इस लेख में जयपुर के ऐतिहासिक स्थल, जयपुर के दर्शनीय स्थल, जयपुर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (jaipur me ghumne ki jagah) आदि के बारे में विस्तार से बताने के साथ ही जयपुर घूमने में कितना खर्चा आएगा व सही समय के बारे में बताया है।
राजस्थान राज्य की राजधानी जयपुर देश की प्रमुख पर्यटक शहर में से एक है। जयपुर शहर अपने शानदार महल, किले तथा राजसी इमारतों के लिए जाना जाता हैं। पिंक सिटी के नाम से देश तथा विदेश में मशहूर यह शहर अपने रोमांच और ऐतिहासिक गतिविधियों के लिए जाना जाता हैं।
शहर में आपको प्राचीन महल तथा किले देखने को मिलते हैं, जिसको देखने के लिए दुनिया भर से लोग यहां पर आते हैं। जयपुर का सबसे फेमस किला अमर किला है, जो कि आमिर किले के रूप में भी जाना जाता है।
जयपुर में भूल भुलैया विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं। जयपुर शहर के इतिहास और संस्कृति के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो आपको जयपुर का सिटी पैलेस देखना होगा।
जयपुर से संबंधित रोचक तथ्य
- जयपुर नगर का खाका वास्तुशिल्पी विद्याधर भट्टाचार्य के द्वारा तैयार किया गया था। जिस समय इस शहर को बसाया गया था, उस समय यह भारत का पहला ऐसा शहर था, जिसे योजनाबद्ध ढंग से बसाया गया था।
- जयपुर में ज्यादातर घर बिल्डिंग गुलाबी रंग में दिखाई देते हैं, जिस कारण इसे गुलाबी नगरी के नाम से जाना जाता है। गुलाबी रंग को अतिथियों के आदर सत्कार का प्रतीक माना जाता है। इसलिए 1876 में महाराजा सवाई मानसिंह के द्वारा प्रिंस ऑफ वेल्स के जयपुर आगमन पर उनके स्वागत के लिए पूरे शहर को गुलाबी रंग से पुतवाया गया था।
- जयपुर में स्थित नाहरगढ़ किला जिसका निर्माण 1734 में कराया गया था, इसके किले से पूरा जयपुर शहर दिखाई देता है। इस किले में “शुद्ध देसी रोमांस”, “रंग दे बसंती” जैसी कुछ फिल्म के सीन को फिल्माया गया था।
- जयपुर के चिड़ियाघर में दुनिया भर में पाई जाने वाली 50 से भी ज्यादा पशु पक्षियों की प्रजाति पाई जाती है। इस चिड़िया घर का निर्माण 1877 में किया गया था, जिसे 2 जगहों पर विभाजित किया गया है पहला भाग जयपुर सिटी में है, जहां पर पंछियों का रखा गया है। वहीं दूसरा भाग आमेर किले के पास है, जहां पर जानवरों को रखा गया है।
जयपुर में घूमने की जगह (Jaipur Me Ghumne ki Jagah)
जयपुर में आपको कई प्राचीन किले तथा राजभवन देखने को मिल जाते हैं, जो आपको राजस्थानी संस्कृत और उसके वीर गौरव होने का प्रमाण देते हैं। जयपुर घूमने की जगह (jaipur ghumne ki jagah) निम्न है:
नाइटलाइफ
जयपुर दिन में जितना खूबसूरत लगता है, उससे कही अधिक रात्रि में लगता है। जयपुर शहर के कई रेस्टोरेंट और होटल है, जो रात के समय में आपको शानदार व्यू प्रदान करते हैं।
आप इस जगह पर अपने दोस्तों के साथ बेहतरीन खाने के स्वाद, शराब पीना और लाउजिंग का लुफ्त ले सकते हैं। जयपुर के प्रसिद्ध पब द ग्रंज लाउंज बार, बार में जा सकते हैं। अपने दोस्तों के साथ मस्ती करने के लिए जयपुर के पब, बार में जाकर लुफ्त ले सकते हैं।
बिरला मंदिर
यह मंदिर जयपुर शहर का सबसे फेमस मंदिर में से एक है। बिराल मंदिर को लक्ष्मी नारायण रूप के माना जाता है। बिरला मंदिर जयपुर के मोती डूंगरी पहाड़ी के पास स्थित है। जयपुर के बिरला मंदिर की स्थापना 1988 में हुई थी। इस मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर के पथरों के माध्यम से किया गया है।
यह मंदिर अपने प्राचीन हिंदू वास्तुकला शैली के लिए प्रसिद्ध है। यदि आप अपने दोस्तों या परिवार वालो के साथ घूमने आते है तो आप जयपुर का बिरला मंदिर देखना न भूलें।
