Gangtok me ghumne ki jagah : गंगटोक सिक्किम राज्य में स्थित एक ऐसा शहर है, जो बादलों के बेहद करीब हैं। यहां पर कई प्राकृतिक स्थल मौजूद हैं, जो पर्यटकों की दृष्टि से आकर्षक का प्रमुख केंद्र हैं। यहां पर आपको ऊंची-ऊंची, हिमालय, पर्वतमाला, शिवालिक, पहाड़ियां, ऊंचे ऊंचे झरने तथा शांति से बहती हुई नदियां स्वर्ग जैसा एहसास करवाएगी। गंगटोक आने वाले पर्यटक यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखकर आकर्षक हो जाते हैं।
गंगटोक सिक्किम राज्य का सबसे बड़ा शहर तथा राजधानी है। यहां पर कंचनजंगा का अद्भुत दृश्य पर्यटकों का मनमोहन लेता है। यहां पर आने वाले पर्यटक काफी दिनों तक यहां पर मौज मस्ती करते हैं और प्राकृतिक सुंदरता का लुफ्त उठाते हैं। यह शहर 1436 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। अत्यंत ऊंचाई पर स्थित इस शहर पर अनेक सारी पहाड़ियां और घुमावदार सड़के हैं जो आकर्षण का मुख्य केंद्र है।
बता दें कि यहां पर दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला कंचनजंघा गंगटोक में है। यह दिखने में अद्भुत और आकर्षक लगती हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखकर पर्यटक आश्चर्यचकित रह जाते हैं। यहां पर अनेक सारे ऐसे छोटे बड़े और प्राचीन प्राकृतिक स्थल हैं, जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं।
गंगटोक में घूमने की प्रमुख जगहों के बारे में इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से पूरी जानकारी सहित बताने वाले हैं। इसीलिए यदि आप गंगटोक घूमने जाने की सोच रहे हैं? तो यह आर्टिकल आपको लास्ट तक पूरा जरूर पढ़ना चाहिए, जिससे आपको पता चले कि गंगटोक में कौन-कौन सी जगह घूमने लायक है? और वहां पर क्या कुछ है? किस तरह से आप गंगटोक जाएंगे? इत्यादि संपूर्ण जानकारी आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगी।
गंगटोक में घूमने की जगह | Gangtok Me Ghumne ki Jagah
गंगटोक के बारे में रोचक तथ्य
इस आर्टिकल में हम गंगटोक में घूमने की जगह के बारे में बात करने वाले हैं, परंतु एक नजर गंगटोक के इतिहास पर भी डाल देते हैं।
- बता दें कि सन 1840 ईस्वी में बौद्ध भिक्षुऔ कि शिक्षा हेतु एक मठ का निर्माण करवाया गया, जिसके बाद यह छोटा सा स्थल बन गया।
- यहां पर ब्रिटिश शासन काल में अंग्रेजों ने भी आक्रमण किए थे। यहां पर अंग्रेजों द्वारा व्यापार किया जाता था।
- अंग्रेजों से मिली आजादी के बाद भारत की स्वतंत्रता के साथ ही सन 1947 में गंगतोक भी एक स्वतंत्र रियासत बना था।
- यहां के राजा और उस समय भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बीच शासन संधि पर हस्ताक्षर किए गए , जिसके बाद सिक्किम को गंगटोक की राजधानी बनाकर भारत में मिला दिया गया।
गंगटोक में लोकप्रिय पर्यटक स्थल ( Gangtok Tourist Places in Hindi)
हिमालयन जूलॉजिकल पार्क
प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह सबसे उत्तम है क्योंकि यहां पर अनेक प्रकार के पेड़ पौधे घने जंगल प्राकृतिक नजारा वन्य जीव इत्यादि प्रकृति का एक बेहतरीन नजारा देखने को मिलता है। यहां से स्वर्ग जैसा अनुभव होता है। 1780 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस पार्क का निर्माण 1991 में करवाया गया था।
