उत्तराखंड राज्य में दून घाटी के बीच स्थित देहरादून पर्यटकों के घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है।देहरादून दो अलग-अलग शब्द देहरा और दून से मिलकर बना हुआ है। देहरा का अर्थ घर होता है और दून का अर्थ हिमालय होता है। इससे पता चलता है कि देहरादून का पूरा अर्थ हिमालय के बीच स्थित घर होता है।
हर की दून
यह घाटी समुद्र तल से 3566 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो उत्तराखंड के सबसे दूरस्थ क्षेत्रों में से एक है। यहां के खूबसूरत पगडंडी आपको हिमालय क्षेत्र के अनदेखी क्षेत्रों में ले जाएगी
राजाजी नेशनल पार्क
पार्क को पूरा घूमने के लिए यहां पर सफारी गाड़ी भी उपलब्ध कराई जाती है, जिसका किराया ₹2200 तक होता है। जिसमें एक बार में 6 लोग बैठ कर पूरे जंगल की यात्रा कर सकते हैं।
रॉबर्स केव
कहा जाता है भारत में ब्रिटिश शासन काल के समय में इस गुफा में सुल्तान नामक एक खतरनाक डाकू रहता था, जो अंग्रेजों के सामान को लूट कर के यहीं पर छुपा दिया करता था और उसी के नाम से इस गुफा का नाम पड़ा।
टपकेश्वर मंदिर
मंदिर के अंदर भगवान शिव का शिवलिंग मौजूद है, जिसके ऊपर गुफा के छत से पानी टपकता रहता है, जिसे देखने के लिए पर्यटकों की लंबी कतार लगी रहती है।
लच्छीवाला नेचर पार्क
लच्छीवाला नेचर पार्क शांत वातावरण और प्रकृति का आनंद उठाने के लिए बेहद खूबसूरत जगह है, जो जंगलों के बीच में मौजूद है। यहां पर आप बोटिंग का आनंद ले सकते हैं।
सिखर वॉटरफॉल
सिखर वाटरफॉल देहरादून के मुख्य केंद्र से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पहाड़ी के शिखर से गिरते हुए पानी का अद्भुत दृश्य यहां पर प्रकट होता है,
सहस्त्रधारा
यह जगह देहरादून मुख्य शहर से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और रॉबर्स केव के पास मौजूद है। सितंबर से मार्च के महीने में भी इस स्थान पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
मालसी डियर पार्क
देहरादून में स्थित यह मालसी डियर पार्क एक तरह का चिड़िया घर है, जहां पर हिरण, खरगोश, तोता, मोर, शुतुरमुर्ग, घड़ियाल, कछुआ, अजगर और एक तेंदुआ भी मौजूद है।
मिंद्रोलिंग मोनेस्ट्री
देहरादून में स्थित यह जगह एक तिब्बती मठ है, जिसके अंदर भगवान बुद्ध की 107 फुट ऊंची समाधि स्थापित है।इस मठ को जापानी, चीनी तिब्बती और लद्दाखी कलाकारों द्वारा जापानी वास्तु शैली में 1965 में निर्मित किया गया है।
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