समय | सुबह 06:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक दोपहर 03:00 बजे से रात 09:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 6 किलोमीटर |
एड्रेस | तिलक नगर, जयपुर, राजस्थान, 302004 |
रामनिवास उद्यान
जयपुर का रामनिवास उद्यान घूमने के लिए सबसे अच्छी जगह है। रामनिवास udyan-1 शाही गार्डन है, इसका निर्माण जयपुर के राजा साईं राम सिंह ने सन 1868 में करवाया था। यह उद्यान 30 एकड़ से अधिक के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस जगह को देखने के लिए देश तथा विदेश से काफी ज्यादा पर्यटक आते हैं।
यदि आप जयपुर में सबसे अच्छी जगह पर घूमना चाहते हैं तो आप रामनिवास उद्यान में एक बार अवश्य आए। यह अपनी खूबसूरती तथा पिकनिक स्पॉट के लिए फेमस है।
समय | सुबह 08:30 बजे से शाम 05:30 बजे तक (गर्मी में) सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक (सर्दी में) |
प्रवेश शुल्क | 10 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 100 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 3.6 किलोमीटर |
एड्रेस | जवाहर लाल नेहरू मार्ग, राम निवास गार्डन, अशोक नगर, जयपुर, राजस्थान, 302001 |
जयगढ़ किला
यह किला जयपुर का फेमस किला में से एक है। यह किला जयपुर के चील का तेला पहाड़ियों पर स्थित है। इस मंदिर की संरचना बहुत ही खूबसूरत ढंग से की गई है। जयगढ़ किले का निर्माण महाराजा सवाई राजा जयसिंह द्वितीय ने 1726 में आमिर के लिए की सुरक्षा के लिए इसका निर्माण करवाया था।
इस किले में दुनिया की सबसे बड़ी तोप है और यह जयपुर के फेमस किलो में से एक है। जयगढ़ किला तक जाने के लिए आप बस तथा कैब की सहायता से जा सकते हैं।
समय | सुबह 09:00 बजे से शाम 04:30 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 35 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 85 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) 50 रूपये स्टिल कैमरा, 200 रूपये वीडियो कैमरा |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 14.3 किलोमीटर |
एड्रेस | अंबर किले के ऊपर, देवीसिंहपुरा, आमेर, जयपुर, राजस्थान, 302001 |
आमेर का किला
आमेर किला जयपुर का फेमस किले में से एक है। यह किला अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। आमेर किला अपनी वास्तुकिला और इतिहास के वजह से अधिक फेमस है। जयपुर घूमने आने वाले लोग आमेर किले को देखने अवश्य आते हैं।
करीब 5000 से अधिक लोग इस किले को देखने के लिए आते हैं। आमेर किले का निर्माण पीले और गुलाबी बलुआ पत्थर के माध्यम से बनाया गया है। यदि आप जयपुर शहर घूमने आ रहे है तो आप आमेर किले को देखना न भूलें।
समय | सुबह 08:00 बजे से शाम 05:30 बजे तक लाइट शो– अंग्रेज़ी: शाम 7:30 बजे, हिंदी: रात्रि 8:00 बजे |
प्रवेश शुल्क | 25 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 550 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) 10 रूपये/व्यक्ति (भारतीय छात्रों के लिए), 100 रूपये/व्यक्ति (विदेशी छात्रों के लिए) हाथी की सवारी – 1100 रूपये/जोड़ा |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 11.4 किलोमीटर |
एड्रेस | देवीसिंहपुरा, आमेर, जयपुर, राजस्थान, 302001 |
जल महल
यह जयपुर से दूर भीड़-भाड़ से अलग जगह पर है। जल महल जयपुर शहर का फेमस पर्यटक स्थल में से एक है। जल महल देश के ही नहीं बल्कि विदेश के पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करती है।
यदि आप जयपुर शहर में घूमना चाहते हैं तो आप इस जगह पर जरूर आए। जल महल आप बस टेंपो तथा कैब के माध्यम से जा सकते हैं।