205 हेक्टेयर भूमि में फैले हुए इस पार्क में अनेक सारी जंगली जीव जंतु रहते हैं, जो चिड़ियाघर का अनुभव करवाते हैं। इस पार्क में – हिमालयन लाल पांडा, हिमालयन काले भालू, हिमालयन पाम सिवेट, हिम तेंदुआ, तीतर यह सभी जंगली जीव रहते हैं, जो प्रकृति की सुंदरता को चार चांद लगा देते हैं।
एमजी रोड
गंगटोक की यात्रा करने आने वाले एक बार एमजी रोड जरूर आते हैं। कहा जाता है कि एमजी रोड गंगटोक का दिल है। यहां पर अत्यंत प्राचीन बाजार है, जो वर्तमान समय में लोगों का शॉपिंग हब है। यहां पर अनेक प्रकार की दुकान है, रेस्तरां, होटल, मॉल इत्यादि व्यापक रूप से व्यापार का प्रमुख केंद्र है।
यहां पर्यटक खरीदारी के लिए आते हैं। यहां पर आपको हस्तकला से निर्मित अनेक प्रकार के एयरक्राफ्ट और वस्तुएं देखने को मिल जाएगी, जो काफी खूबसूरत और आकर्षक है। यहां पर अनेक सारे छोटे बड़े स्थल भी हैं, जिन्हें आप पर्यटक की दृष्टि से देख सकते हैं। यहां पर बने हुए प्राचीन मंदिर, पार्क गार्डन और पुरानी इमारतें भी पर्यटकओ की दृष्टि से आकर्षक का केंद्र है।
हनुमान टोक
यहां पर हनुमान जी का एक बहुत ही प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर की देखभाल भारतीय सेना करती हैं। 7200 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी पर यह मंदिर स्थित है। यहां से शहर का नजारा काफी लाजवाब दिखता है।
यहां पर भारतीय सेना का पहरा रहता है। भारतीय सेना ही इस मंदिर की देखभाल करती हैं और हनुमान जी की पूजा अर्चना करती है। यहां पर हर तरफ पहाड़ झरने और प्राकृतिक सौंदर्य ही देखने को मिलता है। बर्फ से ढके हुए पहाड़ भी यहां से देखे जा सकते हैं।
इस जगह की सुंदरता पर्यटकों का मन मोह लेते हैं। यहां पर खड़े रहकर शहर का दृश्य देखने से प्रकृति की खूबसूरती का एहसास होता है। यहां पर खड़े रहने से मन को शांति मिलती है तथा घर जाने का भी मन नहीं होता है।
ताशी व्यू पॉइंट
इस जगह पर खड़े होकर पर्यटक दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची चोटी का शानदार नजारा देख सकते हैं। यहां पर खड़े रहकर देखने का नजारा काफी रोमांचक भरा होता है। इस जगह का निर्माण सन 1914 से सन 1963 के बीच सिक्किम के नामग्याल द्वारा करवाया गया था।
यहां से बर्फ से ढके हुए पहाड़ भी देखने को मिलते हैं। इसके पास से ऊंचाई से गिरने वाले झरने और शांति से बहने वाली नदियां का नजारा मन को मोह लेती है। यहां पर आने वाले पर्यटक आते हैं तो खुश हो जाते हैं।
नाथुला पास
यदि आप गंगटोक घूमने के लिए जा रहे हैं तो आपको नाथूला पास जरूर जाना चाहिए। यह भारत तथा चीन की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित एक ऐसा क्षेत्र है, यहां अनेक प्राचीन मंदिर तथा प्रकृति का बेहतरीन नजारा देखने को मिलेगा।
बता दें कि यहां पर आने के लिए परमिशन की जरूरत होती है। परमिशन लेने के बाद ही आप यहां पर आ सकते हैं, जबकि विदेशी पर्यटकों को यहां पर आने की अनुमति नहीं है। यहां पर आपको भारतीय सैनिकों की छावनी और सैनिकों के टैंक देखने को मिल जाएंगे।
रेशी हॉट स्प्रिंग्स
वैसे तो संपूर्ण सिक्किम अपने ठंडे वातावरण के लिए जाना जाता है। यहां पर बर्फ से ढके हुए पहाड़ है। ठंडे शीतल से बहने वाले झरने नदियां और तालाब हैं। हर तरफ हरे-भरे जंगल और घने वन है, फिर भी यहां पर एक ऐसा झरना है, जिसे हॉटस्प्रिंग कहते हैं। क्योंकि यह गर्म स्थान गर्म झरना है।
