम से 20 से 25 मिनट की सवारी करने का मौका मिलता है। जिस ट्रेन से आप इस घाटी के सभी अद्भुत नजारों को देख सकते हैं और कुन्नूर की यात्रा का आनंद उठा सकते हैं। यदि आप भी कुन्नूर घूमने के लिए आ रहे हैं, तो केटीवली घूमना आपके लिए किसी तोहफे से कम नहीं होगा।
जॉर्ज चर्च
कुन्नूर शहर का एक लोकप्रिय और आकर्षित पर्यटक स्थल जॉर्ज चर्च का निर्माण 1926 में किया गया। ब्रिटिश काल में इसका निर्माण हुआ चर्च की वास्तुकला का प्राचीन राज आज भी देखने लायक है।
चर्च के को बनाने के लिए की गई कारीगरी और चर्च के छात्रों की दीवारों को अद्भुत तरीके से सफेद संगमरमर से जुड़कर सजाया गया है। जिसे देखने के बाद लोगों का मन मोहित हो जाता है।
रेलिया बांध
कुन्नूर में यही शांत रेट स्थल को खोजा जाए तो रेलिया बांध का नाम सबसे पहले आता है। यह कुन्नूर से 1 किलोमीटर दूरी पर स्थित एक शांतिपूर्ण जगह जहां पक्षियों की अलग-अलग प्रजाति देखने को मिलती है।
यहां की प्राकृतिक सुंदरता मनमोहक है। यहां बांध पर सूर्यास्त और सूर्योदय का नजारा देखने लायक होता है। इस बांध से डेढ़ किलोमीटर दूरी पर एक हाईफील्ड चाय का कारखाना भी है।
ऑल सेट्स चर्च
कुन्नूर में घूमने की जगह ऑल सेट्स चर्च का नाम मुख्य रूप से शामिल है। इस चर्च का निर्माण आज से 165 साल पहले हो गया था। यह चर्चा आज के समय में प्राचीन रचना पर बना एक अद्भुत और बेहद आकर्षित पर्यटक स्थल है।
इस चर्च की अंदरूनी हिस्से में लकड़ी के और कांच की खिड़कियां बनी हुई है। यह इमारत ब्रिटिश शासन के समय बनी हुई बेहतरीन इमारत है, जो आज भी लोगों के मन को मोह लेती है।
कुन्नूर में खाने के लिए क्या प्रसिद्ध है?
हर राज्य और हर जिले का अपना खानपान अलग होता है, उसी प्रकार से कुन्नूर के प्रसिद्ध खाने की बात की जाए तो दक्षिणी भारत में सर्वाधिक इडली और डोसा बड़े चाव के साथ खाया जाता है। यहां खाने का तरीका भी अलग है।
यहां प्लेट की बजाय केले के पत्ते पर इडली और डोसा को परोसा जाता है। यहां इडली और डोसा के साथ नारियल की बनी चटनी और सांभर का प्रयोग किया जाता है।
इसके अलावा यहां पर मिठाई के रूप में केसर भात का प्रयोग बहुत ज्यादा होता है। कुन्नूर में ताजा फल का स्वाद लेने का एक सुनहरा मौका मिलता है।
यहां पर बगीचे नजदीक होने की वजह से आप ताजा फलों का स्वाद ले सकते हैं। इसके अलावा यहां राजमा और अवारे बिन्स को बड़े स्वाद के साथ खाया जाता है।
कुन्नूर में रुकने की जगह
कुन्नूर भारत का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है, जहां पहुंचने के बाद लोगों को रोकने के लिए कोई भी समस्या का सामना करना नहीं पड़ता है क्योंकि यहां रुकने के लिए बहुत सारी होटल आपको मिल जाती है।
आप अपने बजट के अनुसार किसी भी होटल में रुक सकते हैं। कुन्नूर और ऊटी पूरा हिल स्टेशन और पर्यटक स्थलों से भरा हुआ है। यहां आने वाले पर्यटकों के लिए अपने बजट के अनुसार अलग-अलग तरह की होटल रुकने के लिए मिल जाती है।
आप अपने बजट के अनुसार कुन्नूर में किसी भी होटल को बुक करके रुक सकते हैं। होटल आप ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं। यहां होटल का एक रात का किराया अनुमानित एक हजार रुपए के आसपास रहता है। इसके अलावा आप अधिक सुविधा देखते हैं, तो किराया ज्यादा भी हो सकता है।
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कुन्नूर में घूमने का सबसे सही समय
कुन्नूर की तरफ घूमने का प्लान बनाने वाले लोगों के लिए कुन्नूर घूमने का सबसे सही समय क्या है इसकी जानकारी होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
कुन्नूर का तापमान सर्दियों के समय 8 डिग्री सेंटीग्रेड तक रहता है। यहां इस समय पहुंचना एक अच्छा अनुभव देता है क्योंकि यहां की जलवायु हल्की सी ठंडी और सुखदायक रहती है।
इसलिए कुन्नूर में घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च के बीच सबसे सही समय का अनुमान लगाया जाता है। कई लोग बारिश के समय में भी कुन्नूर घूमने के लिए जाते हैं।
बारिश के समय में यहां घूमने का सबसे सही समय जुलाई से सितंबर के बीच होता है। जहां इस समय भारी बरसात नहीं होती है और हल्की बारिश की वजह से आपको यात्रा में कोई भी अड़चन नहीं आती है।
हालांकि ऐसा देखा जाए तो कुन्नूर में हर महीने घूमने के लिए पर्यटकों की संख्या लाखों में रहती है। क्योंकि यहां की जलवायु बिल्कुल अनुकूल है और जंगलों की वजह से यह इलाका पूरा ठंडा रहता है। यहां किसी भी समय में घूमने आने वाले लोगों को कोई भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है।
कुन्नूर कैसे पहुंचे?