समय | सुबह 06:00 बजे से शाम 06:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 8.8 किलोमीटर |
एड्रेस | जल महल, अंबर रोड, जयपुर, राजस्थान, 302002 |
जंतर मंतर
जंतर मंतर भारत में दो जगह पर स्थित है। पहला दिल्ली और दूसरा जयपुर में स्थित है। यह जगह गोली विशाला की स्थिति को जानने के लिए बनाई गई है। इस जंतर मंतर का निर्माण राजा सवाई सिंह नेशन 1727 से लेकर 1733 में पूर्ण करवाया था।
जंतर मंतर अपने समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और वैज्ञानिक मूल्यों की वजह से विख्यात है। यूनेस्को ने विश्व धरोहर में जंतर-मंतर को सूची में शामिल किया है। जंतर मंतर को बनाने के लिए संघ वर्मा तथा पत्रों का प्रयोग किया गया है।
समय | सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 50 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 200 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) 15 रूपये/व्यक्ति (भारतीय छात्रों के लिए), 100 रूपये/व्यक्ति (विदेशी छात्रों के लिए) |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 3.9 किलोमीटर |
एड्रेस | गंगोरी बाज़ार, जे.डी.ए. मार्केट, कंवर नगर, जयपुर, राजस्थान, 302002 |
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हवा महल
जयपुर के सबसे प्रसिद्ध पर्यटक के आकर्षण का केंद्र हवा महल है। यह हवा महल अपने राजपूतों के साहिब विरासत वास्तु कला और संस्कृति के लिए जाना जाता है। यह हवामहल राजस्थान की सबसे प्राचीन इमारतों में से एक है। हवा महल में कई आकर्षक डिजाइन की खिड़कियां लगाई गई है, इस कारण इसको पैलेस ऑफ विंड भी कहा जाता है।
समय | सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 50 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 200 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) कंपोजिट टिकट – 300 रूपये (भारतीय), 1000 रूपये (विदेशी) कंपोजिट टिकट – इसमें आप दो दिन तक हवामहल और इसके आसपास के पर्यटन स्थल घूम सकते हैं |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 4.1 किलोमीटर |
एड्रेस | हवा महल रोड, बड़ी चौपड़, जे.डी.ए. मार्केट, पिंक सिटी, जयपुर, राजस्थान 302002 |
गलताजी मंदिर
जय हिंदू तीर्थ मंदिर है। इस मंदिर में पवित्र कुंड मंडप तथा प्राकृतिक झरने की अति सुंदर छटा देखने को मिलती है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। गलता जी मंदिर पहाड़ी इलाके में बसा हुआ है, जो चारों तरफ से खूबसूरत घाट से घिरा हुआ है।
यहां पर प्रत्येक साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं। गलताजी मंदिर तक बस आदि के माध्यम से जा सकते हैं।
समय | सुबह 05:00 बजे से रात 09:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 12.3 किलोमीटर |
एड्रेस | श्री गलता पीठम, गलवा आश्रम, जयपुर, राजस्थान, 302013 |
नाहरगढ़ किला
इस किले का निर्माण जयपुर शहर के संस्थापक सवाई जय सिंह ने करवाया था। सन 1734 में इस किले को बनाया गया था। महाराजा जय सिंह ने इस किले को गर्मी से बचने के लिए बनवाया था। नाहरगढ़ किले में कई ऐतिहासिक घटनाए घटित हुई हैं। लेकिन ऐतिहासिक रूप से इन घटनाओं का वर्णन इतिहास में नहीं किया गया हैं।
सन 1857 की क्रांति के समय कई यूरोपीय लोगों को इस किले में आश्रय दिया गया था। सन 1868 में इस किले को पुनर्निर्माण राम सिंह के माध्यम से करवाया गया था। राजा जय सिंह ने यह किला अपनी रानियों के लिए बनवाया था। लेकिन राजा की मृत्यु के बाद इस किले को भूतिया किले के नाम से जाना जाता है।