यहां पर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण और प्रमुख धार्मिक स्थल है, जो पूरे भारत में प्रसिद्ध है। सर्दियों के समय में पर्यटक इसी जगह पर आते हैं। यहां पर ऊंचाई से गिरने वाले गर्म पानी में लोग नहाते हैं तथा मौज मस्ती करते हैं। यहां आसपास में अनेक सारी झोपड़ियां बनी हुई है, जहां पर पर्यटक रुक सकते हैं।
गंगटोक में घूमने का सही समय
अब तक आपने गंगटोक घूमने के लिए जाने का प्लान बना लिया है और आप गंगटोक शहर में घूमना चाहते हैं, लेकिन आपको यह नहीं पता कि यहां पर जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा होता है? तो हम आपको बता दें कि यहां पर आप अक्टूबर से दिसंबर के बीच जा सकते हैं।
इन दिनों में आप यहां पर सुखद तरीके से जलवायु के अनुसार यात्रा कर पाएंगे। इन दिनों आपको घूमने के दौरान कोई भी तकलीफ नहीं होगी। आपकी यात्रा आनंद में रहेगी। आप पूरे रोमांस के साथ अपनी यात्रा को संपन्न करके वापस अपने घर लौट सकेंगे।
गंगटोक में रुकने की जगह
अगर आपने गंगटोक जाने का प्लान बना लिया है और आप इस बात से परेशान है कि वहां पर आप कहां पर रुकेंगे?, रहने की क्या व्यवस्था है? तो हम आपको बता दें की इस बात की आपको बिल्कुल भी चिंता नहीं करनी चाहिए क्योंकि यहां पर पर्यटक विभाग द्वारा पर्यटकों के लिए रहने हेतु अनेक सारी व्यवस्था की हुई है।
यहां पर बहुत सारे होटल और रेस्टोरेंट है, बड़े-बड़े होटल है, उसमें वीआईपी होटल भी शामिल है। कम बजट होटल भी हैं।आप अपने अनुसार किसी भी होटल का चयन करके उसके कमरे में रह सकते हैं।
गंगटोक के सभी कोने कोने में आपको प्रत्येक जगह होटल्स देखने को मिल जाएंगे। आप जिस बीच में घूमने जाएं, वहां आसपास के किसी भी होटल में रुक सकते हैं। आप होटल को ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं और होटल जाने के बाद ऑफलाइन भी बुक कर सकते हैं।
गंगटोक कैसे जाएं?
गंगटोक घूमने का प्लान आपने अकेले या परिवार के साथ बनाया है और आप यह सोच रहे हैं कि गंगटोक में घूमने के लिए कैसे जाये? तो हम आपको बता दें कि गंगटोक में घूमने के लिए आप 4 तरीकों से जा सकते हैं।
पहला फ्लाइट से यानी हवाई मार्ग से होते हुए, दूसरा रेल से यानी रेल मार्ग से होते हुए, तीसरा बस द्वारा यानी सड़क मार्ग से होते हुए, चौथा अपने खुद की गाड़ी से भी आप गंगटोक के लिए घूमने हेतु जा सकते हैं ।
इसमें से आपको चयन करना है कि आप किस तरह से गंगटोक जाना चाहते हैं। आप अपनी सुविधा अनुसार गंगटोक घूमने के लिए जा सकते हैं। फ्लाइट से गंगटोक कैसे जाएंगे? रेल से कैसे जाएंगे या बस से कैसे जाएंगे? इत्यादि सभी जानकारी भी हम आपको नीचे बता देते हैं।
हवाई जहाज से गंगटोक कैसे पहुंचे ?
यदि आपने गंगटोक घूमने जाने का प्लान बनाया है और आपने हवाई मार्ग का चयन किया है यानी आप हवाई जहाज से गंगटोक जाना चाहते हैं, तो ऐसे में आपको सबसे पहले अपने शहर के हवाई अड्डे पर जाना होगा। बता दें कि भारत के सभी शहरों में गंगटोक हवाई यात्रा करना संभव है।
इसीलिए आप किसी भी शहर से गंगटोक फ्लाइट के जरिए जा सकते हैं। उसके लिए आपको अपने शहर के हवाई अड्डे पर जाना होगा और वहां से गंगटोक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरने वाली फ्लाइट में टिकट लेकर बैठना होगा। आप गंगटोक पहुंच जाएंगे, वहां से टैक्सी या कैब बुक करके, होटल या घूमने वाली जगह पर जा सकते हैं।
रेल से गंगटोक कैसे पहुंचे?