कुन्नूर की यात्रा का प्लान बना रहे लोगों के लिए कुल्लूर पहुंचने के लिए नीचे दिए गए निम्नलिखित रास्ते मौजूद हैः
ट्रेन के माध्यम से
कून्नूर हिल स्टेशन है, इसकी वजह से कुन्नूर में कोई भी रेलवे स्टेशन नहीं है। लेकिन के नजदीक मेट्टुपालियम शहर में रेलवे स्टेशन मौजूद है, जो कुन्नूर से 45 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
इसके अलावा कुन्नूर से 75 किलोमीटर दूरी पर स्थित कोयंबटूर रेलवे स्टेशन है, जो भारत का प्रसिद्ध रेलवे स्टेशन माना जाता है। यहां हर लोकप्रिय शहर से नियमित रूप से ट्रेन आती रहती हैं। कोयंबतूर से आपको कुन्नूर के लिए टैक्सी और कैब बुक करने का मौका मिल जाता है।
सड़क मार्ग के माध्यम से
भारत का सड़क नेटवर्क चारों तरफ फैला हुआ है। सड़क नेटवर्क के माध्यम से आप अपने खुद के वाहन की मदद से या बस की मदद से कुन्नूर तक पहुंच सकते हैं।
कुन्नूर की यात्रा करने वाले लोगों के लिए सड़क परिवहन सबसे सुविधाजनक और सस्ता माना जाता है। क्योंकि यहां पहाड़ी इलाका होने की वजह से फ्लाइट और ट्रेन की उचित सुविधा नहीं मिलती है।
फ्लाइट के माध्यम से
कुन्नूर हिल स्टेशन के नजदीक कोयंबतूर में एयरपोर्ट है कोयंबतूर 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। कुनूर हिल स्टेशन पहुंचने के लिए आप कोयंबतूर एयरपोर्ट तक आकर यहां से कैब बुक कर सकते हैं। इसके अलावा कोयंबटूर से कुन्नूर जाने के लिए टॉय ट्रेन भी उपलब्ध है, जिसके जरिए भी आप कुन्नूर पहुंच सकते हैं।
कुन्नूर में कैसे घूमे?
कुन्नूर में घूमने के लिए आपको सबसे पहले एक मैप तैयार करना चाहिए। मैप के आधार पर आपको कुन्नूर के सभी पर्यटक स्थलों को कवर करना होगा।
इसके अलावा आप अपने रूट मैप के आधार पर यहां से किसी भी टैक्सी या कैब बुक करके कुन्नूर के सभी पर्यटक स्थलों पर घूम सकते हैं या फिर टॉय ट्रेन की मदद से भी आप कुन्नूर के सभी पर्यटक स्थलों पर आराम से घूम सकते हैं।
कुन्नूर घूमने का खर्चा कितना आएगा?
कुन्नूर घूमने का प्लान बनाने वाले लोगों के मन में सबसे पहला सवाल यही पैदा होता है कि यहां घूमने का खर्चा कितना आएगा। कुन्नूर घूमने के खर्चे कि यदि बात की जाए तो कुन्नूर पहुंच जाने के बाद यहां सभी पर्यटक स्थलों पर घूमने का अनुमानित खर्चा प्रति व्यक्ति ₹10000 से ₹12000 तक आ सकता है।
कुन्नूर घूमते समय साथ में क्या रखें?
कुन्नूर घूमते समय आप को साथ में क्या क्या रखना है। इसकी जानकारी हम आपको नीचे कुछ इस प्रकार के प्रदान कर रहे हैंः
- मोबाइल
- कैमरा
- प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स
- पावर बैंक
- दो से 3 जोड़ी कपड़े
- खाने के लिए कुछ चिप्स या बिस्किट
- सर्दियों में घूमने जा रहे हैं तो उनी कपड़े
- बरसात के समय बरसाती कपड़े
FAQ
कुन्नूर के लोकप्रिय पर्यटक स्थल की बात की जाएं तो यहां डॉल्फिन की नाक और सिम्स पार्क काफी लोकप्रिय पर्यटक स्थलों की श्रेणी में आते हैं।
ऊटी और कुन्नूर के बीच की दूरी का यदि आकलन किया जाए तो 19 किलोमीटर की दूरी पर ऊटी से कुन्नूर स्थित है।
कुन्नूर के सभी पर्यटक स्थलों पर घूमने के लिए आपको दो से 3 दिन का समय लगता है।
कुन्नूर घूमने का सबसे सही समय सर्दियों का समय माना जाता है, जो अक्टूबर से मार्च तक हैं।
कुन्नूर पहुंच जाने के पश्चात कुन्नूर घूमने के लिए प्रति व्यक्ति अनुमानित ₹10000 से ₹12000 का खर्चा आ जाता है।
निष्कर्ष
दक्षिण भारत में कई पर्यटक स्थल मौजूद है। दक्षिणी भारत के पर्यटन स्थलों की सूची में तमिलनाडु के कुन्नूर शहर का नाम भी आता है। कुन्नूर में कई ऐसे हिल स्टेशन मौजूद है, जो देखने लायक है।
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको कुन्नूर में घूमने की जगह के बारे में डिटेल में जानकारी दी है। हमें आशा है कि हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी होगी।
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