इस किले में बॉलीवुड की दो फिल्म शुद्ध देशी रोमांस और रंग दे बसंती की शूटिंग हो चुकी हैं। नाहरगढ़ किले तक आप बस, टैक्सी और कैब के माध्यम से जा सकते हैं।
समय | सुबह 10:00 बजे से शाम 05:30 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 50 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 200 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) 5 रूपये/व्यक्ति (भारतीय छात्रों के लिए), 25 रूपये/व्यक्ति (विदेशी छात्रों के लिए) |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 17.5 किलोमीटर |
एड्रेस | कृष्णा नगर, ब्रह्मपुरी, जयपुर, राजस्थान, 302002 |
भूतेश्वर नाथ मंदिर
जयपुर का भूतेश्वर नाथ मंदिर हिंदू धर्म के लोगों का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर जयपुर के विधायक नगर में स्थित है। कहा जाता है कि इस शिवलिंग की भूमि से हुई थी। ग्रामीणों के अनुसार इस शिवलिंग की खोज 30 वर्ष पहले हुई थी। भूतेश्वर महादेव मंदिर के पीछे की एक कहानी है।
तीस वर्ष पहले घने जंगल हुआ करते है। चरावाह अपनी गाय और भैंस को चरवाने के लिए इसी जंगल में जाते थे। एक दिन उनको किसी बैल के हुकारने की आवाज सुनाई दी। परंतु जब ग्रामीण उस जगह पर पहुंचे तो वहां पर कोई बैल नहीं था। सिर्फ एक टीला था।
इस स्थिति को देखकर ग्रामीणों में उस टीले के लिए आस्था बढ़ती गई। उन्होंने भगवान शिव के स्वरूप को मानकर उस टीले की पूजा करना शुरू कर दी थी। कई लोगों का यह भी मानना है कि भूत प्रेत रात में आकर इस शिवलिंग की पूजा अर्चना किया करते थे। इस कारण से लोग इसको भूतेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जानते हैं। श्रावण के महीने में यहां भक्तों का तांता लगा रहता है।
समय | – |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 18 किलोमीटर |
एड्रेस | – |
राज मंदिर सिनेमा हाल
राज मंदिर भारत का ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा सिनेमाघरों में से एक है। राज मंदिर सिनेमा हॉल की नीव मोहनलाल सुखाड़िया ने रखी थी, जो उस समय के राजस्थान राज्य के मुख्यमंत्री थे।
यह सिनेमा हॉल मेहताब चंद्र की देखरेख में बनाया गया था। राज मंदिर सिनेमा हाल को बनाने में लगभग 10 वर्ष का समय लगा था। वहीं इस थियेटर की डिजाइन डबल्यू नामजोशी ने किया था।
राज सिनेमा का उद्घाटन सन 1 जून 1976 में किया गया था। इस सिनेमा का उद्घाटन राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री हरीदेव जोशी ने किया था। राज सिनेमा में सबसे पहले प्रदर्शित होने वाली फिल्म चरस थी। आज के समय में इस सिनेमा हाल का मालिकाना हक भूरामल राजमल सुराना के पास है।
यदि आप राज मंदिर सिनेमहाल को देखना चाहते हैं तो आपको जयपुर की भगवान दास रोड पर जाना होगा। यह अल्बर्ट हॉल के संग्रहालय के पास में है। राज मंदिर सिनेमा हाल सप्ताह के प्रत्येक दिन खुलता है।
समय | दोपहर 12:30 बजे से रात 09:30 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 100 रूपये और 300 रूपये |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 2.6 किलोमीटर |
एड्रेस | सी-16, पांच बत्ती, सी स्कीम, अशोक नगर, जयपुर |
झालाना सफारी
जयपुर में घूमने के लिए काफी जगह है और आपने सभी जगहों के नाम भी सुने है। लेकिन क्या आपने झालाना सफारी का नाम सुना हैं? शायद ही आपने यह नाम सुना होगा।
यह सफारी जयपुर के अरावली पहाड़ियों के बीच में स्थित है। पहले के समय यह जगह राजवंशी परिवारों की शिकारगाह जगह होती थी। यहां पर आपको जंगली जानवर देखने को मिल जाते हैं।
झालाना सफारी में आपको नेवला, चित्तीदार हिरण, ब्लू बुल आदि कई प्रकार के जानवर सफारी में है। इसके अलावा यहां पर देशी और विदेशी प्रजाति के पक्षी भी पाए जाते हैं।