अगर आप रेल के जरिए गंगटोक जाना चाहते हैं, तो यह विकल्प आपके लिए बेहतर हो सकता है क्योंकि आमतौर पर का सफर काफी रोमांचक माना जाता है और सिक्किम जैसे राज्य में रेल से जाना यानी एक तरह पर्यटन हो जाता है। बता दें कि इस बीच अनेक सारी नदियां, झरने, पहाड़, बांध, शहर, गांव आने वाली है, जिन का दृश्य देखने लायक होगा।
रेल से गंगटोक जाने हेतु पहले आपको अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन जाकर गंगटोक जाने वाली रेल की सूचना देनी होगी। तारीख और समय देखने के बाद टिकट खरीद कर अपने नजदीकी रेलवे स्टेशन से गंगटोक को जाने वाली रेल में बैठ जाएं। अपने समय अनुसार रेल आपको गंगटोक उतार देगी। वहां से आप अपनी सुविधा अनुसार होटल या घूमने वाली जगह में टैक्सी या कैब बुक करके जा सकते हैं।
बस और गाड़ी से गंगटोक कैसे पहुंचे ?
वर्तमान समय में पूरे भारत में सड़कों का जाल बिछाया हुआ है। इसीलिए आप भारत के किसी भी कोने में किसी भी कोने से गाड़ी के जरिए जा सकते हैं। बस के जरिए जा सकते हैं। भारत के किसी भी जगह किसी भी राज्य से आप गंगटोक घूमने के लिए जा सकते हैं।
यदि आप अपनी पर्सनल गाड़ी लेकर जाना चाहते हैं, तो भी जा सकते हैं और यदि आप बस के द्वारा जाना चाहते हैं तब भी जा सकते हैं। प्रत्येक शहर में गंगटोक को जाने वाली बसें खड़ी रहती है। समय और तारीख देख कर आप यात्रा कर सकते हैं।
FAQ
गंगटोक भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है।
गंगटोक में अनेक सारी प्राचीन जगह है तथा ऐसे प्राकृतिक स्थल उपलब्ध है, जहां से प्रकृति की सुंदरता देखी जाती है। गंगटोक में बर्फीली पहाड़ियों, झरने, नदियां इत्यादि घूमने की जगह है, अधिक जानकारी इस आर्टिकल में ऊपर दी हुई है।
गंगटोक में घूमने का सही समय अक्टूबर से दिसंबर के बीच का है।
घूमने के लिए गंगटोक फ्लाइट से जा सकते हैं, रेल से जा सकते हैं, बस द्वारा जा सकते हैं, गाड़ी द्वारा जा सकते है।
गंगटोक में सिक्किम के स्थानीय भोजन के अलावा आपको वैसे भी भोजन खाने के लिए मिल जाएंगे, जो संपूर्ण भारत में बड़े-बड़े रेस्टोरेंट वगैरा में मिलते हैं। वहां पर भी आप को सभी प्रकार के व्यंजन तथा भोजन खाने के लिए मिल जाएंगे। आप अपनी इच्छा के अनुसार तथा स्वाद के अनुसार कोई भी भोजन कर सकते हैं।
निष्कर्ष
गंगटोक एक ऐसा शहर है, जो पूरी तरह से प्रकृति की सुंदरी से गिरा हुआ है। यहां से प्रकृति का नजारा काफी मनमोहक लगता है। यहां पर अनेक सारी जगह घूमने लायक हैं, जहां देश विदेश से हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं।
गंगटोक में घूमने की जगह ( Gangtok Me Ghumne ki Jagah) के बारे में इस आर्टिकल में हमने आपको पूरी जानकारी विस्तार से बता दी है। हम उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपको काफी ज्यादा पसंद आई होगी। यदि आपका इस आर्टिकल से संबंधित कोई प्रश्न है, तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं। जल्द से जल्द हम आपके प्रश्न का उत्तर देने की कोशिश करेंगे।
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