सदी की ऋतु में क्रेन, फ्लेमिगो, डनलिश आदि कई पक्षियों की प्रजाति झालाना सफारी में आती है। यहां पर जाने के लिए आप बस, ट्रेन और कैब का प्रयोग कर सकते हैं।
समय | सर्दी में- सुबह 06:45 बजे से सुबह 09:30 बजे तक, दोपहर 03:00 बजे से शाम 05:50 बजे तक गर्मी में- सुबह 05:45 बजे से सुबह 08:50 बजे तक, दोपहर 03:45 बजे से शाम 06:15 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 1000 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 3000 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 10.9 किलोमीटर |
एड्रेस | झालाना वन, कैलगिरी मार्ग, मालवीय नगर, जयपुर, 302017 |
पन्ना मीना कुंड
इस कुंड का निर्माण पानी को एकत्र करने के उद्देश्य से किया गया था। आमेर के लोग पीने का पानी इसी कुंड से लेते थे। यह जगह आमेर किले के पास मौजूद हैं, जो कि पीले कलर ली एक बावड़ी है।
मीना कुंड का निर्माण सोलहवीं शताब्दी के आस पास किया गया था। इस बावड़ी के चारों तरफ से रिया बनाई गई है, जिससे कोई भी आसानी से पानी को भर सकता है। इस बावड़ी में मौजूद पानी का इस्तेमाल पीने के लिए तथा घरों के काम करने के उपयोग में लाया जाता था।
समय | – |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 13.3 किलोमीटर |
एड्रेस | अंबर किले के पास, जयपुर, राजस्थान, 302028 |
महारानी की छतरी
यह जगह रेलवे स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित है। महारानी छतरी में सभी राजसी महिलाओं का अंतिम संस्कार किया जाता था। इस जगह को राजसी महिलाओं की याद के लिए बनाया गया था। इस जगह के बारे में बहुत ही कम लोग जानते हैं।
महारानी की छतरी को बेहतरीन तरीके से बनाया गया है। यदि आप आर्किटेक्चर में रुचि रखते हैं तो आप महारानी की छतरी को देखने के लिए आ सकते हैं।
समय | सुबह 09:30 बजे से शाम 04:30 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 7.8 किलोमीटर |
एड्रेस | WRVQ+WXM, शंकर नगर, जयपुर, राजस्थान, 302002 |
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अल्बर्ट हॉल संग्रहालय
अगर आप जयपुर की यात्रा के दौरान जयपुर के इतिहास से रूबरू होना चाहते हैं। मुगल काल, दिल्ली सल्तनत और ब्रिटिश काल में जयपुर की संस्कृति और उस वक्त उसकी स्थिति की झलक पाना चाहते हैं तो जयपुर में स्थित अल्बर्ट हॉल म्यूजियम को जरूर विजिट करें।
यह म्यूजियम पर्यटकों के लिए जयपुर में काफी लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। इस म्यूजियम का निर्माण 1887 में महाराजा माधव सिंह द्वितीय के द्वारा किया गया था। इस संग्रहालय में बहुत ही बेहतरीन और अलग-अलग तरह के वाद्य यंत्र रखे गए हैं।
इसके अतिरिक्त यहां पर विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा बनाए गए सुंदर मूर्तियां भी संग्रहित है। इस म्यूजियम के माध्यम से आप जयपुर की प्राचीन संस्कृति से बहुत ही अच्छे से परिचित हो सकते हैं। रात के समय म्यूजियम और भी ज्यादा खूबसूरत लगता है।
समय | सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक शाम 07:00 बजे से रात 10:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 40 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 300 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) 20 रूपये/व्यक्ति (भारतीय छात्रों के लिए), 150 रूपये/व्यक्ति (विदेशी छात्रों के लिए) |
कंपोजिट टिकट शुल्क | 300 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 1000 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) 40 रूपये/व्यक्ति (भारतीय छात्रों के लिए), 200 रूपये/व्यक्ति (विदेशी छात्रों के लिए) कंपोजिट टिकट – इसमें आप दो दिन तक अल्बर्ट हॉल संग्रहालय और इसके आसपास के पर्यटन स्थल घूम सकते हैं |
Night Visit Entry Ticket | 100 रूपये/व्यक्ति (भारतीय और विदेशी दोनों के लिए) |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 4.2 किलोमीटर |
एड्रेस | राम निवास गार्डन, अशोक नगर, जयपुर, राजस्थान, 302001 |
सिटी पैलेस
अगर आप जयपुर जाते हैं और सिटी पैलेस विजिट नहीं करते हैं तो आपकी जयपुर की यात्रा अधूरी है। जयपुर में सबसे खूबसूरत और लोकप्रिय पर्यटन स्थल सिटी पैलेस है, जो जयपुर के शाही परिवार का निवास स्थान है।
इस पैलेस को सवाई जयसिंह द्वितीय के द्वारा निर्मित किया गया है। इस पैलेस के भव्य स्तंभ, इसके अंदर किए गए जाली काम और नक्काशी बहुत ही सुंदर लगते हैं। इस भव्य पैलेस को संगमरमर से बनाया गया है।
इस परिसर के अंदर दीवाने-खास, एक हथियार प्रदर्शन और एक संग्रहालय बग्गी खाना भी है। इस पैलेस में चंद्र महल और मुबारक महल स्थित है जो बहुत ही खूबसूरत है। परिसर के अंदर और भी कई इमारतें और आंगन है।
इसके साथ ही खूबसूरत बगीचे भी हैं। इस पैलेस में मोर के पंख के आकार में 1 दरवाजे को चित्रित किया गया है। पैलेस के दीवाने-आम को महल लघु चित्रों के संग्रह से प्रदर्शित किया गया है। पैलेस के शस्त्रागार में पुराने समय की तलवार और खंजर को देख सकते हैं।
समय | सुबह 09:00 बजे से शाम 05:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | 200 रूपये/व्यक्ति (भारतीय), 700 रूपये/व्यक्ति (विदेशी) छात्रो के लिए 50% तक छुट |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 3.9 किलोमीटर |
एड्रेस | तुलसी मार्ग, गंगोरी बाज़ार, जयपुर |
मोती डूंगरी गणेश जी मंदिर
राजस्थान के जयपुर शहर में देखने लायक विभिन्न स्थलों में से एक मोती डूंगरी गणेश जी का मंदिर है। यह मंदिर जयपुर के स्थानीय लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
जयपुर में स्थित यह बहुत ही दर्शनीय स्थल है, जिसका निर्माण 1761 में सेठ जलाल पालीवाला के द्वारा किया गया था। जयपुर में पर्यटकों के बीच यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है।
समय | सुबह 05:30 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक शाम 04:30 बजे से रात 09:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 5.1 किलोमीटर |
एड्रेस | मोती डूंगरी रोड, तिलक नगर, जयपुर, राजस्थान, 302004 |
अक्षरधाम मंदिर
जयपुर में घूमने लायक सबसे पवित्र और लोकप्रिय स्थानों में से एक जयपुर के वैशाली नगर में स्थित अक्षरधाम मंदिर है। भारत के कुल 9 प्रमुख शहरों में अक्षरधाम मंदिर का निर्माण किया गया है, जिनमें से एक यह जयपुर का अक्षरधाम मंदिर है।
इस मंदिर का निर्माण बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण के द्वारा किया गया है। यह मंदिर हिंदू भगवान नारायण जी को समर्पित है। मंदिर के अंदर भगवान नारायण की बहुत ही सुंदर प्रतिमा विराजमान है। इसके अतिरिक्त मंदिर की वास्तुकला बेहद ही आकर्षक है और आसपास का वातावरण देखने लायक है।
समय | सुबह 06:00 बजे से शाम 07:00 बजे तक |
प्रवेश शुल्क | – |
रेलवे स्टेशन से दूरी | 6.3 किलोमीटर |
एड्रेस | वैशाली नगर, चित्रकोट, जयपुर |
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जयपुर में किए जाने वाले मनोरंजन गतिविधियां
हॉट एयर बलून राइड
अगर आप जयपुर को आसमान की ऊंचाई से देखना चाहते हैं तो जयपुर में पर्यटकको के बीच रोमांचिक गतिविधि हॉट एयर बैलून राइड का लुफ्त जरूर उठाएं। जयपुर में पर्यटकों के बीच हॉट एयर ब्लून राइड काफी लोकप्रिय बनी हुई है। आप इस राइट से जयपुर की सुंदर नजारों को देखने का लुफ्त उठा सकते हैं।
हाथी की सवारी
जयपुर में मनोरंजन के लिए हाथी की सवारी कर सकते हैं। जयपुर की यात्रा बिना हाथी की सवारी की अधूरी मानी जाती है। जयपुर की सड़कों पर आपको हाथी की सवारी करते हुए यात्री बहुत आसानी से दिख जाएंगे।
जयपुर के अमर पैलेस में हाथी की सवारी काफी ज्यादा लोकप्रिय है और लगभग सभी तरह के यात्री हाथी की सवारी में दिलचस्पी दिखाते हैं। आप भी इस आनंददायक सवारी का अनुभव ले सकते हैं।
जयपुर बाज़ार से खरीददारी
कोई भी यात्री किसी भी शहर की यात्रा करता है तो वहां खरीदारी जरूर करता है। अगर आप जयपुर की यात्रा पर जाते हैं तो जयपुर की यात्रा की याद के रूप में आप विभिन्न चीजों की खरीदारी कर सकते हैं।
जयपुर में राजस्थली, जोहरी बाज़ार, एमआई रोड, बारी, नेहरू बाज़ार और बापू बाज़ार जैसे कई तरह के खरीदारी के लोकप्रिय स्थल है। यहां से आप राजस्थान संस्कृति को दर्शाती हुई कई हस्तकृतियो को खरीद सकते हैं।
लाइट एंड साउंड शो एम्बर फोर्ट
अमर जवान ज्योति के अतिरिक्त जयपुर में एंबर फोर्ट पैलेस में भी लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाता है। इस शो में भी राजस्थान के गौरव इतिहास और परंपराओं को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जाता है।
इस शो के दौरान राजस्थान के लोक संगीत के उस्ताद अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। यह शो हर शाम को 6:00 से 7:00 के बीच में शुरू होती हैं और रात के आठ 8:30 बजे तक चलती हैं।
लाइट एंड साउंड शो एट अमर जवान ज्योति
जयपुर में विभिन्न पर्यटन स्थलों को देखने के साथ ही वहां पर विजयपथ में स्थित अमर जवान ज्योति में आयोजित लाइट एंड साउंड शो को देखने का लुफ्त जरूर उठाएं। यहां पर हर शाम को अंग्रेजी और हिंदी में लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाता है।
इस शो में राजस्थान के सैनिक और योद्धाओं के साहसिक कामों को दिखाया जाता है। उनके देश भक्ति के लड़ाई में उनके बलिदान को याद करते हुए इस वीरता और अमरता का जश्न मनाया जाता है। इस लाइट एंड शो के दौरान एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत होता है। राजस्थान के अतीत की भव्यता में खुद को शामिल करने के लिए इस शो को जरूर देखें।
जयपुर में खाने के लिए क्या फेमस है?
यदि आप जयपुर घूमने आओ और यहां के भोजन का स्वाद न ले ऐसा कभी हो नहीं सकता है। जयपुर की फेमस शाही मसालेदार व्यंजन जैसे कि राजस्थानी थाली, राजस्थान के फेमस चूरमा बाटी तथा इटालियन भोजन यहां पर आपको मिलता है।
आलू टिक्की
जब आप जयपुर घूमने आते हैं तो आप जयपुर के जोहरी बाजार जाना ना भूलें। यहां पर आपको राजस्थान के पारंपरिक आभूषण तथा प्राचीन सामान देखने को मिलता है।
यही पर आपको कई सारे खाने पीने की दुकानें मिल जाती है, जो कि आलू टिक्की के लिए फेमस है। यदि आप जयपुर की फेमस आलू टिक्की को खाते हैं तो आपको ₹150 देने पड़ेंगे।
साबूदाना खिचड़ी
जयपुर अपने साबूदाना खिचड़ी के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है। यहां पर आपको दही बड़ा श्रीकांत फल, लस्सी आदि सभी चीजें मिलती है तथा साबूदाना की खिचड़ी में आपको कई प्रकार के फलों के मिश्रण का प्रयोग करके खिचड़ी को बनाया जाता है।
घेवर
जयपुर के जोहरी बाजार में स्थित देवर वाला की दुकान बहुत ही प्रसिद्ध है। यह अपने सांभर फिरने वाला तथा घेवर बनाने के लिए अधिक फेमस है।
मुक्ता यह दुकान अपनी राजस्थान मिठाइयों के लिए जानी जाती है। अगर इन मिठाइयों की बात करें तो यह मिठाई मुंह में जाती खुल जाती है। घेवर राजस्थान लोगो की फेमस मिठाई में से एक है।
दाल बाटी चूरमा
राजस्थान के लोगों का प्रसिद्ध भोजन की बात करें तो वह है दाल बाटी चूरमा राजस्थान के लोग इसे खाना नहीं भूलते हैं। जयपुर में ऐसी बहुत सी रेस्टोरेंट है, जो आपको दाल बाटी चूरमा का भोजन उपलब्ध कराते हैं।
रावत कचोरी
रावत कचोरी जयपुर की फेमस कचोरी में से एक है। यहां पर आपको ताजा और गर्म कचोरी मिलती है। इसके अलावा यहां पर समोसे, मिर्ची बड़ा, मखनिया लस्सी आदि कई तरह के व्यंजन मिलते हैं।
यहां की प्रसिद्ध प्याज की कचौड़ी सबसे अधिक फेमस है। यदि आप तीखे भोजन को ग्रहण करना चाहते हैं तो आप एक बार अवश्य रावत कचोरी भंडार में आए।
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जयपुर में रुकने की जगह
जयपुर के पर्यटक स्थल के अंदर है तो यहां पर आपको सस्ते और लग्जरी दोनों प्रकार के होटल देखने को मिल जाते हैं। आप अपने बजट के अनुसार होटल को बुक कर सकते हैं। इसके अलावा यहां पर कई प्रकार के आश्रम भी मौजूद है, जहां पर आप कम किराया देकर रात्रि विश्राम कर सकते हैं।
जयपुर घूमने के लिए सबसे अच्छा समय (Best Time to Visit Jaipur)
यदि आप राजस्थान के जयपुर शहर को घूमना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप सर्दियों के मौसम में यहां पर जाएं जो कि नवंबर महीने से शुरू होता है और मार्च तक रहता है। जयपुर शहर गर्मियों में सबसे अधिक गर्म रहता है, जिस कारण यहां पर पर्यटक और दर्शनीय शहर यात्रा के लिए अच्छा नहीं हैं।
जयपुर के मौसम की बात की जाए तो यहां पर काफी गर्म और आदर होता है, जो कि घूमने के लिए अनुकूल नहीं है। आप जयपुर के पतंग महोत्सव किस समय में जयपुर की यात्रा कर सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि होली से ठीक 1 दिन पहले यहां पर हाथी उत्सव मनाया जाता है, जिसको देखने के लिए पर्यटक काफी दूर-दूर से आते हैं।
जयपुर कैसे पहुंचे?
जयपुर जाने के लिए प्रत्येक शहर से रेलगाड़ियां, बस तथा वायु यान चलते हैं। आप किसी भी वाहन का इस्तेमाल करके जयपुर पहुंच सकते हैं।
दिल्ली से जयपुर कैसे जाएं
यदि आप दिल्ली से जयपुर जाना चाहते हैं तो आपको दिल्ली में कई लग्जरी तथा सिंपल बसें देखने को मिल जाती है, जो आपको लगभग 7 से 8 घंटे के अंदर जयपुर पहुंचा देती है। दिल्ली से जयपुर की दूरी 311 किलोमीटर है।
आप वायुयान के माध्यम से भी जयपुर जा सकते हैं। जयपुर राजधानी होने के कारण हवाई यात्रा की भी सुविधा दी गई है, जिसके माध्यम से आप जयपुर पहुंच सकते हैं।
जयपुर में कैसे घूमे?
जयपुर घूमने के लिए आपको लोकल बस या फिर कैप को बुक करना होगा। यहां पर अधिक पर्यटक आते हैं, इसलिए राजस्थान सरकार ने लोकल बस की सुविधा उपलब्ध करवाई है, जो आपको कम बजट में प्रत्येक जगह पर घुमाती है या फिर आप कैब आदि को बुक कर सकते हैं। इसके लिए आपको थोड़े अधिक पैसे खर्च करने होते हैं।
जयपुर घूमने में कितना खर्चा आएगा?
यदि आप अपने परिवार या दोस्तों के साथ जयपुर घूमने जाना चाहते हैं तो आपके पास कम से कम ₹13000 से ₹15000 के बीच का बजट होना चाहिए तब आप आसानी से जयपुर के सभी जगह पर घूम सकते हैं।
निष्कर्ष
इस लेख में जयपुर में घूमने की जगह और दर्शनीय स्थल (Jaipur Me Ghumne ki Jagah), जयपुर में कैसे घूमे? और जयपुर में कब जाना चाहिए? आदि के बारे में बताया है।
उम्मीद करते है यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यदि इस लेख में दी गई जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।
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